आज का पंचाग आपका राशि फल, वसंत पंचमी नवजीवन का आरंभ है ऐसे करें सरस्वती की पूजन, ईसाई बनाये गये लोगों की घर वापसी और बालिवुड षड्यंत्र का भंडाफोड़ की टीस ही बना सैक्युलरों के द्वारा धीरेन्द्र शास्त्री के विरोध का कारण, अनादि काल से ही वैदिक ‘मांत्रिक उपचार’ भारतीय चिकित्सा पद्धति रही है

. *।। ॐ ।।* 

    🚩🌞 *सुप्रभातम्* 🌞🚩

📜««« *आज का पंचांग* »»»📜

कलियुगाब्द…………………….5124

विक्रम संवत्……………………2079

शक संवत्………………………1944

रवि………………………….उत्तरायण

मास………………………………माघ

पक्ष………………………………शुक्ल

तिथी……………………………चतुर्थी

दोप 12.39 पर्यंत पश्चात पञ्चमी

सूर्योदय…………प्रातः 07.08.34 पर

सूर्यास्त…………संध्या 06.10.00 पर

सूर्य राशि………………………..मकर

चन्द्र राशि……………………….कुम्भ

गुरु राशि…………………………मीन

नक्षत्र…………………….पूर्वाभाद्रपद

रात्रि 08.03 पर्यंत पश्चात उत्तराभाद्रपद

योग……………………………..परिघ

संध्या 06.14 पर्यंत पश्चात शिव

करण…………………………….विष्टि

दोप 12.39 पर्यंत पश्चात बव

ऋतु……………………(तप:) शिशिर

दिन…………………………..बुधवार

 

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-

25 जनवरी सन 2023 ईस्वी ।

 

👁‍🗨 *राहुकाल* :-

दोपहर 12.38 से 02.00 तक ।

 

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*

*मकर*  

06:31:16 08:18:31

*कुम्भ* 

08:18:31 09:51:55

*मीन*  

09:51:55 11:23:07

*मेष* 

11:23:07 13:03:51

*वृषभ*  

13:03:51 15:02:30

*मिथुन*  

15:02:30 17:16:12

*कर्क*  

17:16:12 19:32:22

*सिंह*  

19:32:22 21:44:11

*कन्या*  

21:44:11 23:54:50

*तुला* 

23:54:50 26:09:28

*वृश्चिक*  

26:09:28 28:25:38

*धनु*  

28:25:38 30:31:16 

 

🚦 *दिशाशूल* :-

उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो तिल का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

 

☸ शुभ अंक……………………..7

🔯 शुभ रंग……………………..हरा

 

💮 *चौघडिया :-*

प्रात: 08.33 से 09.54 तक अमृत

प्रात: 11.16 से 12.38 तक शुभ

दोप 03.21 से 04.43 तक चंचल

सायं 04.43 से 06.05 तक लाभ

रात्रि 07.43 से 09.21 तक शुभ ।

 

📿 *आज का मंत्र* :-

॥ ॐ भालचन्द्राय नम: ॥

 

📯 *संस्कृत सुभाषितानि :-*

क्रोधो मूलमनर्थानां क्रोधः संसारबन्धनम्।

धर्मक्षयकरः क्रोधः तस्मात् क्रोधं विवर्जयेत्॥ 

अर्थात :

क्रोध समस्त विपत्तियों का मूल कारण है, क्रोध संसार बंधन का कारण है, क्रोध धर्म का नाश करने वाला है, इसलिए क्रोध को त्याग दें 

 

🍃 *आरोग्यं :*-

*दांतों को मोतियों की तरह ऐसे चमकाएं -*

 

*1. बेकिंग सोडा -*

बेकिंग सोडा में दांत को चमाने के नेचुरल बेनिफिट हैं, यही वजह है कि बेकिंग सोडा आज बिकने वाले जितने भी टूथपेस्ट हैं उनमें एक पॉपुलर एलिमेंट है। बेकिंग सोडा दांतों पर रगड़ने से पीलापन दूर होता है। इसके लिए आप ब्रश को सीधा बेकिंग सोडा में डिप कर लें या फिर एक बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा में चुटकीभर नमक मिला लें और फिर इसे ब्रश से दांतों पर रगड़े।

 

⚜ *आज का राशिफल :-*

 

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*

*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*

लेनदारी वसूल करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। जल्दबाजी न करें।

 

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*

*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*

शारीरिक कष्ट संभव है। पारिवारिक समस्या से चिंता बढ़ सकती है। नई आर्थिक नीति बन सकती है। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन से भविष्य में लाभ होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग कार्य में गति प्रदान करेगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। पुराना रोग उभर सकता है।

