झारखंड हार के इन कारणों की समीक्षा करे बीजेपी

चित्र मुख्यमंत्री झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत शोरेन और बीजेपी की सबसे युवा विधायक अंबा प्रसाद हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा=३१, बीजेपी =२६, कांग्रेस =१५, अन्य=9
झारखंड में भाजपा की हार के प्रमुख कारण:-

1. सरयू राय को टिकट ना देना ( जिन्होंने बीजेपी को झारखंड में खड़ा किया)
2. आजसू से गठबंधन तोड़ कर ( लोहरदगा आजसू की जीती हुई सीट से अपना प्रत्याशी घोषित करना) अगर गठबंधन बनी रहती तो 19 सीटों का सीधा नुकसान से बचती ।।
1.डुमरी ( बीजेपी 36013, आजसू 36840, गठबंधन 71128
2. जुगसलाई बीजेपी 66647, आजसू 46779, गठबंधन 88581
3. ईचागढ़ बीजेपी 38485, आजसू 38836, गठबंधन 57546
4. लोहरदगा बीजेपी 44230, आजसू 39916, गठबंधन 74380
5. नाला बीजेपी 57836, आजसू 16778, गठबंधन 61356
6. जामा बीजेपी 58499, आजसू 13351, गठबंधन 60925
7. रामगढ़ बीजेपी 31011, आजसू 67962, गठबंधन 93083
8. बरकगाओं – बीजेपी 29912, आजसू 63116, गठबंधन 93256
9. खिजरी बीजेपी 78360, आजसू 29091, गठबंधन 83829
10. चक्रधरपुर बीजेपी 31598, आजसू 17232, गठबंधन 43832
11. गांडे बीजेपी 55969, आजसू 15249, गठबंधन 64694
12. मधुपुर बीजेपी 64883, आजसू 45453, गठबंधन 87624
13. घाटशिला बीजेपी 56807, आजसू 31910, गठबंधन 63531 ।।
एवं अन्य सीट जहा आजसू के साथ गठबंधन रहने पर सरायकेला, मांडर, तमाड़, जरमुंडी, मनोहरपुर, सिमडेगा में भी जीती जा सकती थी।।
3. 1 सीट सरयू राय+ 1सीट रघुवर दास स्वयं (2 सीट स्वयं खुद पैर पे कुल्हाड़ी मार कर)
4. रघुवर दास का घमंड और राहुल गाँधी जैसा बयान ( ना शिक्षा हो, धोनी बहुत बड़े फुटबॉल खिलाड़ी है जैसे अनेक बयान )
5. झारखंड सरकार के 5 सालों का कोई गुणगान नहीं, ना ही यहा का कोई लोकल मुद्दा पे चुनाव लड़ना।।
6. जीते हुए नेता को टिकट काटना ।

7-रघुबरदास को हज हाउस बनाने और अजमेर कब्र पर मत्था मारने का पुरस्कार मिला,

सीख – जिस काम के लिए वोट मिले हैं वही करो

8-झारखंड #नक्शलियों की वापसी तय समझें ❗बता दें कि झारखंड उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के शासन में ही नये राज्य बनाये गये।