आज का पंचाग आपका राशि फल, भारत के चारधाम और उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा का महात्म्य एवं पूजन विधि, भ्रष्टाचारियों के निरूद्ध होने पर कतिपय देशों के पेट में उठी मरोड़ का मोदी चिकित्सालय में उपचार

शैक्षणिक सत्र 2024-25 की शुभकामनाएं

 डाॅ0 माताराम पुरोहित प्राचार्य संस्कृत महाविद्यालय सिमली चमोली 919456390092

*श्री हरिहरौ**विजयतेतराम**सुप्रभातम*

           *आज का पञ्चाङ्ग*

   *_सोमवार, ०१ अप्रैल २०२४_*

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सूर्योदय: 🌄 ०६:२१, सूर्यास्त: 🌅 ०६:४०

चन्द्रोदय: 🌝 २५:२७, चन्द्रास्त: 🌜१०:२५

अयन 🌘 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)

ऋतु: 🌳 वसंत 

शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०८० (पिंगल)

मास 👉 चैत्र, पक्ष 👉 कृष्ण

तिथि 👉 सप्तमी (२१:०९ से अष्टमी)

नक्षत्र 👉 मूल (२३:१२ से पूर्वाषाढ)

योग 👉 वरीयान् (२०:३० से परिघ)

प्रथम करण👉विष्टि(०९:२५ तक)

द्वितीय करण👉बव(२१:०९ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 मीन 

चंद्र 🌟 धनु 

मंगल🌟कुम्भ(उदित,पूर्व,मार्गी)

बुध🌟मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)

गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र🌟मीन (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ

 (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मीन 

केतु 🌟 कन्या    

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:४६

अमृत काल 👉 १६:४४ से १८:२१

रवियोग 👉 ०६:०६ से २३:१२

विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१६

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३४ से १८:५७

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३६ से १९:४५

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५७ से २४:४३

राहुकाल 👉 ०७:४० से ०९:१३

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 १०:४७ से १२:२१

होमाहुति 👉 गुरु

दिशाशूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 आकाश 

भद्रावास 👉 पाताल (०९:२५ तक)

चन्द्रवास 👉 पूर्व

शिववास 👉 श्मशान में (२१:०९ से गौरी के साथ)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – अमृत २ – काल

३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर

७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – चर २ – रोग

३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ

७ – अमृत ८ – चर

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

🚌🚈🚗⛵🛫

पूर्व-उत्तर (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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अप्रैल मास आरम्भ, शीतला सप्तमी, बुध वक्री २७:४३ से आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २३:१२ तक जन्मे शिशुओ का नाम मूल नक्षत्र के द्वितीय तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (यो, भ, भी) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (भू) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मीन – २९:२१ से ०६:४४

