आज का पंचाग आपका राशि फल, ॐ नम:भगवते वासुदेवाय महामंत्र का महात्म्य, चाणक्य जैसा मस्तिष्क और बाजीराव साहस का नया रुप है अजीत डोभाल, विश्व शिक्षक दिवस पर विशेष आलेख, तो क्या देश दो दलीय व्यवस्था की ओर बढ़ रहा राष्ट्रवादी और कास्टवादी!

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻गुरुवार, ०५ अक्टूबर २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:२५

सूर्यास्त: 🌅 ०६:०६

चन्द्रोदय: 🌝 २२:१८

चन्द्रास्त: 🌜१२:२१

अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🏔️ शरद 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 आश्विन 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 सप्तमी (पूर्ण रात्रि)

नक्षत्र 👉 मृगशिरा (१९:४० से आर्द्रा)

योग 👉 वरीयान् (०५:२३ से परिघ)

प्रथम करण 👉 विष्टि (१८:०२ तक)

द्वितीय करण 👉 बव (पूर्ण रात्रि)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 कन्या 

चंद्र 🌟 मिथुन (०६:५८ से)

मंगल 🌟 तुला (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 कन्या (अस्त, पूर्व, वक्री)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)

शुक्र 🌟 सिंह (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४२ से १२:२९

अमृत काल 👉 १०:२६ से १२:०७

रवियोग 👉 ०६:१२ से १९:४०

विजय मुहूर्त 👉 १४:०३ से १४:५०

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:५८ से १८:२३

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:५८ से १९:१२

निशिता मुहूर्त 👉 २३:४१ से ००:३०

ब्रह्म मुहूर्त 👉 ०४:३४ से ०५:२३

प्रातः सन्ध्या 👉 ०४:५९ से ०६:१२

राहुकाल 👉 १३:३३ से १५:०२

राहुवास 👉 दक्षिण

यमगण्ड 👉 ०६:१२ से ०७:४०

दुर्मुहूर्त 👉 १०:०७ से १०:५५

होमाहुति 👉 गुरु

दिशाशूल 👉 दक्षिण

अग्निवास 👉 पृथ्वी

भद्रावास 👉 स्वर्ग (१८:०२ तक)

चन्द्रवास 👉 दक्षिण (पश्चिम ०६:५९ से) 

शिववास 👉 श्मशान में

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – शुभ २ – रोग

३ – उद्वेग ४ – चर

५ – लाभ ६ – अमृत

७ – काल ८ – शुभ

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – अमृत २ – चर

३ – रोग ४ – काल

५ – लाभ ६ – उद्वेग

७ – शुभ ८ – अमृत

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पश्चिम-दक्षिण (दही का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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सप्तमी तिथि का श्राद्ध आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १९:४० तक जन्मे शिशुओ का नाम मृगशिरा नक्षत्र के द्वितीय तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (वो, क, की) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम आर्द्रा नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (कु, घ) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

