आज का पंचाग आपका राशि फल, सात सोमयज्ञ हैं जिन से असंभव कार्य भी सिद्ध सकते हैं, यदि उदेश्य में सफलता नहीं मिल रही तो परिस्थितियों बदलें संकल्प नहीं, जामुन भी है स्वास्थ्य की कुंजी

  *श्री हरिहरौ* *विजयतेतराम* *सुप्रभातम*

               *आज का पञ्चाङ्ग*

*_मंगलवार, १६ मई २०२३_*

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सूर्योदय: 🌄 ०५:४३

सूर्यास्त: 🌅 ०७:०४

चन्द्रोदय: 🌝 २७:४५

चन्द्रास्त: 🌜१५:५०

अयन 🌖 उत्तरायणे

(उत्तरगोलीय)

ऋतु: 🌡️ग्रीष्म

शक सम्वत:👉१९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०८० (पिंगल)

मास 👉 ज्येष्ठ

पक्ष 👉 कृष्ण

तिथि 👉 द्वादशी (२३:३६ से

त्रयोदशी)

नक्षत्र 👉 उत्तराभाद्रपद

(०८:१५ से रेवती)

योग 👉 प्रीति (२३:१६ से

आयुष्मान)

प्रथम करण👉कौलव(१२:१७तक

द्वितीय करण 👉 तैतिल

(२३:३६ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥

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सूर्य 🌟 वृष

चंद्र 🌟 मीन

मंगल 🌟 कर्क

(उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध🌟मेष(उदय,पूर्व, मार्गी)

गुरु🌟मेष(उदित,पश्चिम,मार्गी)

शुक्र🌟मिथुन(उदित,पश्चिम)

शनि 🌟 कुम्भ

(उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मेष

केतु 🌟 तुला

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४६ से १२:४१

अमृत काल 👉 २९:१८ से ०६:५२ 

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०५:२३ से ०८:१५

विजय मुहूर्त 👉 १४:३० से १५:२५

गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०२ से १९:२३

सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:०४ से २०:०६

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५२ से २४:३४

राहुकाल 👉 १५:३९ से १७:२१

राहुवास 👉 पश्चिम

गुलिक काल 👉 १२:१३ से १३:५६

यमगण्ड 👉 ०८:४८ से १०:३१

होमाहुति 👉 राहु (०८:१५ से केतु)

दिशाशूल 👉 उत्तर

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्र वास 👉 उत्तर

शिववास 👉 नन्दी पर (२३:३६ से भोजन में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – रोग २ – उद्वेग

३ – चर ४ – लाभ

५ – अमृत ६ – काल

७ – शुभ ८ – रोग

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – काल २ – लाभ

३ – उद्वेग ४ – शुभ

५ – अमृत ६ – चर

७ – रोग ८ – काल

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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अपरा एकादशी व्रत (निम्बार्क), विवाह मुहूर्त वृष मिथुन लग्न (प्रात: ०५:४२ से ०९:४७) तक, चूड़ाकर्म (मुण्डन) संस्कार+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०९:०० से दोपहर १२:२२ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज ०८:१५ तक जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ञ) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम रेवती नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (दे, दो, च, ची) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मेष – २७:५० से ०५:२४

