आज का पंचाग, आपका राशि फल, कामदा एकादशी, आज समय की मांग है बड़, बरगद, पीपल, पंया, नीम एवं आम लगाना, कैसा रहेगा राक्षस नाम का संवत्सर!

*श्री लेण्याद्री गणपती देवस्थान ट्रस्ट कडून द्वारा कोविड सेंटर प्रारम्भ किया गया है *🕉️🕉️🚩🚩*अजून हिंदूंची बरीच मंदिरं रुग्णांसाठी दार उघडणार आहेत.*

*प्रगतिशील और बिरयानी प्रेमी सेक्युुलरों को भी आगे आना चाहिए। ऐसा ही कुछ उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए 

*🕉️ श्री गणेशाय नमः 🕉️ जगत् जनन्यै जगदंबा भगवत्यै नम 🕉️ नमः शिवाय 🕉️ नमो भगवते वासुदेवाय नमः सभी मित्र मंडली को आज का पंचांग एवं राशिफल भेजा जा रहा है इस का लाभ उठाएंगे आपका अपना पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री ✡️या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,*
*नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: ||*
*जगतजननी माँ आदिशक्ति दुःख, महामारी और विपदाओं से हम सबकी रक्षा करें।*
✡️दैनिक पंचांग✡️
✡️बैशाख मासे ✡️
✡️10 प्रविष्टे गते ✡️
✡️दिनांक ✡️ :23 – 04 – 2021(शुक्रवार)✡️
सूर्योदय :06.03 am
सूर्यास्त :06.47 pm
सूर्य राशि :मेष
चन्द्रोदय :03.00 pm
चंद्रास्त :04.02 am
चन्द्र राशि :सिंह
विक्रम सम्वत :विक्रम संवत 2078
अमांत महीना :चैत्र 11
पूर्णिमांत महीना :चैत्र 26
पक्ष :शुक्ल 11
तिथि :एकादशी 9.47 pm तक, बाद में द्वादशी
नक्षत्र :मघा 7.42 am तक, बाद में पूर्व फाल्गुनी
योग :वृद्धि 2.39 pm तक, बाद में ध्रुव
करण :वणिज 10:47 am तक, बाद में विष्टि 9:47 pm तक, बाद में बव
राहु काल :10.50 am – 12.30 pm
कुलिक काल :7.29 am – 9.09 am
यमगण्ड :3.51 pm – 5.32 pm
अभिजीत मुहूर्त :11.59 AM – 12.50 PM
दुर्मुहूर्त :08:36 am – 09:27 am, 12:50 pm – 01:41 pm
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✡️आज के लिए राशिफल ✡️ ✡️✡️मेष✡️23-04-2021
आपके लिए आज का दिन ठीक-ठाक रहेगा लेकिन शाम होते-होते स्थिति में परिवर्तन हो सकता हैं।आप किसी बात को लेकर आप चिंता मग्न रहेंगे। खर्चे आपके अधिक रहेंगे। आय  कम होगी, जिससे आपकी चिंता स्वभाविक है।  अपने काम पर ही ध्यान दें। बाकी चीजों से दूर रहें। परिवार का वातावरण सामान्य रहेगा। प्रेम जीवन में भी स्थितियां बढ़िया रहेंगी और जो लोग विवाहित हैं, उनका दांपत्य जीवन भी बढ़िया चलेगा।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 6
भाग्यशाली रंग : भूरा रंग
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✡️वृष ✡️23-04-2021
आज आप लोगों को अपनी योजनाओं से सहमत कर लेंगे। भाग्य कापूरा-पूरा साथ आपको मिलेगा। कुछ दिनों से लटका  काम आज पूरा हो जायेगा। प्यार के लिए आज का दिन सुचारू रहेगा। माता-पिता से आज कोई अच्छी सलाह मिलेगी,जिससे आपको लाभ होगा। आज किसी बात को लेकर आप प्रसन्न रहेंगे किसी नई तकनीक को सीखने में रुचि दिखायेंगे।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : लाल रंग
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✡️मिथुन ✡️23-04-2021
जल्दबाजी में कोई काम न करें। पैसों की स्थिति की चिंता करनी होगी। आपका फालतू खर्चा हो सकता है। नौकरी और बिजनेस में किसी बात को लेकर उलझनें बढ़ सकती हैं। पैसों के मामलों में सावधानी रखनी होगी। सेहत को लेकर लापरवाही न करें। ऑफिस या वर्क प्लेस पर तनावपूर्ण स्थिति बन सकती है। आज आप दोस्तों और परिवार की जरूरतों में फंस सकते हैं। पेट संबंधित रोग होने के योग बन रहे हैं।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : हरा रंग
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✡️कर्क ✡️23-04-2021
आज आपके कार्यस्थल पर काफी अधिक कार्य का दबाव आप लोगों को काफी तनाव दे सकता है। आपके संपर्कों का दायरा बढ़ेगा और आप प्रभावशाली लोगों के साथ कुछ महत्वपूर्ण संपर्क भी स्थापित करेंगे। परिवार के बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। कार्यक्षेत्र में कुछ चीजें रोमांचक रहेंगी। आज आपका खर्च ज्यादा रहेगा, लेकिन आप चाह कर भी उसे टाल नहीं सकेंगे। नौकरी में आपको आज अच्छी सफलता मिलेगी।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : नीला रंग
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✡️सिंह ✡️23-04-2021
आपके लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। यात्रा पर जाने से बचना चाहिए। परिवार को समय दें और उसके साथ वक्त बिताना आपको अच्छा लगेगा। नौकरी में आपके लिए आज का दिन बहुत बढ़िया है। आज आपकी प्रशंसा होगी और आपका बॉस भी आपसे खुश होगा। व्यापार के मामले में आज का दिन अधिक खर्चे वाला है। धन के निवेश से बचना चाहिए। सेहत पर ध्यान दें।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 3
भाग्यशाली रंग : नीला रंग
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✡️कन्या✡️23-04-2021
