उत्तराखंड में पर्यटन विकास के जरिये हजारों युवाओं को मिलेगा रोजगार, रुकेगा पलायन

हरीश मैखुरी

प्रदेश के काबीना मंत्री स्तपाल महाराज ने भारत सरकार में केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा से भेंट कर उत्तराखंड राज्य के पर्यटन को लेकर चर्चा की। अभी तक उत्तराखण्ड के काबीना मंत्रियों में सतपाल महाराज न केवल भारी-भरकम व्यक्तित्व के धनी हैं बल्कि उन्होंने पर्यटन मंत्रालय संभालते ही उत्तराखण्ड के पर्यटन को पटरी पर लाने की कवायद भी शुरु कर दी है इसी क्रम में सतपाल महाराज ने दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा से भेंट कर उत्तराखण्ड में पर्यटन की संभावनाओं पर कार्ययोजना भी प्रस्तुत की। विस्तार से चर्चा कर कार्ययोजना को मूर्त रुप देने के लिए एक्शन प्लान भी प्रस्तुत किया।

यदि सतपाल महाराज की मेहनत रंग तो जल्द ही औली, दयारा और पिथौरागढ़ के बुग्यालों में स्कीइंग और कैम्पिंग के जरिए हजारों युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा, वहीं उत्तराखण्ड की झीलों में नौकायन और मत्स्य पालन को बढ़ावा देकर रोजगार और जल शोधन की दिशा में भी कार्य किया जाएगा। सतपाल महाराज ने बताया कि यह केवल रुटीन मुलाकात नहीं थी, बल्कि हम उत्तराखण्ड को पर्यटन प्रदेश बनाने के प्रति गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि देवभूमि में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मूलभूत सुविधाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। चार धाम यात्रा के देश के प्रधानमंत्री पहले ही आॅल वेदर रोड़ का शिलान्यास कर चुके हैं जिसके लिए छह हजार करोड़ रुपए की धनराशि भी अवमुक्त हो चुकी है।

महाराज ने चार धामों सहित नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर, जागेश्वर, टिहरी, उत्तरकाशी व चमोली में पर्यटन विकास के लिए आधारभूत सुविधाएं और यात्रा मार्गों के विकास पर जोर देने की बात कही। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ तक रेलमार्ग पहुंचाने की संभावनाएं भी तलाश की जा रही  हैं ।