आज का पंचाग आपका राशि फल, जब चित्रगुप्त ने भगवान राम के राजतिलक पर लेखनी परे रख दी, खतरनाक है रिफाईन्ड तेल जाने इसका घिनौना और नंगा सच, यूरोपीय देशों ने किया जनशक्ति आयात नीति में परिवर्तन

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉 सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻सोमवार, १३ नवम्बर २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:४७

सूर्यास्त: 🌅 ०५:३३

चन्द्रोदय: 🌝 ❌❌❌

चन्द्रास्त: 🌜१७:१३

अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🗻 हेमन्त 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 कार्तिक 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 अमावस्या (१४:५६ से प्रतिपदा)

नक्षत्र 👉 विशाखा (२७:२३ से अनुराधा)

योग 👉 सौभाग्य (१५:२३ से शोभन)

प्रथम करण 👉 नाग (१४:५६ तक)

द्वितीय करण 👉 किंस्तुघ्न (२६:५० तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 तुला 

चंद्र 🌟 वृश्चिक (२१:१७ से)

मंगल 🌟 तुला (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 वृश्चिक (अस्त, पूर्व, वक्री)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)

शुक्र 🌟 कन्या (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मीन 

केतु 🌟 कन्या 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३९ से १२:२२

अमृत काल 👉 १८:२३ से २०:०१

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 २७:२३ से ३०:४१

विजय मुहूर्त 👉 १३:४८ से १४:३१

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२२ से १७:४८

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:२२ से १८:४२

निशिता मुहूर्त 👉 २३:३५ से २४:२८

राहुकाल 👉 ०८:०० से ०९:२०

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 १०:४१ से १२:०१

होमाहुति 👉 सूर्य

दिशाशूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 आकाश (१४:५६ से पृथ्वी)

चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर २१:१८ से)

शिववास 👉 गौरी के साथ (१४:५६ से श्मशान में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – अमृत २ – काल

३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर

७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – चर २ – रोग

३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ

७ – अमृत ८ – चर

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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देव पितृ कार्ये सोमवती अमावस्या आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २७:२३ तक जन्मे शिशुओ का नाम विशाखा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ती, तू, ते, तो) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम अनुराधा नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (ना) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

