आज का पंचाग आपका राशि फल, मनुष्य हैं तो सुनिश्चित करें कि भोजन की थाली में शाकाहार हो किसी शव के टुकड़े नहीं

*त्रुटि हमारी हो या आपकी*

*सबंध तो हमारा है ना |*

*स्वीकार्यता एवं सामंजस्य बनाना ही है 🙏

*”मुस्कुराना” सीखना पड़ता है |*
*”रोना” तो पैदा होते ही आ जाता हैं* 

*सुप्रभातम**आज का पञ्चाङ्ग*
*_रविवार, ०७ अप्रैल २०२४_*
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सूर्योदय: 🌄 ०६:१४, सूर्यास्त: 🌅 ०६:४३
चन्द्रोदय: 🌝 २९:३४, चन्द्रास्त: 🌜१७:१२
अयन 🌘 उत्तरायणे(उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌳 वसंत
शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८० (पिंगल)
मास 👉 चैत्र, पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 त्रयोदशी (०६:५३
से चतुर्दशी, २७:२१ से, अमावस्या)
नक्षत्र 👉 पूर्वाभाद्रपद
(१२:५८ से उत्तराभाद्रपद)
योग 👉ब्रह्म(२२:१७ से इन्द्र)
प्रथम करण👉वणिज(०६:५३ तक
द्वितीय करण👉विष्टि(१७:०७तक
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
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सूर्य 🌟 मीन
चंद्र 🌟 मीन (०७:३९ से)
मंगल🌟कुम्भ(उदित,पूर्व, मार्गी)
बुध🌟मेष (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र 🌟 मीन
(उदित, पश्चिम, मार्गी)
शनि🌟कुम्भ(उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मीन
केतु 🌟 कन्या
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५४ से १२:४४
अमृत काल 👉 २९:५८ से ०७:२३
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 १२:५८ से २९:५८
विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३८ से १९:०१
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३९ से १९:४७
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५६ से २४:४१
राहुकाल 👉 १७:०४ से १८:३९
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:१९ से १३:५४
होमाहुति 👉 केतु
दिशाशूल 👉 पश्चिम
नक्षत्र शूल 👉 दक्षिण (१२:५८ तक)
अग्निवास 👉 पाताल (०६:५३ से पृथ्वी)
भद्रावास 👉 मृत्यु (०६:५३ से १७:०७)
चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर ०७:३९ से)
शिववास 👉 भोजन में (०६:५३ से श्मशान में, २७:२१ से गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (पान का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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मासिक शिवरात्रि आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १२:५८ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (द, दि) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराभाद्रपाद नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (दू, थ, झ) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मीन – २८:५७ से ०६:२०
मेष – ०६:२० से ०७:५४
वृषभ – ०७:५४ से ०९:४९
मिथुन – ०९:४९ से १२:०४
कर्क – १२:०४ से १४:२६
सिंह – १४:२६ से १६:४४
कन्या – १६:४४ से १९:०२
तुला – १९:०२ से २१:२३
वृश्चिक – २१:२३ से २३:४३
धनु – २३:४३ से २५:४६
मकर – २५:४६ से २७:२७
कुम्भ – २७:२७ से २८:५३
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:५९ से ०६:२०
मृत्यु पञ्चक – ०६:२० से ०६:५३
अग्नि पञ्चक – ०६:५३ से ०७:५४
शुभ मुहूर्त – ०७:५४ से ०९:४९
रज पञ्चक – ०९:४९ से १२:०४
शुभ मुहूर्त – १२:०४ से १२:५८
चोर पञ्चक – १२:५८ से १४:२६