 

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*

*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*

धार्मिक कार्य में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में उन्नति होगी। निवेशादि करने का मन बनेगा। विवेक से कार्य करें, लाभ होगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। परिवार की चिंता बनी रहेगी।

 

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*

*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धनागम होगा। प्रतिद्वंद्वी अपना रास्ता छोड़ देंगे। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। किसी भी प्रकार के झगड़ों में न पड़ें। वाणी पर नियंत्रण रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।

 

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*

*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*

संपत्ति की खरीद-फरोख्त में सफलता मिलेगी। स्थायी संपत्ति की दलाली बड़ा लाभ दे सकती है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। सभी ओर से खुश खबरें प्राप्त होंगी। पारिवारिक चिंता रहेगी। अज्ञात भय सताएगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।

 

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*

*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*

व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभदायक रहेंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। आय के साधनों में वृद्धि होगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड में निवेश लाभदायक रहेगा।

 

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*

*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*

व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। पार्टी व पि‍कनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। शारीरिक कष्ट संभव है।

 

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*

*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*

प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। विवाद से क्लेश संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर अतिविश्वास न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।

 

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*

*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*

कानूनी अड़चन सामने आएगी। अज्ञात भय सताएगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। पराक्रम बढ़ेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में उच्च‍ाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देंगे।

 

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*

*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*

स्वास्थ्य का ध्यान रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नौकरी में अधिकार मिल सकते हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। बाहर जाने का मन बनेगा। बड़ा काम करने की योजना बनेगी। लाभ होगा।

 

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*

*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*

सुख के साधनों पर व्यय होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश शुभ रहेगा। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। नौकरी में प्रमोशन‍ मिल सकता है। चोट व रोग से बचें। यश बढ़ेगा। बेचैनी रहेगी। जल्दबाजी न करें।

 

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*

*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*

शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। हल्की हंसी-मजाक न करें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर भरोसा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी।

 

.☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

 

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩

🚩*वसंत पचंमी तिथि*

पंचांग के अनुसार, माघ शुक्ल पंचमी 25 जनवरी 2023 की दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से होगी और 26 जनवरी 2023 को सुबह 10 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार इस वर्ष वसंत पंचमी 26 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी।

*वसंत पचंमी पूजा*

🔯 वसंत पचंमी वाले दिन सुबह स्नान आदि से निवृत होकर साफ पीले या सफेद रंग का वस्त्र पहनें। उसके बाद सरस्वती पूजा का संकल्प लें।

🔯 पूजा स्थान पर मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। मां सरस्वती को गंगाजल से स्नान कराएं। फिर उन्हें पीले वस्त्र पहनाएं।

🔯इसके उपरांत पीले फूल, अक्षत, सफेद चंदन या पीले रंग की रोली, पीला गुलाल, धूप, दीप, गंध आदि अर्पित करें। सरस्वती माता को गेंदे के फूल की माला पहनाएं।

🔯माता को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं। इसके बाद सरस्वती वंदना एवं मंत्र से मां सरस्वती की पूजा करें। आप चाहें तो पूजा के समय सरस्वती कवच का पाठ भी कर सकते हैं

🔯 अंत में में हवन कुंड बनाकर हवन सामग्री तैयार कर लें और ओम श्री सरस्वत्यै नमः: स्वहा मंत्र की एक माला का जाप करते हुए हवन करें। फिर अंत में खड़े होकर मां सरस्वती की आरती करें।

ऐसी मूर्ति छात्रों के लिए होती है शुभ

🔯 कमल पुष्प पर विराजमान मां हंसवाहिनी को ज्ञान और विद्या की अधिष्ठात्री भी कहा जाता है। वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती हाथों में पुस्तक, विणा और माला लिए श्वेत कमल पर विराजमान हो कर प्रकट हुई थीं। ऐसे में माता की प्रतिमा खरीदते समय इसका खास ध्यान रखें।

🔯 छात्र अपने स्टडी टेबल पर मां सरस्वती की ऐसी मूर्ति रखें, जिसमें वो कमल पुष्प पर विराजमान बैठी हुई मुद्रा में हों। खड़ी हुई मुद्रा में माता की मूर्ति रखना शुभ नहीं माना जाता।

🔯 साथ ही मां सरस्वती की मूर्ति हमेशा सौम्य, सुंदर और आशीर्वाद वाली मुद्रा में होनी चाहिए। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार वीणा वादिनी मां सरस्वती की कृपा से संपूर्ण संसार में जीव जंतुओं को वाणी प्राप्त हुई थी। माता की खंडित प्रतिमा न रखें। खंडित मूर्ति से घर में नकारात्मकता का वास होता है। साथ ही मां सरस्वती की दो प्रतिमा स्थापित न करें।