मेष – ०६:४४ से ०८:१८

वृषभ – ०८:१८ से १०:१३

मिथुन – १०:१३ से १२:२८

कर्क – १२:२८ से १४:४९

सिंह – १४:४९ से १७:०८

कन्या – १७:०८ से १९:२६

तुला – १९:२६ से २१:४७

वृश्चिक – २१:४७ से २४:०६

धनु – २४:०६ से २६:१०

मकर – २६:१० से २७:५१

कुम्भ – २७:५१ से २९:१७

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पञ्चक रहित मुहूर्त

मृत्यु पञ्चक – ०६:०६ से ०६:४४

रोग पञ्चक – ०६:४४ से ०८:१८

शुभ मुहूर्त – ०८:१८ से १०:१३

मृत्यु पञ्चक – १०:१३ से १२:२८

अग्नि पञ्चक – १२:२८ से १४:४९

शुभ मुहूर्त – १४:४९ से १७:०८

रज पञ्चक – १७:०८ से १९:२६

शुभ मुहूर्त – १९:२६ से २१:०९

चोर पञ्चक – २१:०९ से २१:४७

शुभ मुहूर्त – २१:४७ से २३:१२

रोग पञ्चक – २३:१२ से २४:०६

शुभ मुहूर्त – २४:०६ से २६:१०

मृत्यु पञ्चक – २६:१० से २७:५१

अग्नि पञ्चक – २७:५१ से २९:१७

शुभ मुहूर्त – २९:१७ से ३०:०५

आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज आपके मन के विपरीत घटनाएं दुखी करेंगी। धार्मिक कार्यो की वजह से कार्य क्षेत्र से समय निकालना पड़ेगा अथवा विलम्ब से कार्य आरम्भ होंगे। परिजनो की इच्छा पूर्ती ना होने पर नाराजगी रह सकती है। दिनचर्या अस्त-व्यस्त रहने से दैनिक कार्य भी विलम्ब से पूर्ण होंगे। मध्यान का समय व्यवसाय में थोड़ा लाभ कराएगा परन्तु संतोष नहीं होगा। एक साथ कई काम आने से असुविधा होगी लेकिन निकट भविष्य के लिए लाभदायक रहेगा। कार्य क्षेत्र पर आज सहयोगियों की गैर हाजरी में अकेले ही कार्यो में लगना पड़ेगा। उधार सम्बंधित व्यवहार ना चाहकर भी करने पड़ेंगे। आज धैर्य का परिचय अधिक दें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपको मिश्रित फल देगा। प्रातः काल में शारीरिक रूप से शिथिलता रहेगी जिससे कार्यो के प्रति गंभीरता नहीं आएगी परिश्रम करने में असमर्थ रहेंगे परन्तु परिस्थियों को देखते हुए कार्य में जुटना पड़ेगा। व्यवसाय में प्रारंभिक उदासीनता के बाद धीरे-धीरे गति आने से धन की आवक होगी एक साथ कई क्षेत्रों से लाभ होने से शारीरिक कष्ट भूल जाएंगे। संध्या तक व्यावसायिक स्थिति सुदृढ़ रहेगी लेकिन पारिवारिक माहौल गलतफहमियों के कारण अशान्त रहेगा महिलाये इसका मुख्य कारण रह सकती है। लोभ में पड़ने से हानि की संभावना भी बन रही है सावधान रहें। लंबी यात्रा से बचें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन अनुकूल रहने से अधूरे कार्य पूर्ण होंगे धन की भी आमद होने से मानसिक रूप से संतोष रहेगा। नौकरी पेशा जातक बेहतर कार्य के लिए सम्मानित होंगे अधिकारियो का विशेष प्रोत्साहन मिलेगा। व्यवसायी वर्ग भी व्यापार में आकस्मिक वृद्धि होने के कारण अधिक व्यस्त रहेंगे परन्तु ध्यान रखे स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहने से प्रेम व्यवहार में कड़वाहट आ सकती है। काम निकालने के लिए किसी की झूठी प्रशंसा करने से ना चुकें। सरकारी कार्य आज करने से उलझने बढ़ सकती है अतः आगे के लिये टालना बेहतर रहेगा। घर में मंगलमय वातावरण मिलने से शांति अनुभव करेंगे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन घरेलु सुखों