’70 साल हो गए कोई भारतीय पीएम इजराइल नहीं आया, मेरे मित्र मोदी आएंगेः बेंजामिन नेतन्याहू’

 

’आखिर क्यूँ ये शब्द कहने पड़े इजरायल को…?’

’1999 वाजपेयी जी की सरकार में कारगिल युद्ध हो रहा था, दुश्मन पहाड़ी के ऊपर था भारत के पास लेजर गाइडेड मिसाइल नहीं थे। हमारे सैनिक मर रहे थे… रूस और अमरीका दोनों के इनकार कर देने और ऐतराज के बाद भी इजराइल ने हमें लेजर गाइडेड मिसाइल दिया, और हमने उसका इस्तेमाल किया, और जीत को आसान बनाया।’

’इजराइल भारत का सबसे करीबी मित्र रहा है, पर देश की पूर्व सरकारों ने ऐसे मित्र की कभी कद्र नहीं की..! क्योंकि छोटी सोच के कारण देश से ज्यादा अपनी पार्टी और परिवार विशेष के लोगों को तवज्जो देते रहे हैं’ ’इजराइल प्रधानमंत्री बैंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘मेरे मित्र मोदी अगले हफ्ते इजराइल आ रहे हैं। ये एक ऐतहासिक यात्रा है। 70 साल हो गए पर आजतक कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री इजराइल नहीं आया, मोदी आ रहे हैं।’ ’वास्तव में इजराइल के प्रधानमंत्री ने हमारे देश की जड़े कमजोर करने वाले सेकुलरिज्म की पोल खोल दी है!’

’आज तक कोई भी प्रधानमंत्री इजराइल नहीं गया क्यूंकि इस से भारत में आतंकी नाराज हो सकते हैं ! क्यूंकि आतंकीयों की आस्था फिलिस्तीन में है, वे इजराइल से नफरत करते हैं। और हमारे पप्पु एंड ग्रुप पुरी वोट बैंक वाले प्रधानमंत्रियों ने इसी कारण कभी इजराइल की यात्रा की ही नहीं…! देशहित से अधिक वरीयता तुष्टिकरण को दी.?’ ’नरेंद्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने तुष्टिकरण को नहीं, बल्कि भारत को वरीयता दी। क्योंकि इजराइल आज दुनिया में युद्ध तकनीक में नंबर 1 है.!’