आज अधिकारियों से महत्वपूर्ण विषय पर फ़ोन पर बातचीत होगी। इस राशि के इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर्स अपने अनुभव का प्रयोग सही दिशा में करेंगे। किसी आवश्यक काम में जीवनसाथी से परामर्श अच्छा रहेगा। दाम्पत्य जीवन में खुशियाँ बढ़ेगी। आज अचानक धन लाभ होने का योग बन रहा है। आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहेगी। ऑफिस के किसी काम में फ़ोन से सहकर्मियों से मदद मिलेगी। अपने ईष्टदेव को प्रणाम करें, लाभ के कई मौके मिलेंगे।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : लाल रंग
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✡️तुला ✡️23-04-2021
नौकरी और बिजनेस में लाभ की संभावना बन रही है। आपके लिए दिन अच्छा रहेगा। विशेष लाभ व उन्नति के लिए आज आपको कुछ ज्यादा ही कोशिशें करनी पड़ सकती है, लेकिन आप सफल भी हो सकते हैं। आपके किए गए काम किस्मत की मदद से पूरे हो सकते हैं। अपने फायदे की चिंता जरूर करें। दूसरों को नाराज किए बिना चतुराई से काम करें।लव पार्टनर पर खर्चा ज्यादा हो सकता है। लवर या जीवनसाथी पर गुस्सा न करें। किसी पर अपनी भावनाएं जबरदस्ती न थोपें।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : पीला रंग
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✡️वृश्चिक ✡️23-04-2021
नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा। आर्थिक आयोजनों पूरे होंगे। नई योजना बनेगी। परिणाम आपके पक्ष में रहेंगा। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। प्रतिष्ठा वृद्धि होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। चुनौतियों के बीच आपको अपने लिए नया रास्ता ढ़ूढना पड़ सकता है। आपके वित्तिय मामले भी आगे बढ़ेगे। आपके मन की शंका भी दूर हो सकती है। आप सच कहने से न डरें।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 1
भाग्यशाली रंग : नीला रंग
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✡️धनु ✡️23-04-2021
आपके लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। इनकम भी बढ़ेगी और आपकी इच्छा भी पूरी होंगी लेकिन शाम होते-होते खर्चों में बढ़ोतरी हो जाएगी, जो आपको सोचने पर मजबूर करेगी। परिवार में स्थितियां आपके पक्ष में रहेंगी। परिवार के लोग भी एकजुट रहेंगे और साथ मिलकर आप कुछ अच्छी बातें करेंगे। प्रेम जीवन के लिहाज से आज का दिन अच्छा रहेगा। दांपत्य जीवन जीने वालों को जीवन साथी की सेहत के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : पीला रंग
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✡️मकर ✡️23-04-2021
आप घर पर ही ऑफिस के काम में बिजी रहेंगे। दिनभर के काम से आपको शाम को थकान महसूस करेंगे। जीवनसाथी के साथ अपने रिश्तों को लेकर आप कुछ ज्यादा ही भावुक होंगे। आपको अपनी भावनाओं पर थोड़ा काबू रखना चाहिए। साथ ही बिना वजह के खर्चों पर नियंत्रण रखना चाहिए। इससे आपका आर्थिक पक्ष मजबूत बना रहेगा। अविवाहितों को विवाह के लिए अच्छा रिश्ता आयेगा। माँ लक्ष्मी को सफेद पुष्प चढ़ाएं, आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 6
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
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✡️कुंभ ✡️23-04-2021
आर्थिक तंगी खत्म होगी। इनकम और खर्चा बराबर रहेगा। ऑफिस में अधिकारियों से सहयोग मिलेगा। कार्यक्षेत्र में आप पूरी ताकत से काम निपटा लेंगे। आर्थिक तंगी खत्म हो सकती है। अचानक धन लाभ हो सकता है। अच्छे लोगों की संगति से फायदा हो सकता है। संतान से कोई अच्छी खबर मिलने के योग हैं। कोशिशों से समस्याएं सुलझा लेंगे। आज आप किसी खास नतीजे के इंतजार में धैर्य रखेंगे तो खुश होंगे।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : पीला रंग
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✡️मीन ✡️23-04-2021
आज आपकी पुरानी अड़चनें समाप्त होंगी। परिवार के सदस्य कुछ गलत व्यवहार कर सकते हैं। कार्यप्रणाली की प्रशंसा मिलेगी। आय में वृद्धि होगी। प्रेम-प्रसंग के अवसर सहज ही प्राप्त होंगे। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। बच्चों का स्वास्थ्य आपके चिंता का कारण बन सकता है। आपको पैसों का लाभ हो सकता है। आप कोई ऐसी वस्तु भी प्राप्त कर सकते हैं, जिसके लिए आप काफी समय से बहुत इच्छुक थे।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : नीला रंग
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✍️ पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री जगदंबा ज्योतिष कार्यालय सोडा सरोली रायपुर देहरादून मूल निवासी ग्राम वादुक पत्रालय गुलाडी पट्टी नन्दाक जिला चमोली गढ़वाल उत्तराखंड फोन नंबर ✡️8449046631✡️✡️✡️✡️🕉️🕉️

