आज का पंचाग आपका राशि फल, शुभकार्यों में सफलता के लिए करें पितृपक्ष में पिंडदान और तर्पण, जाने भगवान राम ने अपनी अवधि की पूर्णता पर हनुमान जी को क्यों दी अंगूठी, इसरो का आदित्य एल-1 मिशन सूर्य की दिशा में धरती से 9.2 लाख किलोमीटर की दूरी पार की, दो हजार के नोट बदलने की तिथि बढ़ी

“पितृपक्ष को पितृ श्राद्ध एवं तर्पण का सबसे महत्वपूर्ण महीना माना जाता हैं। यदि पितृ निराश हो तो इसका नकारात्मक प्रभाव जीवन में असफलता का कारण बनता हैं। पितरों को मोक्ष एवं आत्मा की शांति के लिए उनकी पूजा करके जीवन में सफलता की प्राप्ति होती हैं। पितृपक्ष में अमावस्या तिथि का अन्य तिथि से विशेष महत्व हैं।

पितृ दोष, पितृ कर्म ऋण, एवं पितृ आत्मा शांति के लिए 14 अक्टूबर 2023, शनिवार को पितृ पक्ष की अमावस्या के शुभ दिन पर पूजा संकल्प पंडित जी के द्वारा आपके व आपके परिवार के सदस्यों के नाम और गोत्र का उच्चारण करते हुए अपने पितृ देवताओं का नाम लेते हुए हरिद्वार स्थित नारायण गंगा घाट पर पितृ शांति महापूजा, महा तर्पण एवं महा पिंडदान तथा असमय मृत्यु को प्राप्त हुए पितृ की नारायणी करें अपने पितरों की सेवा सौभाग्य प्राप्त करें। इससे पितृदोष समाप्त हो कर शुभ कार्य बनने लगते हैं। और पितृ देवताओं को भगवद्ग सायुज्य प्राप्त होता है। जय श्रीमन् नारायण जी की सरकार ।। 

*_संस्कार ही मानव के आचरण की नींव होती है, जितने गहरे संस्कार होते हैं, उतना ही अडिग मनुष्य अपने कर्तव्य पर, अपने धर्म पर, सत्य पर और न्याय पर होता है ।_*
*_बिना सोचे-समझे धन खर्च करनेवाला,अकेला रहते हुए भी झगड़ा करने वाला और सब मामलों में उतावली दिखाने वाला मनुष्य का शीघ्र ही पतन होजाता है।_*
*_बुद्धिमान् मनुष्य को अपने भोजन के विषय में अधिक चिंता नहीं करनी चाहिए, एकमात्र धर्म के बारे में ही सोचना चाहिए; क्योंकि मनुष्यों का आहार तो उनके जन्म के साथ ही उपज जाता है।_*

🙏🌹 *सुप्रभात* 🌹🙏

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌻रविवार, ०१ अक्टूबर २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:२३

सूर्यास्त: 🌅 ०६:१०

चन्द्रोदय: 🌝 १९:२०

चन्द्रास्त: 🌜०८:०१

अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🏔️ शरद 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 आश्विन 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 द्वितीया (०९:४१ से तृतीया)

नक्षत्र 👉 अश्विनी (१९:२७ से भरणी)

योग 👉 व्याघात (१३:१४ से हर्षण)

प्रथम करण 👉 गर (०९:४१ तक)

द्वितीय करण 👉 वणिज (२०:३४ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 कन्या 

चंद्र 🌟 मेष 

मंगल 🌟 कन्या (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 कन्या (उदित, पश्चिम, वक्री)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)

शुक्र 🌟 सिंह (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४३ से १२:३०

अमृत काल 👉 १२:४६ से १४:१५

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०६:१० से १९:२७

विजय मुहूर्त 👉 १४:०५ से १४:५३

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:०३ से १८:२७

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:०३ से १९:१६

निशिता मुहूर्त 👉 २३:४२ से ००:३१

ब्रह्म मुहूर्त 👉 ०४:३३ से ०५:२१

राहुकाल 👉 १६:३४ से १८:०३

राहुवास 👉 उत्तर

यमगण्ड 👉 १२:०६ से १३:३६

दुर्मुहूर्त 👉 १६:२८ से १७:१९

होमाहुति 👉 मंगल

दिशाशूल 👉 पश्चिम

अग्निवास 👉 पृथ्वी

भद्रावास 👉 स्वर्ग (२०:३४ से)

