आज का पंचाग आपका राशि फल, कैलाश पर्वत के रहस्य, अतुलित बलधाम महाबलि हनुमान की आलौकिक शक्ति

*༺𝕝𝕝 卐 𝕝𝕝༻​​*
*श्री हरिहरौ*
*विजयतेतराम*

*सुप्रभातम*
*आज का पञ्चाङ्ग*
*_गुरुवार, २४ अगस्त २०२३_*
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सूर्योदय: 🌄 ०६:०६
सूर्यास्त: 🌅 ०६:५२
चन्द्रोदय: 🌝 १२:५१
चन्द्रास्त: 🌜२३:१६
अयन 🌖 दक्षिणायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🏔️ शरद
शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८०(पिंगल)
मास 👉श्रावण(द्वितीय, शुद्ध)
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 अष्टमी (०३:१० से
नवमी)
नक्षत्र 👉 विशाखा (०९:०४
से अनुराधा)
योग 👉 इन्द्र(२०:३७ से वैधृति)
प्रथम करण👉विष्टि(१५:२६ तक)
द्वितीय करण👉बव(०३:१० तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह
चंद्र 🌟 वृश्चिक
मंगल🌟कन्या(उदित,पश्चिम,मार्गी
बुध🌟सिंह (उदय, पश्चिम, वक्री)
गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र🌟कर्क (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५३ से १२:४५
अमृत काल 👉 २२:४६ से ००:२२
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०९:०४ से ०५:४९
विजय मुहूर्त 👉 १४:२९ से १५:२१
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४९ से १९:११
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:४९ से १९:५५
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५७ से ००:४१
राहुकाल 👉 १३:५७ से १५:३४
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०५:४९ से ०७:२६
होमाहुति 👉 शुक्र
दिशाशूल 👉 दक्षिण
अग्निवास 👉 पाताल (०३:१० से पृथ्वी)
भद्रावास 👉 स्वर्ग (१५:२६ तक)
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 श्मशान में (०३:१० से गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (दही का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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दूर्वाष्टमी, मेला नैना-चिंतपूर्णि-चामुण्डा देवी हिमाचल, नीवखुदाई एवं गृहारम्भ+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः १०:५२ से दोपहर १२:३८ तक, गृह प्रवेश+व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त प्रातः १०:१५ से दोपहर ०२:०५ तक, भूमि-भवन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ०५:४५ से ०९:०० तक आदि ।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०९:०४ तक जन्मे शिशुओ का नाम विशाखा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (तो) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम अनुराधा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ना, नी, नू, ने) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
सिंह – ०५:२२ से ०७:४१
कन्या – ०७:४१ से ०९:५९
तुला – ०९:५९ से १२:२०
वृश्चिक – १२:२० से १४:३९
धनु – १४:३९ से १६:४३
मकर – १६:४३ से १८:२४
कुम्भ – १८:२४ से १९:५०
मीन – १९:५० से २१:१३
मेष – २१:१३ से २२:४७
वृषभ – २२:४७ से ००:४२
मिथुन – ००:४२ से ०२:५७
कर्क – ०२:५७ से ०५:१८
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:४९ से ०७:४१
रोग पञ्चक – ०७:४१ से ०९:०४
शुभ मुहूर्त – ०९:०४ से ०९:५९
मृत्यु पञ्चक – ०९:५९ से १२:२०
अग्नि पञ्चक – १२:२० से १४:३९
शुभ मुहूर्त – १४:३९ से १६:४३
रज पञ्चक – १६:४३ से १८:२४
शुभ मुहूर्त – १८:२४ से १९:५०
चोर पञ्चक – १९:५० से २१:१३
रज पञ्चक – २१:१३ से २२:४७
शुभ मुहूर्त – २२:४७ से ००:४२
चोर पञ्चक – ००:४२ से ०२:५७
शुभ मुहूर्त – ०२:५७ से ०३:१०
रोग पञ्चक – ०३:१० से ०५:१८
शुभ मुहूर्त – ०५:१८ से ०५:४९