में वृद्धिकारक रहेगा परन्तु आज धन अधिक खर्च होने से आर्थिक स्थिति कमजोर होगी। दिन भर शारीरिक रूप से सक्षम रहेंगे कार्यो को भी आज ज्यादा मन लगा कर करेंगे। महिलाये घरेलु अथवा बाजार के कार्यो के कारण ज्यादा व्यस्त रहेंगी। व्यवसायी वर्ग आज कार्य क्षेत्र पर अधिक सक्रियता दिखाएंगे मध्यान से पहले तक का समय आर्थिक रूप से शुभ रहेगा। खुदरा व्यवसाय में आकस्मिक उछाल आने का पूरा लाभ उठाएंगे। संताने आज के दिन उपयोगी सिद्ध होंगी। धार्मिक स्थलों पर पर्यटन की योजना बनेगी। घरेलु कार्यो पर खर्च बढ़ेगा फिर भी अखरेगा नही।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आपका आज का दिन भागमभाग में बीतेगा फिर भी सामान्य से उत्तम रहेगा। प्रातः काल से ही किसी कार्य को पूर्ण करने में व्यस्त हो जाएंगे घरेलु कार्य भी अधिक रहने के कारण संतुलन बैठाने में परेशानी होगी। कार्य व्यवसाय में जोखिम आज ना लें धन लाभ के मार्ग खुले रहेंगे नया प्रयोग नुक्सान करा सकता है। व्यापारी वर्ग प्रतिस्पर्धा रहने पर भी व्यवहार के बल पर काम निकाल लेंगे मित्र रिश्तेदार भी धनोपार्जन में सहायक बनेंगे। परिवारिक वातावरण में आज भाग-दौड़ अधिक रहेगी। महिलाये अधिक कार्य के कारण असहज महसूस करेंगी फिर भी सभी कार्य समय से पूर्ण कर लेंगी। शरीर स्वस्थ्य रहेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन आप अनर्गल प्रवृतियों में पड कर मूल उद्देश्य से भटक सकते है इससे मान हानि के साथ समय की बर्बादी भी निश्चित होगी। पहले अपने कार्यो पर ध्यान दें उसके बाद ही किसी अन्य के सहायक बने विपरीत लिंगीय आकर्षण अधिक रहने के कारण भी कार्यो में देरी की कोई ना कोई वजह बनेगी। धार्मिक क्षेत्र की यात्रा करेंगे परन्तु मन कही और ही भटकेगा आडंबर की प्रवृति अधिक रहेगी। कार्य व्यवसाय से खर्च निकाल लेंगे। महिलाये भी आज दिखावे के ऊपर बेवजह खर्च कर सकती है। लाभ के अवसर लापरवाही के चलते हाथ से निकलने की संभावना है। घर के बुजुर्गो को सम्मान दें उन्नति होगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज दिन के पूर्वार्ध में आप कार्य क्षेत्र एवं परिचितों से काफी आशाएं रखेंगे मध्यान के पहले तक इनसे लाभ हो सकता है परंतु इसके बाद का समय प्रतिकूल होने से आशा निराशा में बदलेगी। घरेलु कार्यो एवं व्यवसाय के कारणों से दौड़-धुप करनी पड़ेगी। आवश्यकता के समय कोई सहायक नहीं मिलेगा जिससे मानसिक खिन्नता बढ़ेगी। परिवार में आकस्मिक बीमारियां होने के कारण दवाओं पर खर्च बढेगा। कार्य क्षेत्र पर लाभ पाने के लिए आज अधिक परिश्रम करना पड़ेगा फिर भी आशानुकूल लाभ से वंचित ही रहेंगे। महिलाये आज अपने आपको लाचार अनुभव करेंगी। धार्मिक कृत्यों में रूचि रहेगी लेकिन उचित समय नहीं निकाल पाएंगे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आप कार्यो के प्रति बेपरवाह अधिक रहेंगे कार्य क्षेत्र पर बेमन से कार्य करते हुए भी लाभ कमा सकेंगे परन्तु अव्यवस्था में निरंतर वृद्धि होने से आगे का समय मंदी से भरा रहेगा। आज आप मध्यान तक आशा से अधिक धन कमा सकते है इसमें घर के सदस्य भी सहयोगी बनेंगे। व्यापार में