आज का पंचाग आपका राशि फल, एकानन भगवान रूद्रनाथ जी के कपाट खुले, चारों धामों धामों की पांव दल यात्रा की महान परम्परा, हर मंदिर की है अपनी विशिष्ट परम्परा, भारत वर्ष के कर्ज में डूबने का टूलकिट नरेटिव और चहुंमुखी विकास का अभूतपूर्व रिकॉर्ड

।। 🕉 ।।🚩🌞 *सुप्रभातम्* 🌞🚩
📜««« *आज का पञ्चांग* »»»📜
कलियुगाब्द……………………..5126
विक्रम संवत्…………………….2081
शक संवत्……………………….1946
मास……………………………..बैशाख
पक्ष……………………………….शुक्ल
तिथी……………………………..दशमी
प्रातः 11.22 पर्यंत पश्चात एकादशी
रवि……………………………उत्तरायण
सूर्योदय (इंदौर)….प्रातः 05.45.59 पर
सूर्यास्त…………..संध्या 07.01.25 पर
सूर्य राशि………………………….वृषभ
चन्द्र राशि…………………………कन्या
गुरु राशी………………………….वृषभ
नक्षत्र…………………….उत्तराफाल्गुनी
रात्रि 12.17 पर्यंत पश्चात हस्त
योग……………………………….हर्षण
प्रातः 10.18 पर्यंत पश्चात वज्र
करण………………………………गरज
प्रातः 11.22 पर्यंत पश्चात वणिज
ऋतु………………………(माधव) वसंत
दिन…………………………….शनिवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
18 मई सन 2024 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक………………………9
🔯 शुभ रंग…………………….नीला

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 11.56 से 12.49 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
प्रात: 09.06 से 10.44 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त -*
*वृषभ*
05:36:45 07:34:05
*मिथुन*
07:34:05 09:47:47
*कर्क*
09:47:47 12:03:57
*सिंह*
12:03:57 14:15:45
*कन्या*
14:15:45 16:26:25
*तुला*
16:26:25 18:41:03
*वृश्चिक*
18:41:03 20:57:13
*धनु*
20:57:13 23:02:49
*मकर*
23:02:49 24:49:56
*कुम्भ*
24:49:56 26:23:29
*मीन*
26:23:29 27:54:38
*मेष*
27:54:38 29:36:45

🚦 *दिशाशूल :-*
पूर्व दिशा – यदि आवश्यक हो तो अदरक या उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 07.26 से 09.05 तक शुभ
दोप. 12.22 से 02.01 तक चर
दोप. 02.01 से 03.39 तक लाभ
दोप. 03.39 से 05.18 तक अमृत
संध्या 06.56 से 08.18 तक लाभ
रात्रि 09.39 से 11.00 तक शुभ ।

📿 *आज का मंत्र :-*
।। ॐ गोविन्दाय नम: ।।

📢 *संस्कृत सुभाषितानि -*
*श्रीमद्भगवतगीता (षष्ठोऽध्यायः – आत्मसंयमयोग:) -*
सुखमात्यन्तिकं यत्तद् बुद्धिग्राह्यमतीन्द्रियम् |
वेत्ति यत्र न चैवायं स्थितश्चलति तत्त्वतः॥६-२१॥
अर्थात :
इन्द्रियों से परे, केवल शुद्ध व सूक्ष्म बुद्धि द्वारा ग्रहण करने योग्य अनन्त आनन्द को अनुभव कर यह योगी आत्मा के स्वरूप से विचलित नहीं होता है ॥21॥

🍃 *आरोग्यं सलाह :-*
*बेल के औषधीय गुण -*

16. बेल के बीजों के तेल से मालिश करने से वात विकारों को दूर किया जा सकता है।

17. बेल के फूलों को पीसकर पानी में मिलाकर, छानकर थोड़ा-थोड़ा सेवन करने से उलटी की समस्या से छुटकारा मिलता है।

18. कच्ची बेल के फल के टुकड़े करके पानी में उबालकर, छानकर उस पानी से कुल्ले व गरारे करने से मुंह के छाले दूर होते हैं।