शुभ मुहूर्त – १४:२६ से १६:४४
रोग पञ्चक – १६:४४ से १९:०२
शुभ मुहूर्त – १९:०२ से २१:२३
मृत्यु पञ्चक – २१:२३ से २३:४३
अग्नि पञ्चक – २३:४३ से २५:४६
अग्नि पञ्चक – २५:४६ से २७:२१
शुभ मुहूर्त – २७:२१ से २७:२७
रज पञ्चक – २७:२७ से २८:५३
शुभ मुहूर्त – २८:५३ से २९:५८
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिये हानिकर रहेगा। जिस कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे पहले धन का अभाव फिर सहयोग की कमी बाधक बनेगी। व्यवसायी वर्ग आज संग्रह करने से बचे अन्यथा धन फसने के प्रबल योग है। सार्वजनिक क्षेत्र पर तो आपकी छवि धनवान जैसी बनेगी लेकिन अंदर से स्थिति इसके विपरीत रहेगी उधारी को लेकर किसी से किया वादा पूरा ना करने पर अपमानित होना पड़ेगा। जल्दबाजी में कोई भी जोखिम वाला कार्य ना करें अन्यथा लेने के देने पड़ जाएंगे। लंबी यात्रा, अग्नि और मशीनरी से सावधानी बरतें दुर्घटना हो सकती है। संध्या के समय बौद्धिक परिश्रम करने पर थोड़ा बहुत धन मिल जाएगा। घर मे किसी का जिद्दी व्यवहार क्रोध दिलाएगा शांत रहने का प्रयास करें वरना बिना बात सरदर्दी बढ़ेगी। स्वसन तंत्र में खराबी आएगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज आपका दिमाग इधर उधर की बातों में ज्यादा रहेगा। अपने काम छोड़ पराई समस्यों में उलझेगे बिना मांगे सलाह देना बाद में भारी पड़ जायेगा इसका ध्यान रहे। स्वभाव दिन भर मनमौजी रहेगा जो मन मे आएगा करेंगे किसी के टोकने पर नाराज हो जाएंगे। कार्य क्षेत्र पर आज दिन भर उदासीनता रहेगी भाग दौड़ के बाद भी परिणाम निराशाजनक ही मिलेंगे खर्च निकालने के लिये किसी से उधार लेने की नौबत आ सकती है। भाई बंधुओ से गलतफलमी के कारण बहस होगी शांत रहे उन्हें अपनी गलती का अहसास अपने आप हो जाएगा। आज भागीदारी की योजना बनेगी लेकिन पुराने पैतृक कार्यो में कोई भागीदार ना बनाये अन्यथा बाद में पछताना पड़ेगा। घर मे छूट पुट नोकझोंक लगी रहेगी। सेहत संध्या से विपरीत होगी छाती में संक्रमण हो सकता है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप सभी क्षेत्रों से ज्यादा ही उम्मीद लगाए रहेंगे परन्तु सफलता कुछ एक मे ही मिल सकेगी। सरकारी कार्य भी आज कुछ कमी रहने से अपूर्ण रह सकते है । नौकरी-व्यवसाय में कार्य विलम्ब से आरंभ करने के कारण पूर्ण होने में भी विलम्ब होगा। आर्थिक दृष्टिकोण से कुछ ना कुछ कमी बनी रहेगी धन की कमी रहने से महत्त्वपूर्ण कार्य की योजना बनी बनाई रह जायेगी। संध्या के समय से स्थिति सुधरेगी लाभ की संभावना बनेगी परन्तु समय की कमी भी रहने से लाभ सीमित रहेगा। पिता को छोड़ अन्य पारिवारिक जन का सहयोग मिलने पर भी मानसिक उद्वेग रहेगा। चर्म रोग खुजली अथवा अग्नि से जलने के भय है।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन बुद्धि विवेक की कमी रहने पर भी आपका व्यक्तित्त्व निखरा हुआ रहेगा। सार्वजनिक क्षेत्र से सम्मान के साथ भविष्य में लाभ के द्वार भी खुलेंगे। कार्य क्षेत्र पर लापरवाही करेंगे जिससे कोई पुराना स्नेह संबंध खराब हो सकता है। व्यवसायी वर्ग और नौकरी पेशा जातक शारीरिक परिश्रम की जगह आज दिमागी कसरत कर लाभ कमाएंगे लेकिन जिस लाभ के हकदार है उतना नही हो पाने पर निराशा भी होगी। स्वभाव में अकड़ रहने पर भी परिजनों से अच्छी पटेगी घर के सदस्य अपने निजी स्वार्थ के लिये आपकी गलतियों को अनदेखा करेंगे जिससे स्वभाव