कामदा एकादशी शुक्रवार 23 अप्रैल विशेष
राजेश मंत्री
कामदा एकादशी जिसे फलदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।
इसे श्रीहरि विष्णु का उत्तम व्रत कहा गया है।
इस व्रत के पुण्य से जीवात्मा को पाप से मुक्ति मिलती है। यह एकादशी कष्टों का निवारण करने वाली और मनोनुकूल फल देने वाली होने के कारण फलदा और कामन पूर्ण करने वाली होने से कामदा कही जाती है। इस एकादशी की कथा श्री कृष्ण ने पाण्डु पुत्र धर्मराज युधिष्ठिर को सुनाई थी। इससे पूर्व राजा दिलीप को वशिष्ठ मुनि ने सुनायी थी। आइये हम भी इस एकादशी की पुण्य कथा का श्रवण करें।

कामदा एकादशी व्रत विधि

एकादशी के दिन स्नानादि से पवित्र होने के पश्चात संकल्प करके श्री विष्णु के विग्रह की पूजन करें। विष्णु को फूल, फल, तिल, दूध, पंचामृत आदि नाना पदार्थ निवेदित करें। आठों प्रहर निर्जल रहकर विष्णु जी के नाम का स्मरण एवं कीर्तन करें। एकादशी व्रत में ब्राह्मण भोजन एवं दक्षिणा का बड़ा ही महत्व है अत: ब्राह्मण को भोजन करवाकर दक्षिणा सहित विदा करने के पश्चात ही भोजन ग्रहण करें। इस प्रकार जो चैत्र शुक्ल पक्ष में एकादशी का व्रत रखता है उसकी कामना पूर्ण होती है।