तुला – २८:४० से ०७:०१

वृश्चिक – ०७:०१ से ०९:२१

धनु – ०९:२१ से ११:२४

मकर – ११:२४ से १३:०५

कुम्भ – १३:०५ से १४:३१

मीन – १४:३१ से १५:५४

मेष – १५:५४ से १७:२८

वृषभ – १७:२८ से १९:२३

मिथुन – १९:२३ से २१:३८

कर्क – २१:३८ से २४:००

सिंह – २४:०० से २६:१८

कन्या – २६:१८ से २८:३६

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पञ्चक रहित मुहूर्त

मृत्यु पञ्चक – ०६:४० से ०७:०१

अग्नि पञ्चक – ०७:०१ से ०९:२१

शुभ मुहूर्त – ०९:२१ से ११:२४

रज पञ्चक – ११:२४ से १३:०५

शुभ मुहूर्त – १३:०५ से १४:३१

चोर पञ्चक – १४:३१ से १४:५६

रज पञ्चक – १४:५६ से १५:५४

अग्नि पञ्चक – १५:५४ से १७:२८

शुभ मुहूर्त – १७:२८ से १९:२३

रज पञ्चक – १९:२३ से २१:३८

शुभ मुहूर्त – २१:३८ से २४:००

चोर पञ्चक – २४:०० से २६:१८

शुभ मुहूर्त – २६:१८ से २७:२३

रोग पञ्चक – २७:२३ से २८:३६

शुभ मुहूर्त – २८:३६ से ३०:४१

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आज का राशिफल

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन आप जिस भी कार्य को करने का मन बनायेगे उसी में भ्रम की स्थित रहेगी कार्य आरंभ होने के बाद भी कोई ना कोई टांग अढायेगा लेकिन जिस बीबी कार्य को करें एकाग्र होकर लगे रहे विजय अवश्य मिलेगी। कार्य व्यवसाय की मध्यान तक धीमी रहेगी धन लाभ को लेकर चिंतित रहेंगे मध्यान बाद अकस्मात लाभ के सौदे मिलने से धन की आमद निश्चित होगी लेकिन तुरंत नही होगा जबरदस्ती भी ना करें अन्यथा हाथ आया भी निकल सकता है। गृहस्थ का वातावरण ठीक ठाक ही रहेगा लेकिन घरेलू सुख सुविधा संघर्ष के बाद ही जुटा पाएंगे। शत्रु पक्ष अथवा प्रतिस्पर्धियों के प्रति ढुलमुल रवैया आगे हानि का कारण बन सकता है इसका ध्यान रहे। पिता की सेहत को लेकर चिंतित रह सकते है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आशानुकूल रहेगा धन का खर्च विशेष रहेगा फिर भी सुख सुविधाओं में कुछ ना कुछ वृद्धि ही होगी। काम धन्धा आज ज्यादा बेहतर तो नही चलेगा फिर भी दैनिक खर्च आसानी से निकल जाएंगे। कार्य क्षेत्र पर नौकरी वालो के लिये कोई नई मुसीबत बढ़ने से मानसिक तनाव में रहेंगे। घर के सदस्यों का व्यवहार स्वार्थ सिद्धि से भरा रहेगा इच्छा पूर्ति करते रहने तक ही मीठा व्यवहार करेंगे माता अथवा पति-पत्नी में व्यवहारिकता की कमी रहेगी छोटी सी बात को प्रतिष्ठा से जोड़ने पर कलह होने की संभावना है। सरकारी कार्यो में आकस्मिक लाभ होने की संभावना है। व्यसन दुराचरण से बचे मान हानि हो सकती है। सेहत संबंधित शिकायत खान पान में संयम ना रखने पर ही होगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से निराश करने वाला रहेगा धन की आमद बुद्धि बल का प्रयोग करने पर ही होगी लेकिन क्रोध पर नियंत्रण ना रहने के कारण स्वयं ही अपना नुकसान कर लेंगे। बुद्धि विवेक आज प्रखर रहेगा लेकिन फिर भी धन संबंधित कार्यो में निराशा ही मिलेगी। घर के सदस्यों को छोड़ अन्य सभी लोग अपनी समस्याओं को लेकर आएंगे। अति आत्मविश्वास की भावना आज हानि करा सकती है इसका भी ध्यान रखें खास कर कर्क एवं कुम्भ राशि के लोगो से बच कर रहे अपने कार्य निकालने के लिये आपको परेशानी में डाल सकते है। जोड़ो में दर्द अथवा पेट संबंधित शिकायत हो सकती है।