की उद्दंडता बढ़ेगी इसपर नियंत्रण रखें। आज हाथ पैरों में शिथिलता और जननेन्द्रिय संबंधित शिकायत से परेशानी होगी। यात्रा की योजना निरस्त होगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज मध्यान तक शारीरिक रूप से शिथिलता बनी रहेगी इस कारण कुछ आवश्यक कार्य आगे के लिये निरस्त करने पड़ेंगे वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह निर्णय उपयुक्त ही रहेगा। मध्यान के बाद परिस्थिति में सुधार आने लगेगा लेकिन स्वभाव में जल्दबाजी रहने के कारण कुछ कार्य बिना सोचे करेंगे जिससे कार्य बनने की जगह ज्यादा उलझ जाएंगे। धन की आमद आवश्यकता से कम ही रहेगी आवश्यक खर्च संचित धन से करने पड़ेंगे। आज आपको परिजनों की कोई पुरानी सलाह ना मानने की ग्लानि भी होगी। संध्या के समय पति पत्नी के बीच कहाँ सुनी हो सकती है। संताने आज्ञाकारी रहेंगी लेकिन कोई गुप्त बात खुलने के कारण इनके प्रति हीन भावना बनेगी। पिता अथवा पैतृक कार्यो में लाचारी दिखेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन पिछले कुछ दिनों से बेहतर रहेगा किसी मनोकामना पूर्ति ना होने का दुख आज भी रह सकता है। धर्य हीनता के बाद भी दिन सुख संतोष जनक ही रहेगा। दिन के आरम्भ से मध्यान तक दैनिक कार्यो में व्यस्त रहेंगे इसके बाद कार्य क्षेत्र से कोई शुभ समाचार मिलेगा। आज आप जो भी कार्य करेंगे उसे बिना किसी सहयोग के पूर्ण कर लेंगे पठन पाठन संबंधित एवं सौंदर्य-साज सज्जा संबंधित कार्य से विशेष लाभ की उम्मीद है। धन की आमद अल्प मात्रा में लेकिन कई बार होने से दिन भर का कोटा पूर्ण कर लेंगे। नौकरी वालो के लिये मध्यान तक का समय ठीक रहेगा इसके बाद कार्यो में उलझन बढ़ेगी। घर के छोटे छोटे खर्च परेशान करेंगे। अग्नि से कष्ट एवं पेट से उपर के भाग में कष्ट हो सकता है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपके लिए सुख-समृद्धि दायक रहेगा। आज आपका स्वभाव अत्यंत आराम तालाब रहेगा जल्दी से किसी कार्य मे परिश्रम नही करेंगे फिर भी पूर्व में की गई मेहनत का फल आज अवश्य धन अथवा अन्य लाभो के रूप में मिलेगा। जमीन संबंधित एवं भागीदारी के कार्यो से हानि हो सकती है इसके विपरीत कला से जुड़े लोगों को लाभ होगा। थोक अथवा शेयर के कारोबारी निवेश का भरपूर लाभ ले सकेंगे। आपका सार्वजिक जीवन ठाठ बाट वाला रहेगा। किसी भी कार्य मे खर्च करने से पीछे नही हटेंगे इससे बीच मे थोड़ी आर्थिक विषमताएं भी आ सकती है। रहन-सहन में आडम्बर की झलक दिखेगी। गृहस्थ सुख आज उत्तम रहेगा परिजनो से पूर्ण स्नेह मिलेगा। प्रमेह अथवा चेहरे संबंधित समस्या रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। स्वभाव से विनोदी रहेंगे व्यस्तता से समय निकाल कुछ समय के लिये प्रियजनों के साथ मसखरी करेंगे। लेकिन कार्य के समय लापरवाही करना पसंद नही करेंगे आज धार्मिक भावनाएं भी बढ़ने से मानसिक रूप से राहत अनुभव करेंगे मन मे अवश्य उथल पुथल लगी रहेगी फिर भी जाहिर नही होने देंगे। कार्य क्षेत्र पर मेहनत तो करेंगे परन्तु लाभ उचित मात्रा में नही हो सकेगा। कुछ महत्त्वपूर्ण विषयो को लेकर किसी प्रतिद्वन्दी से समझौता करना पड़ सकता है। धन लाभ मध्यान बाद थोड़े अंतराल पर होता रहेगा परन्तु खर्च की तुलना में पर्याप्त नही होगा। गृहस्थ में कुछ ना कुछ उलझनों के बाद भी स्थिति सामान्य बनी रहेगी। नाक-कान-गले संबंधित रोग हो सकते