आज का पंचाग आपका राशि फल, प्रतिशोध क्रोध और रोष अंततोगत्वा अपनी ही छति करता है

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉 सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग-सोमवार, ०४ मार्च २०२४

सूर्योदय: 🌄 ०६:५१, सूर्यास्त: 🌅 ०६:२७

चन्द्रोदय: 🌝 २६:३७, चन्द्रास्त: 🌜११:३७

अयन 🌘 उत्तरायणे (दक्षिणगोलीय)ऋतु: 🌳 वसंत। 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 फाल्गुन, पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 अष्टमी (०८:४९ से नवमी)

नक्षत्र 👉 ज्येष्ठा (१६:२१ से मूल)

योग 👉 वज्र (१६:०६ से सिद्धि)

प्रथम करण 👉 कौलव (०८:४९ तक)

द्वितीय करण 👉 तैतिल (२०:३२ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 कुम्भ 

चंद्र 🌟 धनु (१६:२१ से)

मंगल 🌟 मकर (उदित, पूर्व, मार्गी)

बुध 🌟 कुम्भ (अस्त, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र 🌟 मकर (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

राहु 🌟 मीन 

केतु 🌟 कन्या  

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०५ से १२:५२

अमृत काल 👉 ०७:२४ से ०९:०२

विजय मुहूर्त 👉 १४:२५ से १५:१२

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:१५ से १८:४०

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:१८ से १९:३२

निशिता मुहूर्त 👉 २४:०३ से २४:५३

राहुकाल 👉 ०८:०७ से ०९:३४

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 ११:०१ से १२:२९

होमाहुति 👉 राहु (१२:४४ तक)

दिशाशूल 👉 पूर्व

नक्षत्र शूल 👉 पूर्व (१६:२१ तक)

अग्निवास 👉 पाताल (०८:४९ से पृथ्वी)

चन्द्रवास 👉 उत्तर (पूर्व १६:२१ से) 

शिववास 👉 गौरी के साथ (०८:४९ से सभा में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – अमृत २ – काल

३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर

७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – चर २ – रोग

३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ

७ – अमृत ८ – चर

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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सीताष्टमी (जानकी जन्मोत्सव), कालयुक्त नामक संवत्सर प्रवेश ०७:११ पर, विवाह मुहूर्त तुला-वृश्चिक लग्न (रात्रि १०:३७ से मध्यरात्रि ०२:०६), मकर-कुम्भ लग्न (अंतरात्रि ०४:१० से ०६:५०) तक, चूड़ाकर्म संस्कार मुहूर्त प्रातः ०६:५१ से ०८:१६ तक, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०९:४४ से ११:११ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १६:२१ तक जन्मे शिशुओ का नाम ज्येष्ठा नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (यी, यू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम मूल नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (ये, यो, भ) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