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आपको किसी पुरानी गलती अथवा गुप्त रोग का भय मन ही मन सताएगा लेकिन मामला अंदरूनी होने के कारण किसी से बांट नही सकेंगे। वैसे तो आज आप प्रसन्न रहने मनोरंजन के कोई भी अवसर हाथ से जाने नही देंगे लेकिन हंसी हंसी में किसी से झगड़ा होने की संभावना है खास कर मित्र मंडली एवं समाज-परिवार के बड़े लोगो में बैठते वक्त अधिक बोलने से बचे धैर्य भी कम रहेगा किसी की छोटी सी बात को दिल से लगाने पर आनंद का वातावरण एकदम से बिगाड़ देंगे। व्यवसायी वर्ग पूर्व में किये उधार के सौदों को लेकर पछतायेंगे समय पर धन ना मिलने के कारण स्वयं को अपमानित होना पड़ेगा फिर भी कहासुनी से बचे अन्यथा आगे समस्या विकट बन सकती है। आज धन की आमद कही न कही से आवश्यता से थोड़ी कम हो ही जाएगी। सेहत और परिवार की शांति कभी भी बिगड़ सकती है सतर्क रहें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज परिस्थिति अन्य दिनों की तुलना में बेहतर रहने वाली है किसी भी कार्य मे लाभ पाने के लिये सनकी स्वभाव त्यागना पड़ेगा जिस कार्य को आरंभ करें उसमे कसी अन्य की सहायता की उम्मीद ना रखे अपने बल पर किया कार्य आज अवश्य संतोष दिलाएगा। खास कर भाई बंधुओ से कोई आशा ना रखें अन्यथा जिस कार्य को इनके भरोसे छोड़ेंगे वह अधूरा अथवा बिगड़ सकता है। कार्य क्षेत्र पर आपकी कार्यशैली अन्य लोगो को एवं अन्य लोगो की आपको पसंद ना आने से तालमेल की कमी रहेगी लेकिन आज आप मेहनत करें या ना करें लाभ के मार्ग अपने आप खुलेंगे। कई दिनों से लटके सरकारी कार्य में अचानक गति आएगी थोड़ा लेदेकर पूर्ण भी हो सकते है। सेहत ठीक रहेगी फिर भी लापरवाही से बचे चोटादि का भय है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन बीते दिन की तुलना में थोड़ा ठीक रहेगा लेकिन आज आर्थिक एवं पुराने पारिवारिक उलझनों के चलते किसी न किसी से गरमा गरमी होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र एवं घर में छोटी-छोटी बातों पर उग्र होना आपके लिए ही नुकसान दायक रहेगा लोग आपसे व्यवहार तो करेंगे लेकिन मन से सम्मान नही देंगे। व्यवसायी वर्ग आज निवेश की जगह धन के लेनदेन को व्यवस्थित करे जिससे आगे के लिये लाभ के नए मार्ग स्वतः ही खुल जाएंगे। धन की आमद सामान्य से कम रहेगी लेकिन नए खर्च बढ़ेंगे। घर मे सन्तानो का लचर व्यवहार देखकर क्रोध आएगा शांत रहने का प्रयास करे अन्यथा मान हानि हो सकती है। सरकारी कार्यो में अतिरिक्त खर्च करने पर भी परिणाम आशाजनक नही मिलेंगे आज टालना ही बेहतर रहेगा। पति पत्नी एक दूसरे पर आरोप लगाकर दाम्पत्य मे अशांति लाएंगे लेकिन कुछ देर के लिये ही। यात्रा अतिआवश्यक होने पर ही करें निष्फल जा सकती है। पित्त एवं रक्त विकार नई समस्या को जन्म देगा। अग्नि धारदार औजार से सावधान रहें।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज दिन के प्रथम भाग मे आप किसी कार्य को लेकर भाग्य के भरोसे रहेंगे लेकिन आज आपको भाग्य पक्ष का साथ बहुत कम मिलेगा जिसके परिणाम स्वरूप सोची योजनाए अंत समय मे या तो बदलनी पड़ेगी अथवा बाद के लिये टालनी पड़ेगी। धन की आमद को लेकर विभिन्न युक्तियां लगायेंगे लेकिन कार्य क्षेत्र से जितना लाभ होगा वह दैनिक खर्च में पूर्ण हो जाएगा। कल की तुलना में आज गुस्सा कम व अकस्मात आएगा लेकिन जितने समय रहेगा आस पास का अच्छा भला वातावरण एकदम अशांत कर देगा। आज उधारी के व्यवहार ना करे अन्यथा लंबे समय तक वसूल या चुकाने में असमर्थ रहेंगे। आज आप शारीरिक सुख को ज्यादा महत्त्व देंगे लेकिन सुख की जगह संधर्ष अधिक होगा। घरेलू वातावरण में सुख शांति आपके मिजाज पर निर्भर रहेगी। शांत रहकर आज का दिन बिताए कल से स्थिति में सुधार आएगा। ऋण अथवा किसी गुप्त रोग के कारण चिंता होगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपकी लापरवाह कार्य शैली के कारण सार्वजनिक क्षेत्र पर अपमानजक स्थिति बन सकती है। शरीर में आलस्य और स्वभाव में तेजी रहने के कारण कोई भी कार्य शांति से नही करेंगे। महिलाए भी जानबूझकर लापरवाही करेंगी जिससे थोड़ी अव्यवस्था बनेगी। कार्य क्षेत्र पर आपका धीमी गति से कार्य करना सहकर्मी अधिकारी को अखरेगा थोड़ी गरमा गरमी के बाद स्थिति शांत हो जायेगी। व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा कम रहेगी फिर भी इसका लाभ नही उठा पाएंगे धन लाभ अथवा खर्चो के लिये कुटुम्ब के ऊपर आश्रित होना पड़ सकता है। पारिवारिक प्रतिष्ठा का गलत लाभ उठाने की योजना मन मे बनेगी इससे बचे अन्यथा बाद में गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। शरीर मे छोटी मोटी समस्या लगी रहेगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिये धन लाभ वाला रहेगा लेकिन आज आर्थिक मामलों में सतर्कता बरतने की भी आवश्यकता है प्रलोभन में आकर ठगी का शिकार हो सकते है जिससे जितना लाभ कमाएंगे उससे अधिक व्यर्थ भी हो सकता है। दिन के आरम्भ में किसी पुराने कार्य से लाभ की आशंका रहेगी जिसे भुनाने में कोई कसर नही छोड़ेंगे थोड़े परिश्रम से सकारात्मक परिणाम भी मिल जाएंगे लेकिन कार्य क्षेत्र पर धीमी गति रहने के कारण धन हाथ आने में विलंब हो सकता है पर होगा जरूर। किसी सरकारी कर्मचारी से लेन देन को लेकर बहस होगी इससे बचने का प्रयास करें अन्यथा बने बनाये कार्य मे व्यवधान आ सकते हैं। घर की स्थिति पल पल में बदलेगी परिजन कभी एकदम से भावुक अगले ही पर लापरवाह बनेंगे। शरीर मे आज कोई नई व्यादि जन्म लेगी जो धीरे धीरे बढ़ने पर आगे बढ़ी समस्या खड़ी कर सकती हैं पहले ही निवारण करें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आप स्वयं को परिस्थिति पल पल में बदलती रहेंगी। अन्य लोगो की देखा देखी के चक्कर मे मानसिक रूप से अशांत रहेंगे। वैसे तो आज आप परिस्थिति अनुसार स्वयं को ढाल लेंगे लेकिन परिजन अथवा किसी अन्य स्नेहीजन के बहकावे में आकर सामर्थ्य से बड़ा कार्य कर झंझट में फंस सकते हैं। कार्य व्यवसाय में आज आपकी काम करने की गति अत्यंत धीमी रहेगी बुद्धि अनुभव भी काम नही आएगा जितना लाभ होगा वह किसी को धोखे में रखकर ही हो सकेगा आरम्भ में लाभदायक लगेगा लेकिन बाद में प्रतिष्ठा में कमी लाएगा। छोटे भाई बहनों को पिता का अधिक स्नेह मिलने पर मन मे ईर्ष्या की भावना बनेगी जो आगे छोटी मोटी कलह का कारण बन सकती हैं। घर मे आज किसी न किसी से बहस होगी ही। आज कोई गुम चोट अथवा कटने जलने से हानि की संभावना है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपका चाल चलन एवं व्यवहार परिजनों के मन मे शंका पैदा करेगा। विपरीत लिंगीय आकर्षण अधिक रहेगा। साहस पराक्रम भी अन्य दिनों की तुलना में अधिक रहेगा लेकिन इसका प्रयोग गलत कार्यो में करने की संभावना ज्यादा है। व्यावसायिक क्षेत्र पर कुछ ही देर मन लगाकर काम करेंगे लेकिन बाजार में मंदी रहने के कारण थोड़ी ही देर में ऊबन होने लगेगी धन की आमद सामान्य से कम होगी घरेलू कार्यो को जहां तक संभव हो टालने के प्रयास करेंगे मौज शौक पूर्ण करने के लिए कैसे भी समय निकाल ही लेंगे। दाम्पत्य जीवन मे तकरार हो सकती हैं आज अनैतिक कार्यो एवं संबंधों से दूर रहे अन्यथा घर मे अकेले पड़ जाएंगे। विदेश जाने की योजना खटाई में पड़ेगी। प्रतिरोधक क्षमता में कमी आने से जल्द ही रोग पकड़ सकते है खान पान संयमित रखें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज भी दिन में मध्यान तक सेहत सम्बन्धित समस्या परेशान करेंगी बीच मे।थोड़ा बहुत सामर्थ्य बनने पर भी बहाना बनाकर परिश्रम करने से बचेंगे। काम धंधे को लेकर मन बेचैन रहेगा लेकिन पुराने कार्य पूर्ण ना होने अथवा उधारी के व्यवहार ना चुकने के कारण नई योजनाएं भी अधर में रहेंगी। उधार किसी को वापस मिलने की आशा से आज ना ही दे। अचल संपत्ति संबंधित कार्यो में सरकारी सहयोग मिल सकता है इसके लिये अधिकारी वर्ग से मिलने से ना करताये अन्यथा कार्य सफल नही हो पाएंगे पारिवारिक खास कर पिता की प्रतिष्ठा से काम जल्दी बन सकते हैं। नौकरी करने वाले लोगो को अधिक संघर्ष करना पड़ेगा इसकी तुलना में परिणाम नगण्य ही रहेंगे। स्त्री वर्ग का सुख सहयोग अन्य दिनों से अधिक रहने पर अन्य उलझनों को दिमाग से निकाल देंगे। गृहस्थ जीवन मे सन्तानो अथवा पति-पत्नी का आशा के विपरीत व्यवहार क्रोध दिलाएगा। संध्या के समय सेहत अकस्मात ढीली पड़ेगी लेकिन इसके बाद धीरे धीरे सुधार भी आने लगेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
सार्वजनिक क्षेत्र पर आज आपके लाभ के संबंध बनेंगे लेकिन इनसे तुरंत लाभ उठाने के प्रयास ना करें अन्यथा संबंध ज्यादा देर नहीं टिकेंगे। कार्य व्यवसाय से आकस्मिक हानि भी मिलने की संभावना है जिसका अशुभ परिणाम लंबे समय तक देखने को मिलेगा। आज जमीन अथवा जायदाद संबंधित मामलों में किसी भी प्रकार के निवेश से बचे बीच मे अधूरा छोड़ना पड़ा जाएगा। पैतृक व्यवसाय अथवा पुराने कार्य को छोड़ अन्य किसी से भी संतोषजनक लाभ नही मिल सकेगा आकस्मिक लाभ जितना भी होगा तुरंत सुख सुविधा पर खर्च हो जाएगा। परिवार में आज किसी ना किसी से जिद बहस लगी रहेगी सन्तानो की गतिविधि पर विशेष नजर रखे। ठंडे पदार्थ के सेवन ज्यादा खट्टे से परहेज करें गले छाती सम्बन्धित समस्या आज भी परेशान कर सकती हैं।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन सामान्य ही रहेगा मन मे।यात्रा की योजना दिन भर लगी रहेगी लेकिन किसी न किसी कारण से आगे के लिये टालनी पड़ेगी। दिन के आरम्भ में आपसे अनजाने में किसी परिजन का दिल दुख सकता है फिर भी आज आपके आगे कोई सर नहीं उठाएगा। काम काज को लेकर निश्चिन्त रहेंगे हाथ पैर मारने के बाद भी कोई नया रास्ता नही मिलने पर मन ही मन संतोष करना पड़ेगा आज आय के साधन सीमित ही रहेंगे चाहे कितनी युक्ति लगाये। अचल संपत्ति की दलाली से लाभ की संभावना अधिक है लेकिन धन सम्बन्धित कार्य मे स्पष्टता बरते अन्यथा कलह हो सकती है। पिता से खराब संबंध सुधरने की संभावना जागेगी लेकिन अंत मे कोई नया बखेड़ा खड़ा होने से मतभेद बने रहेंगे। पैतृक कार्यो अथवा संपर्क से सुख तो मिलेगा लेकिन संतोष नही। पेट संबंधित छोटी मोटी समस्या फिर परेशान कर सकती है। तेज मसालेदार भोजन से परहेज करें।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन भी धार्मिक भावनाएं जागृत रहने से दिन की मुश्किल परिस्थितियां भी ज्यादा विचलित नही कर पाएंगी लेकिन आज आप किसी के बहकावे अथवा कानो सुनी बात पर विश्वास ना करें अन्यथा गलतफहमी के कारण घर एवं कार्य क्षेत्र पर अनबन हो सकती हैं। कार्य क्षेत्र पर जब भी कोई नई योजना बनाएंगे तभी कोई उलझन बाधक बनेगी शत्रुपक्ष के प्रति लापरवाही आगे बढ़ी समस्या खड़ी कर देगी इसका ध्यान रखें। जिन्हें आप अपना हितैषी समझ रहे है वही आपसे कोई लाभ उठाकर किनारा कर लेंगे। आर्थिक कारणों से किसी का विरोध अथवा अपमान सहना पड़ेगा। आज कोई भी कार्य करने से पहले बाहर के लोगो की जगह वरिष्ठ परिजनों की सलाह ही ले लाभ नही होगा तो नुकसान भी नही होने देंगे। सुखोपभोग की चाह पूर्ण ना होने पर मन को खलेगी। संतान के स्वास्थ्य पर खर्च हो सकता है आपकी सेहत सामान्य रहेगी।
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 रामायण : समुद्र देवता पर चलाए जाने वाला ब्रह्मास्त्र बाण भगवान राम ने कहा छोड़ा ?