कन्या – ०४:५६ से ०७:१४

तुला – ०७:१४ से ०९:३५

वृश्चिक – ०९:३५ से ११:५४

धनु – ११:५४ से १३:५७

मकर – १३:५७ से १५:३९

कुम्भ – १५:३९ से १७:०४

मीन – १७:०४ से १८:२८

मेष – १८:२८ से २०:०२

वृषभ – २०:०२ से २१:५६

मिथुन – २१:५६ से ००:११

कर्क – ००:११ से ०२:३३

सिंह – ०२:३३ से ०४:५२

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पञ्चक रहित मुहूर्त

अग्नि पञ्चक – ०६:१२ से ०७:१४

शुभ मुहूर्त – ०७:१४ से ०९:३५

रज पञ्चक – ०९:३५ से ११:५४

शुभ मुहूर्त – ११:५४ से १३:५७

चोर पञ्चक – १३:५७ से १५:३९

शुभ मुहूर्त – १५:३९ से १७:०४

रोग पञ्चक – १७:०४ से १८:२८

चोर पञ्चक – १८:२८ से १९:४०

शुभ मुहूर्त – १९:४० से २०:०२

रोग पञ्चक – २०:०२ से २१:५६

शुभ मुहूर्त – २१:५६ से ००:११

मृत्यु पञ्चक – ००:११ से ०२:३३

अग्नि पञ्चक – ०२:३३ से ०४:५२

शुभ मुहूर्त – ०४:५२ से ०६:१३

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन आप दैनिक कार्यो में व्यस्त रहेंगे दिनचार्य उटपटांग रहने से निराश भी होंगे मध्यान तक किसी भी कार्य को दिशा ना मिलती देख मेहनत व्यर्थ होती प्रतीत होगी लेकिन हताश ना हो आज देर से ही सही लाभ अवश्य होगा। आर्थिक मामले अन्य कार्यो की अपेक्षा ज्यादा उलझेंगे फिर भी संध्या तक धन की आमद संतोषजनक हो जाएगी। अधिकारियो से सतर्क रहना पड़ेगा गलती करने पर ज्यादा भार सौपेंगे। महिलाओ का मन आध्यात्म में डूबा रहेगा मनोकामना पूर्ति में विलंब से उदास रहेंगी। आकस्मिक कार्य आने से यात्रा अथवा अन्य आवश्यक कार्य निरस्त करने पड़ेंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन साधारण रहेगा आज आप अपनी व्यक्तिगत उलझनों के कारण अन्य लोगो को परेशान करेंगे लेकिन ध्यान रहें गुप्त बातो को आज परिजनों से भी ना बाटें। आप जिसे अपना हितैशी समझेंगे वही आपका भेद सार्वजनिक करके परेशानी बढ़ायेगा। कार्य व्यवसाय से भी निराशा ही मिलेगी फिर भी एक दो लाभ कमाने के अवसर अवश्य मिलेंगे इन्हें हाथ से ना जाने दें अन्यथा ज्यादा पाने के चक्कर मे इनसे भी हाथ धोना पड़ेगा। पारिवारिक वातावरण में स्वार्थ सिद्धि की भावना रहेगी इच्छा पूर्ति होने तक ही स्नेह सम्मान मिलेगा अन्यथा नही। स्वास्थ्य आज फिर से नरम होगा सचेत रहें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आप अपने हास्य भरे व्यवहार से आस पास का वातावरण खुशनुमा बनाएंगे। व्यवहार में भी नरमी रहने से लोग आपके साथ समय बिताना पसंद करेंगे। कार्य क्षेत्र की चुनोतियाँ कुछ समय के लिये दुविधा में डालेंगी समय पर सहयोग मिलने पर इनसे भी पार पा ही लेंगे। धन संबंधित मामलों को लेकर आज ज्यादा तामझाम में नही पड़ेंगे दोपहर तक लाभ की संभावनाए ही दिखेंगी इसके संध्या के आसपास अकस्मात होने से दैनिक खर्च निकल जाएंगे। महिलाये अधिक चंचल रहेंगी खुद किसी को कुछ भी बोलेंगी लेकिन किसी की मामूली बात को दिल से लगा लेंगी। जुखाम-बुखार होने से परेशानी होगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आपकी आशाओ के विपरीत रहने वाला है अतिमहत्त्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले किसी अनुभवी की सलाह अवश्य लें अथवा आगे के लिए निरस्त करें। जहाँ से लाभ की उम्मीद लगाए रहेंगे वहां हानि होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र के साथ घरेलू कार्य करते समय सावधानी बरतें टूट-फुट अथवा अन्य क्षति हो सकती है। आर्थिक योजनाए आज किसी ना किसी कारण से अधर में लटकी रहेंगी। खर्च निकालने के लिये ले देकर कार्य करना पड़ेगा। मित्र रिश्तेदारों से कोई अशुभ समाचार मन की बेचैनी बढ़ायेगा। परिजन को छोड़ अन्य लोगो से मदद की आशा ना रखें। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव लगा रहेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। पूर्व में किये शुभकर्मों का फल आज किसी ना किसी रूप में अवश्य मिलेगा। सार्वजनिक क्षेत्र से मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। विरोधी चाहकर भी आपको क्षति नही पहुचा सकेंगे। समाज के उच्चप्रतिष्ठित लोगो के साथ मेलजोल बढेगा आपकी क्षवि भी उच्चवर्गीय जैसी बनेगी। लेकिन कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी ईर्ष्या का भाव रखेंगे जानबूझ कर बना बनाया कार्य बिगाड़ सकते है सतर्क रहें। धन की कामना समय से थोड़ा विलम्ब लेकिन पूर्ण होगी। गृहस्थ सुख उत्तम रहेगा। भजन पूजन में समय देंगे। सेहत का भी ख्याल रखें।