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आपको मौन रहकर बिताने की सलाह है। किसी को भी बिना मांगे सलाह भूल कर भी ना दें अन्यथा लेने के देने पड़ सकते है। घर का माहौल छोटी सी बात पर उग्र होगा खास कर पति-पत्नी के बीच झगड़ा होने के प्रबल योग है संतान अथवा अन्य अनैतिक कार्य इसका कारण बनेंगे। कार्य क्षेत्र पर जिस कार्य से लाभ की उम्मीद लगाएंगे उसी में हानि होगिनिस्के विपरीत जहां से कोई उम्मीद नही रहेगी वहां से खर्च चलाना पड़ेगा। संताने मनमानी करेंगी नजर बनाए रखें सार्वजनिक क्षेत्र पर सम्मान हानि भी हो सकती है। धन लाभ किसी न किसी रूप में अवश्य होगा लेकिन झंझटो के बाद ही। रक्त पित्त संबंधित शिकायत हो सकती है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन आपकी दिनचर्या पिछले दिनों की अपेक्षा बेहतर रहेगी। दिन के आरंभ में कार्यो के गलत दिशा लेने से गुस्सा आएगा लेकिन स्वतः ही ठीक हो जाएंगे। कई दिनों से जिस कार्य मे लगे है उसकी सफलता के नजदीक पहुचने से उत्साहित होंगे परन्तु आज पूर्ण सफलता संदिग्ध ही रहेगी निष्ठा से लगे रहे निकट भविष्य में धन और सम्मान दोनो मिलने वाले है। नौकरी पेशाओ पर अधिकारियों का भरोसा बढ़ने से अपनी अनैतिक मांगे मनवाने की तिकडम लगाएंगे परिस्थिति अनुसार इसमे आज नही तो कल सफलता मिल जाएगी। आज धन की आमद होते होते कई व्यवधान आएंगे फिर भी खर्च लायक मिल जाएगी। परिवार में मौसमी बीमारी के प्रकोप के कारण परिजन दैनिक कार्यो के लिये एक दूसरे पर आश्रित रहेंगे जिससे थोड़ी अव्यवस्था फैलेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आप पूर्व में कई गई अपनी ही किसी गलती को लेकर शर्मिंदा होंगे। व्यवहारिकता की कमी और अहम की भावना आपसी संबंधों में खटास लाएगी। घर को छोड़ अन्य सभी जगह सम्मान में कमी का अनुभव करेंगे। आज किसी से भी बात करते समय हद पार ना करें अन्यथा लोगो मे आपके प्रति गलत धारणा बनेगी। कार्य व्यवसाय से लाभ की उम्मीद जागेगी लेकिन अंत समय मे निराशा में बदल जाएगी। लोग आपसे केवल अपना काम निकालने के लिये ही व्यवहार रखेंगे। खर्चो पर भी नियंत्रण रखें भावुकता में आवश्यकता से अधिक खर्च करेंगे बाद में आर्थिक संतुलन बिगड़ेगा। पति-पत्नी में थोड़ी बहुत कहासुनी के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। जोड़ो में दुर्बलता महसूस करेंगे।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आपका व्यक्तित्त्व निखरा हुआ रहेगा लेकिन स्वभाव में जिद और अकड़ रहने के कारण कोई भी आपसे अपने मन की बात बोलने से कतरायेगा। दिन के आरंभ में आलस्य रहेगा फिर भी मन ही मन नौकरी व्यवसाय संबंधित तिकडम लगी रहेगी। कार्य व्यवसाय में पुरानी योजनाओ से धन लाभ होगा लेकिन भाग्य पक्ष कमजोर होने के कारण कुछ ना कुछ कमी अनुभव करेंगे आज नए कार्य अनुबंध भी मिलने की सम्भवना है। धन धार्मिक अथवा परोपकार के कार्यो पर खर्च होगा। घर परिवार में वातावरण असामान्य रहेगा पत्नी की उम्मीदों का हनन करना महंगा पड़ सकता है। माता से भी संबंध में चंचलता आएगी। मूत्राशय संबंधित समस्या रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन आपकी सोच के एकदम विपरीत रहेगा सोचेंगे कुछ होगा उसका उल्टा ही। मानसिक रूप से भी अंदर ही अंदर से जले भुने रहेंगे आवश्यकता होने पर भी अहम के कारण किसी की सहायता अथवा सलाह लेना पसंद नही करेंगे। लाभ की संभावनाए बनेगी अवश्य लेकिन आर्थिक हानि के डर से जोखिम नही लेंगे फलस्वरूप खर्च निकालने के लिये भी अन्य लोगो का मुह ताकना पड़ेगा। शत्रुओ पर पकड़ बनी रहेगी आपके आगे कोई सर नही उठायेगा फिर भी इसे अनदेखा न करें आपके संपर्क को लोभ देकर अपने पक्ष में कर सकते है सतर्क रहें वरना बाद में पछताना पड़ेगा। सेहत और गृहस्थ दोनो में उतार चढ़ाव लगे रहेंगे।