चन्द्रवास 👉 पूर्व

शिववास 👉 सभा में (०९:४१ से क्रीड़ा में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – उद्वेग २ – चर

३ – लाभ ४ – अमृत

५ – काल ६ – शुभ

७ – रोग ८ – उद्वेग

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – शुभ २ – अमृत

३ – चर ४ – रोग

५ – काल ६ – लाभ

७ – उद्वेग ८ – शुभ

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (पान का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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तृतीया तिथि का श्राद्ध, बुध कन्या में २०:३४ से, शुक्र सिंह मे २४:५८ से आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १९:२७ तक जन्मे शिशुओ का नाम अश्विनी नक्षत्र के द्वितीय तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (चे, चो, ला) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम भरणी नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (ली, लू) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

कन्या – ०५:११ से ०७:२९

तुला – ०७:२९ से ०९:५०

वृश्चिक – ०९:५० से १२:१०

धनु – १२:१० से १४:१३

मकर – १४:१३ से १५:५४

कुम्भ – १५:५४ से १७:२०

मीन – १७:२० से १८:४४

मेष – १८:४४ से २०:१७

वृषभ – २०:१७ से २२:१२

मिथुन – २२:१२ से ००:२७

कर्क – ००:२७ से ०२:४९

सिंह – ०२:४९ से ०५:०८

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०६:१० से ०७:२९

रोग पञ्चक – ०७:२९ से ०९:४१

शुभ मुहूर्त – ०९:४१ से ०९:५०

मृत्यु पञ्चक – ०९:५० से १२:१०

अग्नि पञ्चक – १२:१० से १४:१३

शुभ मुहूर्त – १४:१३ से १५:५४

रज पञ्चक – १५:५४ से १७:२०

शुभ मुहूर्त – १७:२० से १८:४४

शुभ मुहूर्त – १८:४४ से १९:२७

रज पञ्चक – १९:२७ से २०:१७

शुभ मुहूर्त – २०:१७ से २२:१२

चोर पञ्चक – २२:१२ से ००:२७

शुभ मुहूर्त – ००:२७ से ०२:४९

रोग पञ्चक – ०२:४९ से ०५:०८

शुभ मुहूर्त – ०५:०८ से ०६:१०

आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज दिन का प्रारंभिक भाग सुख-शांति से बितायेंगे। मन खुश रहने से आसपास का वातावरण भी हास्यमय बनाएंगे। मित्र प्रियजनों के साथ भविष्य की योजनाओं पर खुल कर विचार करेंगे। परन्तु दोपहर के समय स्थिति एक दम उलट हो जायेगी। किसी मनोकामना के अपूर्ण रहने से ठेस पहुंचेगी इससे उबरने में भी थोड़ा समय लगेगा। आज स्वभाव में ज्यादा खुलापन भी ना रखें मन का भेद अन्य को देने से हानि भी हो सकती है। परिजनों से लाभ होने की संभावना है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज आपको प्रतिकूल फल मिलने से मन में नकारत्मकता रहेगी। कार्य को करने से पहले ही हार मान लेने से सफलता की उम्मीद भी अल्प रहेगी। आज किसी व्यक्ति का ना चाहते हुए भी सहयोग अथवा कोई अप्रिय कार्य करना पडेगा। परिवार में आपसी मतभेद रहने से तालमेल नहीं बैठा पाएंगे। एकदम से ख़ुशी अगले ही पल दुःख वाली स्थिति दिन भर रहेगी। धन के कारण मनोदशा में विकृत आ सकती है। सेहत पर ध्यान दें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आप उदासीनता युक्त जीवन जीयेंगे। पेट सम्बंधित शिकायत रहने एवं अन्य शारीरिक कष्ट के कारण शरीर शिथिल रहेगा। मन के अनुसार कार्य नहीं होंगे। कार्यो में विलम्ब के कारण परेशानियां होंगी। सरकारी कार्यो में भी अल्प सफलता मिलेगी। आस पास का वातावरण भी विरोधाभासी रहने से मन में वैराग्य उत्पन्न होगा। आध्यत्म के प्रति अधिक रुचि दिखाएँगे। परिजनों से शिकायत रहेगी। धन प्राप्ति के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज भी दिन का अधिकांश समय शांति से व्यतीत होगा। थोड़ी आर्थिक परेशानियां रह सकती है परंतु मानसिक रूप से दृढ़ रहेंगे। जिस भी कार्य को करने की ठानेंगे उसे हानि-लाभ की परवाह किये बिना पूर्ण करके छोड़ेंगे। कार्य क्षेत्र पर अन्य व्यक्ति की दखलंदाजी से थोड़ी परेशानी एवं बहस हो सकती है। सामूहिक आयोजन में सम्मिलित होने का अवसर भी मिलेगा। बाहर की अपेक्षा घर में समय बिताना पसंद करेंगे।