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन सिद्धिदायक है लेकिन आज किसी भी कार्य को करने से पहले उसकी योजना बनाकर ही करें सफलता निश्चित मिलेगी इसके विपरीत जल्दबाजी में किया कार्य केवल हानि ही कराएगा। आध्यात्म में भी उन्नति के योग बन रहे है पूजा पाठ का सकारात्मक परिणाम मिलेगा। नौकरी वाले जातक अधिकारियों का प्रोत्साहन मिलने से उत्साहित रहेंगे। सरकारी कार्य मे आज आलस ना करें थोड़ी सी भागदौड़ से पूर्ण हो सकते है। सरकारी क्षेत्र से शुभ समाचार मिलेंगे। लोन अथवा अन्य धन संबंधित कागजी कार्य आज करना उत्तम रहेगा। परिवार में शांति रहेगी लेकिन महिलाओ का मन आज असंतुष्ट ही रहेगा। ठंडी चीजो का सेवन करने से बचे।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आपको पूर्व में की किसी गलती अथवा आचरण का अफसोस होगा गलती मान लेने पर आपसी मतभेद शांत होंगे। घरेलू कार्य अथवा परिजनों की आवश्यकता पूर्ति समय से करेंगे। कार्य क्षेत्र से आज लाभ की संभावनाए कम ही रहेंगी धन की आमद अल्प रहने से खर्चो पर नियंत्रण करना पड़ेगा। घर का वातावरण मंगलमय रहेगा धार्मिक पूजापाठ में सम्मिलित होने के अवसर मिलेंगे। दैनिक जीवन की उलझनों के बाद भी विवेक जाग्रत रहने से मन शांत रहेगा। विरोधी किसी भी प्रकार से आपकी शांति को भंग नही कर पाएंगे। आरोग्य अच्छा रहेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज आप दिनभर शारीरिक समस्या से जूझेंगे मौसमी बीमारियों का प्रकोप परिवार के सदस्यों को भी प्रभावित करेगा। अव्यवस्था रहने से प्रत्येक कार्य विलम्ब से चलेंगे पूर्ण होने में भी विलम्ब होगा। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा उम्मीद नही रहेगी आज पूर्ण होने वाले कार्य भी दौड़-धूप की कमी के कारण आगे के लिये निरस्त होंगे। धन संबंधित समस्या नही रहेगी फिर भी व्यर्थ के खर्च आने से मन दुखी होगा। महिलाये चाह कर भी घर को व्यवस्थित रूप से चलाने मे असफल रहेंगी। संध्या के समय परेशानी बढ़ेगी। घर अथवा बाहर किसी भी प्रकार के जोखिम से बचें। 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आप अपनी व्यवहार कुशलता से बिगड़े कार्यो को भी बनाने की क्षमता रखेंगे। मित्र परिजन विषम परिस्थितियों से बाहर निकालने के लिये आपका सहयोग मांगेंगे अपना महत्त्व बढ़ता देख थोड़ी बहुत अहम की भावना भी आएगी जरूरत मंदों को व्यर्थ के चक्कर लगवाएंगे। कार्य क्षेत्र पर जिस काम को हाथ मे लेंगे उसमे निश्चित सफलता मिलेगी। प्रतियोगी परीक्षा में भी सफल होने की संभावना अधिक है। बेरोजगार लोग आज प्रयास करें अवश्य अनुकूल रोजगार से जुड़ सकते है। व्यवसाय में मंदी के बाद भी धन का प्रबंध आवश्यकता के समय कही ना कही से हो ही जायेगा। खान-पान संयमित रखें सेहत खराब हो सकती है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन भी आपके धन कोष अथवा अन्य सुख के साधनों में वृद्धि करेगा। कार्य व्यवसाय में पहले से चल रही योजना फलीभूत होने से धन की आमद होगी। भविष्य के लिये भी लाभ के सौदे हाथ लगेंगे। सहकर्मियों का साथ मिलने से निश्चित कार्य समय से पूर्ण कर सकेंगे। महिलाये को शारीरिक कमजोरी के कारण दैनिक कार्यो के अतिरिक्त घर की व्यवस्था सुधारने में परेशानी होगी। कंजूस प्रवृति के कारण घर के किसी सदस्य से मतभेद की संभावना है। आज आप अपनी गलती जानते हुए भी अपनी बात पर अडिग रहेंगे जिससे आस-पास का वातावरण कुछ समय के लिये खराब होगा। व्यवसायिक यात्रा से लाभ हो सकता है। छोटी-मोटी व्याधि को छोड़ सेहत सामान्य रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज आपको अपनी बुद्धि चातुर्य पर गर्व रहेगा। अतिआत्मविश्वास से भरे रहेंगे प्रत्येक कार्य को मामूली समझ कर बाद के लिये टालेंगे परन्तु अंत समय मे पूर्ण करने में पसीने छूटेंगे। सरकारी कार्य को लेकर भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। काम-धंधा पहले से कुछ कम रहेगा जोड़ तोड़ कर ही धन की प्राप्ति हो सकेगी। आज कम समय और परिश्रम से अधिक लाभ कमाने की योजना मन मे रहेगी लेकिन अवसर ना मिलने के कारण लाभ नही उठा सकेंगे। महिलाये जितना कार्य करेंगी उससे ज्यादा सुनाएंगी। घर के सभी सदस्य स्वय को दूसरे से बेहतर प्रदर्शित करेंगे। छोटी-छोटी बातों पर नोकझोंक होगी। दिनचार्य संयमित ना रहने से सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन सावधानी से बिताने की सलाह है। दिन के आरंभ से ही मन मे अकारण क्रोध रहेगा। परिजनों से जिस बात का भय रहेगा मध्यान तक उसके पूर्ण होने पर वातावरण खराब होगा। भाई बंधुओ में भी किसी ना किसी कारण से अनबन रहेगी। कार्य क्षेत्र पर सामान्य दिनचार्य रहते हुए भी किसी से धन को लेकर उग्र वार्ता होने की संभावना है। आज आप वरिष्ठ व्यक्तियों के परामर्श को भी नजरअंदाज करेंगे जिसके परिणाम स्वरूप किसी ना किसी रूप में धन एवं सम्मान हानि देखनी पड़ेगी। लोगो को शक की दृष्टि से देखने आपको महत्त्व नही मिलेगा। औरो को बेचैनी में डालकर स्वयं अपने मे मस्त रहेंगे।

