रविवार को बिहार की दो लड़कियों को एक महिला व उसका साथी शादी का झांसा देकर रोहतक ले आए। बाद में उनको बंधक बना लिया। वे दोनों को बेचने की फिराक में थे। दोनों लड़कियां किसी तरह उनकी गिरफ्त से भाग गईं तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने महिला और उसके साथी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आशंका है कि यहां लड़कियों को बाहर से लाकर बेचने वाला गिरोह सक्रिय है। गांधी कैंप में बंधक बनाई गई इन दोनों नाबालिग लड़कियों ने कई खुलासे किए। बाल कल्याण समिति ने दोनों लड़कियों की काउंसलिंग की। इसमें सामने आया है कि इस तरह शादी का झांसा देकर लड़कियों को लाया जाता है और फिर घरों में जबरन काम कराया जाता है।
गांधी कैंप के एक मकान में बंद दो नाबालिग लड़कियां छुटकर भाग निकली थी। बाल कल्याण समिति के चेयरमैन राज सिंह सांगवान ने दोनों लड़कियों से बातचीत की। इसके बाद पता चला कि दोनों को बिहार से लाकर बंधक बनाया गया है। इस मामले में चेयरमैन की शिकायत पर सुषमा और सुरेंद्र नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
बाल कल्याण समिति ने दोनों लड़कियों की काउंसलिंग की। इसमें लड़कियों ने बताया कि वह बिहार के मोतीहारी जिले के आदापुर की रहने वाली हैं। दोनों को शादी का झांसा देकर लाया गया है। सुरेंद्र कौन है और वह क्या करता है इस बारे में दोनों लड़कियां कोई जानकारी नहीं दे सकी। हालांकि इतना सामने आया है कि वह बिहार का ही रहने वाला है और एक गिरोह के साथ मिलकर लड़कियों की खरीद-फरोख्त का काम करता है। इसके साथ ही पुलिस सुषमा की भी कुंडली खंगालने में जुटी है कि क्या वह पहले भी इस तरह के मामलों में शामिल रही है या नहीं। फिलहाल दोनों लड़कियों की काउंसलिंग चल रही है और उनके परिजनों से भी संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।