बिगब्रेकिंग – पुष्करसिंह धामी होंगे मुख्यमंत्री चुनेगये विधायक दल के नेता, भाजपा ने खटीमा के निर्णय को दर्पण दिखाते हुए दूसरी बार बना दिया मुख्यमंत्री

 ✍️हरीश मैखुरी

चुनाव हार कर भी जीत गये धामी। धामी पर भरी विधान मंडल दल की हामी। पुष्कर सिंह धामी के सिर सजा फिर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का मुकुट। हारने” के बाद भी सबका दिल जीतने वाले “पुष्कर धामी ” के नाम पर लग गयी मुहर। उत्तराखंड में दूसरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री बनने वाले पहले व्यक्ति बने धामी। मतगणना के 10 दिन बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के नाम की हुई घोषणा।पुष्कर सिंह धामी  उत्तराखंड के बाहरवें मुख्यमंत्री होंगे वे 23 मार्च को शपथ लेंगे। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम तो 10 मार्च को ही आ गए थे, लेकिन राज्य के होने वाले मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हो पाया था। अंततः बड़ी प्रतीक्षा के बाद आज बीजेपी उच्चतम नेतृत्व ने मुख्यमंत्री पर निर्णय कर लिया है। जबकि 10 मार्च को ही आए चुनाव नतीजों के बाद यूपी, गोवा, मणिपुर राज्यों में पार्टी मुख्यमंत्री का नाम तय कर चुकी है। यही नहीं, इन राज्यों में नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण कार्यक्रम की तैयारियां भी जोरों से चल रही हैं। उत्तराखंड में भी शपथग्रहण समारोह की तिथि पहले ही सुनिश्चित हो गयी थी  कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं।

पुष्कर सिंह धामी भी बचपन में जब दोस्तों के साथ खेलते थे तो ज्यादातर नेता या मुखिया ही बनते थे।
जुलूस निकालना, दोस्तों के बीच खड़े होकर भाषण देना, पढ़ाई के दौरान नेता बनने का शौक आदि देख धामी के पिता भी कहने लगे थे कि बेटा तू तो नेता ही बनेगा। पिता के यह शब्‍द वैसे तो करीब 33 साल पहले ही सही साबित हो गए जब उन्होंने आरएसएस में प्रशिक्षण लेकर सामाजिक कार्य की कमान थामी। उसके बाद भी वह राजनीति की सीढिय़ां लगातार चढ़ते गए। और संघ में आस्था के दम पर तीन जुलाई को उन्होंने उत्तराखंड की सत्ता के शिखर पर नाम स्थापित कर दिखाया। उत्तराखंड को नया मुख्यमंत्री मिल गया है, और हां उत्तराखंड में मुख्यमंत्री खटीमा के लोगों के जनादेश पर भाजपा ने झन्नाटेदार राजनीतिक चांटा जड़ा है भाजपा हाई कमान और विधायक मंडल दल का ये सराहनीय और जन नभावना के अनुरूप निर्णय है तथा उन षड्यंत्रकारियों के मुंह पर झन्नाटेदार चांटा है जो हर बार राज्य के मुख्यमंत्री को हराने के लिए एकजुट हो जाते हैं। भुवन चन्द्र खंडूरी, हरीश रावत और अब पुष्करसिंह धामी का  मुख्यमंत्री के रूप में हारना किसी भी स्थिति में राज्यहित में नहीं हो सकता।

 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा नेत्री मीनाक्षी लेखी ने विधायक मंडल दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम घोषणा की तो पूरे प्रदेश में आशाओं का संचार दिखने लगा है। धामी के बनने पर विरोध कहीं भी नहीं दिखा। 

उसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने वरिष्ठ नेताओं के साथ राज्यपाल के समकक्ष सरकार गठन का प्रस्ताव पत्र सोंपा।

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने श्री पुष्प सिंह धामी के पुनः मुख्यमंत्री बनने उन्हें बधाई दी है।

श्री पुष्कर सिंह धामी के पुनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनने पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें अपनी शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होने कहा कि निश्चित रूप से युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में प्रदेश विकास के नये आयाम स्थापित करेगा। वहीं बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भी पुष्करसिंह धामी के मुख्यमंत्री बनने पर बधाई देते हुए कहा कि  विधान मंडल दल का नेता निर्वाचित होने पर श्री पुष्कर सिंह धामी जी को हार्दिक बधाई और अनंत मंगलकामनाओ।