त्यौहारी सीजन हेतु देवभूमि में बेच रहे थे पशुओं की चर्बी का घी पुलिस ने दबोचे इकबाल, नईम कुरेशी, यासीन मलिक, मोहम्मद आलम, नकली दूध और घी बनाने के धंधे पर अंकुश लगाना बन रहा है देश भर में बड़ी चुनौती

ऊधम सिंह नगर में पुलिस ने जानवरों की चर्बी से घी बनाकर बेचने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि वार्ड 18 सिरौली कला स्थित एक गोदाम से जानवरों के चर्बी से बने नकली घी को पिकअप में भरा गया है. SSP मंजूनाथ टीसी ने बताया कि आने वाले त्योहारों को देखते हुए पुलिस काफी एक्टिव मोड में है.*मौके पर पहुंचकर पुलिस ने तलाशी ली और चार आरोपियों को जानवर की चर्बी और नकली घी के साथ गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के नाम इकबाल, नईम कुरेशी, यासीन मलिक, मोहम्मद आलम हैं. चारों यूपी के मुरादाबाद जनपद के रहने वाले बताए जा रहे हैं. 

इस मामले पर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि आने वाले त्योहारों को देखते हुए पुलिस काफी एक्टिव मोड में है. पुलिस ने ऑपरेशन प्रहार के तहत थाना पुलभट्टा पुलिस ने जनवरो की चर्बी से बने नकली घी को बरामद किया। इस घी को उत्तराखंड में बेचा जाना था। 

जानवरों की चर्बी से घी बनाकर बेचने वाले चार अपराधी गिरफ्तार शोशल मीडिया पर भी यह समाचार कुछ इस तरह वायरल है 👉👉👉

🤷🏻‍♂️”जानवरों की चर्बी का घी”, कहीं आप भी तो खाने और पूजा पाठ में, भगवान के भोग में सस्ते के चक्कर में जानवरों की चर्बी का घी प्रयोग तो नहीं कर रहे…*उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां जानवरों की चर्बी से घी बनाने का काम चल रहा था. पुलिस ने सिरोली कलां से एक गोदाम में रेड की तो भारी मात्रा में जानवरों की चर्बी से बना नकली घी एक पिकअप में भरा पड़ा मिला. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उसने पूछताछ की जा रही है.  

दरअसल पुलभट्टा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि वार्ड 18 सिरौली कला स्थित एक गोदाम से जानवरों के चर्बी से बने नकली घी को पिकअप में भरा गया है.

*👉खबर देवभूमि उत्तराखंड से है – पुलिस ने छापेमारी में जानवरों की चर्बी से घी बनाने वालों को गिरफ्तार किया आरोपितों के कब्जे से भारी मात्रा में जानवरों की चर्बी से बना नकली घी भी पुलिस ने बरामद किया है। गिरफ्तार लोगों के नाम है इकबाल, नईम कुरैशी, यासीन मलिक, मोहम्मद आलम है । ये चारों उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जनपद के रहने वाले बताई जा रहे हैं। 

*👉जो लोग थोड़े भी जागरूक हैं उनके लिए यह चौंकाने वाली खबर नहीं है, क्योंकि वह पहले से ही जानते हैं कि इस प्रकार का धंधा किया जाता है और खासकर समुदाय विशेष बाहुल्य इलाकों में यह काम अधिक होता है। लेकिन  इस समाचार से शायद सेकुलारों का थोड़ा भ्रम दूर हो।🤷🏻‍♂️।(प्रशासक समिति) 

नकली घी मक्खन दूध का धंधा देश भर के लिए चुनौती बन गया है। चार महा पहले का एक समाचार देखिए 👉

“यदि आप अमूल का देसी घी और बटर खाने के शौकीन है तो यह खबर आपके लिए है। नोएडा में सेक्टर-70 में कई कुंटल अमूल ब्रांड का नकली मक्खन और घी को पुलिस ने पकड़ा था। इस ब्रांड के नाम पर हेराफेरी करने वाले पांच शातिर को गिरफ्तार किया गया है। यह धंधा शहर में 5 महीने से चल रहा था। इससे पहले भी नोएडा में नकली सामानों की ब्रांडेड कंपनी के पैकिंग पेपर में रखकर सेल करने का प्रकरण आया । तब डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि दिल्ली के न्यू कुंडली से सस्ते दामों में घी और बटर लेकर नोएडा आते थे। इसके बाद सस्ते दाम वाले घी और बटर को अमूल के पैकेट में बदल देते थे। जिसके बाद नोएडा एनसीआर में प्रोडक्ट की सप्लाई होती थी। सबसे ज्यादा सप्लाई इसकी रेलवे स्टेशन और फुटपाथ वाली जगहों पर की जाती थी। पुलिस ने इनके पास से 5 कुंटल बटर और घी को बरामद किए हैं। इन सब की कीमत करीब 64 लाख रुपए हैं। पुलिस ने इन्हें सेक्टर-70 के किराए के मकान से गिरफ्तार किया।पकड़े गए आरोपियों की पहचान संजय, राजकुमार, आशीष, साजिद और दीपक के रूप में हुई है। इस गिरोह के मुख्य सरगना संजय और राजकुमार हैं।

सैंपल की होगी जांच

खाद विभाग अधिकारी डॉक्टर समंसुन नेहा ने बताया कि ने यह मामला संज्ञान में है। फर्जी तरीके से अमूल के नाम पर घी और बटर बेचने वाले गिरोह पकड़े गए है। इनके पास से दूसरी कंपनी के प्रोडक्ट भी मिले।” (साभार) 

यदि गूगल आदि सर्च इंजन पर नकली घी दूध या मक्खन शब्द डाल कर देखें तो वहां ऐसे समाचारों की बाढ़ है। अर्थात यह धंधा पूरे देश में पैर पसार चुका है। लेकिन हल्के कानून और लम्बी कानूनी प्रक्रिया के अंतर्गत बचने के बहुत से अवसर होने के कारण जहर परोसने वाले अपराधी इसका का लाभ उठाते हैं। इसलिए नकली खाद्य पदार्थों के निर्माता और विक्रेता दोनों को मृत्युदंड होना आवश्यक है।