रामायण में एक प्रसंग आता है जब भगवान राम लंका जाने के लिए समुद्र देवता से रास्ता मांगते हैं और उन्हें रास्ता नहीं मिलता. उस समय श्री राम क्रोधित हो जाते हैं. क्रोध में आकर वह अपना धनुष उठाते हैं और समुद्र को सुखाने के लिए ब्रह्मास्त्र चलाने का मन बना लेते हैं. तभी समुद्र देवता प्रकट होकर उन्हें अपनी गलती के लिए क्षमा मांगते हैं और श्री राम को बताते हैं कि वह वानरो की सहायता से समुद्र में पुल बनाकर लंका जा सकते हैं.

भगवान राम समुद्र देवता की बात सुनकर उन्हें क्षमा कर देते हैं. लेकिन क्रोध में निकाले गए ब्रह्मास्त्र को वापस नहीं रख सकते थे. तब उन्होंने समुद्र देवता से पूछा कि अब तो य बाण कहीं न कहीं छोड़ना ही पड़ेगा. इस पर समुद्र देवता उन्हें द्रुमकुल्य नाम के देश में बाण छोड़ने का सुझाव देते हैं. समुद्र देवता का कहना था कि द्रुमकुल्य पर भयंकर दस्तु (डाकू) रहते हैं जो उनके जल को भी दूषित करते रहे हैं. इस पर राम ने ब्रह्मास्त्र चाल दिया.

वाल्मीकि रामायण मे दिए गए वर्णन के अनुसार ब्रह्मास्त्र की गर्मी से दुमकुल्य के डाकू मारे गए. लेकिन इसकी गर्मी इतनी ज्यादा थी कि सारे पेड़-पौधे सूख गए और धरती जल गई. इसके कारण पूरी जगह रेगिस्तान में बदल गई और वहां के पास मौजूद सागर भी सूख गया. यह वर्णन बेहद आश्चर्यजनक है और जिस तरह से लंका तक बनाए गए रामसेतु को भगवान राम की एतिहासिकता के सबूत के तौर पर माना जाता है उसी तरह इस घटना को भी सही माना जाता है.

