बेटे के समान ही बेटियों को दें अधिकार: डॉ. अंजुम

शुक्रवार को उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की ओर से आयोजित दो दिवसीय कानूनी जागरूकता शिविर का समापन हुआ। कार्यक्रम में पहुंची विशेषज्ञ महिलाओं ने महिला अधिकारों के बारे में जानकारी दी। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। रुड़की के ब्लॉक सभागार में आयोजित दो दिवसीय शिविर के दूसरे दिन की मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की सदस्य रश्मि चैधरी रही।

उन्होंने कहा कि आज महिलाएं किसी क्षेत्र में पुरुषों से कम नही है। कहा हमें अपने अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहने की आवश्यकता है। इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ. अंजुम ने बताया कि शिक्षा सबसे बड़ी ताकत है और बेटियों को स्कूल जरूर भेजें। सीडीपीओ जुलेखा ने कहा कि महिलाएं केवल घरेलू कार्यों तक न सिमटे, बल्कि समूह के रूप में कार्य करके अपना व्यापारी स्थापित करें। बताया कि ऐसे बहुत से महिलाओं के समूह है जिन्होंने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने महिलाओं के लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाएं भी गिनाई।

डॉ. अंजू चैधरी व कोचिंग सेंटर चलाने वाली मेघा ने भी महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी दी। कहा कि बेटे के समान ही बेटियों को अधिकार दें। अधिवक्ता सुमन सागर ने बताया कि किस प्रकार कानून का लाभ लेकर हम अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ सकते हैं। कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाली महिलाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।