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चाणक्य जैसा मस्तिष्क और बाजीराव साहस। 

असली जिंदगी का james bond। 

IPS श्री अजित कुमार डोभाल जो पाकिस्तान  में 7 वर्ष अंडर कवर एजेंट, ऑपरेशन ब्लैक थंडर में अहम भूमिका, ऐसे रॉ से जुड़े थे अजीत डोभाल

 अजीत डोभाल का जन्म 20 जनवरी 1945 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। उनके पिता जीएन डोभाल भी भारतीय सेना में एक अधिकारी थे। डोभाल की प्रारंभिक शिक्षा अजमेर, राजस्थान में किंग जॉर्ज्स रॉयल इंडियन मिलिट्री स्कूल (अब अजमेर मिलिट्री स्कूल) में हुई। साल भारत की ओर से जासूस रहे। 

भारत के बदलते और खूंखार होते रुख के पीछे का mastermind। 

इनके बारे में कुछ ख़ास बातें :

* 1945 में एक गढ़वाली ब परिवार में जन्म। पिता आर्मी में ब्रिगेडियर थे। दादा प्रथम विश्व युद्ध में लड़े। 

* 1968 में IPS का एग्जाम टॉप किया। केरल batch के IPS officer बने। 

* 17 साल की duty के बाद ही मिलने वाला medal 6 साल की duty के ही बाद मिला।

* पाकिस्तान में जासूस के तौर पर तैनाती। पाकिस्तान की आर्मी में मार्शल की पोस्ट तक पहुंचे और 6 साल भारत के लिए जासूसी करते रहे। 

* 1987 में खालिस्तानी आतंकवाद के समय पाकिस्तानी agent बनकर दरबार साहिब के अंदर पहुंचे। 

3 दिन आतंकवादियों के साथ रहे। आतंकवादियों की सारी information लेकर operation black thunder को सफलता पूर्वक अंजाम दिया। 

* 1988 में कीर्ति चक्र मिला। देश का एक मात्र non army person जिसे यह award मिला है। 

*असम गए। वहां उल्फा आतंकवाद को कुचला। 

* 1999 में plane hijacking के समय आतंकवादियों से dealing की

* RSS के करीबी होने के कारण मोदी ने सत्ता में आते ही NSA (National Security Advisor) बनाया

* बलोचिस्तान में raw फिर से active की। बलोचिस्तान का मुद्दा international बनाया। 

* केरल की 45 ईसाई नर्सों का iraq में isis ने किडनैप किया। डोभाल खुद इराक गए। isis से पहली बार hostages ज़िंदा बिना बलात्कार हुए (महिला) वापिस लौटे  

* राष्ट्रपति अवार्ड मिला। 

* 2015 मई में भारत के पहले सर्जिकल operation को अंजाम दिया। भारत की सेना myanmar में 5 किमी तक घुसी । 50 आतंकवादी मारे। 

* नागालैंड के आतंकवादियों से भारत की इतिहासिक deal करवाई। आतंकवादी संगठनों ने हथियार डाले। 