वसंत पंचमी के उपाय

🔯 वसंत पंचमी के दिन सरस्वती गायत्री मंत्र ॐ सरस्वत्यै विद्महे ब्रह्मपुत्र्यै धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात् की 5 माला का जाप करें। सरस्वती गायत्री मंत्र से बुद्धि, विवेक, दूरदर्शिता, चतुराई और नौकरी कारोबार में सफलता मिलती है।

🔯 वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती के सामने दो मुखी दीपक जलाएं। इसके बाद पद्मश्री ॐ पद्मा क्ष्री नमः मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। मान्यता है कि इससे करियर की बाधाएं दूर होती हैं और प्रमोशन के रास्ते खुलते हैं।

🔯 वसंत पंचमी के दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान करके पीले रंग के कपड़े पहनें। फिर विधि-विधान से देवी सरस्वती की पूजा करें। पूजा में मां सरस्वती को पीले रंग के फूल और मिठाइयों का भोग लगाएं। इससे मां सरस्वती प्रसन्न होंगी और नौकरी में उच्च पद प्राप्त होता है।

🔯 वसंत पंचमी के दिन ॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि, तन्नो देवी प्रचोदयात् मंत्र का जाप करें। मान्यता है कि ऐसा करने से आपका ज्ञान बढ़ेगा। साथ ही मां शारदा की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होगा।

इन मंत्रों का जाप

या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेणसंस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

🔯 बसंती पचंमी पर मां सरस्वती के इस मंत्र का एक माला जाप करें। इससे बुद्धि का विकास होता है।

ॐ वागदैव्यै च विद्महे कामराजाय धीमहि,
तन्नो देवी प्रचोदयात्।

🔯 बसंत पचंमी पर सरस्वती गायत्री मंत्र की 5 माला जाप करें। इस उपाय से मां सरस्वती प्रसन्न होती हैं और साधक को जीवन में तरक्की देता है।

पद्माक्षी ॐ पद्मा क्ष्रैय नमः।

🔯 बसंत पंचमी पर मां सरस्वती के इस गुप्त मंत्र का 108 बार जाप करें। इस मंत्र के जाप से करियर में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती। मंत्र का जाप करते समय दो मुखी दीपक लगाकर देवी सरस्वती का स्मरण करें।

विद्या: समस्तास्तव देवि भेदा: स्त्रिय: समस्ता: सकला जगत्सु।
त्वयैकया पूरितमम्बयैतत् का ते स्तुति: स्तव्यपरा परोक्ति:।।

🔯विद्या प्राप्ति के लिए देवी सरस्वती का ये मंत्र बहुत लाभकारी है।

ह्रीं त्रीं हूं
🔯 बसंत पंचमी पर दस महाविद्या की आराधना की जाती है। उसी के अंतर्गत नील सरस्वती मां का भी पूजन किया जाता है। उपरोक्त मंत्र नील सरस्वती देवी का अचूक मंत्र है। इस उपाय से आर्थिक तंगी भी दूर होती है।

आप का अपना पण्डित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री जगदम्बा ज्योतिष कार्यालय सोडासरोली रायपुर देहरादून मूल निवासी ग्राम वादुक पत्रालय गुलाडी पट्टी नन्दाक जिला चमोली गढ़वाल उत्तराखण्ड फोन नंबर 8449046631

इन चित्रों को गौर से देखिये इनमें एक फोटो 
आज से चार माह पहले की है जब बागेश्वर महाराज बुन्देलखण्ड पन्ना जिले के 90 प्रतिशत आदिवासी वनवासी इलाके कलदा पहाड़ पर श्रीराम कथा करने गए थे।

यह वो इलाका है जिसे धर्मान्तरण कराने वाली मिशनरियों और सनातन विरोधी अन्य संस्थाओं ने अपना चरागाह बनाकर रखा है। महराज ने यहां खुद टेंट पंडाल लगाया आदिवासियों को मंच पर बुलाकर उनसे आरती कराई,अनेक लोगों की सनातन में धर्म बापसी कराई।

बस उसी दिन से जमीन पर बैठा यह 27 साल का लड़का देश की अनेक संस्थओं का दुश्मन बन गया।

इसके बाद दमोह में ईसाई बन चुके 300 परिवारों की घर बापीसी कराई तो इन विधर्मियो के सीने में आग लग गई।

