आज का पंचाग आपका राशि, 3 सितंबर को विश्व प्रसिद्ध नंदा देवी लोकजात यात्रा हेतु वैदनी कुण्ड में सम्मलित हो सकते हैं मुख्यमंत्री!क्या आपने कभी गूगल पर यह सर्च किया कि पाकिस्तान के संस्थापकों की बाद में क्या स्थिति हुई!

🌺🙏🏻 जय श्री गणेशाय नमः 🙏🏻🌺

🌺🙏🏻 जय माता दी 🙏🏻🌺

🌺🙏🏻 महर्षि पाराशर पंचांग 🙏🏻🌺

🌺🙏 ( अथ पंचांगम् ) 🙏🌺

*दिनाँक : ~*
*26/08/2022, शुक्रवार*
चतुर्दशी, कृष्ण पक्ष,
भाद्रपद दिल्ली
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(समाप्ति काल)

तिथि—–चतुर्दशी 12:23:22 तक
पक्ष————————-कृष्ण
नक्षत्र——–आश्लेषा 18:31:25
योग————-परिघ 26:09:21
करण———-शकुनी 12:23:22
करण———चतुष्पद 25:07:42
वार———————–शुक्रवार
माह———————–भाद्रपद
चन्द्र राशि——–कर्क 18:31:25
चन्द्र राशि———————सिंह
सूर्य राशि———————सिंह
ऋतु————————–वर्षा
सायन————————शरद
आयन—————–दक्षिणायण
संवत्सर——————-शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)——————-नल
विक्रम संवत—————-2079
गुजराती संवत————–2078
शक संवत——————1944

दिल्ली
सूर्योदय—————-05:57:10
सूर्यास्त—————-18:48:19
दिन काल————–12:51:09
रात्री काल————-11:09:21
चंद्रोदय—————-06:18:18
चंद्रास्त—————–18:36:18

लग्न——-सिंह 8°37′ , 128°37′

सूर्य नक्षत्र——————–मघा
चन्द्र नक्षत्र—————-आश्लेषा
नक्षत्र पाया——————-रजत

*🚩💮 पद, चरण💮🚩*

डे—- आश्लेषा 11:59:25

डो—- आश्लेषा 18:31:25

मा—- मघा 25:01:58

*🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=सिंह 08:12 मघा , 3 मू
चन्द्र =कर्क 23 °23, आश्लेषा , 3 डे
बुध =कन्या 05 ° 07′ उ o फा o ‘ 3 पा
शुक्र=कर्क 23°05, आश्लेषा ‘ 2 डू
मंगल=वृषभ 09°30 ‘ कृतिका ‘ 4 ए
गुरु=मीन 13°30 ‘ उ o भा o, 3 झ
शनि=कुम्भ 27°33 ‘ धनिष्ठा ‘ 2 गी
राहू=(व) मेष 22°50′ भरणी , 3 ले
केतु=(व) तुला 22°50 विशाखा , 1 ती

*🚩💮 मुहूर्त प्रकरण 💮🚩*

राहू काल 10:46 – 12:23 अशुभ
यम घंटा 15:36 – 17:12 अशुभ
गुली काल 07:34 – 09:10
अभिजित 11:57 – 12:48 शुभ
दूर मुहूर्त 08:31 – 09:23 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:48 – 13:40 अशुभ
वर्ज्यम 06:19 – 08:04 अशुभ

🚩गंड मूल अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
चर 05:56 – 07:32 शुभ
लाभ 07:32 – 09:09 शुभ
अमृत 09:09 – 10:45 शुभ
काल 10:45 – 12:21 अशुभ
शुभ 12:21 – 13:57 शुभ
रोग 13:57 – 15:33 अशुभ
उद्वेग 15:33 – 17:09 अशुभ
चर 17:09 – 18:45 शुभ

🚩चोघडिया, रात
रोग 18:45 – 20:09 अशुभ
काल 20:09 – 21:33 अशुभ
लाभ 21:33 – 22:57 शुभ
उद्वेग 22:57 – 24:21* अशुभ
शुभ 24:21* – 25:45* शुभ
अमृत 25:45* – 27:09* शुभ
चर 27:09* – 28:33* शुभ
रोग 28:33* – 29:57* अशुभ

💮होरा, दिन
शुक्र 05:56 – 07:00
बुध 07:00 – 08:04
चन्द्र 08:04 – 09:09
शनि 09:09 – 10:13
बृहस्पति 10:13 – 11:17
मंगल 11:17 – 12:21
सूर्य 12:21 – 13:25
शुक्र 13:25 – 14:29
बुध 14:29 – 15:33
चन्द्र 15:33 – 16:37
शनि 16:37 – 17:41
बृहस्पति 17:41 – 18:45