कामदा एकादशी व्रत कथा

पुराणों में प्रत्येक मास की एकादशी का माहात्म्य कथाओं के माध्यम से व्याख्यायित किया गया है। चैत्र शुक्ल एकादशी यानि कामदा एकादशी की कथा कुछ इस प्रकार है।
हुआ यूं कि एक बार धर्मराज युद्धिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण के सामने चैत्र शुक्ल एकादशी का महत्व, व्रत कथा व पूजा विधि के बारे में जानने की इच्छा प्रकट की। भगवान श्री कृष्ण ने कहा हे कुंते बहुत समय पहले वशिष्ठ मुनि ने यह कथा राजा दिलीप को सुनाई थी वही मैं तुम्हें सुनाने जा रहा हूं।
रत्नपुर नाम का एक नगर होता था जिसमें पुण्डरिक नामक राजा राज्य किया करते थे। रत्नपुर का जैसा नाम था वैसा ही उसका वैभव भी था। अनेक अप्सराएं, गंधर्व यहां वास करते थे। यहीं पर ललित और ललिता नामक गंधर्व पति-पत्नी का जोड़ा भी रहता था। ललित और ललिता एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे, यहां तक कि दोनों के लिये क्षण भर की जुदाई भी पहाड़ जितनी लंबी हो जाती थी।
एक दिन राजा पुण्डरिक की सभा में नृत्य का आयोजन चल रहा था जिसमें गंधर्व गा रहे थे और अप्सराएं नृत्य कर रही थीं। गंधर्व ललित भी उस दिन सभा में गा रहा था लेकिन गाते-गाते वह अपनी पत्नी ललिता को याद करने लगा और उसका एक पद थोड़ा सुर से बिगड़ गया। कर्कोट नामक नाग ने उसकी इस गलती को भांप लिया और उसके मन में झांक कर इस गलती का कारण जान राजा पुण्डरिक को बता दिया। पुण्डरिक यह जानकर बहुत क्रोधित हुए और ललित को श्राप देकर एक विशालकाय राक्षस बना दिया। अब अपने पति की इस हालत को देखकर ललिता को बहुत भारी दुख हुआ। वह भी राक्षस योनि में विचरण कर रहे ललित के पिछे-पिछे चलती और उसे इस पीड़ा से मुक्ति दिलाने का मार्ग खोजती। एक दिन चलते-चलते वह श्रृंगी ऋषि के आश्रम में जा पंहुची और ऋषि को प्रणाम किया अब ऋषि ने ललिता से आने का कारण जानते हुए कहा हे देवी इस बियाबान जंगल में तुम क्या कर रही हो और यहां किसलिये आयी हो। तब ललिता ने सारी व्यथा महर्षि के सामने रखदी। तब ऋषि बोले तुम बहुत ही सही समय पर आई हो देवी। अभी चैत्र शुक्ल एकादशी तिथि आने वाली है। इस व्रत को कामदा एकादशी कहा जाता है इसका विधिपूर्वक पालन करके अपने पति को उसका पुण्य देना, उसे राक्षसी जीवन से मुक्ति मिल सकती है। ललिता ने वैसा ही किया जैसा ऋषि श्रृंगी ने उसे बताया था। व्रत का पुण्य अपने पति को देते ही वह राक्षस रूप से पुन: अपने सामान्य रूप में लौट आया और कामदा एकादशी के व्रत के प्रताप से ललित और ललिता दोनों विमान में बैठकर स्वर्ग लोक में वास करने लगे।
मान्यता है कि संसार में कामदा एकादशी के समान कोई अन्य व्रत नहीं है। इस व्रत की कथा के श्रवण अथवा पठन मात्र से ही वाजपेय यज्ञ के समान फल की प्राप्ति होती है।

कामदा एकादशी के लाभ
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कामदा एकादशी का उपवास करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिल जाती है। हिन्दु धर्म में किसी ब्राह्मण की हत्या करना सबसे भयंकर पाप है। यह माना जाता है कि ब्राह्मण की हत्या का पाप भी कामदा एकादशी उपवास करने से मिट जाता है।

राक्षस नाम का संवत्सर कैसा रहेगा

पंडित शंभू प्रसाद पांडे गुरुजी भृगु ज्योतिष अनुसंधान एवं मंत्र साधना केंद्र के संस्थापक बताते हैं कि ज्योतिष के अनुसार राक्षस नाम के संवत्सर का फल इस प्रकार रहेगा संवत्सर 2078 कैसा रहेगा हम सभी के लिए, आईये जानते हैं विस्तार से

13 अप्रैल 2021 को नव 2078 को नव संवत्सर “राक्षस” नाम से पुकारा और जाना जाएगा. इस वर्ष संवत के राजा मंगल होंगे और मंत्री भी मंगल ही होंगे. राक्षस नामक संवत के प्रभाव से विकास के कार्यों में व्यवधान की स्थिति देखने को मिल सकती है. इस समय पर राजा और मंत्री दोनों ही मंगल होने के कारण स्थिति थोड़ी मुश्किल हो सकती है. इस समय पर लोगों के मध्य निरंकुशता का प्रभाव देखने को मिल सकता है.

