भारत ने रच दिया इतिहास भारत का चन्द्रयान-3 सफलतापूर्वक चंद्रमा पर उतरा प्रधानमंत्री ने इसरो के सभी वैज्ञानिकों व टीम और भारत वासियों को बधाई देते हुए कहा नये युग में आपका स्वागत है

✍️हरीश मैखुरी

नये भारत वर्ष का चंद्र विजय अभियान पूरा। चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर चन्द्रयान-3 की साफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत संसार का पहला देश बन गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसरो के सभी वैज्ञानिकों और भारत वासियों को बधाई देते हुए कहा ईंडिया इज नाव औन द मून। उन्होंने कहा कि भले ही मैं ब्रिक्स देशों सम्मेलन में यहां जोहानसबर्ग में हूँ लेकिन मेरा मन चंद्रयान महा अभियान पर लगा हुआ था और मैं हृदय से अपने देश वासियों के साथ जुड़ा हुआ हूँ। उन्होंने कहा कि चन्द्रयान-3 की सफलता के पीछे हमारे वैज्ञानिकों की वर्षों का परिश्रम और प्रतिभा का अनुपम उदाहरण है। हम चांद के उस दक्षिणी ध्रुव पर लैंड किए हैं। जहां अब तक कोई देश नहीं पहुंचा। प्रधानमंत्री ने कहा यह मिशन भारत का वन अर्थ वन फैफिली के अन्तर्गत है। सभी भारत वासियों को पुनः हार्दिक बधाई। भारत ने वो कर दिखाया जो आजतक किसी देश ने नहीं किया चन्द्रमा की साउथ पोल पर लैंडिंग करना जहाँ कोई देश नहीं पहुंच पाया है बधाई हो हमारे वैज्ञानिको को इतना कठिन मिशन आसानी से पार किया है प्रधानमंत्री ने कहा कि ये तो बस आरंभ है। हम आगे और भी मिशन चलायेंगे। 

मिशन चंद्रयान 3,84,365 किलोमीटर दूर चंद्रमा पर भारत की ऐतिहासिक छलांग और अभूतपूर्व सफलता से देश के सौ करोड़ से अधिक लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कभी कहा जाता था चंदा मामा दूर के लेकिन भविष्य में बचे कहेंगे चंदा मामा टूर के। 

यह छवि जो स्थायी रूप से चंद्रमा की सतह पर अंकित हो जाएगी क्योंकि रोवर के टायरों पर यह छाप है। चूँकि चाँद पर हवा नहीं है इसलिए ये निशान हमेशा के लिए रहेंगे।चंद्रयान 3 का पहला संदेश मिल गया है कहा है….. भारत, मैं अपनी मंजिल पर पहुंच गया हूं 🇳🇪🇳🇪🇳🇪 चांद पर तिरंगा की छाप लग चुकी 🇳🇪🇳🇪🇳🇪 नई ऊर्जा नया विश्वास नहीं सफलता आप चंदा मामा दूर के नहीं… चंदा मामा टूर के । चंद्रमा पर देश की शान, जो दुनिया नहीं कर पाई वह भारत में कर दिया, चांद के साउथ पोल पर भारत का पहला परचम, जीत गया विज्ञान चांद पर हिंदुस्तान, बढ़ गई देश की शान 🇳🇪🇳🇪🇳🇪💫💫💫🔥🔥🔥

भारत का पहला रॉकेट 21 नवंबर, 1963 को तिरुवनंतपुरम के पास थंबा से लॉन्च हुआ था और इसके साथ भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत हो गई थी. इस रॉकेट को लॉन्च पैड तक एक साइकिल से ले जाया गया था। और उसी समय के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के कपड़े और सिगरेट तक हवाई जहाज द्वारा इंग्लैंड से लाया जाता था।

लेकिन बिडम्बना देखिए अभागे टुकड़े गैंग, खांटी सैक्युलरों और झंडे पर चांद वाले दुर्दांत कबीलों को इस सफलता से सांप सूंघ गया है। उनसे बधाई देते भी नहीं बन रहा है। उनकी फेसबुक वाल वटसैप सब सूने पडे़ हैं कुछ तो ये कह कर स्वयं की खीज मिटा रहे हैं कि “भारत 1962 से चंद्रयान मिशन के लिए प्रयास रत था”। खैर नये भारत की यह अभूतपूर्व ऐतिहासिक उपलब्धि पचाना भी सबके बस की बात है भी नहीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में जोहान्सबर्ग से कहा कि भारत ने जो संकल्प चन्द्रयान-2 की चूक के समय चार वर्ष पूर्व लिया था वो आज वो चंद्रमा पर सिद्ध हो गया है। प्रधानमंत्री ने कहा ये मिशन पूर्णविराम नहीं अपितु भारत की अंतरिक्ष यात्रा का आरंभ है।

आर्मी भी वही पुरानी है, देश के युवा भी वही है, देश के वेज्ञानिक भी वही पुराने हैं, फिर ऐसा क्या हुआ की भारत देश हर फील्ड मे इतिहास रच रहा है, बस कमी थी तो एक ऐसे नेता की जो भारत की सोई हुई प्रतिभा को जगा सकता हैं, और उस नेता का नाम है नरेंद्र दामोदर दास मोदी। 

हम मानते हैं कि झंडे पर चांद होने और चंद्रमा पर झंडा होने में औकात का अंतर है*3,84,400 किलोमीटर दूर 3,900 किलो की मशीन हम आसानी से कंट्रोल और संचालित कर सकते है तो 500 किलोमीटर दूर पाकिस्तान की ऐसी तैसी करना तो हमारे बाये हाथ का खेल है….!*🌙🪐🌍🇮🇳🚩*काँग्रेस और पाकिस्तान दोनो की हवा आज टाईट हो गयी है….*🚩

*चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी 384400 किलोमीटर, चंद्रयान 3 का कुल खर्च 615 करोड़ रुपये* अर्थात *16 रुपये प्रति किलोमीटर* !
_भाई इनोवा क्रिस्टा भी 20 रुपये प्रति किलोमीटर में मिलती है ! और क्या चाहिए ?*मोदी है तो मुमकिन है।। देश प्रथम।। 

चन्द्रायण ३ चन्द्रे सफलारोहणार्थं हार्दिक अभिनन्दनम् अस्माकं तिरङ्गः उच्चैः उड्डीतु चन्द्रः सदा सुरक्षितः भवतु इसरो-सभेभ्यः वैज्ञानिकेभ्यः शुभकामना सर्वेषां कृते भवतः ध्वजः एवम् एव उड्डयनं भवतु मोदीयोगः सदा स्मर्यताम् मोदीयोगं सदा स्मर्यताम् अस्माकं भारतस्य स्मरणं कुर्वन्तः भवन्तु।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जिजीविषा हेतु आभार प्रकट किया और इसरो के वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम व अभूतपूर्व प्रयासों के लिए उन्हें बधाई देते हुए उनका आभार प्रकट किया। 

🇮🇳सभी देश वासियों को बधाई ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज संस्थान की ओर से इस ऐतिहासिक पल के साक्षी के रूप में प्रतिभाग करने वाले भाग्यशाली लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें ✍️ 🇮🇳