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन धन की कमी रहने पर भी खुश रहने का सफल प्रयास करेंगे। परिजनों से भावनात्मक सम्बन्ध रहने से मन को शान्ति मिलेगी। परन्तु आज प्रेम प्रसंगों से दूरी बनाना ही बेहतर रहेगा अन्यथा धन और पारिवारिक मान हानि हो सकती है। किसी मांगलिक आयोजन में जाने के कारण अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा फिर भी आनंददायक वातावरण मिलने से खर्च व्यर्थ नहीं लगेगा। स्त्री पक्ष से विशेष निकटता रहेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज भी दिन विपरीत फल देने वाला रहेगा। स्वयं अथवा किसी पारिवारिक सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर चिंता रहेगी दवाओं पर खर्च बढ़ेगा। कार्य क्षेत्र पर भी परिश्रम के अनुसार लाभ मिलेगा नए कार्य के आरम्भ के विचार को टालना पड सकता है। सरकारी कार्यो में भी धन खर्च होने से आर्थिक कारणों से चिंता रहेगी परन्तु मध्यान के आस-पास थोड़े धन की आमद होने से दैनिक कार्य चलते रहेंगे। परिवार में तालमेल बना रहेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज दिन का पूर्वार्ध आशा से अधिक शुभ रहेगा। आज के दिन आकस्मिक घटनाएं अधिक घटित होंगी चाहे वो आर्थिक या पारिवारिक हों। नौकरी पेशा जातको को भी मेहनत का फल मिलेगा सम्मान में वृद्धि के साथ आय के मार्ग खुलेंगे। बेरोजगारों को थोड़ा प्रयास करने पर रोजगार उपलब्ध हो सकता है। खर्च भी अचानक होने से थोड़ी असहजता रहेगी परन्तु स्थिति पूर्ण रूप से आपके नियंत्रण में ही रहेगी। भाग्योन्नति के योग बनेगे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज भी परिस्थितियां आपके अनुकूल रहने से लाभ के कई अवसर मिलेंगे परन्तु अज्ञान की स्थिति अथवा गलत सलाह के कारण लाभ होना संदिग्ध ही रहेगा। बहुप्रतीक्षित अतिमहत्त्वपूर्ण कार्य पूरा होगा। धन लाभ रुक-रुक कर होता रहेगा। घर में सुख के साधनों की वृद्धि होगी इसपर अधिक खर्च भी रहेगा। नए सम्बन्ध बनने से अतिरिक्त आय के मार्ग भी खुलेंगे। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति से आज पीछे नहीं हटेंगे। 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आपकी महात्त्वकांक्षाओ की पूर्ती में अड़चने आने से हताश हो सकते है। फिर भी भले-बुरे का विवेक रहने से मानसिक रूप से परेशान नहीं होंगे। कार्य क्षेत्र पर अधिकारी एवं सहकर्मी सहयोग करेंगे निश्चित समय से पहले कार्य पूर्ण कर घरेलु कार्यो में व्यस्त रहेंगे। धार्मिक गतिविधियों में भी सक्रियता दिखाएँगे। आज आप किसी भी प्रकार के अनैतिक कार्यो से खुद को दूर रखने का हर संभव प्रयास करेंगे जिससे सम्मान के पात्र बनेंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आपका आज का दिन मिश्रित फलदायक रहेगा। कार्यो की असफलता अथवा किसी महत्त्वपूर्ण अनुबंध के निरस्त होने से स्वभाव में चिड़चिड़ा पन आ सकता है। वाणी का रूखापन कार्य क्षेत्र एवं घर का वातावरण बिगाड़ेगा। विवेक से कार्य करें दोपहर के बाद किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति से सहयोग मिलने की संभावना है। धन नाश होने के प्रबल योग है इसका भी ध्यान रखें गलत जगह निवेश हो सकता है। स्वास्थ्य में भी उतार चढ़ाव बना रहेगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज दिन का पूर्वार्ध नयी उलझने लाएगा। हठी प्रवृति रहने से व्यापार में हानि एवं प्रियजनों से दूरी बढ़ सकती है। महत्त्वपूर्ण कार्य को अनुभवियों के परामर्श के बाद ही करें अन्यथा थोड़े समय के लिए टाल दें। नौकरों के व्यवहार से भी परेशानी हो सकती है। दोपहर के बाद स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आने लगेगी। आपके लिए निर्णय सफल होने से प्रातः जो आपसे विपरीत व्यवहार कर रहे थे वो भी स्वार्थ सिद्धि करने लगेंगे। आकस्मिक धन लाभ होने से राहत मिलेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन आपको प्रत्येक कार्य में संतोष की अनुभूति कराएगा। लेकिन ध्यान रहे आज जल्दबाजी में लिए गए निर्णय के कारण धन के साथ सम्मान की भी हानि हो सकती है। दोपहर के समय कार्य क्षेत्र पर अप्रिय घटनाओं के कारण दुविधा की स्थिति बनेगी। किसी पारिवारिक सदस्य के गलत आचरण से मन दुखी रहेगा मन में गलत विचार की भरमार रहने से सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। सर अथवा अन्य शारीरिक अंग निष्क्रिय होते अनुभव होंगे। 