* भारत की defence policy को agressive बनाया। भारत की सीमा में घुस रहा पाकिस्तानी ship बिना किसी warning के उड़ाया। कहा बिरयानी खिलाने वाला काम नही कर सकता। 

* कश्मीर में सेना को खुली छूट दी। pallet gun सेना को दिलवाईं। पाकिस्तान को दुनिया के मुस्लिम देशों से ही तोड़ दिया। 

* 2016 september आज़ाद भारत के इतिहास का 1971 के बाद सबसे इतिहासिक दिन। डोभाल के बुने गए surgical operation को सेना ने दिया अंजाम। 

PoK में 3 किलोमीटर घुसे। 

40 आतंकी और 9 पाकिस्तानी फौजी मारे। दोनों surgical strikes में zero casuality

*Right Wing Hindu संगठन vivekanand youth forum की स्थापना की। 

एक वो बाजीराव था जो कहा करता था मैं दिल्ली जीत सकता हूँ। मैं दिल्ली पर भगवा लहरा सकता हूँ।और उसने वो कर दिया और दिल्ली से मुगलों का नाश कर दिया। 

एक यह डोभाल है जो कहता है की मैं इस्लामाबाद जीत सकता हूँ। 

सरकारें हौंसला दिखाएँ। 

डोभाल बहुत कुछ कर सकते हैं। 

और देश को उन पर गर्व है।

*🌹आज की अमृतवाणी🌹*
(पितृपक्ष का महत्व)
*युगऋषि के बताए विधान से श्राद्ध-तर्पण जब भी करेंगे तो वो पितर मुख्य होंगे जिनकी मृत्यु इसी वर्ष हुई है। इस श्राद्ध-तर्पण में तीन पीढ़ी माता पक्ष की, तीन पीढ़ी पिता पक्ष की व एक पीढ़ी वर्तमान की टोटल 7 पीढ़ी का श्राद्ध-तर्पण एक साथ करवाया जाता है। इसका विवरण आपको पुस्तक – *कर्मकांड भाष्कर* में मिल जाएगा।
*श्राद्ध – तर्पण पुत्रों की तरह पुत्रियां भी कर सकती हैं यह योगवशिष्ठ में वर्णित है।*
श्राद्ध-तर्पण के साथ साथ पंच बलि कर्म भी किया जाता है- (1) गौ बलि पत्ते पर(गाय को आहार), (2) श्वान बलि पत्ते पर,(कुत्ते को आहार) (3) काक बलि (कौए के लिए आहार) पृथ्वी पर, (4) देव बलि पत्ते पर(देवों को आहार) तथा (5) प‍िपलिका बलि (कीड़े-चींटी इत्यादि के लिए आहार) पत्ते पर किया जाता है। ब्राह्मण के लिए संकल्प लेकर भोजन करवाया जाता है या गरीबों को दान दिया जाता है।
*पितृपक्ष में किसी भी दिन नजदीकी शक्तिपीठ, गायत्री युगतीर्थ शान्तिकुंज, और गायत्री तपोभूमि मथुरा जाकर विधिवत श्राद्ध तर्पण कर सकते हैं।*
*यदि किन्ही कारण से मन्दिर या तीर्थ स्थल में जाकर तर्पण न कर सकें। तो इन 15 दिनों में घर पर ही गायत्री यज्ञ कर लें, खीर का स्विष्टीकृत होम करें और पितरों को श्रद्धा अर्पण कर दें।*
👇निम्नलिखित मन्त्र की तीन आहुतियां दैनिक यज्ञ में देना उत्तम है:-
*ॐ शं नो मित्रः शं वरुणः । शं नो भवत्वर्यमा । शं नो इन्द्रो बृहस्पतिः । शं नो विष्णुरुरुक्रमः स्वाहा । इदम दिवंगतात्मानाम शांत्यर्थम इदम न मम*
*यदि यह भी संभव न हो तो 15 दिन नित्य बलिवैश्व यज्ञ में खीर की आहुति देकर श्रद्धा अर्पित करें।*
*यदि यह भी सम्भव न हो, तो एक ग्लास जल में थोड़ा गुड़ और काला तिल लेकर उस जल को अंजुलि में लेकर – तीन बार निम्नलिखित बोलकर सूर्य को साक्षी मानकर किसी तुलसी के गमले में डाल दें, गुड़ और तिल न हो तो इसे साधारण जल लेकर ही तीन बार कर लें:-*
1- पितर शांत हों शांत हों शांत हों
2- पितर तृप्त हों तृप्त हों तृप्त हों
3- पितर मुक्त हों मुक्त हों मुक्त हों।
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*✍️ आज की पंचांग ✍️*
शुभ मास—- *आश्विन मास*
शुभ पक्ष—– *कृष्ण पक्ष*
शुभतिथि—- *चतुर्थी तिथि*
शुभ नक्षत्र— *भरणी नक्षत्र*
शुभ दिन —— *सोमवार*
तद्अनुसार अंग्रेजी दिनांक
*🌹02 अक्टूबर 2023🌹*
👉 वर्तमान *पितृपक्ष* चल रहा है।
👉 आज *चतुर्थ श्राद्ध तर्पण* है।
👉 आज *महात्मा गांधी जयंती* है।
👉आज *लाल बहादुर शास्त्री जयंती* है।
👉आज *विश्व अहिंसा दिवस/और स्वच्छता दिवस* है।
👉आज का दिन *आप और हम सबके लिए मंगलमय हो।*
*🙏जय श्री राधे 🙏*

