जिला मजिस्ट्रेट आशीष जोशी ने चमोली-ऊखीमठ सड़क पर कोठियालसैंण मोहल्ले में सेल टैक्स कार्यालय के समीप निर्माणाधीन पुस्ता/दीवार गिरने के मामले को गम्भीरता से लेते हुए अधिशासी अभियन्ता राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड, लोनिवि रूद्रप्रयाग तथा ठेकेदार नुरूद्दीन खान, ग्राम व पोस्ट गोपेश्वर को नोटिस जारी किया है। जिला मजिस्टेªट ने आपदा प्रबन्धन अधिनियम-2005 की धारा-51-56 के तहत दोनों को नोटिस जारी करते हुए सूचित किया है कि 23 अगस्त,2017 को जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय,गोपेश्वर में प्रातः 11ः00 बजे उपस्थित होकर कारण दर्शित करने के निर्देश दिये है।
जाॅच समिति की रिपोर्ट के आधार पर जिला मजिस्ट्रिेट ने अधिशासी अभियन्ता राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड, लोनिवि रूद्रप्रयाग तथा ठेकेदार नुरूद्दीन खान को दीवार गिरने को लेकर दोषी पाया है। उन्होने बताया कि यदि विभागीय मानकों एवं वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए निर्माण के दौरान दीवार को प्लासिटक की शीट से ढककर रखा जाता तथा निर्माण के दौरान आवासीय भवन के पानी की निकासी ढंग से की जाती तो सम्भवतः दीवार नही गिरती, जो नही किया गया है। उन्होंने बताया कि निर्माणदायी संस्था द्वारा निर्माण कार्यो का विभागीय सक्षम अधिकारी की देख-रेख में कार्य न किया जाना तथा निर्माण कार्यो को ठेकेदार के भरोसे छोडा जाना तथा मौके पर विभागीय मानकों के अनुसार कार्य की जाॅच न करना घोर लापरवाही का द्योतक है। विभागीय अधिकारियों की ऐसी कार्यप्रणाली के चलते मोटर मार्ग के निर्माण में गुणवत्ता का अभाव होता है साथ ही सरकारी धन का अनावश्यक दुरूपयोग होता है। इसी प्रकार की लापरवाही से जानमाल का नुकसान भी होता है।
वही दूसरी ओर जिला मजिस्ट्रेट ने 31 जुलाई को विकासखण्ड देवाल हिमनी घेस के मध्य सड़क पर मलवा आने से अवरूद्व मोटर मार्ग को खोलने में लापरवाही को देखते हुए अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई लोनिवि कर्णप्रयाग तथा अधिशासी अभियन्ता लोनिवि थराली को भी आपदा प्रबन्धन अधिनियम-2005 की धारा-51-56 के तहत नोटिस जारी किया है। नोटिस के जरिये उक्त निर्माण खण्डों के अधिशासी अभियंताओं को 23 अगस्त,2017 को जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय,गोपेश्वर में प्रातः 11ः00 बजे उपस्थित होकर कारण दर्शित करने को कहा गया है।
विदित हो कि थानाध्यक्ष थराली मय टीम/कर्मचारियों के साथ 31 जुलाई को थराली, विकास खण्ड देवाल की सड़कों की जानकारी हेतु लोहागंज, देवाल, लोसारी, घेस, हिमनी आदि क्षेत्रों के भ्रमण पर गये थे। भ्रमण के दौरान हिमनी घेस के पास सड़क पर मलवा आने से मार्ग अवरूद्व हो गया। मोटर मार्ग को खोलने के लिए जेसीबी मशीन भेजने हेतु थराली एवं पीएमजीएसवाई, कर्णप्रयाग के अधिकारियों को सूचित किया गया, किन्तु मोटर मार्ग खोलने हेतु जेसीबी मशीन उपलब्ध नही करायी गयी और ना ही कोई प्रयास किया गया तथा जेसीबी मशीन खराब होना बताया गया। थानाध्यक्ष के द्वारा व्यक्तिगत रूप से जेसीबी मशीन की व्यवस्था कर 01 अगस्त को मोटर मार्ग खुलवाकर कर्मचारी एवं सरकारी वाहनों को निकलवाया गया। जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि वर्षा ऋतु के दृष्टिगत जेसीबी मशीन एवं लेबरों की पर्याप्त व्यवस्था पीएमजीएसवाई एवं लोनिवि के द्वारा की जानी थी। जिसकी सूचना भी विभाग के उच्चाधिकारियों को दे दी गयी थी। जिस पर कोई कार्यवाही नही की गयी। उक्त घटना में जान-माल के साथ सरकारी वाहनों की क्षति हो सकती थी। जो कि एक घोर लापरवाही का द्योतक है।