🚩होरा, रात
मंगल 18:45 – 19:41
सूर्य 19:41 – 20:37
शुक्र 20:37 – 21:33
बुध 21:33 – 22:29
चन्द्र 22:29 – 23:25
शनि 23:25 – 24:21
बृहस्पति 24:21* – 25:17
मंगल 25:17* – 26:13
सूर्य 26:13* – 27:09
शुक्र 27:09* – 28:05
बुध 28:05* – 29:01
चन्द्र 29:01* – 29:57

*🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल 💮🚩*

सिंह > 05:28 से 06:34 तक
कन्या > 06:34 से 08:44 तक
तुला > 08:44 से 10:58 तक
वृश्चिक > 10:58 से 13:14 तक
धनु > 13:14 से 15:44 तक
मकर > 15:44 से 17:22 तक
कुम्भ > 17:22 से 18:50 तक
मीन > 18:50 से 19:24 तक
मेष > 19:24 से 20:56 तक
वृषभ > 20:56 से 23:44 तक
मिथुन > 23:44 से 02:08 तक
कर्क > 02:08 से 05:12 तक

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान———पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 14 + 6 + 1 = 36 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

केतु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

29 + 29 + 5 = 63 ÷ 7 = 0 शेष

शमशान वास = मृत्यु कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*🚩💮 विशेष जानकारी 💮🚩*

*कैलाश यात्रा*

*अगस्त्य तारा उदय*

*🚩💮 शुभ विचार 💮🚩*

अन्यथा वेदपाण्डित्यं शास्त्रमाचारमन्यथा ।
अन्यथा वदता शांतंलोकाःक्लिश्यन्ति चाऽन्यथा ।।
।। चा o नी o।।

वासना के समान दुष्कर कोई रोग नहीं. मोह के समान कोई शत्रु नहीं. क्रोध के समान अग्नि नहीं. स्वरुप ज्ञान के समान कोई बोध नहीं.

*🚩💮 सुभाषितानि 💮🚩*

गीता -: मोक्षसान्यांसयोग अo-18

सर्वगुह्यतमं भूतः श्रृणु मे परमं वचः ।,
इष्टोऽसि मे दृढमिति ततो वक्ष्यामि ते हितम्‌ ॥,

संपूर्ण गोपनीयों से अति गोपनीय मेरे परम रहस्ययुक्त वचन को तू फिर भी सुन।, तू मेरा अतिशय प्रिय है, इससे यह परम हितकारक वचन मैं तुझसे कहूँगा॥,64॥,

*🚩💮 दैनिक राशिफल 💮🚩*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐂वृष
शारीरिक कष्ट संभव है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी प्रभावशाली व्यक्ति मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। झंझटों में न पड़ें।

👫मिथुन
शत्रुओं का पराभव होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। काम पर ध्यान नहीं दे पाएंगे। बेवजह किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। दूसरों के बहकावे में न आएं। फालतू बातों पर ध्यान न दें। लाभ में वृद्धि होगी।

🦀कर्क
पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। जल्दबाजी न करें। आवश्यक वस्तुएं गुम हो सकती हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार देना पड़ सकता है। प्रयास सफल रहेंगे। कार्य की बाधा दूर होगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि तथा सम्मान में वृद्धि होगी।

🐅सिंह
किसी भी तरह के विवाद में पड़ने से बचें। जल्दबाजी से हानि होगी। राजभय रहेगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। व्यय होगा। सही काम का भी विरोध हो सकता है। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। निवेश शुभ रहेगा। सट्टे व लॉटरी के चक्कर में न पड़ें।

🙍‍♀️कन्या
कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें। किसी अनहोनी की आशंका रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। लेन-देन में लापरवाही न करें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। शेयर मार्केट से बड़ा लाभ हो सकता है।

⚖️तुला
मस्तिष्क पीड़ा हो सकती है। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है या समय पर नहीं मिलेगी। पुराना रोग उभर सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। हल्की हंसी-मजाक करने से बचें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। चिंता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। यश बढ़ेगा।

🦂वृश्चिक
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। विवेक से कार्य करें। लाभ में वृद्धि होगी। फालतू की बातों पर ध्यान न दें। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में उन्नति होगी। व्यापार-व्यवसाय की गति बढ़ेगी। चिंता रह सकती है। थकान रहेगी। प्रमाद न करें।

