अब मिशन आदित्य एल वन भी २ सितम्बर को लांच होगा, एलिसा कर्सन नाम की ये लड़की कभी वापस नहीं आने वाली मंगलयान की अंतरिक्ष यात्री बनने जा रही है, हार कर भी जीत गया शतरंज १८ वर्षीय खिलाडी प्रज्ञानंद,

शीघ्र ही मिशन सूर्ययान भी शीघ्र लांच होगा इसका नाम आदित्य एल वन होगा पृथ्वी से सूर्य की दूरी करोड़ किलोमीटर दूर है लेकिन हमारा आदित्य यान पन्द्रह लाख किलोमीटर की दूरी पर चक्कर लगायेगा। यह यान २ सितम्बर को सुबह ११५० बजे लांच होगा यह सूर्य का तापमान यूवी लाईट सूर्य तूफान कोरोना लेयर का अध्ययन करेगा। सूर्य इतना बड़ा है कि इसमें १३ लाख पृथ्वी समा जायेगी यानी पृथ्वी से १३ लाख गुना बड़ा है सूर्य As India rejoiced the Chandrayaan 3 success, ISRO set to launch India’s maiden mission to study Sun, ‘Aditya L1’ in next 2 weeks.

सूर्य देवता को प्रणाम….. आ रहे हैं हम आपके दर्शन के लिए 🙏🙏

जिस आयु में तमाम बच्चे अपने स्कूल और कॉलेज लाइफ को एंजॉय करने में लगे होते हैं उस उम्र में एलेसा कार्सन नाम की यह लड़की नासा के साथ मिलकर दुनिया के सबसे बड़े स्‍पेस मिशन यानि मंगल ग्रह पर जाने की तैयारी में जुटी है। 3 साल की उम्र में अपने पापा को बताया था कि वह एस्ट्रोनॉट बनकर मंगल पर जाना चाहती हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक आज 17 साल की होते होते एलेसा कार्सन ने नासा के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया है, ताकि वो मंगल पर जाने वाली पहली इंसान बन सके। बचपन में देखे अपने उस सपने को साकार करने के लिए एलेसा कार्सन पूरी शिद्दत के साथ जुटी हुई हैं

हार कर भी जीत गया #प्रज्ञानंद.केवल 18 साल की उम्र मे शतरंज जैसे दिमागी खेल के वर्ल्ड कप मे दुनिया की 3rd रैंक के प्लेयर को हरा कर फाइनल में जगह बनाना, और दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी कार्लसन के साथ 3 बाजी ड्रा खेलना ही बहुत बड़ी बात है । अभिनन्दन भारत के बाल गोपाल प्रज्ञानंद गर्व है तुझ पर शाबाश….!!!

नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पाकिस्तानी अरशद नदीम को हराकर गोल्ड मेडल जीत लिया है। इस टूर्नामेंट के 40 साल के इतिहास में पहली बार किसी भारतीय खिलाड़ी ने गोल्ड मेडल पर कब्जा किया है। लास्ट ईयर नीरज चोपड़ा ने यहां सिल्वर मेडल जीता था। टूर्नामेंट के फाइनल में 88.17 मीटर की जैवलिन थ्रो के साथ नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। 87.82 की थ्रो के साथ पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम नीरज से पिछड़ गए और उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। नीरज चोपड़ा ने हंगरी के बुडापेस्ट में आधी रात को तिरंगा लहरा दिया।

25 वर्षीय नीरज चोपड़ा एक ही वक्त में ओलंपिक गोल्ड और वर्ल्ड चैंपियनशिप गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए हैं। ऐतिहासिक जीत के बाद हंगरी की एक महिला ने नीरज से भारतीय तिरंगे पर ऑटोग्राफ मांगा। नीरज चोपड़ा ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया। नीरज चोपड़ा ने कहा कि तिरंगे पर सिग्नेचर करना भारत के झंडे का अपमान होगा। जीत के जोश में भी नीरज चोपड़ा ने हिंदुस्तान का मान कायम रखा। उन्होंने उस महिला की स्लीव यानी आस्तीन पर दस्तखत किए। जीत के बाद तिरंगे के प्रति चैंपियन का सम्मान देखकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। चैंपियन नीरज चोपड़ा को हार्दिक बधाई। जय हिंद। 🇮🇳

नासा वैज्ञानिक और अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला का जन्म हरियाणा के करनाल में हुआ था। कल्पना अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की प्रथम महिला थीं। उन्होंने अंतरिक्ष की पहली उड़ान STS-87 कोलंबिया शटल से संपन्न की। इसकी अवधि 19 नवंबर, 1997 से 5 दिसंबर, 1997 थी।

अंतरिक्ष की पहली यात्रा के दौरान उन्होंने अंतरिक्ष में 372 घंटे बिताए और पृथ्वी की 252 परिक्रमाएं पूरी कीं। इस सफल मिशन के बाद कल्पना ने अंतरिक्ष के लिए दूसरी उड़ान कोलंबिया शटल 2003 से भरी।

कल्पना की दूसरी और आखिरी उड़ान 16 जनवरी, 2003 को स्पेस शटल कोलम्बिया से शुरू हुई। यह 16 दिन का अंतरिक्ष मिशन था, जो पूरी तरह से विज्ञान और अनुसंधान पर आधारित था।
1 फरवरी 2003 को धरती पर वापस आने के क्रम में यह यान पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करते ही टूटकर बिखर गया। इस घटना में कल्पना के साथ 6 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों की भी मौत हो गई थी।