कुम्भ – २९:४५ से ०७:११

मीन – ०७:११ से ०८:३४

मेष – ०८:३४ से १०:०८

वृषभ – १०:०८ से १२:०३

मिथुन – १२:०३ से १४:१८

कर्क – १४:१८ से १६:३९

सिंह – १६:३९ से १८:५८

कन्या – १८:५८ से २१:१६

तुला – २१:१६ से २३:३७

वृश्चिक – २३:३७ से २५:५६

धनु – २५:५६ से २८:००

मकर – २८:०० से २९:४१

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०६:३९ से ०७:११

मृत्यु पञ्चक – ०७:११ से ०८:३४

रोग पञ्चक – ०८:३४ से ०८:४९

शुभ मुहूर्त – ०८:४९ से १०:०८

मृत्यु पञ्चक – १०:०८ से १२:०३

अग्नि पञ्चक – १२:०३ से १४:१८

शुभ मुहूर्त – १४:१८ से १६:२१

रज पञ्चक – १६:२१ से १६:३९

शुभ मुहूर्त – १६:३९ से १८:५८

चोर पञ्चक – १८:५८ से २१:१६

शुभ मुहूर्त – २१:१६ से २३:३७

रोग पञ्चक – २३:३७ से २५:५६

शुभ मुहूर्त – २५:५६ से २८:००

मृत्यु पञ्चक – २८:०० से २९:४१

अग्नि पञ्चक – २९:४१ से ३०:३८

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन विविध समस्याए खड़ी होंगी। जिस कार्य को सुधारने पर जोर देंगे उसे छोड़ अन्य बिगड़ेगा इसी आपाधापी में मानसिक संतुलन खराब रहेगा। कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय मंदा रहेगा मध्यान एवं संध्या का समय ही थोड़ा बहुत लाभ दिलायेगा इसके अतिरिक्त समय मे खाली दिमाग रहने के कारण उलजुलूल विचार आएंगे। पैतृक करणो से कोई न कोई समस्या लगी रहेगी अथवा पैतृक संसाधनों की कमी के कारण भाग्य को कोसेंगे। धर्म कर्म में निष्ठा कल की तुलना में कम रहेगी। परिजनों से भी बात बात पर टोका टाकी के कारण नाराजगी होगी। संध्या बाद राहत भरे समाचार मिलेंगे।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन दामपत्य जीवन एवं व्यावसायिक उलझनों की कठिनायों को लेकर परेशान रहेंगे। दिन का आरंभ किसी शुभ समाचार से होगा इसका असर मध्यान तक प्रसन्न रखेगा। कार्य व्यवसाय में भी आज नियमितता नही रहेगी धन लाभ के लिये बाजार का मुह ताकना पड़ेगा लेदेकर जो होगा वही भी ना काफी। पिता के सहयोग से बिगड़े काम बन सकते है लेकिन किसी ना किसी कारण से पैतृक सुख की कमी रहेगी। संध्या के आसपास परिवार में बीमारी अथवा दुर्घटना के कारण उदासीनता आएगी। आवश्यक कार्य संध्या तक कर ले इसके बाद व्यवधान आने लगेंगे।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आपका मन व्यर्थ के कार्यो में रहने के कारण अपने उद्देश्य से भटक सकते है। बुद्धि विवेक रहने के बाद भी स्वार्थ सिद्धि के लिये निषेधात्मक कार्य करने से भी परहेज नही करेगे। व्यावसायिक क्षेत्र पर अधूरे कार्यो को पूर्ण करने में मध्यान निकल जायेगा धन लाभ के लिये जल्दबाजी करेंगे लेकिन होगा संध्या के आस-पास ही संध्या बाद अनुकूलता आने लगेगी अकस्मात धन लाभ होगा अथवा होनी की संभावना पक्की होगी। महिलाए पैतृक बातो को बढ़ा चढ़ाकर पेश करेंगी। सर्दी जुखाम से सेहत नरम बनेगी।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन मध्यम फलदायी रहेगा दिन के आरंभिक भाग में घरेलू व्यस्तता के चलते अन्य कामो में फेर बदल करना पड़ेगा। आज मध्यान तक का समय लगभग व्यर्थ में ही खराब होगा इसके बाद से संध्या तक कार्य व्यवसाय में अकस्मात तेजी आएगी। जोखिम वाले कार्यो अथवा जिन कमो को करने से डरेंगे उन्ही से लाभ की संभावना अधिक रहेगी। धन लाभ असमय होने पर अधिक महत्त्व नही रखेगा। विद्यार्थियो को अध्ययन अथवा प्रतियोगी परीक्षा में परेशानी आएगी। सेहत छोटी मोटी बातो को छोड़ सामान्य रहेगी।