19. पित्त की समस्या होने पर रोगी को बेल का मुरब्बा खिलाने से बहुत लाभ होता है।

20. बेल की जड़ को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बना लें। यह काढ़ा उन्माद के रोगियों बहुत लाभ देता है।

 🕉️ आज प्रातः में ब्रह्ममुहृत में एकानन भगवान श्री रुद्रनाथ जी के कपाट खोले गये हैं 

श्र रुद्रनाथोविजयतेत्राम 🔱🔱🔱⚜

*आज का राशिफल :-*

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
दूर यात्रा की योजना बन सकती है। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। वरिष्ठजनों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता अर्जित करेगा। पठन-पाठन में मन लगेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। बेचैनी रहेगी। धनार्जन सुगम होगा।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी। पारिवारिक चिंता में वृद्धि होगी। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी के व्यवहार से क्लेश हो सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। आय के स्रोतों में वृद्धि हो सकती है। व्यवसाय ठीक चलेगा। चोट व रोग से बाधा संभव है। फालतू खर्च होगा। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। शत्रु नतमस्तक होंगे। विवाद को बढ़ावा न दें।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
शुभ समाचार मिलेंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार के साथ मनोरंजन का कार्यक्रम बन सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। लेन-देन में सावधानी रखें। शारीरिक कष्ट संभव है। परिवार में तनाव रह सकता है।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
आय में वृद्धि होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कोई बड़ी समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

👩🏼‍🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
घर-बाहर सहयोग मिलेगा। अपेक्षाकृत कार्यों समय पर संपन्न होंगे। आय में वृद्धि हो सकती है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी विवाद में उलझ सकते हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जोखिम न उठाएं।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बेचैनी रहेगी। थकान महसूस होगी। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कारोबारी अनुबंधों में वृद्धि हो सकती है। समय का लाभ लें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। कानूनी बाधा आ सकती है। विवाद न करें। नई आर्थिक नीति बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
कोर्ट व कचहरी के काम अनुकूल होंगे। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। सुख के साधनों पर व्यय हो सकता है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। प्रमाद न करें। बेचैनी रहेगी। चोट व रोग से बचें। काम का विरोध होगा। तनाव रहेगा।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। राज्य के प्रतिनिधि सहयोग करेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। विवाद से क्लेश संभव है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। अपेक्षित कार्यों में अप्रत्याशित बाधा आ सकती है। तनाव रहेगा।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
व्यवसाय ठीक चलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च हो सकता है। जल्दबाजी न करें। कष्ट, भय, चिता व बेचैनी का वातावरण बन सकता है। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। मातहतों से संबंध सुधरेंगे।

🐟 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
भूमि, भवन, दुकान व फैक्टरी आदि के खरीदने की योजना बनेगी। रोजगार में वृद्धि होगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। अपरिचितों पर अतिविश्वास न करें। प्रमाद न करें। कुबुद्धि हावी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा।

☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो |*

🐚 *।। शुभम भवतु ।।*🐚

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

भारत में हर मंदिर की अपनी युग युगीन परम्परा है। बरीनाथ केदारनाथ गंगोत्री यमुनोत्री तिरूपति बाला जी रामेश्वरम द्वारिका हरिद्वार कुंभ में प्रवेश से भला कौन मना करता है। यहां तक कि मुस्लिम और बंग्लादेशी भी आजकल हरिद्वार में गेरूवा ओढ़ कर भिक्षावृति से अच्छा माल काट रहे हैं। सनातन धर्म सबको देता है। मंदिर भारतीय आर्थिकी का २८ %जीडीपी देते हैं। अब रही बात निजी मंदिरों की तो वो एक तरह से अपने घर जैसा ही होता है। यदि कोई अपने निजी मंदिर में कतिपय कारणवश किसी को नहीं जाने देना चाहता है तो जबरन काहे जाना। जैसे बदरीनाथ मंदिर ही है वहां का रालव तीन बजे उठ कर अलकनंदा में स्नान कर दिन में तीन बार निराहार बार नंगे पांव गंगा जल लेकर भगवान बद्रीविशाल की शालिग्राम शिला का स्नान कराता है। अब कोई दूसरा कहे कि हम भी जूते पहन कर खाना खाकर भगवान पर गंगाजल डालेंगे तो यह परम्परा का उल्लंघन होगा कि नहीं! यह प्रकृया छोड़ कर दर्शन सबको बराबर हैं। वैसे ही सबरीमाला हो या चमोली का कालेश्वर मंदिर या लक्षमण सिद्ध मंदिर सबकी अपनी परम्परा है। आपकी आस्था और विश्वास है तो जावो मंदिर और नास्तिक या अधर्मी विधर्मी है तो ज्ञान ना बांटे।