वृषभ – ०५:२४ से ०७:१९

मिथुन – ०७:१९ से ०९:३४

कर्क – ०९:३४ से ११:५५

सिंह – ११:५५ से १४:१४

कन्या – १४:१४ से १६:३२

तुला – १६:३२ से १८:५३

वृश्चिक – १८:५३ से २१:१२

धनु – २१:१२ से २३:१६

मकर – २३:१६ से २४:५७

कुम्भ – २४:५७ से २६:२३

मीन – २६:२३ से २७:४६

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०५:२३ से ०५:२४

रज पञ्चक – ०५:२४ से ०७:१९

शुभ मुहूर्त – ०७:१९ से ०८:१५

चोर पञ्चक – ०८:१५ से ०९:३४

शुभ मुहूर्त – ०९:३४ से ११:५५

रोग पञ्चक – ११:५५ से १४:१४

शुभ मुहूर्त – १४:१४ से १६:३२

मृत्यु पञ्चक – १६:३२ से १८:५३

अग्नि पञ्चक – १८:५३ से २१:१२

शुभ मुहूर्त – २१:१२ से २३:१६

रज पञ्चक – २३:१६ से २३:३६

शुभ मुहूर्त – २३:३६ से २४:५७

चोर पञ्चक – २४:५७ से २६:२३

शुभ मुहूर्त – २६:२३ से २७:४६

शुभ मुहूर्त – २७:४६ से २९:२२

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आज का राशिफल

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन बनते कार्यो में विघ्न खड़े करेगा। दिन का पहला भाग शांति से व्यतीत करेंगे लेकिन इसके बाद किसी ना किसी उलझन में फंसते ही रहेंगे जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे वह किसी ना किसी अभाव के कारण आरम्भ नही हो सकेगा। कार्य व्यवसाय में भी आज अकस्मात हानि के योग बन रहे है धन संबंधित मामले निवेश अथवा उधार के कार्य को आज निरस्त ही रखे। धन लाभ अधिक परिश्रम के बाद अल्प मात्रा में होगा। घर मे भी किसी से नुकसान होने की संभावना है सतर्क रहकर कार्य करें। सेहत में भी कुछ ना कुछ कमी लगी रहेगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन अकस्मात लाभ की प्राप्ती कराएगा लेकिन ध्यान रखें लापरवाही से कार्य करने पर आज जो विचार में नही रहेगा वह घटना घट सकती है। मध्यान तक का समय मानसिक रूप से शांति प्रदान करेगा। आध्यात्मिक आयोजनों में सम्मिलित होंगे धर्म कर्म के प्रति आस्था बढ़ेगी लेकिन अन्य व्यस्तता के चलते चाह कर भी अधिक समय नही दे सकेंगे महिलाए आज धर्म के रंग में रंगी रहेंगी सेहत संबंधित शिकायत रहने के बाद भी सामर्थ्य से अधिक कार्य करने पर बाद में स्थिति गंभीर होने की संभावना है। कार्य व्यवसाय से अचानक धन मिलने पर प्रसन्न रहेंगे। सरकारी कार्य मे आज ढील ना दे वर्ना लंबे समय तक पूर्ण नही कर सकेंगे।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन सार्वजिनक कार्यो आपका महत्त्वपूर्ण योगदान स्वयं के साथ परिजनों का भी मान बढ़ाएगा किसी अपरिचित से कहासुनी भी हो सकती है धैर्य से काम लें। मध्यान तक घरेलू अथवा अन्य कार्यो में व्यस्त रहेंगे जिससे व्यवसायिक कार्यो में फेरबदल करना पड़ेगा। अधीनस्थों के प्रति नरमी रखें आज इनके सहयोग से ही धन लाभ की प्राप्ति होगी लेकिन ज्यादा जिम्मेदारी वाले कार्य भी ना सौपे अन्यथा नुकसान भी हो सकता है। धन लाभ आवश्यकतानुसार होगा ज्यादा पाने के चक्कर मे हाथ आये लाभ से भी वंचित ना रह जाये इसका ध्यान रखें। हर में कार्य अधिक रहने के कारण महिलाए बेचैन रहेंगी आरोग्य में कमी आयेगी। 