मन ही आपका मित्र है और मन ही आपका शत्रु है। इसका अर्थ है आपके जीवन में सुख और दुःख की अनुभूति आपके मन अर्थात आपके विचारों के कारण है। परिस्थिति बदलती रहती है, आपको कब और कैसे सोचना चाहिये… यदि यह कला आ जाए तो सदा सुखी और प्रसन्न रहा जा सकता है। जय श्री राम ।।✍️हरीश मैखुरी
🚩 🌞 *सुप्रभातम्* 🌞 🚩
📜««« *आज का पंचांग* »»»📜
कलियुगाब्द……………………5126
विक्रम संवत्…………………..2081
शक संवत्……………………..1946
रवि………………………..दक्षिणायन
मास……………………………श्रावण
पक्ष……………………………..कृष्ण
तिथी………………………….द्वितीया
प्रातः 10.23 पर्यंत पश्चात तृतीया
सूर्योदय(इंदौर)…प्रातः 05.54.02 पर
सूर्यास्त (इंदौर)….संध्या 07.12.57 पर
सूर्य राशि…………………………कर्क
चन्द्र राशि……………………….मकर
गुरु राशि………………………..वृषभ
नक्षत्र…………………………..धनिष्ठा
रात्रि 08.10 पर्यंत पश्चात शतभिषा
योग…………………………आयुष्मान
दोप 02.33 पर्यंत पश्चात सौभाग्य
करण…………………………….गरज
प्रातः 10.23 पर्यंत पश्चात वणिज
ऋतु……………………..(शुचि) ग्रीष्म
दिन………………………….मंगलवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
23 जुलाई सन 2024 ईस्वी ।
⚜️ *अभिजीत मुहूर्त* :-
दोप 12.06 से 12.59 तक ।
👁🗨 *राहुकाल* :-
दोप 03.50 से 05.29 तक ।
☸ शुभ अंक………………..5
🔯 शुभ रंग………………..लाल
🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*
*कर्क*
05:31:30 07:47:41
*सिंह*
07:47:41 09:59:30
*कन्या*
09:59:30 12:10:10
*तुला*
12:10:10 14:24:47
*वृश्चिक*
14:24:47 16:40:57
*धनु*
16:40:57 18:46:34
*मकर*
18:46:34 20:33:41
*कुम्भ*
20:33:41 22:07:13
*मीन*
22:07:13 23:38:25
*मेष*
23:38:25 25:19:10
*वृषभ*
25:19:10 27:17:49
*मिथुन*
27:17:49 29:31:30
🚦 *दिशाशूल* :-
उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।
✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 09.14 से 10.53 तक चंचल
प्रात: 10.53 से 12.32 तक लाभ
दोप. 12.32 से 02.10 तक अमृत
दोप. 03.49 से 05.28 तक शुभ
रात्रि 08.28 से 09.49 तक लाभ ।
📿 *आज का मंत्र* :-
।। ॐ कपिमर्कटाय नमः ।।
📢 *संस्कृत सुभाषितानि :-*
*श्रीमद्भगवतगीता (सप्तमोऽध्यायः – ज्ञानविज्ञानयोग:) -*
येषां त्वन्तगतं पापं जनानां पुण्यकर्मणाम् ।
ते द्वन्द्वमोहनिर्मुक्ता भजन्ते मां दृढव्रताः ॥७- २८॥
अर्थात :
परन्तु निष्काम भाव से श्रेष्ठ कर्मों का आचरण करने वाले जिन पुरुषों का पाप नष्ट हो गया है, वे राग-द्वेषजनित द्वन्द्व रूप मोह से मुक्त दृढ़निश्चयी भक्त मुझको सब प्रकार से भजते हैं॥28॥
🍃 *आरोग्यं :*-
*विटामिन सी के लाभ : -*
*3. जल्द भरते हैं घाव -*
विटामिन सी के अंदर एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर में होने वाले घाव, जख्म या चोट को जल्द ठीक करने का काम करते हैं।
⚜ *आज का राशिफल :-*
🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कुबुद्धि हावी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। मित्रों से संबंध सुधरेंगे।
🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग परेशानी का कारण रह सकता है। दूसरों के कार्य में दखल न दें। बड़ों की सलाह मानें। लाभ होगा। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी।
👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। बेवजह कहासुनी हो सकती है। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।
🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल होंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। किसी अपने के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है।
🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी सहयोग करेंगे। घर के सदस्यों के स्वास्थ्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी।
💁♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। बेवजह कहासुनी हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। धैर्य रखें। शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी।
⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
पराक्रम बढ़ेगा। लंब समय से रुके कार्य सहज रूप से पूर्ण होंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। शेयर मार्केट में सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शुभ समय। शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधन जुटेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। अज्ञात भय रहेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा।
🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
आंखों का ख्याल रखें। अज्ञात भय सताएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। कानूनी अड़चन आ सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी व सट्टे से दूर रहें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन प्राप्त हो सकता है।
🏹 *राशि फलादेश मकर :-*
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। कोई बड़ी समस्या आ सकती है। धैर्य रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी अपरिचित पर अतिविश्वास न करें। विवाद से क्लेश होगा। दूसरों के उकसाने में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे।
*राशि फलादेश कुंभ :-*
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है तथा तनाव रहेंगे। सुख के साधन प्राप्त होंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी।
🐠 *राशि फलादेश मीन :-*
आराम तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। यश बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। नई योजना बनेगी जिसका तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद न करें। चोट व रोग से परेशानी संभव है।
☯ *आज मंगलवार है अपने नजदीक के मंदिर में संध्या 7 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ में अवश्य सम्मिलित होवें |*
।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।
🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩
*मोबाइल और हमारा पैरालाइज़्ड जीवन…*
*हमारे बच्चे तो बच्चे लेकिन बाप रे बाप….*
*स्वयं सम्हलिये और सम्हालिये अपनी आने वाली पीढ़ी को भी…*
*आज मैंने सोंचा कि क्यों न मेरा संदेश जागरूकता पूर्ण हो और वैसे भी कौन मेसेज देखता है फिर भी…*
*हमारे लिये हमारी संतानें अनमोल हैं और हम न चाहते हुए भी उनके हाथों में मोबाइल देने के लिए मजबूर हैं।*
*कोई बात नहीं लेकिन कम से कम आप अपने मोबाइल का रेडियेशन लेवल तो चेक कर ही सकते हैं,*
*लेट तो हो ही रहे हैं और अब ये बहुत नुकसानदायक भी हो सकता है..*
*अपने मोबाइल फोन पे *#07# डायल करें।*
*यह आपके फोन का रेडियेशन लेवल पता करने के लिए है।*
*अगर यह सिर्फ 1.6 watt/kg से कम है तो ठीक है पर अगर जयादा है।*
*तो अभी अपना फोन बदल लें।*
*और अगर *#07# डायल करने पर, आपके फोन पर कोई सन्देश नहीं देत्ता तो फोन बदलना बहुत ही जरूरी है।*
यह रेडिएशन आपके और आपके परिवार वालों के लिए बहुत ही खतरनाक है, जिसे रेडिएशन लेबोरेटरी द्वारा टेस्ट किया गया है।
अत: आप से निवेदन है कि इस आर्टिकल को आप ज्यादा से ज्यादा अपने मित्रों एवं अपनों को शेयर करें।
ये हमारे बच्चों का भी सवाल है और अपना
🕉️🙏: *केवल फलों का रस दिला सकता है आपको असाध्य बीमारियों से मुक्ति…*