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन अनिर्णय की स्थित किसी भी कार्य को समय पर होने से रोकेगी। मेहनत करने के पक्ष में आज बिल्कुल नही रहेंगे इसके विपरीत महात्त्वकांक्षाये सामर्थ्य से अधिक रहेंगी। आलस्य प्रमाद में कार्यो को आगे के लिये टालेंगे बाद में सर पर आने पर जो भी निर्णय लेंगे अधिकांश तह जल्दबाजी में ही होंगे जिससे कोई न कोई भूल होगी। काम धंधा सामान्य रहने पर भी अपनी ही गलतियों के कारण जिस लाभ के अधिकारी है उससे वंचित रह जाएंगे। अविवाहितों को योग्य साथी मिलेगा लेकिन यहाँ भी असमंजस की स्थित के कारण बात बिगड़ ना जाये इसके लिये आज निर्णय ना ले तो ही बेहतर रहेगा। धन हाथ मे नही रुकेगा। सेहत के ऊपर खर्च होगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन आपके लिये सफलता दयाक तो रहेगा लेकिन आज आप अपनी ही किसी गलती से परेशानी को न्योता देंगे। दिन के आरंभ में जिस भी कार्य की रूप रेखा बनाएंगे मध्यान बाद तक ले देकर उसे पूरा कर ही लेंगे। व्यवसाय में जटिल समस्याए किसी वरिष्ठ व्यक्ति के परामर्श से सुलझेंगी। धन की आमद निश्चित होगी इसमे थोड़ा विलंब होने पर निराश ना हो। माता अथवा चल संपत्ति संबंधित सुखों में कमी देखने को मिलेगी। शत्रु पक्ष से कहासुनी भी हो सकती है मामला गंभीर होने की जगह तुरंत शांत भी हो जाएगा। परिवार में भाई बहनों को छोड़ अन्य सभी से विचार मेल नही खाएंगे। सेहत लगभग सामान्य ही रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन आपका मन इधर उधर की बातों में अधिक रहेगा। एक काम करते हुए भी दिमाग अन्य जगह रहने पर कुछ त्रुटि होने की संभावना है। कार्य व्यवसाय से जितनी आशा लगाकर रहेगें उतना लाभ नही मिल पायेगा। धन की आमद होते होते किसी स्वजन परिचित की गलती से आगे के लिये टलेगी। नौकरी पेशा लोग सहकर्मियों के ऊपर अधिक निर्भर रहेंगे जाना बूझ कर अपना काम अन्य के ऊपर सरकाएँगे। भाई बंधुओ से आपसी तालमेल की कमी रहेगी आपके विचारों के उलट कार्य करने पर बहस भी हो सकती है लेकिन संतान सहयोगी बनने पर राहत मिलेगी। आरोग्य में कमी अनुभव करेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आरम्भ से ही सेहत में उतार चढ़ाव लगा रहेगा इस वजह से दिनचर्या भी अस्त व्यस्त रहेगी। आप आज जहां भी जाएंगे या उठ बैठ करेंगे वही आलस्य प्रमाद फैलाएंगे। कार्य व्यवसाय को लेकर गंभीर तो रहेंगे लेकिन आर्थिक कमी के चलते विचार सिरे नही चढ़ पाएंगे। नौकरी पेशा जातक सब सुविधा मिलने पर भी प्रतिष्ठा की चाह ने अथवा अन्य किसी न किसी कारण से परेशान ही रहेंगे। व्यवसायी वर्ग को धन लाभ जुगाड़ करने पर अवश्य होगा लेकिन धन को रोक नही पाएंगे अनर्गल कार्यो में खर्च हो जाएगा। परिवार में किसी पुराने आपसी विवाद अथवा शत्रु पक्ष के कारण बेचैनी का वातावरण रहेगा। कल दे परिस्थिति बदलने लगेगी महत्त्वपूर्ण निर्णय आज ना लें।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏

*रिफाईन्ड तेल का घिनौना, काला और नंगा सच.!*

*अब तो आपको विश्वास हो गया होगा, फार्च्यून कम्पनी के रिफाइंड तेल का प्रचार करने वाले मशहूर क्रिकेटर सौरभ गांगुली के हार्ट अटैक के बारे में.?*

*उनकी एंजियोप्लास्टी हो गई और फार्च्यून रिफाइंड तेल उनको नहीं बचा पाया।*

*सावधान मित्रों,*

*विशेषकर फौजी कैंटीन सुविधा उठाने वालों, बिग बाजार और इज़ी डे जैसी माल से खरीदने वालों और खुद किराना दुकानदारों एवं मिडल क्लास परिवारों के लिये।*

*एक बार जरूर पढ़ें, आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे, आंखे खुली की खुली रह जायेंगी क्योंकि ये आपके जीवन के लिये बहुत ही महत्वपूर्ण हो है.!*

*क्या आपने कभी विचार किया कि आखिर*

– जिस रिफाइंड तेल से आप अपनी और अपने छोटे बच्चों की मालिश नहीं कर सकते, 

– जिस रिफाइंड को आप बालों मे नहीं लगा सकते,

उस हानिकारक रिफाइंड तेल को कैसे खा लेते हैं ??

आज से 50 साल पहले तो कोई रिफाइंड तेल के बारे में जानता नहीं था, ये पिछले 20 -25 वर्षों से हमारे देश में आया है।

कुछ विदेशी कंपनियों और भारतीय कंपनियाँ इस धंधे में लगी हुई हैं।

तेल को साफ़ करने के लिए जितने केमिकल इस्तेमाल किये जाते हैं सब इनऑर्गेनिक हैं और इनऑर्गेनिक केमिकल ही दुनिया में जहर बनाते हैं। और उनका कॉम्बिनेशन जहर के तरफ ही ले जाता है।

इसलिए-

रिफाइन्ड तेल, और विशेषकर डबल रिफाइन्ड तेल गलती से भी न खाएं।

फिर आप कहेंगे कि-

“क्या खाएँ…?

तो आप शुद्ध तेल खाइए, 

– सरसों का, – मूंगफली का, 

– तीसी या अलसी का,– तिल या 

– नारियल का।

अब आप कहेंगे कि शुद्ध तेल में बास बहुत आती है और दूसरा कि शुद्ध तेल बहुत चिपचिपा होता है।

 

हम लोगों ने जब शुद्ध तेल पर काम किया (या एक तरह से कहें कि रिसर्च किया) तो पता चला कि तेल का चिपचिपापन उसका सबसे महत्वपूर्ण घटक है।

तेल में से जैसे ही चिपचिपापन निकाला जाता है तो पता चला कि ये तो तेल ही नहीं रहा, फिर हमने देखा कि तेल में जो बास आ रही है वो उसका प्रोटीन कंटेंट है, शुद्ध तेल में प्रोटीन बहुत है,

दालों में ईश्वर का दिया हुआ प्रोटीन सबसे ज्यादा है,

दालों के बाद जो सबसे ज्यादा प्रोटीन है वो तेलों में ही है, तो तेलों में जो बास आप पाते हैं वो उसका ऑर्गेनिक कंटेंट है प्रोटीन के लिए | 

 

4 -5 तरह के प्रोटीन हैं सभी तेलों में, आप जैसे ही तेल की बास निकालेंगे उसका प्रोटीन वाला घटक गायब हो जाता है और चिपचिपापन निकाल दिया तो उसका फैटी एसिड गायब।

अब ये दोनों ही चीजें निकल गयी तो वो तेल नहीं पानी है, जहर मिला हुआ पानी।

 

और- 

ऐसे रिफाइन्ड तेल के खाने से कई प्रकार की बीमारियाँ होती हैं…

– घुटने दुखना, 

– कमर दुखना, 

– हड्डियों में दर्द..!