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज परिस्थितियां आपके पक्ष में रहेंगी भाग्य का साथ भी मिलने से सोची हुई योजनाए निर्विघ्न पूर्ण कर सकेंगे। दिन के आरंभ में घर मे पूजा पाठ के कारण भाग-दौड़ करनी पड़ेगी लेकिन इसका आध्यत्मिक लाभ भी किसी ना किसी रूप में अवश्य मिलेगा। मन के आज शांत रहने से किसी भी कार्य को बेहतर रूप से कर सकेंगे कार्य व्यवसाय में विलंब के बाद भी धन लाभ के अवसर मिलते रहेंगे धन लाभ थोड़े थोड़े अंतराल पर होते रहने से संतुष्ट रहेंगे। महिलाए सेहत का विशेष ध्यान रखें कमजोरी अथवा अन्य शारीरिक समस्या बनेगी। धार्मिक यात्रा एवं कार्यो में खर्च होगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन प्रतिकूल रहेगा खराब सेहत आज प्रत्येक कार्य मे बाधक बनेगी फिर भी जबरदस्ती कार्य करेंगे जिससे कम समय मे अधिक थकान बनेगी। घर का वातावरण भक्तिमय रहेगा पूजापाठ आदि में सम्मिलित होने के अवसर सुलभ होंगे परन्तु मानसिक रूप से आज किसी भी कार्य मे उत्साह नही रहेगा। कार्य क्षेत्र पर भी व्यवहारिकता मात्र रहेगी मजबूरी में किये गए कार्य फलित नही होंगे सीमित साधन से काम निकालना पड़ेगा। व्यवसायी वर्ग आज व्यवसाय से काफी उम्मीद लगाए रहेंगे लेकिन आशा निराशा में बदलेगी। घर मे कुछ ना कुछ परेशानी में डालने वाले प्रसंग लगे रहेंगे। 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आशानुकूल रहने से दिन भर प्रसन्न रहेंगे आज आपकी दिनचार्य व्यवस्थित नही रहेगी फिर भी सौभाग्य वृद्धि के योग बनने से सभी तरह से खुशहाली मिलेगी। काम-धंधा दिन के आरंभ से मध्यान तक इसके बाद संध्या से रात्रि तक प्रगति पर रहेगा। आज आपके द्वारा गलती से किया कार्य भी कुछ ना कुछ लाभ ही देकर जाएगा। सार्वजनिक क्षेत्र पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। प्रतिस्पर्धा में किसी से आंतरिक मतभेद होने की भी संभावना है। पारिवारिक जीवन आनदमय रहेगा सभी सदस्य एक दूसरे को आदर देंगे भाई बंधु से थोड़ी नोंकझोंक हो सकती है परन्तु स्थिति गंभीर नही होगी। थकान को छोड़ सेहत ठीक रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन धन-धान्य में वृद्धि करने वाला रहेगा। दिन का आरंभिक भाग घरेलू व्यस्तता के कारण व्यावसायिक कार्यो से लाभ नही उठा सकेंगे। लेकिन मध्यान बाद से स्थिती पूर्ण रूप से आपकी पकड़ में रहेगी बाजार में तेजी रहने से लाभ के अवसर मिलते रहेंगे प्रतिस्पर्धा भी आज कुछ अधिक रहेगी लेकिन आपके व्यवसाय पर इसका ज्यादा असर नही पड़ेगा धन लाभ आज निश्चित ही आशाजनक रहेगा। नौकरी वाले लोग आज काम की जगह इधर उधर की बातों पर ज्यादा ध्यान देंगे अधिकारी वर्ग से कहा सुनी हो सकती है। घर मे सुख के साधनों की वृद्धि होगी खर्च भी करना पड़ेगा। स्वास्थ्य संबंधित थोड़ी बहुत समस्या लगी रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आप अपनी कमियों को छुपाने का प्रयास करेंगे। लोगो के आगे अपनी बुद्धि चातुर्य का प्रदर्शन करेंगे बाहर से व्यवहारिकता लेकिन अंदर से ईर्ष्या और अहम की भावना रहेगी। परिजन को छोड़ अन्य सभी लोग आपकी मनगढंत बातो के झांसे में आसानी से आ जाएंगे लेकिन पोल खुलने के बाद लोगो का आपके ऊपर से विश्वास कम होगा। कार्य व्यवसाय में सोची हुई योजना स्वयं अथवा सहकर्मी की गलती से अनियंत्रित रहेगी। धन लाभ के अवसर मिलेंगे परन्तु सभी अवसरों का लाभ नही उठा सकेंगे फिर भी काम चलाऊ हो ही जायेगा। परिजनों के आगे ज्यादा अक्लमंदी ना दिखाये बेज्जती हो सकती है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन आपके लिये विपरीत फलदायक रहेगा। परिवार के सदस्य आपसे अधिक सहयोग की अपेक्षा रखेंगे लेकिन टालमटोल करने पर घर