*जानिये किस बीमारी में कौन सा रस है लाभप्रद…*
*आम धारणा है कि बीमार होने पर जूस पीना चाहिए।*
*लेकिन किस बीमारी में कौन सा जूस लाभदायक होगा क्या आप जानते है, शायद नहीं..?*
*विभिन्न बीमारियों में कौन सा जूस किस बीमारी में कितना लाभदायक है..??*
*(1). भूख न लगने पर…*
प्रातःकाल खाली पेट नींबू का पानी पियें।
खाने से पहले अदरक को कद्दूकस करके सैंधा नमक के साथ लें।
*(2). रक्तशुद्धि के लिये :-*
नींबू, गाजर, गोभी, लौकी चुकन्दर, पालक, सेव, तुलसी, नीम और बेल के पत्तों का रस प्रयोग करें।
*(3). दमा से बचाव के लिए…*
लहसुन, अदरक, तुलसी, चुकन्दर, गोभी, गाजर, मीठी द्राक्ष का रस, भाजी का सूप अथवा मूँग का सूप और बकरी का शुद्ध दूध लाभदायक है।
*घी, तेल, मक्खन वर्जित है।*
*(4). उच्च रक्तचाप से मुक्ति पाने के लिये….*
गाजर, अंगूर, मोसम्मी और ज्वारों का रस।
मानसिक तथा शारीरिक आराम आवश्यक है।
*(5). निम्न रक्तचाप से मुक्ति पाने के लिये…*
मीठे फलों का रस लें, किन्तु खट्टे फलों का उपयोग ना करें। अंगूर और मोसम्मी का रस अथवा दूध भी लाभदायक है।
*(6). पीलिया हो जाने पर…*
अंगूर, सेव, रसभरी, मोसम्मी, अंगूर की अनुपलब्धि पर लाल मुनक्के तथा किसमिस का पानी। गन्ने को चूसकर उसका रस पियें। केले में 1.5 ग्राम चूना लगाकर कुछ समय रखकर फिर खायें।
*(7). मुहाँसों के दाग से मुक्ति पाने के लिये…*
लौकी गाजर, तरबूज, प्याज, तुलसी, घृतकुमारी और पालक का रस।
*(8). संधिवात या गठिया हो जाने पर…*
लहसुन, अदरक, गाजर, पालक, ककड़ी, गोभी, हरा धनिया, नारियल का पानी तथा सेव और गेहूँ के ज्वारे का सेवन करें।
*(9). एसीडिटी या अम्लता से मुक्ति पाने के लिये…*
लौकी गाजर, पालक, ककड़ी, तुलसी का रस, फलों का रस अधिक लें।
अँगूर मौसम्मी तथा दूध भी लाभदायक है।
*(10). कैंसर से मुक्ति पाने के लिये…*
गेहूँ के ज्वारे, नोनी जूस, गाजर और अंगूर का रस।
*(11). सुन्दर बनने के लिये…*
सुबह-दोपहर नारियल का पानी या बबूल का रस लें। नारियल के पानी से चेहरा साफ करें।
*(12). फोड़े-फुन्सियाँ हो जाने पर…*
गाजर, पालक, ककड़ी, गोभी और नारियल का रस।
*(13). कोलाइटिस हो जाने पर…*
गाजर, पालक और अन्नानास का रस। 70 प्रतिशत गाजर के रस के साथ अन्य रस समप्राण। चुकन्दर, नारियल, ककड़ी, गोभी के रस का मिश्रण भी उपयोगी है।
*(14). अल्सर हो जाने पर…*
अंगूर, गाजर, गोभी का रस, केवल दुग्धाहार पर रहना आवश्यक है, खूब गर्म दूध में 2 चम्मच देशी गाय का घी डालकर मिलाकर करके पियें।
*(15). मौसमी सर्दी, जुकाम, खांसी और कफ से बचने के लिये..*
मूली, अदरक, लहसुन, तुलसी, गाजर का रस, मूँग अथवा भाजी का सूप।
*(16). अस्थमा या ब्रोन्काइटिस में..*
पपीता, गाजर, अदरक, तुलसी, अनन्नास का रस, मूँग का सूप। *स्टार्चवाली खुराक वर्जित।*
*(17). दाँत निकलते बच्चों के लिए…*
अनानास के रस में थोड़ा नींबू डालकर रोज चार औंस (100-125 ग्राम)।
*(18). रक्तवृद्धि के लिए*
मौसम्मी, अंगूर, पालक, टमाटर, अनार चुकन्दर, सेव, रसभरी का रस रात को।
रात को भिगोया हुआ खजूर का पानी सुबह में। इलायची के साथ केले भी उपयोगी हैं।
*(19). स्त्रियों को मासिक धर्म कष्ट होने पर…*
अंगूर, अनानास तथा रसभरी का रस।
*(20). आँखों के तेज एवं रोशनी के लिए*
गाजर का रस तथा हरे धनिया का रस श्रेष्ठ है।
*(21). अनिद्रा की समस्या में…*
अंगूर और सेव का रस।
पीपरामूल शहद के साथ।
*(22). वजन बढ़ाने के लिए…*
पालक, गाजर, चुकन्दर, नारियल और गोभी के रस का मिश्रण, दूध, दही, सूखा मेवा, अंगूर और सेवों का रस।
*(23). डायबिटीज*
गोभी, गाजर, नारियल, करेला और पालक का रस, मेथी, नीम सरसों!
