जाने बालों की किस बीमारी में सिर और बदन पूरा गंजा हो जाता है

डॉ हरीश मैखुरी

एलोपीसिया यूनिवर्सलिस नामक बालों की इस बीमारी में सिर और बदन पूरा गंजा हो जाता है।जबकि एलोपीसिया ईरीटा में पैचेज(खाले) बनते हैं। इसे फंगल इन्फेक्शन या खुश्की की बीमारी बताया जाता है। भारत में इसके लिए ज्यादातर स्टेरॉयड और बिटामिन ई,  एडी और मल्टी बिटामिन देते हैं । टैब्लेट – केनाकार्ट, केटोकोनाजोल, लीवोसाॅल और कैटोमैग, सैल्सिल शैम्पू बाल धोने और कोई हेयर लोशन या टिंचर सुबह शाम लगाने के लिए पकड़ा देते हैं। किसी को लाभ हो भी जाता है। किसी को नहीं। लेकिन इससे गर्दन के पीछे मांस जमा होना हाथ पैरों की ग्रिप पतली होना और नपुंसकता या अति उत्साहित होने जैसे अनेक साईड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।

आयुर्वेद में लगाने के लिए आंवला रस में नीम या अखरोट के पत्तों की चटनी का लेप लगाना है। लेकिन आंखों को इस लेप से बचाना है और खाने में पर्याप्त मात्रा में सभी तरह की मौसमी सब्जियां दालें और फल। लगाने के लिए बिना रंग और सुगंध वाला नारियल या कड़वा तेल बस। ऐसा करने से बाल उग जाते हैं, नहीं तो कम से कम साईडफैक्ट तो कुछ भी नहीं है। खूब पानी पियें। सभी तरह के सैम्पू छोड़ कर गुड़हल के फूल के रस या दही से सिर धोएं। मीट अंडे आदि अभक्ष्य का परिहार करें। अवश्य लाभ होगा।