🏹धनु
पुराना रोग उभर सकता है। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। विरोधी सक्रिय रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। घर-परिवार में सुख-शांति रहेगी। जल्दबाजी न करें।

🐊मकर
व्यवसाय में ध्यान देना पड़ेगा। व्यर्थ समय न गंवाएं। पूजा-पाठ में मन लगेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। जल्दबाजी से हानि संभव है। थकान रहेगी। कुसंगति से बचें। निवेश शुभ रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🍯कुंभ
घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि हो सकती है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। फालतू खर्च होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। शत्रुभय रहेगा।

🐟मीन
कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति निर्मित होगी। प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। व्यापार में लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। शत्रु पस्त होंगे। विवाद में न पड़ें। अपेक्षाकृत कार्य समय पर होंगे। प्रसन्नता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यस्तता रहेगी। प्रमाद न करें।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

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चमोली थराली विधायक भूपाल रामटम्टा जी के साथ मुख्य्मंत्री के आवास पर प्रदेश के यशस्वी मुख्यंंत्री आदरणीय श्री पुष्कर सिंह धामी जी से भेंट कर आगामी 3 सितंबर को विश्व प्रसिद्ध मा नंदा देवी लोकजात यात्रा 2022 के अंतिम पड़ाव वैदनी कुण्ड में आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने क्षेत्र के समस्याओं को भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया मां नंदा राजराजेश्वरी से प्रार्थना करूंगा की मां अपने सभी भक्तो का कल्याण करे। 🙏

This magnificent large-scale stele of Bhagawan #Vishnu with 10 Avatar’s, carved in relief in black stone, which belongs to 12th century Rajasthan.

10 अवतारों के साथ भगवान #विष्णु का यह सुन्दर बड़े पैमाने पर स्टील, काले पत्थर में खुदी हुई है, जो 12 वीं शताब्दी के राजस्थान से संबंधित है।

क्या आपने कभी गूगल पर यह सर्च किया कि पाकिस्तान के संस्थापकों का बाद में क्या हाल हुआ?

 

सच में तारिक फतेह बार-बार जो कहते हैं यह कौम किसी की सगी नहीं हुई यह कौम खुद अपने नबी और उनके वंशजों की सगी नहीं हुई यह कौम कभी अपने देश की सगी नहीं हुई और यह कौम कभी उनकी भी सगी नहीं हुई जिन्होंने इनके लिए एक नया देश बनाया

 

जबकि भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को अपने देश में सम्मान दिया जाता है, लेकिन जो लोग पाकिस्तान के निर्माण के लिए जिम्मेदार हैं, वे उपेक्षित होकर कुत्ते की मौत मरे

 

यदि अरब देशों को देखें, तो वे दावा करते हैं कि वे पहले अरब वाले हैं और मुसलमान बाद में ।

 

ईरान में, वे पहले ईरानी और बाद में मुस्लिम होने का दावा करते हैं।

तुर्क नस्ल वाले देश जैसे अजरबैजान, तुर्की के लोग दावा करते हैं कि वह तुर्क पहले हैं और मुसलमान बाद में

 

बहुत सारे मुस्लिम देशों में यह बुद्धिमतता है ।

 

लेकिन पाकिस्तान में, वे खुद को पंजाब में पंजाबी , सिंध में सिंधी, बलूचिस्तान में बालूचि आदि कहते हैं।

 

वे पहले भारत से नफरत करने वाले हैं, बाद में मुसलमान और उसके बाद पाकिस्तानी।

 

पाकिस्तान को अपना नाम कैसे मिला । “पाक” का अर्थ है पवित्र, और पाकिस्तान का अर्थ पवित्र स्थान है।

 

यह नाम चौधरी रहमत अली ने दिया था। यह उत्तर प्रदेश का रहने वाला था लेकिन इसके दादा लंदन जाकर बस गए थे

 

रहमत अली लंदन में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र थे, जिन्होंने 1933 में एक पुस्तिका प्रकाशित की थी। उस पुस्तिका में उन्होंने भारत में मुसलमानों के भविष्य के बारे में चर्चा की और एक अलग राष्ट्र दिए जाने की मांग की।

 

उस पर्चे में उन्होंने “पाकिस्तान” का नाम दिया।

 

पाकिस्तान बनने के बाद वे लंदन से पाकिस्तान आए।

 

ऐसा पहली बार था जब वह लंदन से बाहर आये थे ।

 

उन्होंने जब पाकिस्तान सरकार का रवैया देखा तब उन्होंने पाकिस्तान सरकार पर हिंदुओं और सिख्खो के कत्लेआम को लेकर टिप्पणी की और कहा कि पाकिस्तान सरकार जानबूझकर हिंदुओं और सिख्खो का कत्लेआम नहीं रोक रही है ….