श्री हरि का सर्वप्रिय द्वादशाक्षर मन्त्र
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द्वादस अच्छर मंत्र पुनि जपहिं सहित अनुराग।
बासुदेव पद पंकरुह दंपति मन अति लाग॥

मनु ओर शतरूपा भी द्वादशाक्षर मन्त्र (ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय) का प्रेम सहित जप करते थे। द्वादस अक्षर मन्त्र का जप करने से भगवान वासुदेव के चरणकमलों में उन राजा-रानी का मन लग गया।

‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ भगवान विष्णु के इस मन्त्र को वासुदेव ’द्वादशाक्षर मन्त्र’ कहते हैं।

द्वादशाक्षर मन्त्र बहुत ही प्रभावशाली मन्त्र है । द्वादशाक्षर मन्त्र की महिमा बताते हुए सूतजी कहते हैं कि यदि मनुष्य सत्कर्म करते हुए, सोते-जागते, चलते-उठते हुए भी भगवान के इस द्वादशाक्षर मन्त्र का निरन्तर जप करता है तो वह सभी पापों से छूट कर सद्गति को प्राप्त होता है । लक्ष्मीजी की बड़ी बहिन अलक्ष्मी (दरिद्रा) भगवान के नाम को सुनकर उस घर से तुरन्त भाग खड़ी होती है । इसी मन्त्र के जप से ध्रुव को बहुत शीघ्र भगवान के दर्शन हुए थे।
द्वादशाक्षर मन्त्र जप करने की विधि
पवित्र स्थान, शुद्ध सात्विक आहार, शास्त्र में बताई गयी विधि और संत के आशीर्वाद से किसी भी मन्त्र का जप करने पर शीघ्र लाभ मिलता है।

👉 प्रात:काल स्नान आदि से निवृत्त होकर मन्त्र जप करने से पहले भगवान विष्णु का ध्यान और मानसिक पूजा कर लें तो उत्तम है।

भगवान विष्णु का ध्यान इस प्रकार करें
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भगवान विष्णु के शरीर की दिव्य कान्ति करोड़ों सूर्य के समान है । उन्होंने अपनी चार भुजाओं में शंख, चक्र, गदा और कमल धारण किया हुआ है, भूदेवी और श्रीदेवी उनके उभय पार्श्व (अगल-बगल) की शोभा बढ़ा रही हैं, उनका वक्ष:स्थल श्रीवत्सचिह्न से सुशोभित है, वे अपने गले में चमकीली कौस्तुभमणि धारण करते हैं । हार, केयूर, वलय, कुण्डल, किरीट आदि दिव्य आभूषण जिनके अंगों में धारण करने से धन्य हो रहे हैं, ऋषि-मुनि सामवेद से उनकी स्तुति कर रहे हैं, उन पीताम्बरधारी भगवान विष्णु का मैं ध्यान करता हूँ।

👉 इस मन्त्र के जप से पहले ऋषि, देवता और छन्द का स्मरण करना चाहिए । इस मन्त्र के ऋषि प्रजापति, छन्द गायत्री और देवता वासुदेव हैं।

👉 हो सके तो मन्त्र के बारहों अक्षरों का न्यास कर लें । न्यास करने से शरीर मन्त्रमय हो जाता है, सारी अपवित्रता दूर हो जाती है और मन अधिक एकाग्रता से इष्टदेव के चिन्तन में लग जाता है।

👉 जप करते समय साधक को यह भावना रखनी चाहिए कि भगवान का सुदर्शन चक्र चारों ओर से मेरी रक्षा कर रहा है, इससे मेरे जप में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।

