फारुख अब्दुल्ला को देने होंगे इन सवालों के भी जवाब

 
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्लाह का कहना है “यह कश्मीर के इतिहास का सबसे बुरा समय है.. हम फारुख अब्दुल्ला को याद दिलाना चाहते हैं कि जब वह मुख्यमंत्री हुआ करते थे उन्हीं के शासनकाल में कश्मीरी फरिस्तों द्वारा कश्मीर में हजारों हिंदुओं (कश्मीरी पंडिताें) का नरसंहार किया गया था..
5,00,000 कश्मीरी हिंदुओं को उनके घरों, उनकी सम्पत्तियों से खदेड़ दिया गया था, 20-22 हजार हिंदू महिलाओं का बलात्कार हुआ था, जानना चाहेंगे फारुख साहब उस कालखंड को किस रूप में याद करते हैं ? 
कश्मीर में फारुख अब्दुल्लाह के शासन में हिन्दू महिलाओं संग हुए अपराधों के कुछ उदाहरण..
> 1990 कश्मीर: एक स्कूल टीचर बबली रैना का उसके परिवार के सामने फरिस्तो द्वारा बलात्कार किया गया और फिर परिवार समेत उसकी हत्या कर दी गयी।
> 1990 कश्मीर: मुस्लिमों द्वारा 12 वर्षीय हिन्दू लड़की शालू बसंती का उसके पिता विजय चंद के संग HMT कोलोनी से अपहरण किया गया, पिता के सामने बच्ची का कई बार सामूहिक बलात्कार किया गया और फिर दोनों की हत्या कर दी गयी।
 > 1990 कश्मीर: मिसेज़ पॉल BSF अधिकारी की पत्नी का मुस्लिमों द्वारा अपहरण किया गया कई दिनों तक सामूहिक बलात्कार किया गया और फिर उनका शव टूटी टांगों के साथ सडक किनारे पड़ा पाया गया।
> 1990 कश्मीर: गिरजा टिक्कू एक लैब असिसटेंट थीं मुस्लिमों ने उनका अपहरण किया कई दिनों तक सामूहिक बलात्कार किया और फिर लकड़ी काटने वाली आरा मशीन से गिरजा टिक्कू के शरीर के टुकड़े कर दिए गए, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला की जब उन्हें काटा जा रहा था तब वो जीवित थी।
> 1990 कश्मीर: सरला भट श्रीनगर के अनंतनाग के मेडिकल इंस्टिट्यूट में नर्स थीं फरिस्तो ने उनका अपहरण किया कई दिनों तक सामूहिक बलात्कार किया, फिर हत्या कर शव को सडक किनारे फेंक दिया।
> 1990 कश्मीर: पर्णा गंजू का उसके पति के संग अपहरण किया गया पति के सामने ही उसके संग कई दिनों तक सामूहिक बलात्कार किया गया, फिर पति-पत्नी दोनों की हत्या कर शव नदी में फेंक दिए गये।
> 1990 कश्मीर: फरिस्तो ने सोहन लाल बारू के घर में घुसकर उनके सामने ही उनकी पत्नी विमला और छोटी बच्ची अर्चना संग सामूहिक बलात्कार किया छोटी बच्ची अर्चना ने बलात्कार के समय ही दम तोड़ दिया उसके बाद सोहन लाल और उनकी पत्नी को गोली मार दी गयी ।
कश्मीर के इतिहास में हिंदुओं संग घटित हुई ये तो बस नाम मात्र की घटनाएं हैं, वास्तव में ऐसी लाखों घटनाएं हैं जिनसे कश्मीर का इतिहास निर्दोष हिंदुओं के खून और उनकी दर्द भरी चीत्कारों से भरा पड़ा है, जिंनमे से अधिकांश घटनाएं फारुख अब्दुल्ला के शासन में घटित हुई
फारुख अब्दुल्ला से ये सवाल समूचा देश पूछना चाहता है कि उनके राज में हुआ निर्दोषों का नरसंहार कश्मीर का सुनहरा अध्याय था ? (साभार)