चमोली के कालेश्वर मंदिर के पुजारी परंपरा से काल्द गांव के हरिजन होते हैं। लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के पुजारी भ्यूंडार गांव के चौहान ठाकुर लोग होते हैं। ब्राह्मणों सहित सभी वर्णों के लोग इन्हीं पुजारियों से पूजा कराते हैं। यही हमारी महान परम्परा है ऐसे ही हर मंदिर की अपनी परम्परा है। जिन्हें परम्परा संस्कार संस्कृति संस्कृत से कुछ लेना देना नहीं संध्या वंदन तिलक चंदन यज्ञ होम की विधि विधान वे जानते नहीं। जब अधिकांश तया वे ही सनातन धर्म संस्कृति पर ज्ञान देते हैं, यह समझ से परे है।

वैसे इस तरह का ज्ञान अक्सर केवल मंदिरों पर आता है। होली दिपावली पर आता है। लेकिन चार शादी तीन तल्लाक, #हलाला खतना, सुन्नत कुर्बानी आतंक जैसे घृणित कृत्यों पर नहीं दिखता है। मस्जिदों में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है लेकिन सबरीमला में रजस्वला वय की महिलाओं के प्रवेश के लिए उतावली बामपंथने कभी मस्जिद में खातूनोंं के प्रवेश के लिए आंदोलन करती हुई दिखाई दी कभी?✍️हरीश मैखुरी 

धर्म और आस्था के लिए‌ ईश्वर के दरबार मे जाने के ” रील ” नहीं ऐसी ” प्रीत ” चाहिए ! जहाँ पहुंचने के ” सुविधा ” नहीं “साधना ” और संकल्प चाहिये। तीर्थ, धामों की यात्रा किसी साधना तपस्या से कुछ कम नहीं। पर न जाने कुछ

लोगोंं की यह धारणा बन गयी है कि तीर्थ धामों की यात्रा संसाधन और ऐश्वर्य से ही हो सकती है।

धन, संसाधनों से इंसान स्थान तक पहुँच सकता है। पर सही मायनों में ईश्वर तक पहुँच सकता है! नहीं कहा जा सकता।

जीवन भर हाड़ तोड़ मेहनत , गाँव खेतों में खून पसीना बहा कर जीवन और गृहस्थी की जिम्मेदारी पूरी कर एक एक पैसा जोड़ कर जीवन में एक बार बदरी केदार गंगोत्री यमुनोत्री की यात्रा अवश्य करने की सत्य निष्ठा के यात्री आज भी हैं।

बदरीनाथ केदारनाथ गंगोत्री यमुनोत्री हिमालय की यात्रा पर आये ऐसे ही साधक यात्री गोपेश्वर गोपीनाथ मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचे। तो आस्था की संवेदनशीलता को समझने वाले “कैलाश तिवारी ” जी ने साधक और सरल ऐसे यात्रियों की डगर को अपने कैमरे में अंकित कर दिया।

साधक यात्रियों की यह डगर और सनातन धर्म के प्रति निष्ठा एक ओर संदेश देती है कि धर्म ऐसे ही सरल और सहज श्रद्धालुओं से है। धर्म और ईश्वर के प्रति निष्ठा शोर से नहीं ऐसी श्रद्धा और समर्पण से है जो प्रदर्शन से बहुत दूर है।

