नयी शिक्षा नीति आरंभ करने वाला उत्तराखंड होगा पहला राज्य : आधारभूत संरचना के लिए नयी शिक्षा नीति के अनुसार पाठ्यक्रम प्रस्तुत करने की प्रक्रिया तेज

आज दिनांक 15-09-2023 को एस सी ई आर टी (SCERT) उत्तराखंड के एन ई पी (NEP) सेल द्वारा विद्यालयी शिक्षा तथा बुनियादी स्तर हेतु राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रुपरेखा (NCF -SE & NCF-FS ) निर्माण हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमे आधार संरचना हेतु निर्मित पाठ्यचर्या की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया । अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन निदेशक महोदया एस सी ई आर टी ( SCERT) उत्तराखंड श्रीमती वंदना गबर्याल जी के निर्देशन में संपन्न हुई। जिसमें राज्य स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी के सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया । जिसके प्रथम सत्र में कार्यक्रम समन्वयक रविदर्शन तोपाल और प्रवक्ता डा० कामाख्या मिश्रा जी द्वारा सभी प्रतिभागियों के साथ बुनियादी शिक्षा पर राज्य स्तरीय पाठ्यचर्या की रुपरेखा (SCF -FS) पर सार्वजनिक पटल से आए सुझावों पर समीक्षा की गई। द्वितीय सत्र में विद्यालयी शिक्षा हेतु राज्य स्तरीय पाठ्यचर्या की रुपरेखा (SCF -SE) निर्माण हेतु अभिमुखीकरण में कार्यक्रम समन्वयक रविदर्शन तोपाल द्वारा राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रुपरेखा विद्यालयी शिक्षा पर विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यशाला में अपर निदेशक अजय नौडियाल जी , संयुक्त निदेशक हरीशचंद्र सिंह रावत जी (प्रा०शि०), स्टीयरिंग कमेटी के अध्यक्ष श्री राकेश जुगरान प्राचार्य डायट देहरादून , शैलेन्द्र अमोली राज्य प्रमुख एन ई पी सेल , अमित कुमार चंद खंड शिक्षा अधिकारी जयहरीखाल, प्रधानाचार्य दून इंटरनेशनल स्कूल दिनेश बत्तर्वाल , प्रधानाचार्य वर्मा इंटर नेशनल स्कूल स्वाति आनंद जी , दिगंबर सिंह नेगी, बृजेश पंवार, हेमेंद्र चौहान, डा० शैलेन्द्र धपोला , डा० वीर सिंह रावत, राज्य समन्वयक अजीम प्रेमजी फाउंडेशन अंबरीष विष्ट , रामलाल आर्य , विनोद मल्ल , रविन्द्र चौहान सहित अनेक सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सभागार में संपन्न हुई। बुनियादी स्तर हेतु राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा को जैन सुझाव हेतु विद्यालय शिक्षा की वेबसाइट के माध्यम से सुलभ कराया गया था जिनके सुझावों को राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा में सम्मिलित किया गया साथ ही बाल मनोवैज्ञानिकों से इन पत्रजातो को परीक्षण कराया गया था उनके सुझाव को भी इस पत्रजात में सम्मिलित किया गया जिसे अब शीघ्र ही लोकार्पित किया जाएगा जो कि देश का पहले राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा आधारभूत स्तर हेतु होगा।