है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज आप मानसिक रूप से शांत रहने का प्रयास करेंगे लेकिन मध्यान और संध्या बाद के समय किसी न किसी से विवाद होने की संभावना है। आपकी वाणी और व्यवहार से किसी का अहित ना हो इसका ध्यान आज विशेष रूप से रखें। विरोधी पक्ष आज प्रबल रहेगा मध्यान तक स्वयं को किसी न किसी कार्य मे लगाये रखें इससे मन मे अनर्गल विचार नही आएंगे। दोपहर के बाद स्थिती सुधरने से कार्यो के प्रति गंभीरता आएगी लेकिन कार्य क्षेत्र पर भी ज्यादा व्यवसाय नही मिलेगा। आय व्यय बराबर रहने और खर्च पर जबरदस्ती नियंत्रण करने से आर्थिक संतुलन बना रहेगा। संध्या बाद फिर से पुरानी बातों को याद कर कलह के प्रसंग बनेंगे। आज परिजनों की अप्रिय बात को अनसुनी करें। सन्तानो का परीक्षा में खराब प्रदर्शन चिंता बढ़ाएगा। स्वास्थ्य बना रहेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से सुधार वाला रहेगा फिर भी धन को लेकर आज आप संतुष्ट नही रहेंगे। जिस भी कार्य से लाभ होगा उसमे कुछ न कुछ कमी ही रहेगी ज्यादा पाने के लालच में जितना मिलना है उसमें भी कमी आ सकती है। व्यवसाय में आज किसी को भूलकर भी उधार ना दें अन्यथा वापसी में परेशानी आ सकती है। भाई बंधुओ से पैतृक कार्य अथवा किसी अन्य पुराने कार्य को लेकर अनबन होने की संभावना है निर्णय लेने मे जल्दबाजी ना करें अन्य लोगो के विचार सुनने के बाद ही अपना पक्ष रखें इससे समाधान शीघ्र हो सकता है। भागीदारी के कार्य विशेष कर जमीन संबंधित कार्य मे विवाद हो सकता है आज इनको टालना ही बेहतर रहेगा। सर दर्द अपच की शिकायत हो सकती है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आपका संतोषि स्वभाव विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य बनाये रखेगा। सोचे हुए कार्य ना बनने पर कुछ समय के लिये क्रोध आएगा फिर भी किसी का मीठा व्यवहार मिलेने से शांत हो जाएंगे। महिला वर्ग आज जितना मील उसी में संतोष करे अन्यथा स्वयंजन को दुख हो सकता है। काम-धंधे में कोई बड़ी चूक होने की संभावना है यहां भी किसी स्वजन का सहयोग बड़ी हानि होने से बचा लेगा। घर मे आज मातृ शक्ति का बोलबाला रहेगा इनसे बनाकर रखने में ही भलाई है अन्यथा दिन शांति से नही बिता पाएंगे। भाई बंधुओ से ईर्ष्या युक्त संबंध रहेंगे एक दूसरे की बात काटने पर तीखी बहस हो सकती है। माता का सुख उत्तम रहेगा अपनी बात आसानी से मनवा लेंगे। सेहत में आकस्मिक गिरावट आएगी सतर्क रहें।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज दिन भर आप विपरीत लिंगीय आकर्षण में बंधे रहेंगे। अपने काम को छोड़ अनर्गल प्रवृतियों में समय और धन बर्बाद करने से घर और समाज मे सम्मान खो सकते है। कार्य क्षेत्र पर कार्य करते समय ध्यान कही और ही रहेगा धन लाभ के प्रसंग अकस्मात बनेंगे लेकिन लापरवाह रहने के कारण हाथ से निकलने की संभावना है। सहकर्मियो पर नाजायज दबाव और हुकुम ना चलाया अन्यथा अकेले रह जाएंगे। धन की आमद होगी लेकिन खर्च निकालने के लिए भी कम पड़ेगी। भाई बहन का अधिक बोलना अखरेगा फिर भी धैर्य बनाये रखें आपके हित की बात की करेंगे। किसी की चुगलखोरी के शिकार बनेंगे। आज अनैतिक साधनों से लाभ आसानी से मिलेगा फिर भी इनसे बचना ही बेहतर रहेगा। संध्या के समय शारीरिक क्षमता में कमी आएगी फिर भी मौज शौक से पीछे नही हटेंगे।
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*जैसा बोओगे, वैसा काटोगे*