यात्रा पथ की साधना युक्त पैदल चलते सिर पर यात्रा में चना चबैना और कम से कम और आवश्यकता भर के लते कपड़े की गठरी उठाये यात्रियों की यह सुन्दर और बहुत कुछ सिखा देने वाली छवि। (साभार क्रांतिभट्ट व कैलाश तिवारी जी के सौजन्य से) 

भारत सरकार ने वर्ष २०१४ के बाद विश्वबैंक और आईएमएफ से कोई लोन लिया ही नहीं है इसलिए उनके गुर्गे बेच दिया चिल्लाते रहते हैं। आज भारत कर्ज नहीं लेता बल्कि अपनी शर्तों पर फोरिन इन्वेस्टर्स से देश में कार्य कराता है। इन्वैस्ट कर्ज नहीं होता है क्योंकि इस पर भारत सरकार व्याज नहीं चुकाती है बल्कि लाभ हानि में अपनी शर्तों पर भागिता देती है। आज भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लबालब भरा है। अभी हाल ही में भारत द्वारा ने दुबई से २१ टन सोना खरीद कर स्वर्ण रिजर्व बनाया गया है। कोई कर्ज में डूबा देश राफेल खरीद सकता है चांद पर जा सकता है। मिशन सूर्य लांच कर सकता है। ब्रह्मोस और आकाश परीक्षण कर सकता है! देश में वंदे भारत एक्सप्रेस चला सकता है। बुलेट-ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम कर सकता है। देश में लाखों किलोमीटर चौड़ी चकली सड़क बना सकता है! सबसे बड़ी मूर्ती सबसे बड़ा स्टेडियम सबसे ऊंचा रेलवे पुल बना सकता है। अस्सी करोड़ लोगों को फ्री राशन दे सकता है! लेकिन भारत की मोदी सरकार ये सब कर रही है । तब भी मोदी विकसित भारत के लिए प्रयासरत हैं और कहते हैं ये तो केवल आरंभ है यानी ट्रेलर है।

वर्तमान में रिजर्व बैंक के पास कितना पैसा है! statista के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की शुद्ध आय लगभग 874 बिलियन थी. रुपये में बात करें तो यह रकम 874,200,000,000 खरब है. 2022 के मुकाबले इसमें करीब ढाई गुना वृद्धि हुई है। 

रिजर्व बैंक के पास कितना सोना?

केंद्रीय बैंक ने विदेशी मुद्रा भंडार के प्रबंधन पर अपनी अर्धवार्षिक में बताया था कि मार्च 2023 के आखिर तक उसके पास 794.64 मीट्रिक टन (करीब 794640 किलो) सोना था, जिसमें 56.32 मीट्रिक टन गोल्ड डिपॉजिट भी शामिल है

जिनके पक्ष में यह महाशय बोल रहे हैं उनके राज में सैनिकों की जैकेट के लिए पैंसा नहीं था। राफेल की तो सोच भी नहीं सकते थे। 

इंग्लैंड को क्यों गिरवी रखा 46 टन सोना?

अगस्त 1990 में जब तेल की कीमतें आसमान पर पहुंच गईं तो देश में गंभीर आर्थिक संकट पैदा हो गया और भुगतान असंतुलन की स्थिति खड़ी हो गई. ऐसी स्थिति बनी कि भारत डिफ़ॉल्ट होने के करीब पहुंच गया. तब आरबीआई खेवनहार बना. आरबीआई (Reserve Bank of India) ने फौरन अपने गोल्ड रिजर्व से 46 टन से अधिक सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड को हस्तांतरित कर दिया, ताकि विदेशी मुद्रा उधार ले सके. उस वक्त तीन दिन के भीतर दो बार रुपये का अवमूल्यन करना पड़ा. एक बार 9% और दूसरी बार 10%. तब जाकर स्थिति नियंत्रण में हो पाई थी। इस लिए भारत वर्ष के कर्ज में डूबने का टूलकिट नरेटिव और चहुंमुखी विकास का अभूतपूर्व रिकॉर्ड का अंतर समझना आवश्यक है ✍️हरीश मैखुरी