प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की रूसी राष्ट्रपति से बात,यूक्रेन में फंसे 182 भारतीयों की सकुशल भारत वापसी, मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने कहा उत्तराखण्ड के लोगों की वापसी पहली प्राथमिकता, चमोली की योगिता भी यूक्रेन में

✍️हरीश मैखुरी

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी विश्व के पहले नेता हैं जिनसे रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने #RussiaUkraineConflict को लेकर फोन पर लगभग 25 मिनट बात की। 

वहीं यूक्रेन से भी एक शुभ समाचार है कि यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस (यूआईए) की एक स्पेशल फ्लाइट छात्रों सहित 182 भारतीय नागरिकों के साथ आज सुबह 7:45 बजे कीव से दिल्ली हवाई अड्डे पर लैंड हुई है। 

यूक्रेन में फंसे सभी उत्तराखण्ड के लोगों की वतन वापसी हेतु निरंतर विदेश मंत्रालय व पीएमओ के संपर्क में – मुख्यमंत्री पुष्कर धामी।

धामी ने कहा कि सरकार एवं राज्य सरकार अपने युवाओं को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। देहरादून के सूर्यांश बिष्ट जोकि यूक्रेन में फंसे हुए हैं, आज उनकी माता जी श्रीमती रश्मि बिष्ट जी एवं अंकुर वर्मा के पिताजी से फोन कॉल के माध्यम से बात की, रश्मि बिष्ट जी ने उत्तराखण्ड की आस्था पोखरियाल एवं श्रेया सिंह के भी वहां होने की जानकारी दी। मैंने उन्हें आश्वस्त किया कि भारत सरकार यूक्रेन में फंसे सभी भारतीयों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है और उन्हें जल्द ही सुरक्षित वापस लाया जाएगा । मुख्यमंत्री ने कहा कि यूक्रेन में फंसे हर एक उत्तराखंडी को सही सलामत वापस लाने को लेकर हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में हम विदेश मंत्रालय से निरंतर संपर्क में हैं। 

 बता दें कि यूक्रेन में फँसे भारतीयों को उनके परिजन घर वापसी आने का प्रतीक्षा कर रहे है। उत्तराखण्ड के चमोली जिले की योगिता फर्स्वाण भी यूक्रेन में फँसी है।उनके परिजन उनकी वापसी की प्रतीक्षा कर रहे है। वहीं भारत सरकार के द्वारा यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास शुरू किए जा रहे हैं।

चमोली जिले के दशोली विकास क्षेत्र के मजोठी गांव की योगिता फर्सवाण पुत्री हरि सिंह फर्स्वाण यूक्रेन में है। युद्ध की घटना के बाद योगिता के पिता भी बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।उन्होंने बताया कि उनकी बेटी एमडी मेडिकल की पढ़ाई कर रही है और उसका चौथा वर्ष है। योगिता फर्स्वाण यूक्रेन के तरस कॉलेज में मेडिकल कोर्स कर रही है।

वही योगिता के परिजनों का कहना है कि हम केंद्र सरकार से कुशल वापसी की अपेक्षा करते हैं। इस बीच यूक्रेन से कई छात्र वीडियो पोस्ट कर वहां के हालात बता रहे हैं। कई के पास पैसे ख़त्म हो गए हैं। एटीएम चलने बंद हो गए हैं, कई बता रहे हैं कि खाने का राशन ख़त्म होता जा रहा है। ऐसे में सभी भारत सरकार से सहयोग की मांग कर रहे हैं। 

    वहीं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि युद्ध सदैव आम नागरिकों के लिए बहुत घातक होता है, यूक्रेन और रूस दोनों युद्धरत हो गये हैं। हमारे देश के नागरिक वहां फंसे हुये हैं, उत्तराखंड के भी हमारे बहुत सारे छात्र वहां पर फंसे हुए हैं, उनके अभिभावक बहुत चिंतित हैं। मैंने सुबह भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव जो यूक्रेन और नाटो कंट्रीज का मामला देखते हैं उनसे बातचीत की है और उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है कि वो सब सुरक्षित हैं और हमारा दूतावास के लोग उनकी सुरक्षा स्थिति का निरंतर मूल्यांकन कर रहे हैं और उनको सुरक्षित निकालने का प्रयास जारी है। चिंतित उत्तराखंड अपने देश के नागरिकों और अपने विद्यार्थियों के सुरक्षित भारत लौटने की कामना करता है।

वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने ने जानकारी दी कि यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस (यूआईए) की एक स्पेशल फ्लाइट छात्रों सहित 182 भारतीय नागरिकों के साथ आज सुबह 7:45 बजे कीव से दिल्ली हवाई अड्डे पर लैंड हुई है। बाकी लोगों को निकालने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस इस संबंध में केवल राजनीति कर रही हैं।

        उधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वलो‍द्मीर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि रूस की सैन्‍य कार्रवाई में अब तक सेना के दस अधिकारियों सहित 137 लोग मारे गए हैं और 316 घायल हुए हैं। राष्‍ट्र के नाम अपने संबोधन में राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस ने सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया है।