आज का पंचाग आपका राशि फल, अद्वतीय नवरात्रि आज एक ही नवरात्रि में वांछित कामना के लिए जाने देवी के नौ दिनों के भोग, भारतीयों के लिए जानने योग्य २१ आवश्यक बातें

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🌄सुप्रभातम🌄

आज का पञ्चाङ्, बुधवार, १० अप्रैल २०२४🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:०९, सूर्यास्त: 🌅 ०६:३९

चन्द्रोदय: 🌝 ०६:५१, चन्द्रास्त: 🌜२०:४३

अयन 🌘 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)

ऋतु: 🌳 वसंत 

शक सम्वत: 👉 १९४६ (क्रोधी)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८१ (पिंगल)

मास 👉 चैत्र, पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 द्वितीया (१७:३२ से तृतीया)

नक्षत्र 👉 भरणी (२७:०५ से कृत्तिका)

योग 👉 विष्कुम्भ (१०:३८ से प्रीति)

प्रथम करण 👉 बालव (०६:५८ तक)

द्वितीय करण 👉 कौलव (१७:३२ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 मीन 

चंद्र 🌟 मेष 

मंगल 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

बुध 🌟 मीन (अस्त, पश्चिम, वक्री)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र 🌟 मीन (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मीन 

केतु 🌟 कन्या  

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌❌❌कोई नहीं

अमृत काल 👉 २२:४२ से २४:१०

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 २७:०५ से ३०:००

रवि योग 👉 २७:०५ से ३०:००

विजय मुहूर्त 👉 १४:३० से १५:२१

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४३ से १९:०६

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:४४ से १९:५२

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५९ से २४:४४

राहुकाल 👉 १२:२२ से १३:५८

राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम

यमगण्ड 👉 ०७:३६ से ०९:१२

होमाहुति 👉 सूर्य (२७:०५ से बुध)

दिशाशूल 👉 उत्तर

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्रवास 👉 पूर्व

शिववास 👉 गौरी के साथ (१७:३२ से सभा में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – लाभ २ – अमृत

३ – काल ४ – शुभ

५ – रोग ६ – उद्वेग

७ – चर ८ – लाभ

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – उद्वेग २ – शुभ

३ – अमृत ४ – चर

५ – रोग ६ – काल

७ – लाभ ८ – उद्वेग

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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चेटी चंड (झूलेलाल जयन्ती, सिंधी चंन्द्रोदय व्यापीनी द्वितीया तिथि प्रमाण), सिंजारा, चन्द्र दर्शन आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २७:०५ तक जन्मे शिशुओ का नाम भरणी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ली, लू, ले, लो) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम कृतिका नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (अ) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मीन – २८:४९+ से ०६:१४