*अपनी मृत्यु ! अपनों की मृत्यु ! मनुष्य को सदैव डरावनी लगती है। बाकी की तो मौत का उत्सव मनाता है मनुष्य!*

*आखिर क्यों* ??

*मौत के स्वाद का चटखारे लेता है मनुष्य! मौत तो हमारा स्वाद है। मौत किसी की, और स्वाद हमारा, यह कैसा नियम है मनुष्य का..!*

*स्वाद के कारण ही मौत कारोबार बन गई है। मुर्गी पालन, मछली पालन, बकरी पालन, पोल्ट्री फार्म्स, नाम है “पालन” और मकसद है “हत्या” करना। स्लाटर हाउस तक खोल दिये गये हैं। गली-गली में खुले नॉनवेज रेस्टॉरेंट! मौत का कारोबार नहीं तो और क्या हैं ?*
*यह सब इसलिए है क्योंकि यह मौत हमारी नही है, किसी और की है। जो हमारी तरह बोल नही सकते, अपनी अभिव्यक्त नही कर सकते, अपनी सुरक्षा स्वयं नहीं कर सकते हैं। उनकी इस कमजोरी को हमने अपना बल मान लिया है! और साथ ही साथ हमने यह मान लिया कि उनमें भावनाएं नहीं होतीं है ? या उनकी आहें नहीं निकलतीं हैं ? या उनकी बददुवाएं नहीं होती हैं।*

*खाने की टेबिल पर हड्डियां नोचते हुए, एक पिता अपने बच्चे को सीख देता है, कि बेटा कभी किसी का दिल नही दुखाना, किसी की आहें मत लेना, किसी की आंख में तुम्हारे कारण, ऑंसू नहीं आना चाहिए । अपने बच्चों में झूठे संस्कार डालते समय पिता को, अपने हाथ मे वो हड्डियाँ नहीं दिखती, जो इससे पहले एक जीवित शरीर थी, जिसके अंदर इससे पहले एक आत्मा थी, उसकी भी अपनी एक मां थी, और वह भी किसी की संतान थी। जिसे काटा गया होगा ? क्या वह कराहा नहीं होगा ? या तड़पा होगा। उसकी भी आहें अवश्य निकली होंगी ? और उसने बददुवाएं भी अवश्य दी होगी ?*

*आपने कैसे यह मान लिया कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ेंगे तब ईश्वर सिर्फ मनुष्यों की रक्षा के लिए अवतार लेंगे ? क्या ये मूक जानवर उस परमपिता परमेश्वर की संतान नहीं हैं ? क्या उस ईश्वर को उनकी रक्षा की चिंता नहीं है ?*

*धर्म की आड़ में उस परमपिता के नाम पर आप लोगों ने अपने स्वाद के लिए कभी “ईद” पर बकरे को काटते हो, तो कभी “माँ दुर्गा” या “बाबा भैरव” के सामने बकरे की बली चढ़ाते हो। तो कहीं आप, अपने स्वाद के लिए मछली का भोग लगाते है ।*
*क्या अपने कभी सोचा ! कि ईश्वर का स्वाद क्या होता है ? उनका भोजन क्या है ? आखिर आप किसे ठग रहे हो ! भगवान को, अल्लाह को, जीसस को या स्वयं को ?*

*मंगलवार को मैं नॉनवेज नहीं खाता हूँ, आज शनिवार है इसलिए नॉनवेज नहीं खाऊंगा, अभी नवरात्रि चल रही हैं, इसलिए नॉनवेज नहीं खाऊंगा। इसका मतलब ! आपके मन में भी कहीं न कहीं अपराध बोध अवश्य है। परंतु वह आपकी जिव्हा के स्वाद के आगे गौण हो गया है*

*ईश्वर ने आपको बुद्धि दी, और मनुष्य योनि में जन्म दिया। सिर्फ इसलिए कि आप तमाम योनियों में भटकने के बाद, जन्म मृत्यु के इस चक्र से बाहर निकलने का रास्ता ढूँढ सके। परन्तु आपने इस मनुष्य योनि को पाते ही स्वयं को ईश्वर समझ लिया।*

*आप ही तो कहते हो, कि हम जो प्रकृति को देंगें, वही प्रकृति हमें लौटायेगी। यदि आप प्रकृति को मौतें दे रहे हैं, तो प्रकृति भी हमें मौत ही लौटायेगी। तब अपनों की मौत पर कष्ट क्यों ? यह विलाप कैसा!*

*आसामयिक मौत, असाध्य रोग और अन्य दैवीय आपदाएँ ! क्या यह, इस बात का संकेत नही है कि ईश्वर हमसे नाराज है।*
*ईश्वर ने अपनी ही, बनाई कई योनियों को धरती से हमेशा के लिए विलुप्त कर चुका हैं, और आगे भी ऐसा ही कर रहा है।*

*शाकाहार, तप, त्याग और तपस्या ही मानव का धर्म है।*
*”जियो और जीने दो” ही मनुष्य योनि का सतत सत्य सिद्धान्त है, और इसी राह पर चलने वाला मनुष्य सदैव दीर्घायु, सुखी और यशश्वी रहता है।*
*प्रकृति के साथ रहो। प्रकृति के होकर रहो।*

*कृपया यह पोस्ट आगे भेजने का कष्ट करेंगे …*

@✍️जय श्री राम 🙏🏻❤️

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