*(24). पथरी में*
पत्थर चट्टा पत्तों वाली सब्जी, पालक, टमाटर ना लें।
ककड़ी का रस श्रेष्ठ है।
सेव अथवा गाजर या कद्दू का रस भी सहायक है।
जौ एवं सहजन का सूप भी लाभदायक है।
*(25). सिरदर्द होने पर…*
ककड़ी, चुकन्दर, गाजर, गोभी और नारियल के रस का मिश्रण।
*(26). किडनी का दर्द*
गाजर, पालक, ककड़ी, अदरक और नारियल का रस।
*(27). फ्लू से मुक्ति के लिए…*
अदरक, तुलसी, गाजर का रस।
*(28). वजन घटाने के लिए…*
अनानास, गोभी, तरबूज,लौकी और नींबू का रस।
*(29). पायरिया*
गेहूँ के ज्वारे, गाजर, नारियल, ककड़ी, पालक और सोया की भाजी का रस। कच्चा अधिक खायें।
*(30). बवासीर*
मूली का रस, अदरक का रस घी डालकर, नागर मोथा, नारियल पानी।
*सर्वे भवन्तु सुखिनः*
*सर्वे सन्तु निरामयाः*🕉️ ✍️ बजरंग मिश्रा
#गिलोय का एक पत्ता आपको 80 सालों तक बीमार नहीं होने देगा…गिलोय का संस्कृत नाम अमृता है यह अमरत्व प्रदान करती है
गिलोय एक ही ऐसी बेल है, जिसे आप सौ मर्ज की एक दवा कह सकते हैं। इसलिए इसे संस्कृत में अमृता नाम दिया गया है। कहते हैं कि देवताओं और दानवों के बीच समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत निकला और इस अमृत की बूंदें जहां-जहां छलकीं, वहां-वहां गिलोय की उत्पत्ति हुई।
1. गिलोय बढ़ाती है रोग प्रतिरोधक क्षमता :-
गिलोय एक ऐसी बेल है, जो व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा कर उसे बीमारियों से दूर रखती है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम करते हैं। यह खून को साफ करती है, बैक्टीरिया से लड़ती है। लिवर और किडनी की अच्छी देखभाल भी गिलोय के बहुत सारे कामों में से एक है। ये दोनों ही अंग खून को साफ करने का काम करते हैं।
2. ठीक करती है बुखार :-
अगर किसी को बार-बार बुखार आता है तो उसे गिलोय का सेवन करना चाहिए। गिलोय हर तरह के बुखार से लडऩे में मदद करती है। इसलिए डेंगू के मरीजों को भी गिलोय के सेवन की सलाह दी जाती है। डेंगू के अलावा मलेरिया, स्वाइन फ्लू में आने वाले बुखार से भी गिलोय छुटकारा दिलाती है।
3. गिलोय के लाभ – डायबिटीज के रोगियों के लिए
गिलोय एक हाइपोग्लाइसेमिक एजेंट है यानी यह खून में शर्करा की मात्रा को कम करती है। इसलिए इसके सेवन से खून में शर्करा की मात्रा कम हो जाती है, जिसका फायदा टाइप टू डायबिटीज के मरीजों को होता है।
5. पाचन शक्ति बढ़ाती है -:
यह बेल पाचन तंत्र के सारे कामों को भली-भांति संचालित करती है और भोजन के पचने की प्रक्रिया में मदद कती है। इससे व्यक्ति कब्ज और पेट की दूसरी गड़बडिय़ों से बचा रहता है।