मेष – ०६:१४ से ०७:४९

वृषभ – ०७:४९ से ०९:४५

मिथुन – ०९:४५ से १२:००

कर्क – १२:०० से १४:२०

सिंह – १४:२० से १६:३७

कन्या – १६:३७ से १८:५४

तुला – १८:५४ से २१:१३

वृश्चिक – २१:१३ से २३:३२

धनु – २३:३२ से २५:३६+

मकर – २५:३६+ से २७:१८+

कुम्भ – २७:१८+ से २८:४५+

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पञ्चक रहित मुहूर्त

अग्नि पञ्चक – ०६:०१ से ०६:१४

शुभ मुहूर्त – ०६:१४ से ०७:४९

मृत्यु पञ्चक – ०७:४९ से ०९:४५

अग्नि पञ्चक – ०९:४५ से १२:००

शुभ मुहूर्त – १२:०० से १४:२०

रज पञ्चक – १४:२० से १६:३७

शुभ मुहूर्त – १६:३७ से १७:३२

चोर पञ्चक – १७:३२ से १८:५४

शुभ मुहूर्त – १८:५४ से २१:१३

रोग पञ्चक – २१:१३ से २३:३२

शुभ मुहूर्त – २३:३२ से २५:३६+

मृत्यु पञ्चक – २५:३६+ से २७:०५+

अग्नि पञ्चक – २७:०५+ से २७:१८+

शुभ मुहूर्त – २७:१८+ से २८:४५+

रज पञ्चक – २८:४५+ से ३०:००+

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन का पूर्वार्ध पहले की भांति ही आनंददायक रहेगा। मानसिक रूप से प्रसन्न रहेंगे। कार्यो में थोड़े प्रयत्न से लाभ होगा। प्रियजनों से उपहार-भेंट मिलेगी। नौकरी पेशा जातको को दोपहर के बाद में काम का बोझ बढेगा। दोपहर के बाद का समय एकदम् विपरीत रहेगा। बनते कार्यो में विघ्न आएंगे। लाभ के अनुबंध निरस्त होने से हानि होगी। फिर भी आज आवश्यकता से अधिक धन लाभ किसी न किसी रूप में हो ही जायेगा चाहे फिर हाथ मे ज्यादा देर ना रुके खर्च अधिक रहेंगे। सेहत को लेकर कुछ समय समस्या हो सकती है। 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आपका आज का दिन प्रतिकूल परिस्थिति वाला रहेगा। आज स्वयं अथवा घर के सदस्य की चिकित्सा पर अकस्मात अधिक खर्च होने से आर्थिक हालात असामान्य बनेंगे उधार भी लेना पड़ सकता है यथा संभव आज उधार ना लें। कार्य क्षेत्र पर आज कुछ समय के लिये दुसरो के ऊपर निर्भर रहना पड़ सकता है। अधिक भाग दौड़ रहने के कारण थकान एवं स्वाभाव में रूखापन आने से प्रेम संबंध बिगड़ सकते है। धन की आमद आज अकस्मात ही होगी इसलिये लापरवाही ना करें। पेट से निचले भाग में समस्या हो सकती है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज दिन में मध्यान से पहले का भाग आपको सभी क्षेत्रो से लाभ कराएगा परन्तु इसके लिए आलस्य की प्रवृति को त्यागना पड़ेगा। आवश्यक कार्यो को प्रातः ही पूरा करले इसके बाद दैनिक कार्यो के अतिरिक्त कार्यो में सफलता संदिग्ध रहेगी। आज यात्रा में चोटादि का भी भय है वाहन सावधानी से चलाएं। कार्य क्षेत्र से सामान्य से अधिक धन लाभ होगा लेकिन किसी पुराने धन अथवा कीमती वस्तु के डूबने की संभावना है। परिचित आज स्वार्थी व्यवहार करेंगे। संध्या बाद का समय थकान वाला लेकिन संतोषजनक रहेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन बड़े बुजुर्गों अथवा वरिष्ठ अधिकारियों के कृपा पात्र बनने से समाज में सम्मानजनक स्थिति बनाएंगे। जिद्दी व्यवहार से बचें अन्यथा लाभ की संभावनाएं हानि में बदल सकती है। अधिक लाभ के लिये संतोषी वृति से कार्य करते रहे धन लाभ की प्रबल संभावना है। मध्यान तक का समय थोड़ा उदासीनता वाला रहेगा इसके बाद का समय काफी व्यस्त रहने वाला है आज किसी की उधार धन ना दें साथ ही चोरी आदि का भय भी है सतर्क रहना होगा। परिजनों की आवश्यकताओं पर ध्यान दें। सेहत कुछ समय के लिये विपरीत हो सकती है फिर भी चिंताजनक नही।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपके लाभ-हानि बराबर रहेगें। दिन के आरम्भ में मानसिक रूप से गंभीर रहेंगे लेकिन मध्यान बाद कार्यो के प्रति उदासीनता बरतने से लाभ से वंचित अथवा कम लाभ से संतोष करना पड़ सकता है। काम-धंधे की अपेक्षा आज धार्मिक गतिविधियों में अधिक समय देंगे। ज्योतिष, तन्त्र एवं अन्य पारलौकिक विज्ञान को जानने एवं प्रयोग करने की अभिलाषा रहेगी। धन लाभ के लिए आज शारीरिक एवं दिमागी परिश्रम अधिक करना पड़ेगा परन्तु सफलता अवश्य मिलेगी। सीने अथवा पेट मे विकार होने की संभावना है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज दिन का आधा भाग लगभग विपरीत फलदायक ही रहेगा। सेहत सामान्य रहने पर भी मेहनत करने का मन नही करेगा आलस्य एवं शीघ्र थकावट भी अनुभव होगी। कार्य