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन भी प्रतिकूल फलदायी रहेगा। महिलाओं को आज बर्ताव में विशेष सावधान रहने की आवश्यकता है ईर्ष्यालु स्वभाव के कारण अन्य लोगो से दूरी बढ़ेगी। आज आपको राह दिखाने वाले भी नाराज होंगे। कार्य क्षेत्र पर धन संबंधित लेन देन के कारण कहासुनी होने की सम्भावना है। विरोधी प्रबल रहेंगे किसी परिजन से भी व्यवसाय संबंधित बात ना बताये अन्यथा नई मुसीबत खड़ी होगी। मध्यान बाद तक का समय व्यर्थ भागदौड़ में बीतेगा संध्या बाद विवेक जाग्रत होने पर थोड़ी राहत मिलेगी। धन लाभ की संभावना बहुत कम है।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन धन लाभ वाला है दिन के आरंभ से ही इसके प्राप्ती के लिये योजनाए बनाएंगे होगा अवश्य लेकिन थोड़े विलम्ब से एवं रोकना भी असंभव ही रहेगा आते ही जाने के रास्ते बना लेगा। कार्य व्यवसाय से कुछ समय के लिये ही लाभ मिल सकेगा अधिकांश समय खाली जाएगा। नौकरी वालो को भागदौड़ का आशाजनक परिणाम मिल सकेगा। विरोधी वर्ग शांत रहेंगे लेकिन सांध्य के आसपास किसी ना किसी से व्यर्थ की बातों पर तकरार होने की संभावना है। घर के बुजुर्ग एवं बच्चे एक मत रहेंगे। कामना पूर्ति ना होने पर क्रोध में अनाप शनाप बोलेंगे।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन से आपको मिला जुला फल मिलेगा। दिन के आरंभ में चुस्ती रहेगी लेकिन कार्य केवल अपने स्वार्थ वाले ही करेंगे या अपनी पसंद के ही। कार्य व्यवसाय में आज अन्य दिनों की तुलना में अधिक परिश्रम करना पड़ेगा परन्तु लाभ आशा से कम मिलने की संभावना है धन लाभ व्यवहारिकता के बल पर ही काम चलाऊ होगा इसलिए जिद्दी स्वभाव से बचे। घर के सदस्य आपके व्यवहार से परेशान होंगे। सरकारी अथवा कागजी कार्य अधूरे रहेंगे व्यर्थ में समय बर्बाद ना करें। सेहत कुछ समय के लिये खराब होगी।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज आपके ऊपर चंचलता हावी रहेगी। बोलने से पहले विचार करें अन्यथा अवश्य ही किसी न किसी से बिना बात का झगड़ा मोल लेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज लाभ हानि की परवाह किये बिना जल्दबाजी एवं मनमर्जी से निर्णय लेंगे फिर भी आज धन लाभ अवश्य ही होगा लेकिन सहकर्मियों को परेशान करने के बाद ही। नौकरी वाले लोग भाग दौड़ के पक्ष में नही रहेंगे इस कारण अधिकारियो से कहा सुनी हो सकती है। परिजन आपके बिगड़े कार्यो को सुधारने में सहयोग करेंगे। ठंडी वस्तुओ से परहेज करें।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन भी कुछ ना कुछ हानि कराएगा अथवा पूर्व में हुई हानि की भरपाई में ही बीतेगा। दिन के आरंभ से मध्यान तक परिश्रम में कमी नही रखेंगे फिर भी कुछ लाभ ना मिलने पर क्रोध आएगा। जिससे सहयोग की उम्मीद रखेंगे वही अंत समय मे टालमटोल करेगा। किसी अन्य के ऊपर निर्भर ना रहे अन्यथा निराश ही होना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय की स्थिति डांवाडोल रहेगी। लाभ के सौदे हाथ लगेंगे लेकिन किसी ना किसी कमी के कारण आज इनका फायदा नही उठा सकेंगे। पारिवारिक वातावरण भी अस्त व्यस्त रहेगा। महिलाए सारा बोझ अपने ऊपर आने से चिड़चिड़ी रहेंगी 

