देश में स्थिर सरकार आते ही उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की खबरों पर राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी की सफाई

राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी ने उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की खबरों पर विराम लगाते हुए अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा “मित्रों, कुछ महीनों से मैं निरन्तर देख रहा हूं कि सोशल मीडिया उत्तराखण्ड के राजनैतिक परिदृश्य पर अनेक चर्चायें हो रही हैं। विशेषकर राज्य के नेतृत्व को लेकर अनेक पोस्ट देख रहा हूँ जो कि पूर्णतः निराधार हैं। मैं ऐसी तमाम अफवाहों का सिरे से खंडन करता हूं। राज्य में प्रचंड बहुमत की स्थिर सरकार हैं।  इस जन का संकल्प उत्तराखण्ड के कायाकल्प हेतु कार्यरत है। यशस्वी मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी के नेतृत्व में सरकार राज्य की भावना के अनुरूप विकास के पथ पर बढ़ रही है। मेरी कामना है राज्य का नेतृत्व विकास के नए आयाम छुये।–अनिल बलूनी 

साथ ही उनके निजी सचिव का यह कथन भी चर्चा में है। 

01 जून 2019

 

*उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख श्री अनिल बलूनी ने जिला अधिकारी पौड़ी को पत्र लिखकर कोटद्वार की मतदाता सूची से उनका नाम उनके पैतृक ग्राम नकोट, कंडवालस्यूँ, विकासखंड कोट, पौढ़ी गढ़वाल स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है।*

*श्री बलूनी ने कहा कि शिक्षा और रोजगार के कारण भारी संख्या में उत्तराखंड से पलायन हुआ है। धीरे -धीरे गांव से प्रवासियों के संबंध खत्म हुए है, जिस कारण राज्य की संस्कृति रीति -रिवाज, बोली -भाषा भी प्रभावित हुई है जिसका संरक्षण आवश्यक है।*

*सांसद बलूनी ने कहा कि उन्होंने स्वयं अनुभव किया कि पलायन द्वारा शिक्षा, रोजगार तो प्राप्त कर सकते है, किंतु अपनी जड़ों से जुड़े रहने की कोशिश प्रत्येक प्रवासियों करनी चाहिए ताकि हमारी भाषा और संस्कृति रीति रिवाज त्योहार संरक्षित रह सकें।*

*श्री बलूनी ने कहा कि गांव से जुड़कर ही व्यवहारिक रूप से हम परिस्थितियों को समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि पलायन पर कार्य करने वाली संस्थाओं और व्यक्तियों से जुड़कर वे इस अभियान को आगे बढाएंगे।*

*सांसद बलूनी ने कहा कि उन्होंने निर्जन बौरगांव को गोद लेकर अनुभव किया कि बहुत समृद्ध विरासत की हम लोगों ने उपेक्षा की है। हमने पलायन को विकास का पर्याय मान लिया है। अगर हर प्रवासी अपने गांव के विकास की चिंता करें और गांव तथा सरकार के बीच सेतु का कार्य करें तो निसंदेह हम अपनी देवभूमि को भी सवार पाएंगे और अपनी भाषा, संस्कृति और रीति-रिवाजों को सहेज पाएंगे।*

प्रेषक
अमरेन्द्र आर्य
निजी सचिव
मा. राज्यसभा सांसद

मैं राज्यसभा सदस्य के नाते राज्य के विषयों पर निरन्तर सक्रिय हूँ साथ ही पार्टी के मीडिया प्रमुख के नाते अपने दायित्व का निर्वहन कर रहा हूँ। माननीय प्रधानमंत्री जी और आदरणीय अध्यक्ष जी द्वारा दिये गये दायित्वों का निष्ठा से निर्वहन मेरी प्राथमिकता है। ऐसे में सोशल मीडिया में राज्य के नेतृत्व के विषय मे अस्तित्वहीन और निराधार चर्चा हमारी ऊर्जा को व्यय करती है। नेतृत्व द्वारा दिये दायित्व को सभी कार्यकर्ता सफलतापूर्वक निभा रहे हैं। मेरी कामना है उत्तराखंड प्रगति करे, विकास के आयामों को छुए और जन आकांक्षाओं को पूर्ण करें ।