क्षेत्र पर आज आपके दयालु स्वाभाव के कारण प्रतिस्पर्धी हावी रहेंगे। लेन-देन का व्यवहार आज सोच समझ कर ही करें धन अटक सकता है बेहतर रहेगा आज इससे बचें। नौकरो से मीठा बोल कर कार्य निकाले अन्यथा नुकसान कर सकते है। परिवार में उग्र वातावरण आवश्यकता की पूर्ति समय पर करने पर ही शांत रहेगा अन्यथा गरमा गर्मी हो सकती है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन प्रातः काल किसी आस पडोसी अथवा परिजन के मनमाने व्यवहार के चलते विवाद हो सकता है। गुस्से को नियंत्रित रखें अन्यथा विवाद ज्यादा गहरा सकता है। कार्य क्षेत्र पर आज उधारी वालो के कारण परेशानी होगी आवश्यकता के समय धन ना मिलने पर क्रोध आएगा। दोपर से स्थिति आपके पक्ष में आने लगेगी जिससे उम्मीद नही उससे भी लाभ हो सकता है लेकिन स्वभाव में नरमी रखना बहुत जरूरी है। संध्या के समय अचानक कोई मनोरंजन का कार्यक्रम बन सकता है। जिस पर खर्च भी होगा। स्त्री से सुख मिलेगा। सेहत उत्तम रहेगी।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज दिन के आरम्भ में परेशानियां यथावत बनी रहने से कोई राहत नहीं मिलेगी। मानसिक चिंताएं शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव दिखाएंगी। परिवार में स्त्री पक्ष से ग़लतफ़हमी के कारण झगड़ा हो सकता है। आज होने वाली निश्चित आय में व्यवधान आने से आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। दिन के दूसरे भाग में पारिवारिक वातावरण में शांति आएगी। साथ ही कही से अकस्मात धन मिलने से रुके कार्य पूर्ण कर सकेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी थोड़ी बिक्री होने से धन की आमद होगी। सेहत को जरूर संभालें।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन परिस्थितियां आपके बौद्धिक एवं शारीरिक श्रम के अनुरूप रहेंगी। कार्य क्षेत्र पर आज स्वयं के निर्णय में सफलता की संभावना अधिक रहेगी। सहयोगी आपसे कुछ अपेक्षाएं रखेंगे पूर्ण करने पर प्रसन्न भी रखेंगे। भागीदारी के कार्यो में हानि हो सकती है सोच समझ कर ही कोई निर्णय लें। भूमि भवन के क्रय विक्रय से बचें हानि हो सकती है। घर अथवा बाहर धन अथवा किसी वस्तु को लेकर किसी से तीखी झड़प होने की संभावना है। आज धन की अपेक्षा संबंधो को अधिक महत्त्व दे भविष्य के लिए हितकर रहेगा। सेहत सामान्य रहेगी।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन का पूर्वार्ध परिवार में कलह रहने के कारण अशान्त रहेगा इसका कारण भी आप ही रहेंगे। सेहत भी आज असामान्य रहने से कार्य क्षेत्र पर बेहतर अनुभव नहीं करेंगे। अधिकारी वर्ग भी छोटी छोटी बातों में कमियां निकालेंगे। धन लाभ के लिए आज चाटुकारिता का सहारा लेना पड़ सकता है। धार्मिक स्थानों पर दान पुण्य के अवसर मिलेंगे। स्त्री मित्रो से संबंधो में कड़वाहट आ सकती है। दिनचर्या असंयमित रहने के कारण शारीरिक शिथिलता अनुभव होगी। आज यात्रा लाभदायक तो रहेगी लेकिन शारीरिक रूप से कष्टकारी भी।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज दिन का आधा भाग मानसिक रूप से परेशान कर सकता है। आपकी इच्छाओं की पूर्ति में विघ्न आने से आवेश से भरे रह सकते है। आज मन की भड़ास किसी निर्दोष पर उतारने से ग्लानि होगी। अधिकारियों से बात मनवाने के लिए बौद्धिक परिश्रम करना पड़ेगा। आवश्यकता के समय धन ना मिलने पर जरूरी कार्य अटक सकते है। सरकार सम्बंधित कार्य आज ना ही करे तो बेहतर रहेगा। यात्रा अथवा किसी आयोजन में बेमन से जाना पड सकता है। घर में धैर्य का परिचय दें। सेहत भी नरम गरम रहने की संभावना है।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन अनर्गल प्रवृतियों में समय एवं धन नष्ट करेंगे। जिस कार्य को आज करने का मन करेगा वह किसी अन्य के हाथ में जा सकता है। शारीरिक एवं मानसिक रूप से सामान्य रहेंगे। कार्य व्यवसाय में किसी जानकार के हस्तक्षेप से लाभदायक स्थिति बनेगी। आज जिस भी कार्य को हाथ मे लेंगे किसी न किसी कारण से उसमे विलंब हो सकता है।मध्यान के बाद सभी कार्य धीरे-धीरे पूर्ण होने से राहत मिलेगी। प्रेम-रोमांस में दूरियां आ सकती है। आज गिरने अथवा जलने से शारीरिक कष्ट हो सकता है सेहत का ध्यान रखना जरूरी है।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏

*जय श्री हरि* *नवरात्री के नौ दिन माँ के अलग-अलग भोग*

१ प्रथम नवरात्रि पर मां को गाय का शुद्ध घी या फिर सफेद मिठाई अर्पित की जाती है।

२‌ दूसरे नवरात्रि के दिन मां को शक्कर का भोग लगाएं और भोग लगाने के बाद इसे घर में सभी सदस्यों को दें। इससे उम्र में वृद्धि होती है।

३ तृतीय नवरात्रि के दिन दूध या दूध से बनी मिठाई, खीर का भोग मां को लगाएं एवं इसे ब्राह्मण को दान करें। इससे दुखों से मुक्ति होकर परम आनंद की प्राप्ति होती है।

४ चतुर्थ नवरात्र पर मां भगवती को मालपुए का भोग लगाएं और ब्राह्मण को दान दें। इससे बुद्धि का विकास होने के साथ निर्णय लेने की शक्ति बढ़ती है।

५ नवरात्रि के पांचवें दिन मां को केले का नैवेद्य अर्पित करने से शरीर स्वस्थ रहता है।

६ नवरात्रि के छठे दिन मां को शहद का भोग लगाएं, इससे आकर्षण शक्ति में वृद्धि होती है।

७ सप्तमी पर मां को गुड़ का नैवेद्य अर्पित करने और इसे ब्राह्मण को दान करने से शोक से मुक्ति मिलती है एवं अचानक आने वाले संकटों से रक्षा भी होती है।

८ अष्टमी व नवमी पर मां को नारियल का भोग लगाएं और नारियल का दान करें। इससे संतान संबंधी परेशानियों से मुक्ति मिलती है।

डॉ0 विजय शंकर मिश्र:।

*इन 👉🏻21 बातों की गाॅंठ बाॅंध लीजिए*👇🏻

(1) बेटियों का विवाह 21 से 25 वें वर्ष तक और बेटों का विवाह 25 से 29 वें वर्ष की आयु तक हर स्थिति में हो जाना चाहिए ।

(2) फ्लैट ना लेकर जमीन खरीदें और उस पर अपना घर बनाओ। वरना आपकी संतानों का भविष्य पिंजरे के पंछी की तरह हो जाएगा ।

(3) नई युवा पीढ़ी को कम से कम तीन संतानों को जन्म देने के लिए प्रेरित करें।

(4) गाॅंव से नाता जोड़कर रखें और गाॅंव की पैतृक संपत्ति और वहाॅं के लोगों से नाता जोड़कर रखें।

(5) अपनी संतानों को अपने धर्म की शिक्षा अवश्य दें और उनके मानसिक और शारीरिक विकास पर अवश्य ध्यान दें।

(6) किसी भी और आतंकवादी प्रवृति के व्यक्ति से सामान लेने- देने, व्यवहार करने से यथासंभव बचें ।

(7) घर में बागवानी करने की आदत डालें और यदि पर्याप्त जगह है तो देसी गाय पालें।

(8) होली, दीपावली, विजयादशमी, नवरात्रि, मकर संक्रांति, जन्माष्टमी, रामनवमी आदि जितने भी त्यौहार आए, उन्हें आफिस कार्यों से छुट्टी लेकर सहपरिवार मनायें।

(9) प्रातः काल 5:30 बजे उठ जायें और रात्रि 10 बजे तक सोने का नियम बनाऍं। सोने के पहले आधा गिलास पानी अवश्य पियें इससे हार्ट अटैक की संभावना घटती है।

(10) यदि आपकी कोई एक संतान पढ़ाई में कमजोर है, तो उसको कोई भी हुनर(skill) वाला ज्ञान अवश्य दें ।

(11) आपकी प्रत्येक संतान को कम से कम तीन फोन नम्बर स्मरण होने चाहिए और आपको भी ।

(12) जब भी परिवार और समाज के बीच जायें तो अपनी संतानों को भी ले जाऍं, इससे उनका मानसिक विकास सशक्त होगा।

(13) परिवार के साथ मिल बैठकर भोजन करने का प्रयास करें और भोजन करते समय मोबाइल फोन और टीवी बंद कर लें ।

(14) अपनी संतानों को वालीबुड की कचरा फिल्मों से बचाऍं और प्रेरणादायक फिल्में दिखाऍं।

(15) सायंकाल के समय कम से कम 10 मिनट भक्ति संगीत सुनें या बजाऍं। दिखावे के चक्कर में पड़कर व्यर्थ का खर्चा ना करें।

(16) दो किलोमीटर तक जाना हो तो पैदल जाऍं या सायकल का प्रयोग करें ।

(17) अपनी संतानों के मन में किसी भी प्रकार के नशे आदि के विरुद्ध चेतना उत्पन्न करें तथा उसे विकसित करें ।

(18) अपने ऑंगन में तुलसी का पौधा अवश्य लगाऍं व नित्य प्रतिदिन पूजा, दीपदान अवश्य करें ।

(19) कन्या की खुशी बराबरी से मनाऍं, दोनों ज़रूरी है। अगर बेटियाॅं नहीं होंगी तो परिवार व समाज को आगे बढ़ाने वाली बहुऍं कहाॅं से आयेगीं और अगर बेटे नहीं होंगे तो परिवार समाज व देश की रक्षा कौन करेगा ।

(20) अपने घर पर एक हथियार अवश्य रखें और उसे चलाने का निरन्तर हवा में अकेले प्रयास करते रहें ताकि विपत्ति के समय प्रयोग कर सकें जैसे लाठी।

(21) आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया शेयर करना ना भूलें ।