ये तो छोटी बीमारियाँ हैं, सबसे खतरनाक बीमारी है, 

– हृदयघात (Heart Attack),

– पैरालिसिस, 

– ब्रेन का डैमेज हो जाना, आदि आदि।

जिन जिन घरों में पूरे मनोयोग से रिफाइंड तेल खाया जाता है उन्ही घरों में ये समस्या आप पाएंगे, अभी तो मैंने देखा है कि जिनके यहाँ रिफाइंड तेल इस्तेमाल हो रहा है उन्हीं के यहां हार्ट ब्लॉकेज और हार्ट अटैक की समस्याएं हो रही है।

जब सफोला का तेल लेबोरेटरी में टेस्ट करवाया गया, सूरजमुखी का तेल, अलग अलग ब्रांड का टेस्ट किये तो AIIMS के भी कई डॉक्टरों की रूचि इसमें पैदा हुई तो उन्होंने भी इस पर काम किया और उन डॉक्टरों ने जो कुछ भी बताया उसको मैं एक लाइन में बताता हूँ क्योंकि वो रिपोर्ट काफी मोटी है और सब का जिक्र करना मुश्किल है।

निचोड़ में उन्होंने कहा- 

“तेल में से जैसे ही आप चिपचिपापन निकालेंगे, बास को निकालेंगे तो वो तेल ही नहीं रहता, तेल के सारे महत्वपूर्ण घटक निकल जाते हैं और डबल रिफाइन्ड में कुछ भी नहीं रहता, वो छूँछ बच जाता है, और उसी को हम खा रहे हैं तो तेल के माध्यम से जो कुछ पौष्टिकता हमें मिलनी चाहिए वो मिल नहीं रहा है।” 

आप बोलेंगे कि तेल के माध्यम से हमें क्या मिल रहा ? 

मैं बता दूँ कि हमको शुद्ध तेल से मिलता है HDL (High Density Lipoprotein), ये तेलों से ही आता है हमारे शरीर में, वैसे तो ये लीवर में बनता है लेकिन शुद्ध तेल खाएं तब। तो-

आप शुद्ध तेल खाएं तो आपका HDL अच्छा रहेगा और जीवन भर ह्रदय रोगों की सम्भावना से आप दूर रहेंगे |

 

अभी भारत के बाजार में सबसे ज्यादा विदेशी तेल बिक रहा है। मलेशिया नामक एक छोटा सा देश है हमारे पड़ोस में, वहां का एक तेल है जिसे पामोलिन तेल कहा जाता है, हम उसे पाम तेल के नाम से जानते हैं, वो अभी भारत के बाजार में सबसे ज्यादा बिक रहा है, एक दो टन नहीं, लाखो करोड़ों टन भारत आ रहा है और अन्य तेलों में मिलावट कर के भारत के बाजार में बेचा जा रहा है। 

7-8 वर्ष पहले भारत में ऐसा कानून था कि पाम तेल किसी दूसरे तेल में मिला के नहीं बेचा जा सकता था लेकिन GATT समझौता और WTO के दबाव में अब कानून ऐसा है कि पाम तेल किसी भी तेल में मिला के बेचा जा सकता है।

 

*भारत के बाजार से आप किसी भी नाम का डब्बा बंद तेल ले आइये, रिफाइन तेल और डबल रिफाइन तेल के नाम से जो भी तेल बाजार में मिल रहा है वो पामोलिन तेल है।*

और-

*जो पाम तेल खायेगा, मैं स्टाम्प पेपर पर लिख कर देने को तैयार हूँ कि वो ह्रदय सम्बन्धी बिमारियों से मरेगा ही..*