विस्तार आज कर सकते है परन्तु नए कार्य का आरम्भ अभी टालना ही उचित रहेगा। पारिवारिक शान्ति के लिए मौन साधन उत्तम उपाय है छोटी छोटी बातों पर क्रोध करने से बचे लाभ के समय का फायदा उठाये। धार्मिक कृत्यों के द्वारा भी धन लाभ की संभावना है। घर में शान्ति रहेगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आपका आज का दिन शुभफलदायी रहने वाला है। स्वास्थ्य थोड़ा नरम रहेगा फिर भी इस कारण से दैनिक कार्यो में बाधा नहीं आएगी। कार्य क्षेत्र पर प्रातः काल से मध्यान तक आशा से अधिक लाभ कमा लेंगे। इसके बाद का समय भी लाभ वाला रहेगा लेकिन प्राप्ति के लिए इन्तजार करना पड़ेगा। धार्मिक भावनाएं बलवती रहेंगी घर एवं धार्मिक क्षेत्रो पर पूजा पाठ में भाग लेंगे। विरोधियो के प्रति उदासीन व्यवहार भविष्य के लिये हानिकारक रह सकता है इसका ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था ना पनपने दें आगे परेशानी बन सकती है। महिलाये आज दैनिक कार्यो के अतिरिक्त कार्य रहने से अधिक व्यस्त रहेंगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन का आधा भाग प्रतिकूल रहेगा लेकिन फिर भी धर्म-कर्म में आस्था रहने से मानसिक रूप से विचलित नहीं होंगे। कार्य क्षेत्र पर किसी महत्त्वपूर्ण अनुबंध के निरस्त होने से धन सम्बंधित समस्या खड़ी होगी परन्तु अन्य मार्गो से धन की आमद होने पर गंभीर स्थिति से बचाव होगा। आज आप किसी से राग द्वेष की भावना भी रखेंगे भाई-बंधुओ से बनावटी प्रीती रहेगी परन्तु स्त्री एवं सन्तानो से भावनात्मक सम्बन्ध रहेंगे प्रेम स्नेह मिलेगा। धन लाभ निश्चित समय पर ना होकर आकस्मिक रहेगा। महिलाओं के विचारों को भी आज अधिक महत्त्व दें मुश्किल से निकालने में अवश्य सहायक रहेंगी। लघु यात्रा हो सकती है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन आप शारीरिक रूप से चुस्त रहने के साथ-साथ अधिक व्यस्त भी रहेंगे। परन्तु अकारण क्रोध आने से आस-पास का वातावरण बीच-बीच में गरम होगा। नौकरी व्यवसाय में पहले थोड़ा आलस्य रहेगा बाद में कार्यो के प्रति अधिक गंभीर रहेंगे। नौकरी पेशा जातको को आज अतिरिक्त कार्य करना पड़ेगा जिससे थकान अधिक रहेगी। व्यवसायी वर्ग कार्य क्षेत्र पर विस्तार की योजना बनाएंगे परंतु इसे साकार रूप देने में थोड़ा विलम्ब हो सकता है। आर्थिक स्थिति आज थोड़ी विचारणीय रहेगी। आकस्मिक खर्च लगे रहेंगे। परिवार में मांगलिक कार्यक्रम संपन्न होगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आपकी जमा पूंजी में कमी आने के संकेत है। व्यवसाय से भी आज कुछ विशेष लाभ नहीं उठा पाएंगे आवश्यक कार्य अधूरे रहेंगे। प्रातः काल से खर्च का सिलसिला आरंभ होकर संध्या तक लगा रहेगा धन लाभ खर्च के अनुपात मे कम रहने से आर्थिक संतुलन बिगड़ेगा। विरोधी गुप्त षड्यंत्र रचेंगे जिसका दुष्परिणाम आने वाले समय में देखने को मिलेगा अपनी तरफ से आज कोई भी गलती ना करें। सामाजिक छवि अवश्य निखरेगी। स्त्री संताने आज्ञा का पालन करेंगी पर बीच-बीच में क्रोध के प्रसंग भी बनाएंगी। परिवार के बुजुर्गो की सेहत नरम रहेगी। आज किसी की भी अमर्यादित हरकतों को अनदेखा करें।