          🙏 राधे राधे 🙏

एक दिन,भगवान राम जान गए कि उनकी अवधि पूरी होने का समय हो गया है। वह जानते थे कि जो जन्म लेता है उसे मरना पड़ता है। “यम को मुझ तक आने दो। मेरे लिए बैकुंठ धाम जाने का समय आ गया है”, उन्होंने कहा। लेकिन, मृत्यु के देवता यम अयोध्या में घुसने से डरते थे। क्योंकि उनको राम के परम भक्त और उनके महल के मुख्य प्रहरी हनुमान से भय लगता था।

हनुमान को हटाना आवश्यक:

यम के प्रवेश के लिए हनुमान को हटाना जरुरी था। इसलिए राम जी ने अपनी अंगूठी को महल के फर्श के एक छेद में से गिरा दिया और हनुमान से इसे खोजकर लाने के लिए कहा। हनुमान ने स्वयं का स्वरुप छोटा करते हुए बिल्कुल भंवरे जैसा आकार बना लिया और केवल उस अंगूठी को ढूढंने के लिए छेद में प्रवेश कर गए, वह छेद केवल छेद नहीं था बल्कि एक सुरंग का रास्ता था जो सांपों के नगर नाग लोक तक जाता था। हनुमान नागों के राजा वासुकी से मिले और अपने आने का कारण बताया।

वासुकी लोक:

वासुकी हनुमान को नाग लोक के मध्य में ले गए, जहां अंगूठियों का पहाड़ जैसा ढेर लगा हुआ था। “यहां आपको राम की अंगूठी अवश्य ही मिल जाएगी” वासुकी ने कहा। हनुमान सोच में पड़ गए कि वो कैसे उसे ढूंढ पाएंगे क्योंकि ये तो भूसे में सुई ढूंढने जैसा था। लेकिन सौभाग्य से, जो पहली अंगूठी उन्होंने उठाई वो राम की अंगूठी थी। आश्चर्यजनक रुप से, दूसरी भी अंगूठी जो उन्होंने उठाई वो भी राम की ही अंगूठी थी। वास्तव में वो सारी अंगूठी जो उस ढेर में थीं, सब एक ही जैसी थी। “इसका क्या मतलब है?” वह सोच में पड़ गए।

राम नाम की अंगूठी:

वासुकी मुस्कुराए और बोले, “जिस संसार में हम रहते है, वो सृष्टि व विनाश के चक्र से गुजरती है। इस संसार के प्रत्येक सृष्टि चक्र को एक कल्प कहा जाता है। हर कल्प के चार युग या चार भाग होते हैं। दूसरे भाग या त्रेता युग में, राम अयोध्या में जन्म लेते हैं। एक वानर इस अंगूठी का पीछा करता है और पृथ्वी पर राम मृत्यु को प्राप्त होते हैं। इसलिए यह सैकड़ों हजारों कल्पों से चली आ रही अंगूठियों का ढेर है। सभी अंगूठियां वास्तविक हैं। अंगूठियां गिरती रहीं और इनका ढेर बड़ा होता रहा। भविष्य के रामों की अंगूठियों के लिए भी यहां काफी जगह है”। हनुमान जान गए कि उनका नाग लोक में प्रवेश और अंगूठियों के पर्वत से साक्षात, कोई आकस्मिक घटना नहीं थी। यह राम का उनको समझाने का मार्ग था कि मृत्यु को आने से रोका नहीं जा सकेगा। राम मृत्यु को प्राप्त होंगे। संसार समाप्त होगा। लेकिन हमेशा की तरह, संसार पुनः बनता है और राम भी पुनः जन्म लेंगे।

जय श्री राम!