6. कम करती है स्ट्रेस -:
गलाकाट प्रतिस्पर्धा के इस दौर में तनाव या स्ट्रेस एक बड़ी समस्या बन चुका है। गिलोय एडप्टोजन की तरह काम करती है और मानसिक तनाव और चिंता (एंजायटी) के स्तर को कम करती है। इसकी मदद से न केवल याददाश्त बेहतर होती है बल्कि मस्तिष्क की कार्यप्रणाली भी दुरूस्त रहती है और एकाग्रता बढ़ती है।
7. बढ़ाती है आंखों की रोशनी :-
गिलोय को पलकों के ऊपर लगाने पर आंखों की रोशनी बढ़ती है। इसके लिए आपको गिलोय पाउडर को पानी में गर्म करना होगा। जब पानी अच्छी तरह से ठंडा हो जाए तो इसे पलकों के ऊपर लगाएं।
8. अस्थमा में भी फायदेमंद :-
मौसम के परिवर्त न पर खासकर सर्दियों में अस्थमा को मरीजों को काफी परेशानी होती है। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को नियमित रूप से गिलोय की मोटी डंडी चबानी चाहिए या उसका जूस पीना चाहिए। इससे उन्हें काफी आराम मिलेगा।
9. गठिया में मिलेगा आराम :-
गठिया यानी आर्थराइटिस में न केवल जोड़ों में दर्द होता है, बल्कि चलने-फिरने में भी परेशानी होती है। गिलोय में एंटी आर्थराइटिक गुण होते हैं, जिसकी वजह से यह जोड़ों के दर्द सहित इसके कई लक्षणों में फायदा पहुंचाती है।
10. अगर हो गया हो एनीमिया, तो करिए गिलोय का सेवन :
भारतीय महिलाएं अक्सर एनीमिया यानी खून की कमी से पीडि़त रहती हैं। इससे उन्हें हर वक्त थकान और कमजोरी महसूस होती है। गिलोय के सेवन से शरीर में लाल रक्त कणिकाओं की संख्या बढ़ जाती है और एनीमिया से छुटकारा मिलता है।
11. बाहर निकलेगा कान का मैल :-
कान का जिद्दी मैल बाहर नहीं आ रहा है तो थोड़ी सी गिलोय को पानी में पीस कर उबाल लें। ठंडा करके छान के कुछ बूंदें कान में डालें। एक-दो दिन में सारा मैल अपने आप बाहर जाएगा।
12. कम होगी पेट की चर्बी :-
गिलोय शरीर के उपापचय (मेटाबॉलिजम) को ठीक करती है, सूजन कम करती है और पाचन शक्ति बढ़ाती है। ऐसा होने से पेट के आस-पास चर्बी जमा नहीं हो पाती और आपका वजन कम होता है।
13. खूबसूरती बढ़ाती है गिलोय :-
गिलोय न केवल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, बल्कि यह त्वचा और बालों पर भी चमत्कारी रूप से असर करती है….
14. जवां रखती है गिलोय :-
गिलोय में एंटी एजिंग गुण होते हैं, जिसकी मदद से चेहरे से काले धब्बे, मुंहासे, बारीक लकीरें और झुर्रियां दूर की जा सकती हैं। इसके सेवन से आप ऐसी निखरी और दमकती त्वचा पा सकते हैं, जिसकी कामना हर किसी को होती है। यदि आप इसे त्वचा पर लगाते हैं तो घाव बहुत जल्दी भरते हैं। त्वचा पर लगाने के लिए गिलोय की पत्तियों को पीस कर पेस्ट बनाएं।