क्योंकि-

पाम तेल के बारे में सारी दुनिया के रिसर्च बताते हैं कि पाम तेल में सबसे ज्यादा ट्रांस फैट है…

और –

ट्रांस-फैट वो फैट हैं जो शरीर में कभी घुलते मिलते नहीं हैं, किसी भी तापमान पर घुलते नहीं होते।

ट्रांस फैट जब शरीर में घुलता नहीं है तो वो बढ़ता जाता है और तभी हृदयघात होता है, ब्रेन हैमरेज होता है और आदमी पैरालिसिस का शिकार होता है, डाईबिटिज होता है, ब्लड प्रेशर की शिकायत होती है।

साभार ✍️नेचुरोपैथ कौशल

जब भगवान राम के राजतिलक में निमंत्रण छुट जाने से नाराज भगवान् चित्रगुप्त ने लेखनी रख दी
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परेवा काल शुरू हो चुका है और आज के दिन कायस्थ समाज लेखनी का प्रयोग नहीं करता है यानी किसी भी तरह का का हिसाब कितना नहीं करता है I कई लोगो के इस पर फ़ोन आये कि ऐसा क्यूँ है की पश्चिमी उत्तरप्रदेश में कायस्थ दीपावली के पूजन के कलम रख देते है और फिर लेखनी और स्यहीपू पात्र जन के दिन ही उसे उठाते है I

इसको लेकर सर्व समाज के भी कई प्रश्न अक्सर लोग कायस्थों से करते है, ऐसे में अपने ही इतिहास से अनभिग्य कायस्थ युवा पीड़ी इसका कोई समुचित उत्तर नहीं दे पाती है I कायस्थ समाज ने जब इसका अन्वेषण तो इससे सम्बंधित एक बहुत रोचक घटना का संदर्भ हमें किवदंतियों में मिला I

कहते है जब भगवान् राम दशानन रावण को मार कर अयोध्या लौट रहे थे, तब उनके खडाऊं को राजसिंहासन पर रख कर राज्य चला रहे राजा भरत ने गुरु वशिष्ठ को भगवान् राम के राज्यतिलक के लिए सभी देवी देवताओं को सन्देश भेजने की वयवस्था करने को कहा I गुरु वशिष्ठ ने ये काम अपने शिष्यों को सौंप कर राज्यतिलक की तैयारी शुरू कर दीं I

ऐसे में जब राज्यतिलक में सभी देवीदेवता आ गए तब भगवान् राम ने अपने अनुज भरत से पूछा चित्रगुप्त नहीं दिखाई दे रहे है इस पर जब खोज बीन हुई तो पता चला की गुरु वशिष्ठ के शिष्यों ने भगवान चित्रगुप्त को निमत्रण पहुंचाया ही नहीं था जिसके चलते भगवान् चित्रगुप्त नहीं आये I इधर भगवान् चित्रगुप्त सब जान तो चुके थे और इसे भी नारायण के अवतार प्रभु राम की महिमा समझ रहे थे फलस्वरूप उन्होंने गुरु वशिष्ठ की इस भूल को अक्षम्य मानते हुए यमलोक में सभी प्राणियों का लेखा जोखा लिखने वाली लेखनी को उठा कर परे रख दिया I