सम्वत राजा मंगल
इस वर्ष संवत का राजा मंगल होगा. मंगल के प्रभाव से एक चीज जो मुख्य रुप से देखने को मिल सकती है वह है लोगों के भीतर उत्साह ओर क्रोध. इस समय पर दुर्घटनाओं के प्रभाव से शुभ जन मानस के साथ प्रकृति भी प्रभावित हो सकती है. मंगल के प्रभाव के कारण चीजों में उछाल भी देखने को मिल सकता है. इस समय पर प्रक्रति में बदलाव भी देखने को मिलेगा. भारी वर्षा और चक्रवात की स्थिति हो सकति है. अग्नि से होने वाली दुर्घटनाओं में वृद्धि भी देखने को मिल सकती है. पशों की कमी या पशुओंकी हानि हो सकती है. शासन के प्रति आरोप प्रत्यारोपों का दोर भी देखने को मिल सकता है.

सम्वत मंत्री मंगल
इस वर्ष मंत्री मंगल हैं. इस कारण स्थिति थोड़ी जटिल हो सकती है. मंगल के ही मंत्री होने के कारण भौतिक सुख सुविधाओं को लेकर खिंचतान रह सकती है. राज्यों में चोरी ठगी, भ्रष्टाचार होने से हिंसा की स्थिति पनपेगी. जनता के मध्य उपद्रव होने की स्थिति रहेगी. जन धन की हानि होने और नेताओं में परस्पर विरोध की स्थिति भी दिखाई देगी. रोगों की अधिकता से लोगों के मध्य भय की स्थिति रह सकती है. धार्मिक भावनाओं के प्रति रुढी़वादीता देखने को मिलेगी. लोग चोरों और तस्करों के कारण परेशानी जेल सकते हैं.

इस वर्ष राजा और मंत्र दोनों ही मंगल हैं. इस कारण स्थिति थोड़ी जटिल हो सकती है. मंगल के ही मंत्री होने के कारण भौतिक सुख सुविधाओं को लेकर खिंचतान रह सकती है. राज्यों में चोरी ठगी, भ्रष्टाचार होने से हिंसा की स्थिति पनपेगी. जनता के मध्य उपद्रव होने की स्थिति रहेगी. जन धन की हानि होने और नेताओं में परस्पर विरोध की स्थिति भी दिखाई देगी. रोगों की अधिकता से लोगों के मध्य भय की स्थिति रह सकती है. धार्मिक भावनाओं के प्रति रुढी़वादीता देखने को मिलेगी. लोग चोरों और तस्करों के कारण परेशानी जेल सकते हैं.

सस्येश (फसलों) का स्वामी शुक्र
इस समय सस्येश शुक्र के होने से रस भरे फलों की अच्छी पैदावार हो सकती है. शुक्र का प्रभाव होने से रस और दूध और फलों की वृद्धि अच्छी होगी. इस के साथ ही इन फलों के अतिरिक्त गेहूं, ईख (गन्ना) और फलदार वृक्षों और फूलों की पैदावार भी अच्छी हो सकती है. मौसमी फलों की पैदावार भी अच्छी हो सकती है.सोना, चम्दी घी तेल चावल इत्यादि का व्यापार करने वालों के लिए समय लाभ का होगा. कृषि के क्षेत्र में अच्छा रुख दिखाई दे सकता है. पशुओं से लाभ मिलने की उम्मीद भी दिखाई देती है. खेती से जुड़े व्यापारियों को भी लाभ मिलने की अच्छी स्थिति दिखाई देती है.

मेघश मंगल/चंद्र का प्रभाव
मेघेश यानी के वर्षा का स्वामी. इस वर्ष मंगल और चंद्रमा को मेघेश का स्थान प्राप्त हो रहा है. मंगल के प्रभाव से प्रतिकूल वर्षा की स्थिति देखने को मिल सकती है. समाज में इस कारण अव्यवस्था फैल सकती है. बाढ़ और भूस्खलन का प्रभाव भी पड़ सकता है.

मेघश चंद्र का प्रभाव
मेघश चंद्रमा का प्रभाव जहां पर होग औस स्थान पर दुध और रस दार पदार्थों का प्रभाव अनुकूल रुप से रहेगा. लोगों को इन सभी से लाभ मिलेगा. गेहू और धान की पैदावार अच्छी होगी. वृक्षों पर फल फूलों की पर्याप्त मात्रा बनी रहने वाली है.