माना जाता है कि यह जगह आज का कजाकिस्तान है. कजाकिस्तान में ऐसी ढेरों विचित्रताएं हैं जो इशारा करती है. कि उसका संबंध रामायण काल से हो सकता है. वाल्मीकि रामायण के अनुसार श्री राम ने उत्तर दिशा में द्रुमकुल्य के लिए बाण चलाया था. वो जानते थे कि इसके असर से वहां डाकू तो मर जाएंगे लेकिन निद्रोष जीवजंतु भी मारे जाएंगे और पूरी धरती रेगिस्तान बन जाएगी.

इसलिए उन्होंने यह आशीर्वाद भी दिया कि कुथ दिन बाद वहां सुगंधित औषधियां उगेंगी, वह जगह पशुओं के लिए उत्तम, फल मूल मधु से भरी होगी. कजाकिस्तान में जिस जगह पर राम का बाण गिरा वो जगह किजिलकुम मरुभूमि के नाम से जानी जाती है. यह दुनिया का 15वां सबसे बड़ा रेगिस्तान है. स्थानीय भाषा में किजिलकुम का मतलब लाल रेत होता है. माना जाता है कि कि ब्रह्मास्त्र की ऊर्जा के असर से यहां की रेत लाल हो गई.

किजिलकुम में कई दुर्लभ पेड़-पैधे पाए जाते हैं. पास में अराल सागर है. जो दुनिया का इकलौता समुद्र है जो समय के साथ-साथ सूख रहा है. आज यह अपने मूल आकार का मात्र 10 फीसदी बचा है. किजिलकुम का कुछ हिस्सा तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान में भी है. रामेश्वरम तट से इस जगह की दूरी करीब साढ़े चार हजार किलोमीटर है.

जय जय श्री राम🙏🙏

*कैलाश पर्वत के रहस्य*

कैलाश पर्वत के रहस्यों से नासा भी हो चुका है हैरान!!

-कैलाश पर्वत के रहस्य: कैलाश पर्वत, इस एतिहासिक पर्वत को आज तक हम सनातनी भारतीय लोग शिव का निवास स्थान मानते हैं। शास्त्रों में भी यही लिखा है कि कैलाश पर शिव का वास है।

-किन्तु वहीँ NASA जैसी वैज्ञानिक संस्था के लिए कैलाश एक रहस्यमयी जगह है। नासा के साथ साथ कई रूसी वैज्ञानिकों ने कैलाश पर्वत पर अपनी रिपोर्ट पेश की है।

-उन सभी का मानना है कि कैलाश वाकई कई अलौकिक शक्तियों का केंद्र है। विज्ञान यह दावा तो नहीं करता है कि यहाँ शिव देखे गये हैं किन्तु यह सभी मानते हैं कि, यहाँ पर कई पवित्र शक्तियां जरुर काम कर रही हैं। तो आइये आज हम आपको कैलाश पर्वत से जुड़े हुए कुछ रहस्य बताते हैं।

कैलाश पर्वत के रहस्य…

*रहस्य १:* रूस के वैज्ञानिको का ऐसा मानना है कि, कैलाश पर्वत आकाश और धरती के साथ इस तरह से केंद्र में है जहाँ पर चारों दिशाएँ मिल रही हैं। वहीँ रूसी विज्ञान का दावा है कि यह स्थान एक्सिस मुंडी है और इसी स्थान पर व्यक्ति अलौकिक शक्तियों से आसानी से संपर्क कर सकता है। धरती पर यह स्थान सबसे अधिक शक्तिशाली स्थान है।

*रहस्य २:* दावा किया जाता है कि आज तक कोई भी व्यक्ति कैलाश पर्वत के शिखर पर नहीं पहुच पाया है। वहीँ ११ सदी में तिब्बत के योगी मिलारेपी के यहाँ जाने का दावा किया जाता रहा है। किन्तु इस योगी के पास इस बात के सबूत नहीं थे या फिर वह खुद सबूत पेश नहीं करना चाहता था। इसलिए यह भी एक रहस्य है कि इन्होनें यहाँ कदम रखा या फिर वह कुछ बताना नहीं चाहते थे।

