युवती के नदी में कूदने से उठे सवाल

हमारी शिक्षा व्यवस्था सूचनाओं की पेटी भले सर पर लाद देती है परंतु समझ  और सब्र छीन रही है,  धैर्य नहीं होने से छोटी झड़प भी आत्महत्या का कारण बन रहे हैं, इसी का एक उदाहरण है शनिवार को रूद्रप्रयाग शहर से तीन किमी दूर कोटेश्वर के पास एक छात्रा छोटी सी झड़प  से ही अलकनंदा में कूद गई। आपदा प्रबंधन टीम नदी में युवती की तलाश कर रही है लेकिन अभी तक  पता नहीं चला । भरदार पट्टी ग्राम सभा घेघड़ खाल की मनीषा (21 वर्ष) पुत्री प्रेम सिंह घर से अगस्त्यमुनि महाविद्यालय के लिए निकली थी। गांव के व्यक्ति ने मनीषा को सुबह तिलवाड़ा बाजार में देखा,  इसके बाद मनीषा सुरेश पंवार पुत्र मुरारी पंवार निवासी तिलवाड़ा के साथ कोटेश्वर मंदिर आ गई। इस बीच एक अन्य  युवक देवेंद्र सिंह पुत्र शिव सिंह निवासी जवाड़ी भरदार भी कोटेश्वर पहुंच गया। बताया जा रहा है युवकों की झड़प से नाराज युवती ने अलकनंदा नदी में छलांग लगा दी।

 कोटेश्वर के महंत शिवानंद गिरी महाराज ने इसकी सूचना पुलिस प्रशासन व एसडीएम को दी। इसके बाद एसडीएम मुक्ता मिश्र और कोतवाली निरीक्षक होशियार सिंह पंखोली मौके पर पहुंचे। नदी में काफी खोजबीन की गई, पर अभी तक पता नहीं चल पाया  युवती पीजी कॉलेज अगस्त्यमुनि में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा है। उपजिलाधिकारी  का कहना है कि मामले में दो युवकों को हिरासत में लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। पर सवाल वहीं खड़ा है कि हमारी शिक्षा और संचार व्यवस्था युवाओं को बेसब्री आत्महत्या के रास्ते क्यों धकेल रही?