यह तो होना ही था

लेकिन अब यह लड़ाई सिर्फ बागेश्वर महाराज जी की नही है।यह हर हिंदू की लड़ाई है।

मुझे नही पता बागेश्वर महाराज चमत्कार करते हैं या नहीं लेकिन मुझे पता है कि आज बागेश्वर महाराज जैसे संतों की सनातन को सख्त जरूरत है।

मैं इस लड़ाई में उनके साथ हूं।
#we support Bageshwar dham

*🌺तीर्थ स्थानों के पंडे**

क्या कभी आप बद्रीनाथ, केदारनाथ , हरिद्वार, गया जी आदि की यात्रा पर गए हैं???🌺

यहाँ के पण्डे पुरोहित आपके आते ही आपके पास पहुँच कर आपसे सवाल करेंगे…

आप किस जगह से आये है??

मूल निवास?

आदि पूछेंगे और धीरे धीरे पूछते पूछते आपके दादा, परदादा ही नहीं बल्कि परदादा के परदादा से भी आगे की पीढ़ियों के नाम बता देंगे जिन्हें आपने कभी सुना भी नही होगा…

और ये सब उनकी सैंकड़ो सालों से चली आ रही किताबो में सुरक्षित है…

विश्वास कीजिये ये अदभुत विज्ञान और कला का संगम है…

आप रोमांचित हो जाते है जब वो आपके पूर्वजों तक का बहीखाता सामने रख देते हैं…

आपके पूर्वज कभी वहाँ आए थे और उन्होंने क्या क्या दान आदि किया…

 

लेकिन आजकल के शहरी इन सब बातों को फ़िज़ूल समझते हैं उन्हें लगता है कि ये पण्डे सिर्फ लूटने बैठे हैं जबकि ऐसा नही है…

गया यात्रा के दौरान एक मेरे मित्र के पैसे चोरी हो गए थे या गिर गए थे वो बहुत घबरा गया कि घर कैसे जाएगा, कहाँ रहेगा खायेगा आदि, तो पण्डे ने तत्काल पूछा कितने पैसे चाहिए आपको?…

और पण्डे जी ने ना सिर्फ पैसे दिए बल्कि रहने और खाने की व्यवस्था भी करवाई…

ये तीर्थो के पण्डे हमारी सभ्यता,संस्कृति के अटूट अंग है इनका अस्तित्व हमारे पर ही है…

अपनी संस्कृति बचाइए और इन्हें सम्मान दीजिये…

वैसे हिन्दुओ के नागरिकता रजिस्टर हैं ये लोग…

पीढ़ियों के डेटा इन्होंने मेहनत से बनाया और संजोया है…

*इन्हें सम्मान दीजिये…*

– रोगों से मुक्ति के लिए यूं तो महामृत्युंजय मंत्र विस्तृत है लेकिन आप बीज मंत्र के स्वस्वर जाप करके रोगों से मुक्ति पा सकते हैं। इस बीज मंत्र को जितना तेजी से बोलेंगे आपके शरीर में कंपन होगा.

 

Agar aap normal ha toh bas jese mene bola vahi bij mantra boliye lekin agar aap thoda aur advance hona chahte hai toh niche likhi huvi chize padhe.

 

1- कौन कैसे पढ़े महामृत्युंजय मंत्र

 

महामृत्युंजय के अलग-अलग मंत्र हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार जो भी मंत्र चाहें चुन लें और नित्य पाठ में या आवश्यकता के समय प्रयोग में लाएँ। मंत्र निम्नलिखित हैं-

– तांत्रिक बीजोक्त मंत्र ॐ भूः भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्। स्वः भुवः भूः ॐ ॥ (साधकों के लिए)

 

संजीवनी मंत्र : ॐ ह्रौं जूं सः । ॐ भूर्भवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्। स्वः भुवः भूः ॐ । सः जूं हौं ॐ । ( व्यापारियों, विद्यार्थियों और नौकरीपेशा लोगों के लिए विशेष फलदायी)

 

कालजयी मंत्र: ॐ ह्रौं जूं सः । ॐ भूः भुवः स्वः । ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्। स्वः भुवः भूः ॐ । सः जूं ह्रौं ॐ ॥ ( समस्त गृहस्थों के लिए। विशेषकर रोगों से और कष्टों से मुक्ति के लिए)

महामृत्युंजय मंत्र: रखें सावधानी 1. महामंत्र का उच्चारण शुद्ध रखें

2. एक निश्चित संख्या में जप करें।

3. मंत्र का मानसिक जाप करें।

4. महामृत्युंजय मंत्र का जाप पूर्व दिशा की तरफ मुख करके ही करें।