 

चौधरी रहमत अली का मानना था हिंदुओं और सिख्खो को बाइज्जत पाकिस्तान से भारत भेज दिया जाए लेकिन पाकिस्तान सरकार जानबूझकर हिंदुओं का कत्लेआम करवा रही थी

 

15 दिनों के भीतर पाक सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

 

उन्हें जेल में रखा गया और उनकी सारी संपत्ति जब्त कर ली गई।

 

उन्हें पाकिस्तान से निष्कासित कर दिया गया और बिना किसी पैसे के लंदन भेज दिया गया।

 

फरवरी 1951, में ब्रिटेन में बहुत खराब हालत में उनकी मृत्यु हो गई।

 

वहां एक सवाल खड़ा हो गया कि उनके अंतिम संस्कार का खर्च कौन वहन करे।

 

40 घंटे की चर्चा के बाद, पाक सरकार श्मशान शुल्क वहन करने के लिए सहमत हुई।

 

उनका कब्र लंदन में है।

 

इसके बाद मोहम्मद अली जिन्ना पर आते हैं ।

 

उन्होंने दावा किया कि उन्होंने पाकिस्तान बनाया।

 

लेकिन पाकिस्तान में उन्हें बेहद नापसंद किया जाता जाने लगा क्योंकि वह सूअर का मांस खाते थे शराब पीते थे सिगार और सिगरेट पीते थे और उन्होंने कभी हज यात्रा भी नहीं की थी और उन्होंने जिंदगी में कभी नमाज भी अदा नहीं किया इसलिए पाकिस्तान के कट्टरपंथी मुस्लिम उनसे खफा थे

 

वह टीबी और किडनी का मरीज था।

 

उन दिनों टीबी को लाइलाज बीमारी माना जाता था ।

 

वह क्वेटा में बहुत बीमार हो गए और प्लेन द्वारा कराची लाये गये ।

 

एम्बुलेंस कराची एयरपोर्ट पर इंतजार कर रही थी।

 

उन्हें स्ट्रेचर पर लाया गया और एम्बुलेंस में बैठाया गया।

 

रास्ते में कुछ खराबी के कारण एंबुलेंस रुक गई।

 

उनके लिए दूसरा एंबुलेंस का व्यवस्था नहीं किया गया

 

इस बीच, जिन्ना कोमा में चले गए और उस अवस्था में उन्हें अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।

 

लेकिन वह गंतव्य पर पहुँचने पर मृत पाए गए ।

 

मोहम्मद अली जिन्ना की पत्नी और बेटी उनके जीते जी ही पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए थे और जिन्ना की सगी बहन का हाल जिन्ना से भी ज्यादा खतरनाक हुआ

 

मोहम्मद अली जिन्ना की बहन फ़ातिमा जिन्नाह कोलकाता मेडिकल कॉलेज से डेंटल सर्जन थी उन्होंने अपना पहला विवाह एक गैर मुस्लिम से किया था इसीलिए पाकिस्तान के कट्टरपंथी मुस्लिम उन्हें नापसंद करते थे

 

जिन्ना के मरने के बाद फातिमा अली जिन्ना ने राजनीति में कदम रखा और वह सिंध प्रांत में काफी लोकप्रिय हो गई । कट्टरपंथी मौलाना फातिमा अली जिन्ना को नापसंद करते थे और उनकी हत्या कर दी गई और जब उनकी शव यात्रा निकल रही थी यानी जब उनका जनाजा निकल रहा था तब उनके शव को जमीन पर पटक दिया गया और कराची में भीषण दंगे हुए पुलिस को गोली चलानी पड़ी कई पेट्रोल पंप जल गए और 12 लोगों का दंगों में मौत हुआ था

 

अब हम लियाकत अली खान पर आते हैं।

 

वह पाकिस्तान के लिए लड़ने वाले व्यक्तियों में से एक थे।

 

लियाकत अली खान भी उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का छात्र था

 

वह पाकिस्तान के पहले पीएम थे और उन्होंने अपने समकक्ष नेहरू के साथ एक समझौता किया।अपने- अपने देश में अल्पसंख्यकों के साथ व्यव्हार के संबंध में।

