मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हटवाई लाल बत्ती

 

उत्तराखंड में मंत्रियों ने केंद्र सरकार के ऐतिहासिक फैसले का अनुसरण करते हुए अपने सरकारी वाहनों से लाल बत्ती हटाने की शुरुआत कर दी है। इसी क्रम में आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी सरकारी गाड़ी से लाल बत्ती हटवा दी है। वीवीआईपी कल्चर को समाप्त करने के लिए मोदी कैबिनेट द्वारा एक मई से लालबत्ती की व्यवस्था को समाप्त करने के ऐलान के बाद प्रदेश के मंत्रियों में लालबत्ती उतारने की होड़ सी लग गई है।

केन्द्र सरकार लाल बत्ती के इस्तेमाल पर रोक के बाद उत्तराखंड में भी सभी मंत्रियों ने लालबत्ती हटाई। संसदीय कार्य, विधायी, भाषा, वित्त मंत्री प्रकाश पन्त, सिंचाई, पर्यटन, तीर्थाटन, धार्मिक मेले एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज, वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण मंत्री डॉ हरक सिंह रावत, शहरी विकास, आवास मंत्री मदन कौशिक, परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण मंत्री यशपाल आर्य, विद्यालयी शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री अरविन्द पाण्डेय, कृषि, कृषि विपणन एवं रेशम विकास मंत्री सुबोध उनियाल, महिला कल्याण एवं बाल विकास, पशुपालन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य, सहकारिता, उच्च शिक्षा एवं प्रोटोकाल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ धन सिंह रावत ने अपने वाहनों से तत्काल लाल बत्ती हटवा दी है, जबकि इनमे से प्रकाश पंत, हरक सिंह रावत और मदन कौशिक ने गत बुधवार को ही सरकारी वाहन से लाल बत्ती हटा ली थी।

गौरतलब है कि बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने सभी नेताओं, जजों व सरकारी अफसरों की गाड़ियों से लाल बत्ती हटाने का निर्णय लिया। यह फैसला एक मई से लागू होगा। इस फैसले के लागू होते ही पूरे देश में लालबत्ती का चलन समाप्त हो जाएगा। केंद्रीय कैबिनेट के इस फैसले के तुरंत बाद उत्तराखंड के कई मंत्रियों ने इस पर अमल करना भी शुरू कर दिया है। तीन मंत्रियों ने तो बुधवार को ही लाल बत्ती उतार दी, जबकि आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी कार से लाल बत्ती हटवाई।