*रहस्य ३:* कैलाश पर्वत पर दो झीलें हैं और यह दोनों ही रहस्य बनी हुई हैं। आज तक इनका भी रहस्य कोई खोज नहीं पाया है। एक झील साफ़ और पवित्र जल की है। इसका आकार सूर्य के समान बताया गया है। वहीँ दूसरी झील अपवित्र और गंदे जल की है तो इसका आकार चन्द्रमा के समान है। ऐसा कैसे हुआ है यह भी कोई नहीं जानता है।

*रहस्य ४:* यहाँ के आध्यात्मिक और शास्त्रों के अनुसार रहस्य की बात करें तो कैलाश पर्वत पे कोई भी व्यक्ति शरीर के साथ उच्चतम शिखर पर नहीं पहुच सकता है। ऐसा बताया गया है कि, यहाँ पर देवताओं का आज भी निवास हैं। पवित्र संतों की आत्माओं को ही यहाँ निवास करने का अधिकार दिया गया है।

*रहस्य ५:* कैलाश पर्वत का एक रहस्य यह भी बताया जाता है कि जब कैलाश पर बर्फ पिघलती है तो यहाँ से डमरू जैसी आवाज आती है। इसे कई लोगों ने सुना है। लेकिन इस रहस्य को आज तक कोई हल नहीं कर पाया है।

*रहस्य ६:* कई बार कैलाश पर्वत पर सात तरह के प्रकाश आसमान में देखें गयें है। इसपर नासा का ऐसा मानना है कि यहाँ चुम्बकीय बल है और आसमान से मिलकर वह कई बार इस तरह की चीजों का निर्माण करता है।

*रहस्य ७:* कैलाश पर्वत दुनिया के सबसे मुख्य सनातन धर्म  का केंद्र माना गया है। यहाँ कई साधू और संत अपने देवों से टेलीपेथी से संपर्क करते हैं। असल में यह आध्यात्मिक संपर्क होता है।

*रहस्य ८:* कैलाश पर्वत का सबसे बड़ा रहस्य खुद विज्ञान ने साबित किया है कि यहाँ पर प्रकाश और ध्वनी के बीच इस तरह का  समागम होता है कि यहाँ से ॐ की आवाजें सुनाई देती हैं।

अब आप समझ गये होंगे कि, कैलाश पर्वत क्यों आज भी इतना धार्मिक और वैज्ञानिक महत्त्व रखे हुए है।हर साल यहाँ दुनियाभर से कई लोग अनुभव लेने आते हैं,और सनातन धर्म के लिए कैलाश सबसे बड़ा आदिकालीन धार्मिक स्थल भी बना हुआ है..!!
*🙏🏿🙏🙏🏻जय श्री श्याम*🙏🏼🙏🏾🙏🏽

*अतुलित बलधामं..*

श्री हनुमान जी के पास इतना बल था कि जिसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती थी लक्ष्मण जी को मूर्छित देखकर हनुमान जी को क्रोध आ गया श्री राम के विलाप एवं दुःख को देखकर कहा प्रभु यदि आपकी आज्ञा हो

*तौं चंद्रमहि निचोरि चैल-ज्यों, आनि सुधा सिर नावौं कै पाताल दलौं ब्यालावलि अमृत-कुंड महि लावौं*
*भेदि भुवन, करि भानु बाहिरो तुरत राहु दै तावौं*
*बिबुध-बैद बरबस आनौं धरि, तौ प्रभु-अनुग कहावौं*
*पटकौं मींच नीच मूषक-ज्यौं, सबहिको पापु बहावौं*

*मैं चंद्रमा को कपड़े के समान निचोड़ कर उसका अमृत लक्ष्मण के सिर पर डाल दूं*

*पाताल में सर्पों का दल जो अमृत की रक्षा कर रहा है उस अमृत कुंड को ही उठा लाऊं*

*भुवन से सूर्य को निकाल कर उसे राहु से ढक दूं जिससे सूर्य निकले ही नहीं*

*देवताओं के वैद्य अश्विनी कुमार को ही यहां उठा लाऊं*

*मृत्यु को चूहे के समान पटक कर मार दूं जिससे मृत्यु का भय ही न रहे*

*आखिर हनुमान जी ने यहां तक कहा कि मैं अपने प्राण निकालकर लक्ष्मण के शरीर में डाल दूं..!!*
*🙏🏻🙏🙏🏿जय बजरंग बली*🙏🏽🙏🏾🙏🏼