 

इस समझौते में यह था कि दोनों देश अपने अपने यहां अल्पसंख्यकों को पूरा अधिकार देंगे और उनके लिए संविधान में एक अलग व्यवस्था बनाएंगे

 

लेकिन, इस समझौते से पाकिस्तान के कट्टरपंथी मुस्लिम बेहद नाराज हो गए और उनकी हत्या कर दी गई

 

और आश्चर्य इस बात का कि हत्यारों को मात्र कुछ सालों बाद जेल से रिहा कर दिया गया और रिहा होने पर हत्यारों का शानदार स्वागत हुआ था

 

उसके बाद अस्थायी रूप से दो या तीन पीएम ने शासन किया और अंत में, सेना ने सत्ता पर कब्जा कर लिया ।

 

पाकिस्तान के निर्माण में एक और अहम भूमिका हुसैन शहीद सुहरावर्दी की हैं

 

हुसैन शहीद सुबह वर्दी उस समय के पूर्वी पाकिस्तान के मिदनापुर का रहने वाला था इनके पिता कोलकाता हाई कोर्ट के जाने-माने जज थे।

 

सुहरावर्दी खुद कोलकाता का डिप्टी मेयर रह चुका था और मिदनापुर का भी मेयर रहा है पाकिस्तान निर्माण में इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका तब निभाई थी जब जिन्ना के डायरेक्ट एक्शन डे के आह्वान पर इसने मिदनापुर ढाका चटगांव में लाखों हिंदुओं का कत्लेआम करवाया

 

उसी डायरेक्ट एक्शन डे पर हिंदुओं के कत्लेआम से अंग्रेज और नेहरू और गांधी डर गए और उन्होंने पाकिस्तान की मांग स्वीकार कर ली इस तरह से पाकिस्तान की स्थापना में शहीद हुसैन सुहरावर्दी का सबसे बड़ा रोल है

 

पाकिस्तान बनने के बाद लगभग चार दशक तक बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान बनकर पाकिस्तान का ही हिस्सा था और शहीद हुसैन सुहरावर्दी को पाकिस्तान का पांचवा प्रधानमंत्री भी बनाया गया

 

इसने उर्दू के साथ-साथ बंगाली को भी पाकिस्तान की राजभाषा बनाने का प्रस्ताव पेश किया जिससे पाकिस्तान के कट्टरपंथी मुस्लिम इसके खिलाफ हो गए और सेना ने भी इसके खिलाफ विद्रोह कर दिया और मात्र 13 महीनों में इसे सत्ता से बेदखल कर दिया गया यहां तक कि इनके एक बेटी और बेटे की हत्या भी कर दी गई बाद में इन्हें पाकिस्तान से निष्कासित कर दिया गया और यह लेबनान के बेरूत में रहने लगे और वही बेरुत में गुमनामी में इनका निधन हुआ

 

फिर बाद में जब एक नया देश बांग्लादेश बना तब बांग्लादेश सरकार ने बेरुत से इनकी कब्र को खुलवा कर इन्हें वापस ढाका में दफन किया

 

पाकिस्तान की स्थापना में बैरिस्टर जफरुल्लाह खान का भी बहुत बड़ा रोल है यह एक अहमदिया मुस्लिम थे और जाने-माने बैरिस्टर थे उन्होंने कई मंचों पर तथा अंग्रेजी सरकार के सामने पाकिस्तान की जरूरत को लेकर काफी बहस किया उन्होंने विदेशों में भी पाकिस्तान के निर्माण के लिए ब्रिटिश सरकार पर दबाव डाला।

 

पाकिस्तान बनने के बाद जफरउल्लाह खान को पाकिस्तान का पहला विदेश मंत्री बनाया गया लेकिन बाद में कट्टरपंथियों ने अहमदिया को गैर मुस्लिम घोषित कर दिया और इन्हें पाकिस्तान का नागरिक मानने से इनकार कर दिया जब जफरुल्लाह खान ने जब इसके खिलाफ आवाज उठाई तब उन्हें 3 सालों तक जेल में बंद कर दिया गया और बाद में इस शर्त पर रिहा किया गया कि वह पाकिस्तान छोड़कर विदेश चले जाएंगे और जफरुल्लाह फ्रांस चले गए

 

इस तरह जितने भी लोगों ने पाकिस्तान बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी सब का हाल किसी खरजवा बीमारी से पीड़ित कुत्ते से भी बदतर हुआ

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