आज का पंचाग आपका राशि फल, मांस भक्षण दुर्दांत हिंसक जंगली कबीलों का आचरण! जबकि शाकाहार सुसंस्कृत मानवता की संस्कृति

*सनत्कुमारः सनकः सनन्दनः*

*सनातनोऽप्यासुरिपिङगलौ च।*

*सप्त स्वराः सप्त रसातलानि*

*कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्।।*

*अर्थ👉* (ब्रह्मा के मानसपुत्र बाल ऋषि) सनतकुमार, सनक, सनन्दन और सनातन तथा (सांख्य-दर्शन के प्रर्वतक कपिल मुनि के शिष्य) आसुरि एवं छन्दों का ज्ञान कराने वाले मुनि पिंगल मेरे इस प्रभात को मंगलमय करें। साथ ही (नाद-ब्रह्म के विवर्तरूप षड्ज, ऋषभ, गांधार, मध्यम, पंचम, धैवत और निषाद) ये सातों स्वर और (हमारी पृथ्वी से नीचे स्थित) सातों रसातल (अतल, वितल, सुतल, रसातल, तलातल, महातल, और पाताल) मेरे लिए सुप्रभात करें।🚩🇮🇳🚩🇮🇳🚩

💐सनातन धर्म और संस्कृति को नमन है🚩

*प्रातः से लेकर रात्रि तक बोलने चाहिए ये 10 मंत्र,,,*

*1. सुबह उठते ही अपनी दोनों हथेलियां देखकर ये मन्त्र बोलें (कर दर्शन मंत्र)*

*कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वति करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम् ।।*

*2. धरती पर पांव रखने से पहले ये मंत्र बोलें*

*समुद्रवसने देवि पर्वतस्तनमण्डले ।*

*विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्वमे ॥*

*3. दातून (मंजन) से पहले ये मंत्र बोलें*

*आयुर्बलं यशो वर्च: प्रजा: पशुवसूनि च।*

*ब्रह्म प्रज्ञां च मेधां च त्वं नो देहि वनस्पते।।*

*4. नहाने से पहले ये मंत्र बोलें*

*स्नान मन्त्र गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती।*

*नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु॥*

*5. सूर्य को अर्ध्य देते समय ये मंत्र बोलें*

*ॐ भास्कराय विद्महे, महातेजाय धीमहि तन्नो सूर्य:प्रचोदयात*

*6. भोजन से पहले ये मंत्र बोलें*

*ॐ सह नाववतु, सह नौ भुनक्तु, सह वीर्यं करवावहै ।*

*तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै ॥*

*ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥*

*अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकर प्राण वल्लभे।*

*ज्ञान वैराग्य सिद्धयर्थ भिखां देहि च पार्वति।।*

*ब्रह्मार्पणं ब्रह्महविर्ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम् ।*

*ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना ।।*

*7. भोजन के बाद ये मंत्र बोलें*

*अगस्त्यम कुम्भकर्णम च शनिं च बडवानलनम।*

*भोजनं परिपाकारथ स्मरेत भीमं च पंचमं ।।*

*अन्नाद् भवन्ति भूतानि पर्जन्यादन्नसंभवः।*

*यज्ञाद भवति पर्जन्यो यज्ञः कर्म समुद् भवः।।*

*8. अध्ययन (पढाई) से पहले ये मंत्र बोलें (सरस्वती मंत्र)*

*ॐ श्री सरस्वती शुक्लवर्णां सस्मितां सुमनोहराम्।।*

*कोटिचंद्रप्रभामुष्टपुष्टश्रीयुक्तविग्रहाम्।*

*9. शाम को पूजा करते वक़्त ये मंत्र बोलें (गायत्री मंत्र)*

*ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।*

*10. रात को सोने से पहले ये मंत्र बोलें (विशेष विष्णु शयन मंत्र)*

*अच्युतं केशवं विष्णुं हरिं सोमं जनार्दनम्।*

*हसं नारायणं कृष्णं जपते दु:स्वप्रशान्तये।।*                          

*जय जय श्री राधे कृष्णा*

🚩🇮🇳🚩🇮🇳🚩🇮🇳🚩🇮🇳🚩🇮🇳🚩

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻गुरुवार, २८ मार्च २०२४🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:२५
सूर्यास्त: 🌅 ०६:३८
चन्द्रोदय: 🌝 २१:२६
चन्द्रास्त: 🌜०७:३६
अयन 🌘 उत्तरायणे (उत्तरगोलिय)
ऋतु: 🌳 वसंत
शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)
मास 👉 चैत्र
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 तृतीया (१८:५६ से चतुर्थी)
नक्षत्र 👉 स्वाती (१८:३८ से विशाखा)
योग 👉 हर्षण (२३:१३ से वज्र)
प्रथम करण 👉 विष्टि (१८:५६ तक)
द्वितीय करण 👉 बव (पूर्ण रात्रि)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मीन
चंद्र 🌟 तुला
मंगल 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र 🌟 कुम्भ (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मीन
केतु 🌟 कन्या
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५७ से १२:४७
अमृत काल 👉 ०८:५८ से १०:४३
विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१५
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:३२ से १८:५५
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३३ से १९:४३
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५८ से २४:४५
राहुकाल 👉 १३:५५ से १५:२८
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०६:११ से ०७:४४
होमाहुति 👉 मंगल
दिशाशूल 👉 दक्षिण
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१८:५६ तक)
भद्रावास 👉 पाताल (१८:५६ तक)
चन्द्रवास 👉 पश्चिम
शिववास 👉 क्रीड़ा में (१८:५६ से कैलाश पर)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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पश्चिम-दक्षिण (दही का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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संकष्ट चतुर्थी, छत्रपति शिवाजी महाराज जयन्ती (तिथि प्रमाण), भूमि-भवन क्रय-विक्रय मुहूर्त सायं ०६:१८ से रात्रि ०९:०० तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १८:३८ तक जन्मे शिशुओ का नाम स्वाती नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (रो, ता) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम विशाखा नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (ती, तू) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मीन – २९:३६ से ०७:००
मेष – ०७:०० से ०८:३४
वृषभ – ०८:३४ से १०:२८
मिथुन – १०:२८ से १२:४३
कर्क – १२:४३ से १५:०५
सिंह – १५:०५ से १७:२४
कन्या – १७:२४ से १९:४२
तुला – १९:४२ से २२:०३
वृश्चिक – २२:०३ से २४:२२
धनु – २४:२२ से २६:२५
मकर – २६:२५ से २८:०७
कुम्भ – २८:०७ से २९:३२
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०६:११ से ०७:००
शुभ मुहूर्त – ०७:०० से ०८:३४
रज पञ्चक – ०८:३४ से १०:२८
शुभ मुहूर्त – १०:२८ से १२:४३
चोर पञ्चक – १२:४३ से १५:०५
शुभ मुहूर्त – १५:०५ से १७:२४
रोग पञ्चक – १७:२४ से १८:३८
शुभ मुहूर्त – १८:३८ से १८:५६
मृत्यु पञ्चक – १८:५६ से १९:४२
अग्नि पञ्चक – १९:४२ से २२:०३
शुभ मुहूर्त – २२:०३ से २४:२२
रज पञ्चक – २४:२२ से २६:२५
शुभ मुहूर्त – २६:२५ से २८:०७
चोर पञ्चक – २८:०७ से २९:३२
शुभ मुहूर्त – २९:३२ से ३०:१०
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आज का राशिफल
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन बीते कल की अपेक्षा अच्छा रहेगा। लेकिन आप अपनी ही मूर्खता से हास्य और हानि के भागीदार भी बनेंगे। सामर्थ्य से बड़ा काम करने पर मुश्किल में फंसेंगे इसलिए सोच समझकर ही कोई काम हाथ मे लें। व्यवसाय नौकरी में मध्यान तक उत्साह हीनता रहेगी इसके बाद का समय व्यस्त रहेगा परिश्रम का फल धन एव सम्मान के रूप में मिलने से राहत अनुभव करेंगे। घर एवं बाहर के लोग आपसे स्वार्थ सिद्धि के लिये मीठा व्यवहार करेंगे। संध्या के समय से सभी क्षेत्र में विजय मिलेगी शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। खान-पान में संयम ना रखने से सेहत खराब हो सकती है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपका मुख्य लक्ष्य अधिक से अधिक धन कमाना रहेगा। व्यावसायिक कार्य भी निर्बाध्य रूप से चलते रहेंगे आय के एक से अधिक साधन बनेंगे व्यस्तता भी अधिक रहने के कारण बीच बीच में शारीरिक समस्या खड़ी हो सकती है फिर भी आप परवाह किये बिना कार्यो में लगे रहेंगे। धन लाभ आशा के अनुरूप होगा परंतु अंतिम समय में व्यवधान भी आएंगे। कार्य क्षेत्र पर अधीनस्थों पर नजर रखें लापरवाही नुक्सान कराएगी। नौकरी पेशा जातक बेहतर कार्य के लिए पदोन्नत हो सकते है। लेकिन घरेलु वातावरण शंका के कारण ख़राब हो सकता है। स्त्री वर्ग से नाराजगी रहेगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन मिला जुला फल देगा। प्रातः काल से ही किसी कार्य को करने में किसी के सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी एवं जो सहयोग मिलेगा वह भी पर्याप्त नहीं रहेगा। बाहर की अपेक्षा घर के लोग ही सहायता के लिए आगे आएंगे फिर भी अन्य कार्यो की और ध्यान दें अन्यथा यहाँ भी लाभ से वंचित रहना पड़ेगा। नौकरी पेशा जातको को अतिरिक्त आय के अवसर मिलेंगे परन्तु अनैतिक कार्यो में ना पढ़ें हानि ही होगी इसका ध्यान रखें। अधिकारी वर्ग आपके प्रति उदासीन रहेंगे इसलिए कार्य निकालने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी। गृहस्थ में आपसी तालमेल बना रहेगा। महिलाएं अधिक सहयोगी सिद्ध होंगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आर्थिक विषयो को लेकर नई समस्याएं बनेगी जिनका समाधान होने में समय लग सकता है। कार्य क्षेत्र पर उदासीनता रहने से धन की आमद कम रहेगी। नौकरी पेशा जातक अथवा महिलाएं मनोकामना पूर्ती ना होने से अनमने मन से कार्य करेंगे। बीमारियों पर भी खर्च होने के योग है शारीरिक समस्याएं मध्यान के समय प्रबल रहेंगी अधिक मसाले वाले भोजन अथवा बाहर के खान-पान से परहेज करें। विद्यार्थी वर्ग को भी परिश्रम का उचित परिणाम नहीं मिलने से दुःख होगा। किसी से धन सम्बंधित वादे ना करे फिजूल खर्च पर भी नियंत्रण रखें। घर में थोड़ी खींच-तान होने पर भी स्थिति नियंत्रित रहेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आपका आज का दिन अवश्य धन लाभ कराएगा। लाभ की उम्मीद प्रातः काल से ही रहेगी लेकिन टलते टलते दोपहर तक ही इसमें सफलता मिलेगी। प्रातः काल में कुछ दिनों से टल रहे कार्य को करने की जल्दी रहेगी। मध्यान का समय काम ना होने से आराम में बीतेगा। महिलाएं भी कामना पूर्ती से प्रसन्न रहेंगी। सामाजिक क्षेत्र पर वर्चस्व में कमी आने पर भी दिनचर्या सामान्य ही रहेगी। नौकरी पेशा जातक किसी जटिल कार्य को लेकर परेशान हो सकते है परन्तु सहायता मिलने पर कार्य पूर्ण कर लेंगे। दाम्पत्य जीवन में आज भी नीरसता ही अधिक रहने वाली है। सामाजिक आयोजनों में जाना टल भी सकता है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपका स्वभाव संतोषी रहेगा। घर एवं बाहर परिस्थिति के अनुसार खुद को ढाल लेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी सुविधा अनुसार ही कार्य करेंगे कार्य विस्तार के मूड में आज बिलकुल नहीं रहेगें। बीच-बीच में अकारण ही क्रोध की स्थिति भी बनेगी फिर भी हालात खराब नहीं होने देंगे। सरकारी कार्यो में ढील देना हानि कारक रह सकता है। प्रतिस्पर्धी भी आपकी मनोदशा देख कर जम कर फायदा उठाएंगे लेकिन परोपकार की भावना प्रबल रहने से इन बातों का आपके ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। परिजन आपकी अधिक उदार वृति का विरोध कर सकते है। संताने मनमानी करेंगी। आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपके अंदर चंचलता अधिक रहेगी। किसी भी बात पर ज्यादा देर नहीं टिकेंगे इससे आस पास के लोगो को परेशानी हो सकती है साथ ही आपकी प्रतिष्ठा भी कम होगी। कार्य क्षेत्र पर भी विचार निरंतर बदलते रहेंगे जिससे सही निर्णय नहीं ले पाएंगे लाभ के अवसर हाथ से निकल सकते है। आज मन को एकाग्र करके ही लाभ कमाया जा सकता है। आध्यत्म में भी यही स्थिति बनेगी रूचि होने पर भी मन इधर उधर भटकने से कोई लाभ नहीं होगा। पारिवारिक वातावरण अधिक बोलने की प्रवृति के कारण अस्त-व्यस्त रहेगा। घर के लोग आपकी बातों पर जल्दी से यकीन नहीं करेंगे।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन अधिक संवेदनहीनता प्रत्येक कार्यो में हानि करा सकती है। आज आप हर किसी को शक की दृष्टि से देखेंगे जिससे मन हीन भावना से ग्रस्त रहेगा। कार्य व्यवसाय के साथ-साथ गृहस्थ में भी संघर्ष अधिक रहेगा। परिवार की शांति स्वार्थ के कारण भंग हो सकती है। भाई बंधू अपनी बात मनवाने के लिए गलत व्यवहार से भी नहीं चूकेंगे। परिवार में किसी के आकस्मिक बीमार पड़ने के कारण भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। स्त्रीवर्ग अधिक भावुक रहेंगी जिससे आपसी सम्बन्ध बिखरने से बच भी सकते है। सरकारी अथवा अन्य कागजी कार्य आँख बंद कर ना करें। सन्तानो के साथ कुछ समय अवश्य बिताएं।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहेगा सेहत एवं व्यापार दोनों उत्तम रहेंगे। क्रय-विक्रय के व्यवसाय अथवा शेयर सट्टे में निवेश से धन लाभ होगा। अन्य व्यवसाय में भी नए अनुबंध मिलने की सम्भवना रहेगी परन्तु नए व्यवसाय का आरम्भ अभी ना करें। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी साथ ही धन की उगाही भी कर पाएंगे। नौकरी पेशा जातको की कार्य क्षेत्र पर सामान्य दिनचर्या रहेगी। धार्मिक कृत्यों विशेषकर टोन टोटको में विश्वास करेंगे। पारिवारिक जीवन में खुशियां बढ़ेंगी शुभसमाचार की प्राप्ति होगी। विरोधीयो के सडयंत्र असफल रहेंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन सुयोग बन रहे है कार्यो में सहज सफलता मिलने से उत्साह बढ़ेगा। भाग्य साथ देने से अटके कार्य पूर्ण होंगे धन की आमद भी रुक रुक कर होती रहेगी। पारिवारिक सदस्यों की कार्य क्षेत्र पर भी सहायता मिलेगी। परन्तु सरकारी कार्य में बाधा आने की संभावना है फिर भी किसी के सहयोग से इसे भी पार कर लेंगे। नौकरी पेशा जातको को अतिरिक्त कार्य सौंपा जा सकता है इसका लाभ भी शीघ्र मिल जायेगा। दूर रहने वाले रिश्तेदारो से मिलने के प्रसंग बनेंगे। पारिवारिक वातावरण में प्रेम एवं निकटता का अहसास होगा। संताने आज्ञा का पालन करेंगी। स्त्री सुख सामान्य रहेगा।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन भी शुभफलदायी रहेगा। कुछ दिनों से मन में चल रही योजनाएं आज फलीभूत हो सकेंगी परन्तु इसके लिए अधिक परिश्रम भी करना पड़ेगा। धन लाभ के भी कई अवसर आएंगे लेकिन सफलता कुछ में ही मिलेगी फिर भी संध्या तक पर्याप्त धन अर्जित कर लेंगे। नौकरी पेशा जातक कार्यो के प्रति अधिक समर्पित रहने पर भी कुछ ना कुछ कमी का अनुभव करेंगे। सामाजिक जीवन पहले की अपेक्षा ज्यादा बेहतर बनेगा। मित्र स्वयजनो के साथ यात्रा प्रवास की योजना बनेगी। दाम्पत्य जीवन भी आज बेहतर रहेगा लेकीन किसी के रूठने मनाने का क्रम लगा रहेगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आपका आज का दिन मिश्रित फलदायक रहेगा दिन के आरंभिक भाग में कल वाली स्थिति यथावत रहेगी। जिस कार्य को करने की सोचेंगे उसीमें किसी के हस्तक्षेप करने से भ्रामक स्थिति बनेगी। विलम्ब से बचने के लिये जल्दबाजी करेंगे जिससे कार्य में सफाई नहीं रहेगी। परन्तु दोपहर के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगेगी धन लाभ होने से रुके कार्यो में गति आएगी। नौकरी पेशा जातको पर अधिकारी वर्ग अधिक विश्वास करेंगे। सरकारी कार्यो में भी सफलता की संभावना बढ़ने से प्रसन्नता रहेगी लेकिन इनके आज पूर्ण होने में संदेह रहेगा। घरेलु वातावरण में भी सुधार आएगा।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏

🙏*मांस पर तर्क- क्या हम मनुष्य बन रहे हैं या मांस भक्षी हिंसक जानवरों के तुल्य आचरण है हमारा! 

 मांस आधारित आहार या पौधे आधारित आहार? यह चर्चा इस ग्रह पर हर कोने, हर क्षेत्र में चल रही है। यह चर्चा उतनी ही पुरानी है जितनी कि रिकॉर्ड किए गए समय को याद किया जा सकता है। फिर भी, हम इसके इर्द-गिर्द मूर्खतापूर्ण और अहंकारी तर्कों से नहीं थके हैं। सौभाग्य से, हम मिलेनियल्स के लिए, हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहाँ विज्ञान, तर्क और तर्क, अतार्किक, अनुचित छद्म तर्क हावी हैं। वर्तमान में, वैज्ञानिक प्रयोग, अवलोकन किसी भी तर्क को निष्कर्ष निकाल सकते हैं और सत्यापित कर सकते हैं और इसे सदैव के लिए समाप्त कर सकते हैं।

जंगल में शेर एक मांसाहारी स्तनपायी होता है, जिसका शरीर विज्ञान दूसरे जानवरों के मांस को खाने के लिए बनाया गया है। जबकि, गाय का शरीर विज्ञान पौधों को खाने के लिए बनाया गया है। ठीक वैसे ही जैसे मनुष्य का शरीर विज्ञान सर्वोच्च द्वारा पूरी तरह से पौधे-आधारित आहार पर अपना जीवन बनाए रखने के लिए बनाया गया है।

(1) दांत – अल्पविकसित कुंद कैनाइन – सेब और अमरूद जैसे कठोर फलों को काटने के लिए छोटे और कुंद कैनाइन। मनुष्यों में कैनाइन मांसाहारी और सर्वाहारी जानवरों के कैनाइन से बहुत छोटे होते हैं। इसलिए, मानव कैनाइन कच्चे मांस को फाड़ने में सक्षम नहीं हैं। इसलिए मानव कैनाइन की तुलना अन्य मांसाहारी जानवरों से करना पूरी तरह से मूर्खता है।

(2). नाखून – मनुष्य के नाखून कमज़ोर और नाजुक होते हैं, जो कठोर फलों के छिलके को भी फाड़ने में असमर्थ होते हैं। विकासवादी दृष्टिकोण के अनुसार भी, यदि मनुष्य जीवित रहने के लिए मांस खाते। तो मनुष्य के नाखून इतने कमज़ोर नहीं होते।

(3). शिकार करने की प्रवृत्ति – किसी भी सामान्य मांसाहारी या सर्वाहारी की तरह, मनुष्य में भी शिकार करने की बुनियादी प्रवृत्ति जैसे गंध, तेज़ दृष्टि, गति, सहनशक्ति या जंगली शिकारी की तरह किसी भी तरह की हत्या करने की प्रवृत्ति का अभाव होता है।

(4). आंत – किसी भी मांसाहारी या सर्वाहारी के विपरीत, जिनकी आंतें उनके शरीर की लंबाई से 1.5-3 गुना होती हैं। मनुष्य के पास एक आंत होती है जो उसके शरीर की लंबाई से 12 गुना बड़ी होती है। चिम्पांजी जैसे फलभक्षी जानवर के समान।

(5). पाचन – मांसाहारी जानवरों को अपना भोजन पूरी तरह पचाने में 2 – 4 घंटे लगते हैं, सर्वाहारी को 6 – 10 घंटे। शाकाहारी जानवरों को पूरी तरह पचने में 24 – 48 घंटे लगते हैं। बंदर, चिम्पांजी जैसे फलभक्षी जानवरों को पूरी तरह पचने में 12 – 18 घंटे लगते हैं। जो कि मनुष्य के पाचन के समान ही है।

मानव शरीर विज्ञान स्पष्ट रूप से साबित करता है कि मानव शरीर मांस पर निर्भर रहने के लिए बिल्कुल भी नहीं बना है। इसलिए, अगर किसी के पास यह तर्क है कि मनुष्य सर्वाहारी है, तो उसे एक सामान्य सर्वाहारी की तरह ही मांस खाने की चुनौती स्वीकार करनी चाहिए। अपने शिकार को अपने नंगे हाथों से मारें। उसके बाल, हड्डियाँ, आँखें, खून, सब कुछ खाएँ। उसे पौष्टिक, बिना पका हुआ खाएँ। बंधे हुए जानवर को मारना, उसका मांस साफ करना और उसके कुछ अंग खाना। उसे पकाने, मसाले डालने से मनुष्य सर्वाहारी नहीं हो जाता।

मानव शरीर विज्ञान स्पष्ट रूप से साबित करता है कि मानव शरीर मांस पर निर्भर रहने के लिए बिल्कुल भी नहीं बना है। इसलिए, अगर किसी के पास यह तर्क है कि मनुष्य सर्वाहारी है, तो उसे एक सामान्य सर्वाहारी की तरह ही मांस खाने की चुनौती स्वीकार करनी चाहिए। अपने शिकार का शिकार करें और उसे अपने नंगे हाथों से मारें। उसके बाल, हड्डियाँ, आँखें, खून, सब कुछ सहित उसे खाएँ। उसे पौष्टिक, बिना पका हुआ खाएँ। बंधे हुए जानवर को मारना, उसके मांस को साफ करना और उसके कुछ अंगों को खाना। उसे पकाने, मसाले डालने से मनुष्य सर्वाहारी नहीं हो जाता।

अब, मांस खाने के पक्ष में कुछ आम तर्कों पर दृष्टि डालते हैं।प्रोटीन तर्क – निस्संदेह, मांस प्रोटीन से भरपूर होता है। क्योंकि यह किसी दूसरे जीव का मांस है। कोई दूसरा जीव, जिसने उस प्रोटीन को खाया, संसाधित किया और अपने शरीर में आत्मसात किया। पौधे आधारित प्रोटीन ग्रह पर सबसे मजबूत स्तनधारियों को शक्ति प्रदान करता है। गोरिल्ला, हाथी, गैंडे, पौधे आधारित पोषक तत्वों का सेवन करते हैं और अपने शरीर को पोषण देते हैं।

पौधे आधारित प्रोटीन में नौ आवश्यक अमीनो एसिड की कमी नहीं होती है। सभी आवश्यक अमीनो एसिड पौधों के स्रोतों से प्राप्त किए जा सकते हैं। उदाहरण के लिए मूंगफली में मेथियोनीन को छोड़कर सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं। जिसे आपके आहार में छोले या किसी अन्य मेवे को शामिल करके पूरा किया जा सकता है। भारतीय थाली भोजन संतुलित आहार का सबसे अच्छा उदाहरण है। पौधे आधारित प्रोटीन पशु आधारित प्रोटीन से कहीं कम नहीं है।

मांस आपको मजबूत बनाता है – पूरी दुनिया में, कार्डियोवैस्कुलर एथलीट, मजबूत पावरलिफ्टर, बॉडीबिल्डर और लड़ाकू एथलीट इस पागल मिथक को तोड़ रहे हैं। भारतीय ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार, बजरंग पुनिया, जब से वे प्रशिक्षण ले रहे हैं, तब से ही पौधे आधारित आहार पर हैं। कई पावरलिफ्टिंग करतबों में विश्व रिकॉर्ड धारक पैट्रिक बाउबूमियन शाकाहारी आहार पर प्रशिक्षण लेते हैं। डियाज़ ब्रदर, UFC फाइटर्स, पौधे आधारित आहार पर प्रशिक्षण लेते हैं। बॉडीबिल्डर, कैलिस्थेनिक्स विशेषज्ञ फ्रैंक मेड्रानो। ऐसे कई महान एथलीट पूरी तरह से पौधे आधारित आहार के साथ अपने संबंधित खेलों का प्रशिक्षण और वर्चस्व बना रहे हैं। जनसंख्या विस्फोट – यदि हम जानवरों को नहीं खाते हैं, तो उनकी जनसंख्या नियंत्रण से बाहर हो जाएगी – मनुष्य गलतियाँ कर सकते हैं लेकिन प्रकृति वास्तव में परिपूर्ण है। पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए इसकी एक त्रुटिहीन प्रणाली है। यदि मनुष्य पिंजरों वाले खेतों में मांस के लिए उनका प्रजनन नहीं करते हैं, तो जानवरों की संख्या में वृद्धि नहीं होगी। अपने प्राकृतिक आवास में एक मुर्गी साल में 10-15 अंडे से अधिक नहीं देती है। जबकि, एक पोल्ट्री फार्म में जहाँ उसे मांस और अंडे के लिए पाला जाता है। एक मुर्गी को एक साल में लगभग 300 अंडे देने के लिए हार्मोन का इंजेक्शन लगाया जाता है।

एक गाय अपने पूरे 18-20 साल के जीवनकाल में 6-8 से ज़्यादा बछड़ों को जन्म नहीं देती। लालच और क्रूरता से प्रेरित होकर, गोमांस के खेत इन बेचारी गायों को कृत्रिम रूप से गर्भाधान करते हैं, हर साल एक बछड़ा पैदा करने के लिए उनका बलात्कार करते हैं, जिससे उनकी ज़िंदगी 8 साल से भी कम रह जाती है, जब उन्हें अंत में बूचड़खाने भेज दिया जाता है। कोई भी जानवर असामान्य दर से नहीं बढ़ेगा जब तक कि उसे इंसानों द्वारा कृत्रिम रूप से प्रजनन न कराया जाए।पौधे भी दर्द महसूस करते हैं – यह सबसे अनपढ़ तर्कों में से एक है जिस पर बहस करने लायक भी नहीं माना जा सकता। वैसे, पौधे, जानवरों के विपरीत, गैर-संवेदनशील प्राणी हैं। जब आप सेब के पेड़ से फल तोड़ते हैं तो वह काटता या विरोध नहीं करता। जब आप कद्दू को काटते हैं तो वह भागता नहीं है। हम मनुष्यों के लिए पौधों को एक स्थान पर स्थिर किया जाता है ताकि वे उसका सेवन कर सकें।

पूरी दुनिया मांस खाती है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है – इससे भी बड़ी बात यह है कि इस दुनिया का एक बड़ा हिस्सा सिगरेट पीता है। इससे यह सही नहीं हो जाता। सिर्फ़ इसलिए कि पूरी दुनिया शराब पीती है, इसका मतलब यह नहीं है कि इसका लीवर पर असर बेअसर हो जाएगा।

मांस लंबे समय तक चिंता करने लायक स्वस्थ आहार नहीं है। इंसानों ने मांस खाना तब शुरू किया जब वे दुनिया के अजीबोगरीब हिस्सों में गए। नए क्षितिज और सीमाओं की खोज की। शुष्क, जमे हुए स्थान, जहाँ खाने के लिए कोई वनस्पति नहीं थी, उन्हें दूसरे प्राणी का मांस खाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

आज, मांस प्रमुख कैंसर, स्ट्रोक, मधुमेह और हृदय रोगों के प्राथमिक कारणों में से एक है।

 हाल ही में अमेरिका स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में मांस की खपत को सीमित करने के कई कारणों की पहचान की है: ट्राइमेथिलैमाइन एन-ऑक्साइड (TMAO) नामक आंत से उत्पन्न होने वाले रसायन का उच्च स्तर, जो हृदय रोग से भी जुड़ा है। वैज्ञानिकों ने पाया कि जो लोग मांस से भरपूर आहार खाते हैं उनमें पौधे-आधारित प्रोटीन से भरपूर आहार खाने वालों की तुलना में TMAO का स्तर तिगुना होता है, लेकिन मांस का सेवन बंद करने से अंततः उन TMAO का स्तर कम हो जाता है। यह अध्ययन उनकी वेबसाइट www.nih.gov पर पाया जा सकता है।

इसी संगठन द्वारा किए गए एक अध्ययन का निष्कर्ष है कि मांस के सेवन से अवसाद का खतरा भी अधिक होता है। हमारा दिमाग हर मिनट अलग-अलग चैनलों और स्तरों से गुजरता है। चेतन, अवचेतन और अचेतन। अवचेतन मन हमारे शरीर द्वारा की जाने वाली प्रत्येक गतिविधि को रिकॉर्ड और संग्रहीत करता है। वे छापें सीधे हमारे व्यवहार और गतिविधियों को प्रभावित करती हैं। जब आप मुर्गे के मृत शरीर का एक टुकड़ा अपने मुंह में डालते हैं। आपका अवचेतन मन इस तथ्य से अवगत होता है कि मांस का यह टुकड़ा एक बेचारे असहाय पिंजरे में बंद पक्षी को मारने से प्राप्त हुआ है। अवचेतन मन बाद में इस प्रकरण को संसाधित करता है और आपके व्यवहार को और अधिक घृणित और निर्दयी बनाते हुए एक छाप छोड़ता है।

4 किलो के पिंजरे में बंद पक्षी को खाने से मानव मन एक बहादुर-खूंखार योद्धा नहीं बन जाता। वास्तव में, यह खतरे का सामना करने पर मन को भागने के लिए अधिक संवेदनशील बनाता है। चीनी शाओलिन भिक्षुओं से लेकर भारतीय सिख योद्धाओं तक ने सात्विक सख्त शाकाहारी आहार पर जीवन जिया, लड़ाई लड़ी, सुरक्षा की और विजय प्राप्त की।

मांस उद्योग के पर्यावरणीय प्रभाव – आज मांस केवल भोजन का विकल्प नहीं है। यह एक बहु-अरब डॉलर का उद्योग है। यह चाहता है कि आप अधिक से अधिक मांस का उपभोग करें। पारिस्थितिकी तंत्र में होने वाले छेद की परवाह किए बिना।

केवल 1 पाउंड मांस का उत्पादन करने के लिए 2,400 गैलन (9000 लीटर) से अधिक पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन 1 पाउंड गेहूं उगाने के लिए केवल 25 गैलन (90 लीटर) की आवश्यकता होती है। यह मत भूलिए कि यहाँ चित्र में जानवर प्राकृतिक रूप से पैदा हुए हैं। वे मनुष्यों द्वारा कृत्रिम रूप से, बलपूर्वक पाले गए अतिरिक्त जानवर हैं। इसलिए वे ज़्यादा पानी पीते हैं, ज़्यादा जगह लेते हैं और ज़्यादा खाना खाते हैं।

खाद्यान्न जो अफ्रीका के शुष्क क्षेत्रों की भूख मिटा सकते हैं। जहाँ भुखमरी मौत के प्रमुख कारणों में से एक है। क्रूर मांस उद्योग इन अनाजों का उपयोग अप्राकृतिक रूप से पाले गए पशुओं को खिलाने के लिए करता है।

अकेले अमेरिका में, पशुओं को उनके द्वारा उगाए जाने वाले मकई का 80 प्रतिशत से अधिक और जई का 95 प्रतिशत से अधिक खिलाया जाता है। दुनिया के मवेशी अकेले ही 8.7 बिलियन लोगों की कैलोरी की ज़रूरतों के बराबर भोजन खाते हैं – जो पृथ्वी पर पूरी मानव आबादी से भी ज़्यादा है।

मांस आपको मज़बूत नहीं बनाता, लेकिन उचित कसरत आपको मज़बूत बनाती है। मांस आपको बहादुर नहीं बनाता, लेकिन भावनात्मक संतुष्टि आपको बहादुर बनाती है।

लेकिन, ऐसा भोजन करना जिसमें आप अपनी थाली में शव न डालें, निश्चित रूप से आपको एक शांतिपूर्ण जीवन की ओर ले जाएगा।

क्या मांस भक्षण दुर्दांत हिंसक असभ्य कबीलों का व्यवहार नहीं है, जितना प्रोटीन एक किलो मांस में होता है उससे अधिक प्योर प्रोटीन एक मुठ्ठी सोयाबीन में होता है। कुल मिलाकर देखा जाय तो मांस भक्षण दुर्दांत हिंसक जंगली कबीलों का आचरण ही है । आहार शुद्धि ही सुसंस्कृत मानवता की संस्कृति है। ✍️हरीश मैखुरी