सत्र के नाम पर सैरगाह बनते गैरसैंण से किसका फायदा

हरीश मैखुरी

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सहित माननीय मंत्रीमंडल कार से गैरसैंण जाते तो पहाड़ों की मोटर सड़कों की स्थिति का पता भी चल जाता। एक पंथ सौ काज हो जाता। माननीयों की हवाई यात्रा से तो चिंतन भी हवाई ही हो रहा है। गैरसैंण को तत्काल स्थाई राजधानी बनाने पर निर्णय लेने की पहल की जानी चाहिए , इस समय भी भारतीय जनता पार्टी के त्रिवेन्द्र मंत्रिमंडल के पास उत्तराखंड के इतिहास की स्वर्णिम गाथा लिखने का मौका है। अन्यथा जैसे विजय बहुगुणा भराड़ीसैंण में राजधानी भवन के शिलान्यास और हरीश रावत विधान भवन बनाने के बावजूद स्थाई राजधानी की घोषणा नहीं करके जो ऐतिहासिक चूक कर गये उसका खामियाजा उत्तराखंड  की समूची पीढ़ियां तो भुगतेंगी ही हरीश रावत को भी जीवन भर यह चूक सालती रहेगी। अब ये मौका त्रिवेन्द्र सिंह रावत और उनकी कैबिनेट के हरक सिंह रावत सतपाल महाराज सुबोध उनियाल अरविंद पांडे जैसे वरिष्ठ लोगों के पास है। इसलिए समय जाया करने की बजाय ठोस निर्णय की आवश्यकता है। अन्यथा सत्र के नाम पर सैर सपाटे से उत्तराखंड को फायदा नहीं  नुकसान अधिक है। फिर भी भराड़ीसैंण में हफ्ते भर चलने वाले इस साल के आखरी सत्र में पहाड़ के हिस्से में भी कुछ निकल कर आयेगा ऐसी उम्मीद बरकरार है 

अपडेट – आज होने वाली कैबिनेट के महत्वपूर्ण फैसले-
केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट का गठन किया जाएगा
चतुर्थ वित्त आयोग की संस्तुति पर ग्राम पंचायतों को 2.5 प्रतिशत अधिक अनुदान
समाज कल्याण में अधिकारी सेवा नियमावली में संशोधन
नगर निगम एक्ट को विधानसभा में पेश किया जाएगा अब न्यूनतम 35 और अधिकतम 70 वार्ड होंगे
एमएसएमई में उद्योगों को भूमि खरीद से संबंधित बिल लाया जाएगा
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के रुद्रप्रयाग दो कार्य nim के माध्यम से कराने को मंजूरी आबकारी विधेयक को मंजूरी
नगर पालिका शिवालिक नगर के सीमा विस्तार को मंजूरी
उत्तराखंड अनुदानित निजी शिक्षण संस्थानों के लिए संसदीय कार्य मंत्री की अध्यक्षता में उप समिति का गठन वन मंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री सदस्य होंगे स्मार्ट सिटी की एसपीवी को विधि और प्रशासनिक अधिकार स्वीकृत

Harish makhuri

If the Honorable Cabinet Minister, including Chief Minister Trivandrum Singh Rawat, would have been aware of the situation, then the situation of the motor roads of the mountains could also be known. A cult becomes a hundred hinges. From the air travel of the believers, contemplation is also happening. Initiatives should be taken to make the non-violence a permanent capital, at the same time, the Trivandrum Cabinet of the Bharatiya Janata Party has a chance to write the golden saga of the history of Uttarakhand. Otherwise like Vijay Bahuguna Fodder scam, Harish Rawat will make a mistake throughout the lifetime of Harish Rawat, who will make the entire history of Uttarakhand suffer due to the historic mistake of making the historic mistake, despite the construction of the capital of the capital building and Harish Rawat. Now this opportunity is with senior people like Trivandrum Singh Rawat and his cabinet’s Harak Singh Rawat Satpal Maharaj Subodh Uniyal Arvind Pandey. Therefore, instead of time, concrete decision is required. Otherwise, Uttarakhand does not benefit from touring on the name of the session is more damaged. Still, in the last session of the week-long fiasco, something will come out in the mountainous part of this year, such a hope remains intact.