*चार धाम यात्रा के संबंध में विशेष *

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चार धाम की यात्रा करते समय हो सकता है कि  लोगों को यह नहीं ज्ञात नहो कि ये चारों धाम कहां हैं और इनकी यात्रा का महत्व क्या है।

 प्रचार माध्‍यम में उत्तराखंड में गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा को चार धाम की यात्रा माना जाता है जबकि ये उत्तराखंड की चार धाम यात्रा है देश के स्तर पर तो इन की यात्रा करना तो एक धाम की यानी बद्रीविशाल धाम यात्रा ही कहलाती है।

*तीर्थ यात्रा करना क्यों  आवश्यक है ?*

*छोटा चार धाम* :बद्रीनाथ में तीर्थयात्रियों की अधिक संख्या और इसके उत्तर भारत में होने के कारण यहां के वासी इसी की यात्रा को ज्यादा महत्व देते हैं इसीलिए इसे छोटा चार धाम भी कहा जाता है। इस छोटे चार धाम में बद्रीनाथ के अलावा केदारनाथ (शिव ज्योतिर्लिंग), यमुनोत्री (यमुना का उद्गम स्थल) एवं गंगोत्री (गंगा का उद्गम स्थल) शामिल हैं।

*बदरी्नाथ धाम* :हिमालय के शिखर पर स्थित बद्रीनाथ मंदिर हिन्दुओं की आस्था का बहुत बड़ा केंद्र है। यह चार धामों में से एक है। बद्रीनाथ मंदिर उत्तराखंड राज्य में अलकनंदा नदी के किनारे बसा है। यह मंदिर भगवान विष्णु के रूप में बद्रीनाथ को समर्पित है। बद्रीनाथ मंदिर को आदिकाल से स्थापित और सतयुग का पावन धाम माना जाता है। इसकी स्थापना मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने की थी। बद्रीनाथ के दर्शन से पूर्व केदारनाथ के दर्शन करने का महात्म्य माना जाता है।

बद्रीनाथ मंदिर के कपाट अप्रैल के अंत या मई के प्रथम पखवाड़े में दर्शन के लिए खोल दिए जाते हैं। लगभग 6 महीने तक पूजा- अर्चना चलने के बाद नवंबर के दूसरे सप्ताह में मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।

दूसरा धाम…

*जगन्नाथ पुरी* :भारत के ओडिशा राज्य में समुद्र के तट पर बसे चार धामों में से एक जगन्नाथपुरी की छटा अद्भुत है। इसे सात पवित्र पुरियों में भी शामिल किया गया है। ‘जगन्नाथ’ शब्द का अर्थ जगत का स्वामी होता है। यह वैष्णव सम्प्रदाय का मंदिर है, जो भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण को समर्पित है।

इस मंदिर का वार्षिक रथयात्रा उत्सव प्रसिद्ध है। इसमें मंदिर के तीनों मुख्य देवता, भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भ्राता बलभद्र और भगिनी सुभद्रा तीनों, तीन अलग-अलग भव्य और सुसज्जित रथों में विराजमान होकर नगर की यात्रा को निकलते हैं।

तीसरा धाम..

*रामेश्वरम* :भारत के तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में समुद्र के किनारे स्थित है हिंदुओं का तीसरा धाम रामेश्वरम्। यह हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी से चारों ओर से घिरा हुआ एक सुंदर शंख आकार द्वीप है। रामेश्वरम् में स्थापित शिवलिंग द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। भारत के उत्तर में केदारनाथ और काशी की जो मान्यता है, वही दक्षिण में रामेश्वरम् की है।

मान्यता अनुसार भगवान राम ने रामेश्वरम् शिवलिंग की स्थापना की थी। यहां राम ने लंका पर चढ़ाई करने से पूर्व एक पत्थरों के सेतु का निर्माण भी करवाया था, जिस पर चढ़कर वानर सेना लंका पहुंची। बाद में राम ने विभीषण के अनुरोध पर धनुषकोटि नामक स्थान पर यह सेतु तोड़ दिया था।

अंत में चौथे धाम को जानिए….

*द्वारका* :गुजरात राज्य के पश्चिमी सिरे पर समुद्र के किनारे स्थित चार धामों में से एक धाम और सात पवित्र पुरियों में से एक पुरी है- द्वारका। मान्यता है कि द्वारका को श्रीकृष्ण ने बसाया था और मथुरा से यदुवंशियों को लाकर इस संपन्न नगर को उनकी राजधानी बनाया था।

कहते हैं कि असली द्वारका तो समुद्र में समा गई थी लेकिन उसके अवशेष के रूप में आज बेट द्वारका और गोमती द्वारका नाम से दो स्थान हैं। द्वारका के दक्षिण में एक लंबा ताल है, इसे गोमती तालाब कहते हैं। इसके नाम पर ही द्वारका को गोमती द्वारका कहते हैं। गोमती तालाब के ऊपर नौ घाट हैं। इनमें सरकारी घाट के पास एक कुंड है जिसका नाम निष्पाप कुंड है। इसमें गोमती का पानी भरा रहता है।

