विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि

चमोली. 16 दिसम्बर,2016
रिपोर्ट- संदीप

चमोली जिले में विजय दिवस बडे धूम-धाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर देश की रक्षा करने वाले अमर शहीद सैनिकों को श्रृद्धाजंली दी गयी तथा 1971 भारत-पाक युद्ध में शामिल पूर्व सैनिको व सैनिक विधवाओं को सम्मानित किया गया। वही स्कूली छात्र-छात्राओं ने देश भक्ति, देश प्रेम, राष्ट्रीय एकता व अखण्डता पर विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुति दी। विजय दिवस के अवसर पर इस युद्ध में शामिल जिले के शहीद सिपाही स्व0 मकड़ सिंह की पत्नी श्रीमती मंगसीरी देवी, शहीद हवलदार स्व0 देवेन्द्र सिंह की पत्नी श्रीमती जानकी देवी, शहीद हवलदार स्व0 राम प्रसाद की पत्नी श्रीमती कलावती देवी तथा घायल सैनिक हवलदार दलबीर सिंह को शाॅल ओढकर सम्मानित किया गया।

जिला पंचायत सभागार गोपेश्वर में आयोजित विजय दिवस समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष संदीप रावत ने अमर शहीदों को श्रृद्वांजलि देते हुए उन्हें नमन किया तथा सभी देश वासियों को विजय दिवस की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों की जो भी समस्याऐं व कठिनाइयां है, उनकों दूर करने का हर सम्भव प्रयास किया जायेगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी आशीष जोशी ने भी अमर शहीदों को नमन करते हुए सभी को विजय दिवस शुभकामनाऐं दी। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमें शहीदों के अदम्य साहस एवं बलिदान को स्मरण कराते हुए देश सेवा के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने स्कूली बच्चों, अधिकारियों एवं समस्त नागरिकों को  को अपने-अपने क्षेत्र में अपना शत प्रतिशत योगदान देकर देश सेवा में अपना अहम योगदान देने की बात कही। जिलाधिकारी ने कहा कि शहीद सैनिकों के सम्मान में उनके गांव क्षेत्रों में किये जा रहे विभिन्न विकास योजनाओं एवं सड़कों का नाम शहीद सैनिकों की स्मृति में रखने का कार्य किया जा रहा है।

कर्नल डीएस बत्र्वाल ने कहा कि 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना के सभी अंगों के उन वीर पराक्रमी जवानों के प्रति आत्मिक सम्मान और गौरव व्यक्त करने का यह महान अवसर है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर देश के मान-सम्मान की रक्षा का संकल्प लेने के साथ ही आकस्मिक परिस्थितियों में सबसे विश्वसनीय सहायक की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि देश की आन-बान और शान की रक्षा के लिए समर्पित सेना के प्रत्येक जवान और शहीद पर राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को गर्व है।

जिला सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास अधिकारी कर्नल नवीन डबराल ने बताया कि 1971 भारत-पाक युद्ध में देश के वीर सैनिकों ने अदम्य शौर्य का परिचय देते हुए दुश्मन देश के 93 हजार से अधिक सैनिकों को आत्मसमर्पण करने को मजबूर कर दिया था। 14 दिनों तक चले इस भीषण युद्ध में भारतीय सेना के 3 हजार 9 सौ के लगभग सैनिक शहीद तथा ढाई हजार के लगभग सैनिक घायल हुए थे। इस युद्ध में मिली ऐतिहासिक विजय को हर वर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस युद्ध के परिणाम स्वरूप ही विश्व में एक नये देश बांग्लादेश का उदय हुआ। उन्होंने बताया कि इस युद्व में जिले के 44 सैनिक शहीद हुए जबकि 19 सैनिक घायल हुए थे तथा अदम्य साहस एवं वीरता का परिचय देने वाले जिले के 11 सैनिकों को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों, सैनिक विधवाओं तथा उनके आश्रितों हेतु संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी।