आज का पंचाग आपका राशि फल, 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी सहित विश्वभर से चार करोड़ लोगों के उपस्थित रहने की संभावना, विश्व मानवाधिकार दिवस – मानवाधिकार की रक्षा तभी अर्थवान होगी जब मानव शाकाहारी बन कर दानवता छोड़े

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻रविवार, १० दिसंबर २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०७:०९
सूर्यास्त: 🌅 ०५:३०
चन्द्रोदय: 🌝 २९:१३
चन्द्रास्त: 🌜१५:०८
अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🗻 हेमन्त
शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)
मास 👉 मार्गशीर्ष
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 द्वादशी (०७:१३ से त्रयोदशी)
नक्षत्र 👉 स्वाती (११:५० से विशाखा)
योग 👉 अतिगण्ड (२२:३५ से सुकर्मा)
प्रथम करण 👉 तैतिल (०७:१३ तक)
द्वितीय करण 👉 गर (१९:१७ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृश्चिक
चंद्र 🌟 वृश्चिक (३०:११ से)
मंगल 🌟 वृश्चिक (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 धनु (अस्त, पूर्व, वक्री)
गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)
शुक्र 🌟 तुला (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मीन
केतु 🌟 कन्या
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४९ से १२:३०
अमृत काल 👉 २७:१७ से २८:५४
विजय मुहूर्त 👉 १३:५२ से १४:३३
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:१४ से १७:४२
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:१७ से १८:४०
निशिता मुहूर्त 👉 २३:४२ से २४:३७
राहुकाल 👉 १६:०० से १७:१७
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:०९ से १३:२६
दुर्मुहूर्त 👉 १५:५५ से १६:३६
होमाहुति 👉 केतु
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर ३०:१२ से)
शिववास 👉 नन्दी पर (०७:१३ से भोजन में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (पान का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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प्रदोष व्रत आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ११:५० तक जन्मे शिशुओ का नाम स्वाती नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (री) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम विशाखा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (ती, तू, ते) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
वृश्चिक – २९:१५ से ०७:३४
धनु – ०७:३४ से ०९:३८
मकर – ०९:३८ से ११:१९
कुम्भ – ११:१९ से १२:४५
मीन – १२:४५ से १४:०८
मेष – १४:०८ से १५:४२
वृषभ – १५:४२ से १७:३७
मिथुन – १७:३७ से १९:५२
कर्क – १९:५२ से २२:१३
सिंह – २२:१३ से २४:३२
कन्या – २४:३२ से २६:५०
तुला – २६:५० से २९:११
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पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक – ०७:०२ से ०७:१३
शुभ मुहूर्त – ०७:१३ से ०७:३४
रोग पञ्चक – ०७:३४ से ०९:३८
शुभ मुहूर्त – ०९:३८ से ११:१९
मृत्यु पञ्चक – ११:१९ से ११:५०
अग्नि पञ्चक – ११:५० से १२:४५
शुभ मुहूर्त – १२:४५ से १४:०८
मृत्यु पञ्चक – १४:०८ से १५:४२
अग्नि पञ्चक – १५:४२ से १७:३७
शुभ मुहूर्त – १७:३७ से १९:५२
रज पञ्चक – १९:५२ से २२:१३
शुभ मुहूर्त – २२:१३ से २४:३२
चोर पञ्चक – २४:३२ से २६:५०
शुभ मुहूर्त – २६:५० से २९:११
रोग पञ्चक – २९:११ से ३१:०२
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आज का राशिफल
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपको प्रत्येक क्षेत्र में विजय दिलाएगा। आज जिस भी काम मे निवेश करेंगे उसमे दुगना धन मिलने की संभावना रहेगी लेकिन धन की आमद में थोड़ा विलम्ब हो सकता है। व्यवसाय के अतिरिक्त भी आय होने की संभावना है। नौकरी पेशा जातक आज आराम के मूड में रहेंगे लेकिन घरेलू काम बढ़ने से असहजता होगी। पारिवारिक वातावरण में थोड़ा विरोधाभास रहेगा परन्तु महत्त्वपूर्ण विषयो में सभी एकजुट हो जाएंगे। सेहत में सुधार आएगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन धन-धान्य वृद्धि कारक रहेगा। घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति पर खर्च होगा। सुख-सुविधा भी बढ़ेगी। कार्य व्यवसाय में मध्यान तक दिन भर का कोटा पूरा कर लेंगे इसके बाद भी लाभ होता रहेगा किन्तु कुछ कमी आएगी। घर अथवा व्यावसायिक स्थल को नया रूप देने के लिये तोड़-फोड़ करा सकते है। नये कार्यानुबन्ध हाथ मे लेना आज शुभ रहेगा। नौकरी पेशा जातक भी कार्य क्षेत्र बदलने का मन बनाएंगे। कही से रुका धन मिलने से प्रसन्नता होगी। घर मे मामूली बहस के बाद भी स्थिति सुखदायी रहेगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आपकी बौद्धिक क्षमता में विकास होगा भले बुरे को परख कर ही कोई भी कार्य करेंगे फिर भी स्वभाव अनुसार छोटी बातों पर अकड़ दिखाना नही जाएगा जिससे कुछ ना कुछ व्यवधान आ सकता है। व्यवसाय में आपके लिके निर्णय लाभदायक सिद्ध होंगे आर्थिक दृष्टिकोण से भी अन्य दिनों की अपेक्षा आज का दिन बेहतर रहेगा। विरोधी आपके आगे नही टिकेंगे लेकिन पीठ पीछे कुछ ना कुछ तिकड़म अवश्य लगाएंगे। हित शत्रुओ से सावधान रहें। पारिवारिक सदस्यों को समय देना पड़ेगा खर्च भी होगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन विपरीत परिस्थितियों वाला रहेगा दिन के आरंभ में ही परिवार अथवा आस-पड़ोसियों से कलह हो सकती है इसका प्रभाव भी दिन भर देखने को मिलेगा। कार्य व्यवसाय में उदासीनता दिखाने से होने वाले लाभ में कमी आएगी। लेकिन उधारी के व्यवहार भी आज कम होंगे। आज आपके स्वभाव में रूखापन रहने से स्नेहीजनों को तकलीफ होगी। परिवार अथवा अन्य से किये वादे पूरे नही कर सकेंगे जिसकारण सम्मान हानि हो सकती है। आय की अपेक्षा खर्च अधिक होगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से लाभदायक रहेगा। घर के बुजुर्गों एवं कार्य व्यवसाय से अकस्मात लाभ होगा। लेकिन आज व्यर्थ के खर्च भी बढ़ेंगे। व्यापारी वर्ग को कुछ दिनों से अटके कार्य आज पूर्ण होने से तसल्ली मिलेगी। लेकिन परिवार में आज आर्थिक कारण अथवा किसी अन्य वजह से खींच-तान होने की संभावना है। धन की अपेक्षा संबंधों को अधिक महत्त्व दे अन्यथा वैर-विरोध का सामना करना पड़ेगा। मध्यान के बाद का समय पूरे दिन की अपेक्षा ज्यादा सुखदायी रहेगा। मौज-शौक पर खर्च होगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा लेकिन आज आर्थिक रूप से दिन निराशाजनक ही रहने वाला है। प्रातः काल से किसी कार्य को पूर्ण करने की जल्दी रहेगी। जल्दबाजी के कारण कार्य सफाई से नही कर पाएंगे। धन लाभ में भी विलम्ब होगा जिससे पूर्व में विचारे कार्य अधर में लटक सकते है। घरेलू वातावरण आपकी आलसी अथवा टालमटोल वाली वृति से अस्त-व्यस्त रहेगा फिर भी आज कोई भी आपके सामने शिकायत या आपकी आलोचना नही करेगा। प्रेम-प्रसंगों में अधिक भावुकता मन को दुखी करेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपकी मानसिकता बिना परिश्रम किया सुख भोगने वाली रहेगी यह कामना कुछ हद तक पूर्ण भी हो जाएगी परन्तु धन संबंधित योजनाओ को गति देने के लिए आज बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। मध्यान तक किये परिश्रम का फल संध्या तक मिल जाएगा। जोड़-तोड़ कर धन कोष में वृद्धि होगी लेकिन अकस्मात खर्च आने से बचत नही हो पाएगी। पारिवारिक आवश्यकताओं की पूर्ति मजबूरी में करेंगे। बाहर घूमने का आयोजन होगा मनोरंजन पर खर्च बढेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिए हानिकारक रहेगा। कार्य क्षेत्र पर किसी गलत निर्णय के कारण आर्थिक हानि की संभावना है जिसकी भरपाई में समय लगेगा। विरोधी कुछ समय शांत रहकर अगली चाल की योजना बनाएंगे सतर्क रहें। स्वभाव में आज व्यवहारिकता रखना अत्यंत आवश्यक है। सामजिक एवं धार्मिक कार्यो में अरुचि रहने पर भी बेमन से सम्मिलित होने पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर आज सहकर्मी अथवा नौकरो की गतिविधि पर भी नजर रखें। संध्या के समय थोड़ा मनचाहा वातावरण मिलने से मानसिक दुविधा कम होगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आप एक साथ कई क्षेत्रों से लाभ कमा सकते है परंतु आज आलसी प्रकृति भी रहने के कारण कुछ ना कुछ आशा के विपरीत अवश्य होगा। व्यवसायी वर्ग बेहिचक निवेश करें निकट भविष्य के लिए लाभदायी रहेगा। धन लाभ आवश्यकता के समय होने से ज्यादा झंझट में नही पड़ना पड़ेगा। आज आप अपनी व्यवहार कुशलता का परिचय हर क्षेत्र पर देंगे लेकिन परिवार में किसी से रूठना मनाना लगा रहेगा फिर भी माहौल नियंत्रण में ही रहेगा। विशेष कर आज व्यसनों से दूर रहें धन के साथ ही मान एवं शारीरिक हानि हो सकती है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपकी बनाई योजनाए आरम्भ में विफल होती प्रतीत होंगी लेकिन कुछ समय बाद स्वतः ही सभी काम बनते चले जायेंगे। आर्थिक कारणों से आज किसी की खुशामद भी करनी पड़ सकती है। व्यवसाय से धन लाभ संतोषजनक होगा लेकिन आवश्यक के समय ना होकर अकस्मात ही होगा। घर के बुजुर्ग आज आपकी किसी बुरी आदत से दुखी होंगे कुछ समय के लिए स्थिति को संभालना मुश्किल होगा। संध्या के समय घरेलू खर्च के साथ ही मौज शौक पर खर्च होगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आप आराम से बिताएंगे कुछ दिनों से चल रही उलझने आज थोड़ी शांत होंगी। धार्मिक कार्यो में रुचि रहने से मानसिक शांति मिलेगी। व्यवसायी वर्ग काम को लेकर कुछ दुविधा में रहेंगे फिर भी आवश्यकता अनुसार धन की आमद हो ही जाएगी। आज आप घरेलू कार्यो में टालमटोल करेंगे जिससे परिजन नाराज हो सकते है। मनोरंजन के साथ ही आराम के क्षण भी मिलेंगे। दाम्पत्य जीवन मे सुधार आएगा। अकस्मात यात्रा के प्रसंग बन सकते है। आज सेहत का ध्यान रखें।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन प्रतिकूल फलदायी रहेगा। दिन के आरंभ में किसी से बंधी आशा टूटने से मन दुखी होगा। आर्थिक कारणों से मध्यान तक का समय संघर्ष वाला रहेगा इसके बाद कही से आकस्मिक धन लाभ होने से थोड़ी राहत मिलेगी। आज यात्रा पर्यटन की योजना भी बनेगी परन्तु वाहन से चोट अथवा अन्य आकस्मिक दुर्घटना का भय है सावधान रहें। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से लाभ में कमी आएगी। परिजन किसी कार्य से आपके ऊपर आश्रित रहेंगे जिसमे उन्हें निराश ही होना पड़ेगा।
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अयोध्या के श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा होगा। इसके लिए तैयारियाँ जोरों-शोरों से हो रही हैं। इस अवसर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहेंगे। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 86 साल के पंडित लक्ष्मीकांत मथुरानाथ दीक्षित कराएँगे। बता दें कि जब महाराष्ट्र के ब्राह्मणों ने छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक करने से मना कर दिया था, तब पंडित दीक्षित के पूर्वजों ने उनका राजतिलक किया था।

पंडित लक्ष्मीकांत मथुरानाथ दीक्षित का छत्रपति शिवाजी महाराज से गहरा नाता है। शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक पंडित गागा भट्ट ने किया था। पंडित लक्ष्मीकांत मथुरानाथ दीक्षित 17वीं शताब्दी के उन्हीं गंग भट्ट उर्फ गागा भट्ट के वंशज हैं। अब ये राम मंदिर में रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा वैदिक रीति-रिवाज से कराएँगे।

गंग भट्ट का परिवार सदियों पुरानी परंपराओं और वैदिक अनुष्ठान का ज्ञाता है। उनकी वंशावली में इसका प्रमाण मिला है। मथुरानाथ दीक्षित के मुताबिक, उनका परिवार महाराष्ट्र के सोलापुर का रहने वाला है। बाद में यह परिवार उत्तर प्रदेश के काशी (वर्तमान में वाराणसी) में स्थानांतरित हो गया था।

पंडित लक्ष्मीकांत के बेटे सुनील लक्ष्मीकांत दीक्षित के अनुसार, उनका परिवार महाराष्ट्र के सोलापुर के जेउर गाँव से है। उनके पूर्वज काशी जाकर बस गए थे और वहाँ जाकर उन्होंने हिन्दू परंपराओं और अनुष्ठानों को जीवन समर्पित कर दिया। सुनील के अनुसार, उनके पिता श्रोता, स्मार्ता, यज्ञ, अभिषेक और अन्य अनुष्ठान कराने के विशेषज्ञ हैं।

सुनील लक्ष्मीकांत दीक्षित बताते हैं कि उनके पिता पंडित लक्ष्मीकांत मथुरानाथ दीक्षित ने वेदों और अनुष्ठानों का ज्ञान अपने चाचा गणेश दीक्षित जावजी भट्ट से लिया है। उनके पिता संगवेद विद्यालय में शुक्ल यजुर्वेद में पढ़ाई की और उसी संस्थान में अध्यापन का कार्य भी किया। अब उनकी उम्र 86 वर्ष है।

रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा के लिए पंडित लक्ष्मीकांत और 121 अन्य विद्वान अनुष्ठान कराएँगे। इनमें से 40 से ज्यादा विद्वान काशी के हैं। वहीं, पंडित लक्ष्मीकांत ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कराने का मौका मिलने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि काशी के महान साधु-संतों के आशीर्वाद के कारण उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है और इसका वह निर्वहन करेंगे।

शिवाजी महाराज का कराया था राजतिलक

बता दें कि आज से 344 साल पहले 6 जून 1674 को शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ था। भवन सिंह राणा ने अपनी किताब में लिखा है कि जब शिवाजी महाराज को राजतिलक करने की बारी आई तो स्थानीय ब्राह्मणों ने यह कहते हुए राज्याभिषेक करने से मना कर दिया कि वे क्षत्रिय कुल से नहीं आते हैं। ब्राह्मणों का कहना था कि शिवाजी महाराज कुर्मी जाति से आते हैं और राजा बनने का अधिकार सिर्फ क्षत्रियों को है।

हालाँकि, उस दौरान शिवाजी महाराज ने कहा था कि उनका परिवार राजस्थान के सिसोदिया से रक्त संबंध रखता है, लेकिन स्थानीय ब्राह्मण मानने को तैयार नहीं थे। बाद में शिवाजी महाराज ने एक दल महाराणा प्रताप के के राजपरिवार से मिलने के लिए उदयपुर भेजा। उन्होंने भी स्वीकार किया कि शिवाजी महाराज उनके खानदान से संबंध रखते हैं।

*📜 10 दिसम्बर 📜*

*🎀 विश्व मानवाधिकार दिवस (Universal Human Rights Day) 🎀*

हर साल विश्व मानवाधिकार दिवस 10 दिसंबर को मनाया जाता है। मानवाधिकार की सार्वभौमिक घोषणा 10 दिसंबर 1948 को सुयक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी। इस दिन को चिन्हित करने के लिए 2 साल बाद 4 दिसंबर 1950 को मानवाधिकार दिवस की स्थापना की गई और तभी से इस दिवस को 10 दिसंबर के दिन मनाया जाता है। मानवाधिकार दिवस विश्व के सभी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा अपने-अपने तरीके से मनाया जाता है। इस दिवस की स्थापना का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में लोगों को उनके अधिकारों को लेकर जागरूक करना है।

मानवाधिकार सभी के लिए आवश्यक है। ये एक तरह से प्राकृतिक अधिकार है जो सभी को प्राप्त होने चाहिए। इसलिए हमें केवल अपने अधिकारों के लिए नहीं बल्कि दूसरों के अधिकारों के लिए भी आवाज उठानी चाहिए। दुनिया में जन्मा हर व्यक्ति समान है। उसके साथ नस्ल, रंग, भाषा, धार्मिकता और लिंग के अनुसार भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।

विश्व मानवाधिकार दिवस 2023 की थीम 👉

मानवाधिकार दिवस 2023 का विषय/थीम “सभी के लिए स्वतंत्रता, समानता और न्याय” है।

मानवाधिकार दिवस से जुडे़ कुछ महत्वपूर्ण तथ्य 👉

1. द्वितीय विश्व युद्ध के परिणामस्वरूप मानवाधिकार का महत्व समझा गया। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना भी द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुई थी। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लोगों को कई अत्याचारों का सामना करना पड़ा, जिस कारण से एक ऐसे दस्तावेज का निर्माण किया गया जिसे विश्व के सभी नेता माने और इससे मानवाधिकारों की रक्षा की जा सके, जिसके चलते मानव अधिकारों का सार्वजनिक घोषणापत्र (यूएचआरडी) की स्थापना की गई।

2. यूडीएचआर ड्राफ्ट को तैयार होने में 2 साल से कम का समय लगा था। इसका ड्राफ्ट तैयार करने के लिए आयोग 1947 में पहली बार मिले और 1948 में पेरिस में हुई बैठक के दौरान सयुक्त राष्ट्र द्वारा इसे अधिकारिक तौर पर अपनाया गया था।

3. मानवाधिकारों का सार्वजनिक घोषणापत्र केवल एक दस्तावेज है जिसके माध्यम से दो संधियों का ड्राफ्ट तैयार किया गया था। जिसमें आर्थिक, सांस्कृतिक और समाजिक अधिकारों की अंतर्राष्ट्रीय संधि और नागरिक और राजनीतिक अधिकारों की अंतर्राष्ट्रीय संधि शामिल है।

4. नागरिक और राजनीतिक अधिकारों अतर्राष्ट्रीय संधि (आईसीसीपीआर) में मानवाधिकारों के मूल्यों भाषाण, धर्म की स्वतंत्रता, जीवन जीने का अधिकार और मतदान का अधिकार शामिल है।

5. आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक आधिकारों की अंतर्राष्ट्रीय संधि (आईसीईएससीआर) में भोजना, स्वास्थ्य, शिक्षा और आश्रय समस्याओं के समाधान को लागू करना है।

6. मानवाधिकार का दस्तावेज विश्व में सबसे अधिक अनुवादित होने वाला दस्तावेज है। ये करीब 370 भाषाओं में उपलब्ध है।

7. भारत में मानवाधिकार कानून की स्थापना 28 सितंबर 1993 में की गई थी। उसी साल 12 अक्टूबर को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग गठन भी किया गया था।

8. 17वीं सदी की समय पर मानवाधिकार शब्द की जगह प्राकृति अधिकार या व्यकित के अधिकार शब्द का अधिक प्रोयग किया जाता था। आपको बता दें कि प्राकृति अधिकारों की चर्चा हॉब्स और लॉक की रचनाओं में भी की गई थी।

9. 1776 में अमेरिका ने एक स्वतंत्र घोषणा में कहा था कि “सभी मनुष्य को समान बनाया गया है, निर्मात ने उन्हें जीवन, स्वतंत्रता और खुशी की प्राप्ती जैसे कुछ अधिकार दिए है।

10. मानवाधिकारों का सबसे व्यापक उल्लंघन हमें महिलाओं और लड़कियों पर हो रही हिंसा और अपराधों में देखने को मिलता है। करीब 603 मिलियन महिलाएं ऐसे देशों में रहती है जहां घरेलु हिंसा को आम माना जाता है। जहां इसे अपराध की श्रेणी में नहीं लिया जाता है और न जाने कितनी महिलाओं की मृत्यु घरेलु हिंसा के कारण होती है। इसके अलावा कई अन्य अपराध है जो महिलाओं को उनके मानवाधिकारों से दूर करते हैं।

हर वर्ष इस दिवस को दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन के साथ मनाया जाता है और इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में उनके अधिकारों को लेकर जागरूकता की जाती है। लेकिन हम केवल मानव अधिकार तक सीमित हो गये और नभ जल थल के समस्त अन्य जीवों का दोहन व हत्या कर अपना उदर भरते हैं पेट को कब्रिस्तान बना रहे हैं। पशुओं की खाल नोच कर पहन रहे हैं। विश्व मानवाधिकार दिवस – मानवाधिकार की रक्षा तभी अर्थवान होगी जब मानव शाकाहारी बन कर दानवता छोड़े