धान्येश बुध का प्रभाव
धान्येश अर्थात अनाज और धान्य जो हैं उनके स्वामी बुध होंगे. बुध के प्रभाव से खेती अच्छी होगी और अनाज की पैदावार भी अच्छे से होती है. वर्षा का शुभ प्रभाव होने से लाभ की प्राप्ति होती दिखाई देती है. सभी प्रकार के रस भरे पदार्थों में बहुत अच्छी स्थिति रह सकती है. मूल्यों में वृद्धि अधिक रह सकती है. इस समय पंजाब से जुड़े क्षेत्रों में कृषी पर प्रभाव देखने को मिल सकता है. घाटे की स्थिति प्रभावित कर सकती है. इस समय वर्षा की कमी भी इसका कारण हो सकती है. पदार्थों में तेजी आएगी ये वस्तुएं महंगी हो सकती है.शासन की ओर से मदद भी मिल सकती है.

रसेश सूर्य का प्रभाव
रसों का अधिकारी सूर्य बनेंगे. सूर्य के प्रभाव से वर्षा की स्थिति कम हो सकती है. भौतिक सुख कुछ कम रह सकते हैं. इस समय पर गर्मी के कारण रसों में कमी का प्रभाव भी आ स्कता है. घी मक्खन, तेल में कुछ कमी होने से इनका महंगा प्रभव भी रहेगा.इस समय पर प्रजा में चीजों की कमी का भय भी रह सकता है. प्रजा और शासन के मध्य में तनाव भी बढ़ सकता है. रसेश के प्रभाव से रुखापन जीवन में अधिक रहने वाला है.

नीरसेश गुरु का प्रभाव
नीरसेश अर्थात ठोस धातुओं का स्वामी. इनका स्वामी शुक्र है. शुक्र के प्रभाव से सुंगधित वस्तुओं का व्यापार अच्छे से होने की उम्मीद दिखाई देती है. चीजों में आकर्षण का भाव होगा लोगों में भी इसकी ओर झुकाव रहेगा. इन चीजों की खरीदारी भी अच्छी हो सकती है.

फलेश चंद्र का प्रभाव
फलेश अर्थात फलों का स्वामी. फलेश चंद्रमा के प्रभव से शुभ प्रभाव की प्राप्ति हो सकती है. शासन में लोगों का कुछ विश्वास गहरा होगा. न्याय के प्रति लोगों की समझ विकसित होगी. विद्वानों को इस समय लाभ मिल सकता है.

धनेश गुरु का प्रभाव
धनेश अर्थात धन का स्वामी राज्य के कोश का स्वामी. धनेश गुरु के होने से यह समय आर्थिक क्षेत्र में थोड़ा अनुकूल कहा जा सकता है. इस समय पर लोगों की ओर से लाभ में वृद्धि का कुछ मौका मिल सकता है. शासन व्यवस्था में व्यापार करने वालों के लिए ये कुछ सकारात्मक स्थिति हो सकती है.

दुर्गेश चंद्रमा का प्रभाव
दुर्गेश अर्थात सेना का स्वामी. चंद्रमा के दुर्गेश होने से सैन्य कार्य थोड़े सुस्त देखाई दे सकते हैं. इस समय पर नए चीजों का आगमन तो होगा लेकिन प्रभावशीलता अधिक न दिखाई दे पाए। 

मोदी सरकार इस बात का संज्ञान लें🙏

पीपल, बरगद और नीम के पेडों को सरकारी स्तर पर लगाना हिन्दू संस्कृति के विरुद्ध एक षड्यंत्र के तहत पहले की सरकारों में बन्द किया गया। जब कि बड़ पीपल नीम बरगद पंया कदम्ब आम ढाक खैर जामुन लीची तथा उंचाई वाले स्थानों पर बांज बुरांश भोज और थुनेर ये सभी पेड़ धरती के मौसम रैगुलेटर हैं और सभी प्राणियों की सांसे इन पेड़ों पर टिकी हैं। 

पीपल कार्बन डाई ऑक्साइड का 100% एबजार्बर है, बरगद 80% और नीम 75%।

अब इन जीवनदायी पेड़ों को लगाना होगा।

कोरोना संकट के बीच 1 मई से 18 साल से ज्यादा के लोगों के टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू होनी है। इस संबंध में अब बड़ा अपडेट आया है। दरअसल, वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन शनिवार (24 अप्रैल) से शुरू होगा। वैक्सीन लेने के इच्छुक लोग CoWin पोर्टल पर जाकर इसके लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।