सभी देवी देवता जैसे ही राजतिलक से लौटे तो पाया की स्वर्ग और नरक के सारे काम रुक गये थे , प्राणियों का का लेखा जोखा ना लिखे जाने के चलते ये तय कर पाना कठिन हो रहा था की किसको कहाँ भेजे I तब गुरु वशिष्ठ की इस गलती को समझते हुएभगवान राम ने अयोध्या में भगवान् विष्णु द्वारा स्थापित भगवान चित्रगुप्त के मंदिर ( श्री अयोध्या महात्मय में भी इसे श्री धर्म हरि मंदिर कहा गया है धार्मिक मान्यता है कि अयोध्या आने वाले सभी तीर्थयात्रियों को अनिवार्यत: श्री धर्म-हरि जी के दर्शन करना चाहिये, अन्यथा उसे इस तीर्थ यात्रा का पुण्यफल प्राप्त नहीं होता।) में गुरु वशिष्ठ के साथ जाकर भगवान चित्रगुप्त की स्तुति की और गुरु वशिष्ठ की गलती के लिए क्षमायाचना की, जिसके बाद नारायण रूपी भगवान राम के आदेश मानकर भगवान चित्रगुप्त ने लगभग ४ पहर (२४ घंटे बाद ) पुन: कलम की पूजा करने के पश्चात उसको उठाया और प्राणियों का लेखा जोखा लिखने का कार्य आरम्भ किया I कहते तभी से कायस्थ दीपावली की पूजा के पश्चात कलम को रख देते हैं और यम द्वीत्या के दिन भगवान चित्रगुप्त का विधिवत कलम दवात पूजन करके ही लेखनी को धारण करते है।
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यूरोप के अधिकतर देश इस बात सहमत हो गए हैं कि भविष्य में जो भी जनसंख्या आयात की जायेगी वह भारत की हिंदू जनसंख्या ही होगी ।

हमास के आक्रमण के बाद अधिकतर यूरोपियन देशों की सांस अटक गई है ।इन देशों को अब लगने लगा है कि धीरे धीरे इस्लाम इनके देश को लील जायेगा। Insurance माफिया के दवाब में इन देशों ने अपनी परिवार व्यवस्था को नष्ट कर दिया लेकिन इन मूर्खों को यह नहीं पता मानव संसाधन से बड़ा धन और कोई नहीं होता ।

परिवार व्यवस्था नष्ट होने से एक तो बूढ़े लोगों की पेंशन और देखभाल का भार अब सरकार के कंधों पर आ चुका है जिसका खर्च का भार जवान जनता ही उठायेगी । Israel भी फिलिस्थानी लोगों को अपने देश से निकाल रहा है ।

इजरायल भी 100000 non Muslim भारतीयों को import करने की सोच रहा है । जापान ,कोरिया , रूस,सबको भविष्य में जनशक्ति आयात करने की जरूरत पड़ेगी । इनमें से अधिकतर देश इसके लिए भारत की हिंदू जनसंख्या पर निर्भर होंगे और तो और कई देशों की सेना की भर्ती भी भारत से की जायेगी ।
लेकिन मूर्ख हिंदू अपनी जनसंख्या को कम करने पर तुले हैं ।

बड़े नगरों में अधिकतर हिंदू अब hook up relations, causual sex, Live in relationship पर जोर दे रहें हैं । जो विवाह कर रहें हैं उनका तलाक हो रहा है । जो सबसे बच रहें हैं वह DINK यानि DOUBLE INCOME NO KID only Sex के ओशो भगवान के सिद्धांत पर डटे हुए हैं । बच्चे दो ही काफी और से माफी के सरकारी प्रोपेगंडा ने हिंदुओं की वाट लगा दी है ,

जनसंख्या की replacement ratio 2.1 है यानि 10 जोड़ों के कम से कम 21 बच्चे हो । लेकिन हिंदुओ की यह ratio अब 1.3 आ गई है। जैसे जैसे नारीवाद का बुखार सरकार को चढ़ा है और हिंदुओ को ऐसे लगने लगा है कि अगर एक बच्चा होगा तो उसे पढ़ा लिखा कर आईएएस बना देंगे हिंदू जनसंख्या भी तेजी से कम होने लगी है ।

विदेशों में हिंदू जनसंख्या का निर्यात ,हिंदुओ की तेजी से गिरती जनसंख्या और दूसरी तरफ मुसलमानों की तेजी से बढ़ती जनसंख्या भारत के इस्लामीकरण में और तेजी लायेगा और भारत जापान की तरह अधिक तेजी से समाप्ति की और बढ़ेगा ।
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