👉 आसन पर बैठकर तुलसी या पद्मकाष्ठ की माला से इस मन्त्र का जप करना चाहिए।

👉 जप करते समय माला ढक कर करनी चाहिए । तर्जनी ऊंगली से माला का स्पर्श नहीं होना चाहिए।

👉 मन्त्र जप इस तरह करें कि किसी दूसरे को सुनायी न दे । संत चरणदासजी का कहना है…

आठ मास मुख सों जपै, सोलह मास कंठ जाप।
बत्तिस मास हिरदै जपे, तन में रहे न पाप ।।
तन में रहे न पाप, भक्ति का उपजै पौधा ।
मन रुक जावे तभी, अपरबल कहिये योधा ।।

👉 यज्ञोपवीतधारी मनुष्य को इस मन्त्र के पहले ‘ॐ’ लगाना चाहिए और अन्य सभी लोग ‘श्री’ लगाकर इसका जाप कर सकते हैं ।

👉 जप के अंत में भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए कि ‘हे प्रभो ! यह शरीर, प्राण, इन्द्रिय, मन, बुद्धि और आत्मा—जो कुछ मैं हूँ, वह सब तुम्हारा है । ऐसी कृपा कीजिए कि तुम्हारा ही भजन हो, तुम्हारे मन्त्र का जप हो और तुम्हारा ही चिन्तन हो । एक क्षण के लिए भी तुम्हें न भूलूं ।’

मन्त्र का अनुष्ठान
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इस मन्त्र का एक अनुष्ठान बारह लाख जप का है । अंत में दशांश हवन करना चाहिए और उसका दशांश तर्पण और तर्पण का दशांश ब्राह्मण भोजन कराना चाहिए । यदि हवन आदि करने की शक्ति और सुविधा न हो तो जितना हवन करना है उसका चौगुना जप करना चाहिए ।

मन्त्र जप का फल
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शास्त्रों में कहा गया है कि इस मन्त्र के पहले एक लाख जप से मनुष्य की आत्मशुद्धि होती है । दो लाख मन्त्र के जप से साधक को मन्त्र-शुद्धि प्राप्त होती है । तीन लाख के जप से साधक स्वर्गलोक का अधिकारी हो जाता है । चार लाख के जप से मनुष्य भगवान विष्णु का सामीप्य प्राप्त करता है । पांच लाख जप के मन्त्र से मनुष्य निर्मल ज्ञान प्राप्त करता है।

छ: लाख के जप से साधक की बुद्धि भगवान विष्णु में स्थिर हो जाती है । सात लाख मन्त्र-जप से साधक श्रीविष्णु का सारुप्य प्राप्त कर लेता है । आठ लाख जप पूर्ण कर लेने पर साधक निर्वाण (परम शान्ति और मोक्ष) को प्राप्त कर लेता है । इसी तरह मन्त्र जप करते रहने से मनुष्य को मनोवांछित फल की सिद्धि अवश्य होती है।

सकाम जप करने से भगवान के दिव्य दर्शन होते हैं और निष्काम भाव से जप करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है । और अंत में बारह लाख मन्त्र का जप करने से मनुष्य को भगवान का साक्षात्कार हो जाता है।

🙏🏽🙏🏽 जय मां कामाख्या 🙏🌹🪷

 *देश की राजनीति में स्पष्ट रूप से इस समय केवल दो ही पक्ष बचे रह गये हैं एक राष्ट्रवादी और दूसरे कास्ट वादी। हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई आपस में हैं भाई भाई का नारा देने वाले छद्म इस्लामी दल इनदिनों हिन्दुओं को जातियों में बांटने के उदेश्य से जाति आधारित गणना की मांग कर रहे हैं। इसीलिए वे रोहिंग्या आतंकवादियों, बंग्लादेशी और पाकिस्तानी घुसपैठियों को चिन्हित कर बाहर का रास्ता दिखाने के लिए कभी मांग नहीं करते। बल्कि इसके उल्ट वे NRC व CAA और समान नागरिक संहिता का विरोध भी करते हैं।

आश्चर्यजनक रूप से जब संविधान की प्रस्तावना में समाजवादी और सैक्युलर शब्द जोड़े गये हैं तो जाति आधारित जनगणना का औचित्य क्या है? सनातन धर्म संस्कृति के विरूद्ध फूट डालने के लिए राजनीतिक दल हिन्दुओं को एक बार फिर बीपीसिंह की भांति जातियों में बांटने का महा षड्यंत्र कर रहे हैं? क्या मुसलमानों व ईसाईयों में अगडे़ पिछड़े नहीं? तो फिर उनकी गणना क्यों नहीं? क्योंकि उनकी नीति मुगल आक्रमणकारियों और अंग्रेजों की भांति केवल हिन्दुओं में फूटडालो और राज करो की ही है। बिहार में चारापुत्र और पलटू राम मिल कर हिन्दुओं को बांटने के लिए जो जाति गणना का षड्यंत्र रचा है उसके लिए सनातन धर्म संस्कृति के लोग कभी इन धूर्तों को क्षमा नहीं करेगा। ये सत्ता हड़पने के लिए बीपीसिंह जैसी ही चाल है। तो जो भी ये चाल चलेगा वो बीपीसिंह की मौत मरेगा। संविधान में जाति और मजहब के नाम पर पहले ही जो दर्जनों विसम विधान हैं वो क्या कम विभेदकारी थे जो अब जाति आधारित गणना का जहर घोल रहे हो? आज का कटु सच ये भी है कि देश की राजनीति में इस समय केवल दो ही पक्ष बचे रह गये हैं एक राष्ट्रवादी और दूसरे कास्ट वादी। एक देश हित में बिल लाने वाले और दूसरे केवल बिलबिलाने वाले। एक पाकिस्तान जैसे आतंकवादी देश को भिखारी बनाने वाले और दूसरे घुसपैठियों के द्वारा देश को ही पाकिस्तान बनाने वाले। देश की जनता अब इस विभेद को स्पष्ट रूप से समझती है।🇮🇳🇮🇳कोई बता सकता है कि? बिहार में जो जातीय जनगणना हुई है उसमें कितने सिया, सुन्नी, सूफी, अहमदिया, फकीर, शक्का, नाई, धोबी, जुलाहे, रंगरेज, कसाई, बकरकसा, पठान, गद्दी, तेली, अब्बासी, कितने शेख, हैं या केवल हिंदुओं को ही जातियों में बांटने की साजिश चल रही है 🧐🤔* ✍️हरीश मैखुरी 

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 विश्व शिक्षक दिवस विशेष – *देने के लिए दान, लेने के लिए ज्ञान और त्यागने के लिए अभिमान श्रेष्ठ है। उस प्रभु ने आपको सामर्थ्यवान बनाया है तो अवसर मिलने पर अपनी सामर्थ्यानुसार परमार्थ और परोपकार में अवश्य दान करो। आपका दान किसी और के लिए नहीं होता अपितु समय आने पर वो आपके पास ही कई गुना लौटकर आता है।*

    *शास्त्रों का मत है कि रत्न यदि कीचड़ में भी पड़े हों तो उन्हें वहाँ से भी उठा लेना चाहिए। उसी प्रकार ज्ञान जहाँ से भी मिले अवश्य ग्रहण करना चाहिए। यद्यपि हम बहुत कुछ जानते हैं पर सब कुछ कभी नहीं जानते हैं। हर किसी को परमात्मा ने कुछ न कुछ विशेष गुण प्रदान किया गया है। हर व्यक्ति का जीवन के प्रति अपना एक अनुभव होता है इसलिए जब और जहाँ अवसर मिले ज्ञान लेने में संकोच नहीं करना चाहिए।*

   *जीवन में सब कुछ त्यागने के उपरान्त भी यदि अभिमान शेष रह गया तो सब व्यर्थ ही समझो। इसीलिए महापुरुषों ने आदेश किया कि यदि जीवन में त्यागने जैसा कुछ है तो अभिमान है। अभिमान के त्याग के बाद कोई भी वस्तु, पदार्थ अथवा व्यक्ति आपके बंधन का कारण नहीं बन सकता।

👉 रूद्रजापी विमुच्येत महापातकपञ्जरात्।

        सम्यग्ज्ञानं च लभते तेन मुच्येत बन्धनात् ॥

        अनेन सदृशं जप्यं नास्ति सत्यं श्रुतौ स्मृतौ।

सूत संहिता में आख्यान है कि रूद्रजापी महापातक रूपी पंञ्जर से मुक्त होकर सम्यक् ज्ञान प्राप्त करता है और अन्त में विशुद्ध मुक्ति प्राप्त करता है। रुद्राष्टाध्यायी के समान जपने योग्य, स्वाध्याय करने योग्य वेदों में और स्मृतियों में विशिष्ट मन्त्र नहीं है।

 👏* सभी शिक्षकों को सादर नमन्*👋