उत्तराखंड पुलिस द्वारा जनहित में जारी

हरीश मैखुरी
सावधान !!!
अगर आप घर पर बैठे हैं और आपके मोबाइल पर अचानक आपके खाते से रूपए निकलने का मैसेज आता है और यदि आपने किसी को अपना ATM कोड भी न बताया हो तो समझ लीजिये आप ATM Cloning का शिकार हो गए हैं यानि किसी फ्रॉड ने बना लिया है आपके ATM का डुप्लीकेट!!!!!!  अब आप ये सोच रहे होंगे कि ATM का डुप्लीकेट कैसे बन सकता है तो उत्तराखंड पुलिस बता रही है आपको कि कैसे बनता है ATM क्लोन??
            आजकल ATM फ्रॉड गिरोह बिना सिक्योरटी गार्ड वाले ATM में एक विशेष प्रकार की चिप ATM में फिट कर देते हैं और ATM की छत पर थोड़ी देर के लिए बैटरी से चलने वाला एक CCTV लगा देते है जब आप उस ATM से रूपए निकालते हैं तो आपके ATM का सारा डेटा चिप में ट्रांसफर हो जाता है और ऊपर लगे कैमरे में आपका कोड रिकॉर्ड हो जाता है आपके जाने के बाद एटीएम के आस पास खड़ा व्यक्ति चिप और cctv निकाल कर चिप के डेटा से उसी no का ATM तैयार कर cctv से आपका कोड लेकर आपके खाते से रूपए निकाल देता है।
ATM फ्रॉड गिरोह से बचने के लिए क्या करे??
1- बिना सिक्यूरिटी गार्ड वाले ATM से रूपए न निकाले।
2- ATM में घुसने के बाद विशेषकर छत पर अवश्य नज़र डाले कि की बोर्ड की तरफ कोई कैमरा तो नही लगा है आपको        बता दे कि बैंक कभी भी की बोर्ड की तरफ कैमरा नही लगाता।
3- सबसे महत्व पूर्ण यह है कि की बोर्ड में अपना कोड टाइप करते समय ऊपर से दूसरे हाथ की आड़ कर दे ऐसे में यदि          कैमरा लगा भी हो तो आपका कोड उसमे रिकॉर्ड नही हो पायेगा।
4- ATM के अंदर रूपए निकालते समय कोई अन्य व्यक्ति हो तो उसे शांति पूर्वक बाहर निकलने का अनुरोध करे।
5- ATM में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ महसूस होने या संदिग्ध कैमरा लगा होने पर तत्काल निकटतम पुलिस को             अथवा बैंक को सूचित कर मौके पर बुलाये।
6- अपना ATM कोड,आधार नंबर,मोबाइल no, किसी को न बताये।
ध्यान रखे !!
सतर्कता ही धोखाधड़ी से बचने का सबसे बड़ा उपाय है!
अपने परिवार आसपड़ोस में भी
इसका प्रचार प्रसार करे।
अपने हितैषी के मोबाइल में फॉरवर्ड करना न भूले।
उत्तराखंड पुलिस सदैव आपके साथ