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन भी आशानुकूल रहेगा आज आपको पुराने कार्यो अथवा पुराने परिचितों के मार्गदर्शन से लाभ होगा। कार्य क्षेत्र अथवा प्रतियोगिता में उतारचढ़ाव के बाद भी अन्य प्रतिस्पर्धी की तुलना में आपको अधिक सफलता मिलेगी। धन लाभ के लिये अनैतिक मार्ग भी अपना सकते है। सरकार संबंधित कार्य खर्च करने के बाद ही पूर्ण होंगे। परिजन एवं बाहरी लोग आपकी व्यवहारिकता से प्रसन्न रहेंगे लेकिन अकस्मात क्रोध आने पर आस पास का वातावरण कुछ समय के लिये खराब भी होगा। संध्या बाद आत्म संतोष रहेगा।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज मध्यान तक का समय सामान्य रहेगा इसके बाद किसी सोचे कार्य को लेकर व्यस्त हो जाएंगे। मन मे यात्रा की योजना भी लगी रहेगी टालते हुए भी लेकिन अकस्मात ही करनी पड़ेगी। कार्य व्यवसाय में उतारचढ़ाव लगा रहेगा दोपहर बाद कुछ समय के लिये स्थिरता आएगी धन लाभ हिने पर दिन भर की पूर्ति कर लेंगे। सहकर्मी मनमाना व्यवहार करेंगे जिससे अधिकांश कार्य स्वय के बल पर ही करने पड़ेंगे। धन संबंधित समस्या कुछ हद तक सुलझेगी उधारी के व्यवहार ना चाहकर भी बनाने पड़ेंगे। परिवार में आंतरिक मतभेद रहेंगे लेकिन दर्शाएंगे नही। सेहत में थोड़ा बहुत विकार आएगा।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन बीते कल की तुलना में थोड़ा अस्त व्यस्त फिर भी लाभदायक ही रहेगा। दिन के आरंभ में जिस काम मे जुट जाएंगे उसे मध्यान तक पूर्ण करके ही दम लेंगे। भाग्य का साथ भी अन्य दिनों की तुलना में अधिक रहने से ज्यादा मशक्कत नही करनी पड़ेगी। लेकिन सभी सोचे कार्य भी पूर्ण करना सम्भव नही होगा एक आध में ही पूर्ण सफलता मिल सकेगी। धर्म कार्य परोपकार की भावना रहेगी लेकिन इसके लिये समय मुश्किल से ही निकलेगा। परिवार में आकस्मिक खर्च बढ़ने से असुविधा होगी फिर भी तालमेल बना लेंगे।〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏

जिन लोगों का दिमाग ठीक प्रकार से काम नहीं करता, उसमें खराबी होती है, *”जैसे पत्थर मारना, बिना कारण गाली देना, अकेले ही कुछ न कुछ बोलते रहना आदि, ऐसी असामान्य क्रियाएं करते हैं।”* इन असामान्य क्रियाओं को करने के कारण लोगों को उन पर संशय हो जाता है। लोग ऐसा सोचते हैं, कि *”पता नहीं यह व्यक्ति कब हम पर आक्रमण कर दे? न जाने कब हमें पत्थर मारने लगे? कब हमारा गला घोंट दे? या कोई और हानि कर दे?”* इस प्रकार की आशंका जिन लोगों पर हो जाती है, *”उन्हें ‘मानसिक रोगी या पागल’ माना जाता है, और उन्हें मानसिक रोगियों के अस्पताल में = पागलखाने में भेज दिया जाता है।”* वहां उनकी चिकित्सा चलती है। *”इन्हें तो सभी जानते हैं, कि ये लोग ‘पागल’ हैं।”*
परंतु दिनभर सामान्य क्रियाएं करने वाले लोग (आम आदमी) भी जब कुछ देर के लिए क्रोध में आ जाते हैं, तब उनकी क्रियाएं भी असामान्य हो जाती हैं। *”वे भी जोर-जोर से चिल्लाने लगते हैं, शांति से बात नहीं करते, बर्तन या जो भी वस्तु हाथ में आ जाए, उसी को उठा उठा कर फेंकते हैं। अनियंत्रित भाषा बोलते हैं। गालियां भी देते हैं।”* ये सारे लक्षण भी असामान्य क्रियाओं के हैं। और पागलपन की भी यही परिभाषा है, कि *”असामान्य क्रियाएं करना पागलपन है।”* तो ऐसा समझना चाहिए, *”जब कोई व्यक्ति क्रोध में आकर ऊपर बताई असामान्य क्रियाएं करता है, तो उतनी देर के लिए वह भी ‘पागल ही होता है।’ जितनी देर तक उसे क्रोध दबाए रखता है, उतने समय में उसका भी कोई भरोसा नहीं होता, कि वह कब कौन सा ग़लत कदम उठा दे? तब बुद्धि ठीक प्रकार से काम नहीं करती।”* इसलिए क्रोध करने से बचना चाहिए। क्योंकि यह भी *”कुछ देर का पागलपन”* ही है। *”और जल्दी जल्दी तथा बार-बार क्रोध करने से व्यक्ति पूरी तरह से पागल हो भी जाता है।”*
*”जब क्रोध दूर हो जाता है, मन शांत हो जाता है, तब बुद्धि ठीक काम करती है।”* और फिर व्यक्ति को पश्चाताप भी होता है, कि *”मैंने ऐसी मूर्खता क्यों की? ऐसी क्रियाएं क्यों की? मैंने ऐसी भाषा क्यों बोली?”* तो ऐसी स्थिति से बचने के लिए, पश्चाताप से बचने के लिए, कुछ देर के पागलपन से बचने के लिए, यह आवश्यक है कि *”आप सावधान रहें। क्रोध न करें। प्रतिदिन सुबह उठकर पहला संकल्प यही करें, कि “दिनभर के व्यवहार में चाहे जो कुछ भी हो जाए, मैं किसी भी स्थिति में क्रोध नहीं करूंगा। शांति से बात करूंगा। दूसरे व्यक्ति को समझाने का प्रयास करूंगा। यदि वह मेरी बात ठीक से समझ लेगा, तो ठीक है। यदि नहीं समझेगा, तब भी मैं क्रोध नहीं करूंगा, और उस परिस्थिति को सुधारने के लिए जो भी अगला उचित कदम उठाना होगा, उसे शांतिपूर्वक बुद्धिपूर्वक ही उठाऊंगा।”* ऐसा करने से *”आपका मन बुद्धि शांत रहेगा। आपका क्रोध पर नियंत्रण बना रहेगा। आप पश्चाताप करने की स्थिति से बच सकेंगे। स्वस्थ रहेंगे, प्रसन्न रहेंगे, और आनंद से अपना जीवन जी सकेंगे।”*
*”यदि आपने अपने क्रोध पर नियंत्रण नहीं किया, तो आपका क्रोध आप पर ही नियंत्रण कर लेगा।”* और तब *”यदि क्रोध में आकर आप ने कुछ बड़ा गलत कदम उठा दिया, तो कभी ऐसा न हो कि लोग आपको भी पागलखाने में या जेल में पहुंचा दें।”* क्योंकि ऐसी घटनाएं भी संसार में कभी-कभी देखने को मिलती हैं।
*”अभी कुछ दिन पहले एक घटना सुनने को मिली। लगभग एक वर्ष का कोई छोटा बच्चा रो रहा था। उसकी मां लगभग 100 मीटर दूर कुछ काम से गई थी। बच्चा पिता के पास था। पिता ने बच्चे को रोने से चुप कराने का बहुत प्रयास किया, परंतु वह सफल नहीं हुआ, और क्रोध में आकर उसने बच्चे की गर्दन मरोड़ दी, तथा बच्चे को मार दिया।”*
*”यदि क्रोध में आकर इस प्रकार के काम करेंगे, तो वही परिणाम होगा। या तो लोग आपको पागलखाने भेज देंगे, या न्यायालय आपको जेल भेज देगा।” “इसलिए सावधानी का प्रयोग करें। क्रोध करने से बचें, और बुद्धिमत्तापूर्वक अपना जीवन आनंद से जिएं।”*
*”न्याय पूर्वक अधिकारी व्यक्ति, अपराधी को दंड दे सकता है।”* इस बात का विरोध हम नहीं कर रहे। *”जैसे न्यायालय में न्यायाधीश अपराधियों को दंड देते हैं। वे क्रोध में आकर दंड नहीं देते। बल्कि पूरे होशो-हवास में रहकर उचित न्याय पूर्वक देते हैं। इस का नाम वेदों में ‘मन्यु’ है, क्रोध नहीं।” “मन्यु करने का विधान वेदों में है, क्रोध करने का नहीं। ऐसा मन्यु तो ईश्वर भी करता है। वह भी अपराधियों को उनके अपराध के अनुसार छोटे बड़े अनेक प्रकार के दंड देता है। संसार में लाखों प्राणी हैं। ये सब ईश्वर के मन्यु का ही उदाहरण हैं।”*
—- *”स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक, निदेशक – दर्शन योग महाविद्यालय, रोजड़, गुजरात.”*