पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बादलों ने डेरा डाल दिया है। इससे 24 घंटे में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। दिल्ली में दिसंबर की शुरुआत में ही अधिकतम तापमान ने पिछले पांच वर्षो का रिकॉर्ड तोड़ दिया। दिल्ली में रविवार को हल्की धूप निकलने से लोगों को दिन में भी ठंड महसूस हुई।
वहीं, पांच व छह दिसंबर को बारिश के साथ यहां के तापमान में और अधिक गिरावट आने की संभावना है। सुबह से ही मौसम का मिजाज पिछले एक हफ्ते की तुलना में बदला हुआ था। सुबह के समय कोहरे का असर साफ दिखाई दे रहा था। धूप निकली भी लेकिन उसका असर काफी कम रहा। पूरे दिन दिल्ली में स्मॉग की धुंधली परत छाई रही। धूप में गरमाहट नहीं होने की वजह से अधिकतम तापमान 23.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते शनिवार को तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस था। तीन दिसंबर का दिन पिछले पांच वर्षो का सबसे ठंडा दिन रहा। वहीं न्यूनतम तापमान भी दिल्ली में महज 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में बारिश व बर्फबारी, जबकि मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में गर्जन के साथ वर्षा होने का अनुमान है। प्रदेश में रविवार को न्यूनतम तापमान केलंग में -4.2 और अधिकतम तापमान ऊना में 27.2 दर्ज किया गया है। शिमला से ठंडा सोलन, बिलासपुर और चंबा रहा।
कश्मीर और लद्दाख में शीतलहर के ब़़ढते प्रकोप के बीच रात का न्यूनतम तापमान लगातार शून्य से नीचे बना हुआ है। अलबत्ता, दिन का तापमान सामान्य से ऊपर है, लेकिन वह ठंड से निजात दिलाने में पूरी तरह असमर्थ साबित हो रहा है। फिलहाल, लेह में पूरी रियासत में सबसे ज्यादा सर्दी है, जहां दिन का अधिकतम तापमान 8.8 डिग्री और रात का न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे माइनस 8.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।