*सात पुरी* ये हैं – अयोध्या पुरी, मथुरा पुरी , माया, काशी अवन्तिका पुरी द्वारवती जैव सप्तैता मोक्षदायिका:॥

उक्त चारों धाम के मार्ग में देश के सभी प्रमुख तीर्थ स्थल पड़ते हैं जिससे उन सभी के दर्शन भी हो ही जाते हैं।

*🕉🔱✍️ज्योतिष आचार्य *पांडुरंगराव शास्त्री*

*भ्रष्टाचार में निरूद्ध केजरीवाल के लिए जिन देशों के पेट में मरोड़ उठ रही है, ये वही देश हैं जिनकी चौधराहट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कारण फीकी पड़ गयी है। और न केवल भारत से उनकी हथियारों आदि की दुकान सिमट गयी अपितु जिन देशों को ये हथियार बेचते थे वे देश भी अब कम कीमत भारत से उन्नत हथियार खरीदने लगे, ये भी इन देशों के पेट दर्द का कारण है। बामपंथी सोच के लोग भारत सहित अनेक देशों के सिस्टम में घुसे हुए हैं कट्टर इमानदार केजरीवाल की सौ करोड़ के भ्रष्टाचार में गिरफ्तारी होते ही इस इको सिस्टम को मिर्ची लगनी स्वाभाविक है। हमारे देश में लालू प्रसाद यादव जय ललीता शिबु सोरेन आदि अनेक मुख्यमंत्रियों की भ्रष्टाचार में गिरफ्तारी हुई यहां तक कि जब उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री थी तब उनकी केवल तिरंगा फहराने पर गिरफ्तारी हुई थी। बाबरी ढांचा टूटते समय उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने तो नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गर्व से त्यागपत्र दे दिया था लेकिन तीन अन्य राज्यों में भी भाजपा की निरपराध सरकार समाप्त कर दी गई, यहां तक कि आतंकवादी सोहराबुद्दीन के एनकाउंटर प्रकरण में गुजरात के तत्कालीन गृहमंत्री अमित शाह को अकारण गिरफ्तार करवाया गया बल्कि प्रदेश से बदर करवा दिया गया तब इनमें से किसी देश के पेट में मरोड़ नहीं उठा। लेकिन मोदी विरोध के लिए पिछले दस वर्षों से झूठी इमेज बना कर पाले गये सपोले की गिरफ्तारी होते ही इन सभी अजगरों के मनसूबों पर पानी फिर गया, इसलिए फुफकारने लगे। अच्छी बात ये है कि भारत के गृह मंत्रालय ने इन सभी देशों के राजनयिकों को तलब कर उन्हें उनकी औकात बता दी कह दिया कि ये नया भारत है यदि भारत के आंतरिक मामलों में जादा सयाणें बनोगे तो तुम्हारी बची खुची दुकान भी समेट दी जायेगी। सभी राजनयिक अपना मूंह लेकर खिसियाते हुए निकल लिए पतली गली से। अब प्रश्न ये है कि दिल्ली जैसे छोटे प्रान्त का आधा अधूरा मुख्यमंत्री होते हुए केजरीवाल द्वारा ईडी सीबीआई आदि के अनेक अधिकारियों की रेकी  का समाचार और इस्त्राइल से मंगाई जा रही खुफिया डिवाइस से केजरीवाल ने किसकी जांच करनी थी! आदि बहुत सारे समाचार मीडिया में तैर रहे हैं। इसीलिए केजरीवाल प्रकरण में राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी गहनता से जांच आवश्यक है। साथ ही विदेशी हस्तक्षेप पर भारत के कुछ दलों का फूल कर कुप्पा होना उससे भी अधिक संगीन व राष्ट्रीय चिंतन का विषय है। ✍️हरीश मैखुरी

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कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड दौरा

रुद्रपुर में रैली को संबोधित करेंगे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 

प्रधानमंत्री की रैली के लिए तैयारी लगभग पूरी 

नैनीताल और अल्मोड़ा की जनता को देंगे संदेश

 लोकसभा चुनाव के मध्य नजर प्रधानमंत्री का रुद्रपुर दौरा