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मोदी योगी हैं तो सनातन धर्म संस्कृति की रक्षा है राम मंदिर बन रहा है। रामेश्वरम से लंका तक का श्री राम सेतु बचा हुआ है नहीं तो म्लेच्छ पंथी दल ने भगवान राम को ही काल्पनिक बता दिया था। लेकिन अब मोदी राज में राम मंदिर के उद्घाटन में सम्मलित होंगे संसार के 128 देश, भारत की सभी नदियों के जल होगा अभिषेक सभी राज्यों की पवित्र मिट्टी से बनेगा हवन कुंड सभी घरों की हवन सामाग्री से होगा हवन समूचे देश में मनाया जायेगा दीपोत्सव 🇮🇳

*🌹🌹देव शयनी एकादशी को भगवान विष्णु चार महीने के लिए सो गए*।
*अब सृष्टि परेशान मुझे कौन संभालेगा*।🌹🌹
*🌹चार दिन बाद ही आई गुरु पूर्णिमा*
*गुरुदेव चार दिन संभालते हैं🌹*।
*🌹अगले ही दिन श्रावण लग गया*
*भगवान शिव ने एक महीने संभाल लिया*।🌹
*🌻फिर आया भाद्रपद*
*भगवान कृष्ण जन्माष्टमी आ गई*।
*भाद्रपद के 19 दिन संभाला* *भगवान कृष्ण ने*🌻

*🌻फिर आई गणेश चतुर्थी*
*दस दिन गणेश जी ने संभाल लिया*। 🌻
*🌻उसके बाद 16 दिन पितृदेवों ने संभाल लिया सृष्टि को*।🌻
*🌹फिर आ गए नवरात्रि*
*मां अम्बे गौरी दुर्गा ने दस दिन संभाल लिया सृष्टि का कार्यभार🌹*
*🌹फिर शुरू हुए दीवाली के 20 दिन*
*मां लक्ष्मी ने संभाल लिया सृष्टि को🌹*

*🌹दीवाली के बाद दस दिन संभाला कुबेर जी ने🌹*
*🌻और फिर आई देव उठनी एकादशी*
*भगवान विष्णु निद्रा से जाग*
*सृष्टि का कार्यभार संभाल लेते हैं*🌻

*हैं न सनातन धर्म की अद्भुत व्यवस्था* 🌹🌹🌹*नमो नारायण*

ISRO द्वारा ब्रेकिंग न्यूज 🌌🚀

आदित्या-L1 मिशन:

🔸अंतरिक्ष यान ने धरती से 9.2 लाख किलोमीटर की दूरी पार की है, सफलतापूर्वक धरती के प्रभाव के क्षेत्र से बाहर निकल गया है। अब यह सूरज-पृथ्वी लैग्रेंज प्वाइंट 1 (L1) की ओर अपनी यात्रा कर रहा है।

🔸यह पहली बार है कि इसरो ने पृथ्वी के प्रभाव के क्षेत्र से बाहर एक अंतरिक्ष यान भेज सका है, पहली बार मंगल ऑर्बिटर मिशन के समय हुआ था।

भारत माता की जय 🕉️ 🇮🇳
मोदी है तो मुमकिन है 🇮🇳 🕉️

Breaking: RBI ने ₹2000 के नोट जमा करने और बदलने की समय सीमा 7 अक्टूबर तक बढ़ा दी है

समय सीमा के बाद ₹2000 के बैंक नोट 19 RBI ऑफिस में बदले या जमा किए जाएंगे

चलन में विद्यमान ₹2000 के 96% बैंक नोट वापस आए। 

आर एस.एस, को #नुपुर_शर्मा, विधायक #राजा_सिंह, #रमेश_विधुड़ी #जितेन्द्र_नारायण_सिंह_त्यागी
डासना मंदिर के महंत #यति_नरसिंहानंद
#अश्वनी_उपाध्याय #पुष्पेन्द्र_कुलश्रेष्ठ, #अश्वनी_उपाय #डाॅ0_रिजवान_अहमद,
आदि सनातन धर्म संस्कृति के योद्धाओं के पक्ष में भी खड़ा होना चाहिए कि नहीं।