का वातावरण खराब होगा। कार्य क्षेत्र पर लाभ की उम्मीद लगाए रहेंगे परन्तु आज मानसिक रूप से अशान्त रहने के कारण वहां से भी सकारात्मक परिणाम नही मिल सकेंगे फिर भी धन संबंधित उलझन अकस्मात लाभ होने से कुछ हद तक शांत रहेंगी। घरेलू खर्च के साथ अन्य खर्च आने से बजट प्रभावित होगा। घर मे आज मनमानी व्यवहार से बचें अन्यथा मनोकामना पूर्ति होने की जगह अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। सेहत मानसिक क्लेश के कारण शिथिल रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज आपका मानसिक संतुलन स्थिर नही रहेगा असमंजस की स्थिति के कारण पल पल में निर्णय बदलेंगे इससे कार्य विलंब के साथ अन्य लोगो को परेशानी होगी फिर भी स्वार्थी पूर्ति के कारण आज आपसे कोई शिकायत नही करेगा। मन आज अनैतिक कार्यो में जल्दी आकर्षित होगा स्वभाव में भी उदण्डता रहेगी बिना कलह किये किसी कार्य को नही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी मन मर्जी व्यवहार के कारण जिस लाभ के अधिकारी है उसमें कमी आएगी। धन की आमद आज पूर्व नियोजित रहेगी थोड़ी बहुत अतिरिक्त आय भी बना लेंगे लेकिन खर्च के आगे आज कमाई कम ही लगेगी। मौसमी बीमारियों एवं संयम की कमी के कारण सेहत बिगड़ सकती है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन पूर्वार्ध में अस्त व्यस्त रहेगा लेकिन आज आपके सभी कार्य सही दिशा में आगे बढ़ेंगे मध्यान तक व्यक्तिगत अथवा अन्य कारणों से व्यवसायिक कार्यो में विलंब होगा। लेकिन धीरे धीरे गाड़ी पटरी पर आने लगेगी व्यवसाय में थोड़ी तेजी मंदी लगी रहेगी कुछ समय के लिये मानसिक बेचैनी बनेगी लेकिन संध्या तक धन की आमद संतोष जनक हो जाएगी। नए कार्यो में निवेश करना आज शुभ रहेगा। उधारी अथवा अन्य लेन देन के कारण किसी से गरमा गरमी होने की संभावना है। गृहस्थ में आज अन्य दिनों की अपेक्षा शांति रहेगी तालमेल की कमी रहने के बाद भी स्थिति सामान्य रहेगी। शरीर मे कुछ कमी अनुभव करेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन शुभफलदायक रहेगा। दिन के पूर्वार्ध और अंत मे शुभ कर्म के लिये प्रेरित होंगे घर मे मांगलिक आयोजन होने से नई ऊर्जा का संचार होगा। कार्य व्यवसाय से भी आज निराश नही होना पड़ेगा परिश्रम के अनुसार लाभ अवश्य मिल जाएगा। धन संबंधित उलझन भी आज थोड़ी कम रहने से राहत मिलेगी। व्यवसायी वर्ग नए कार्य आरंभ करेंगे भविष्य में इससे उन्नति होगी। नौकरी वाले लोग आज काम पर ज्यादा ध्यान नही देंगे। महिलाए आज कम समय मे अधिक पाने की लालसा रखेंगी लेकिन सफलता नही मिलेगी। परिजनों से संबंध सामान्य रहेंगे। शारीरिक शिथिलता अनुभव होगी।

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*कैसे सोम यज्ञ सभी भगवान के शक्ति आशीर्वाद को आकर्षित करता है
21 नित्यकर्मों में से सात सोम यज्ञ हैं* 
वेदों ने लगभग 400 यज्ञों को सूचीबद्ध किया है जिनमें से अग्निहोत्र अनिवार्य है। 21 नित्यकर्म हैं केवल अग्निहोत्र और औपासना सुबह और शाम दो बार की जाती है। बाकी ने एक वर्ष की पूरी अवधि के लिए समय सीमा आवंटित की है।
 
यदि कोई यज्ञ जटिल है तो वह कम बार करता है और जटिल वाला जीवन में एक बार करता है। 21 में से, पहले सात पके हुए यज्ञ या ‘पाकायज्ञ’ हैं, दूसरे सात हवन या होमबलि या ‘हवीर्यज्ञ’ हैं और तीसरे सात को सोम यज्ञ या सोम यज्ञ कहा जाता है।
 
सात पकयज्ञ हैं अटक, स्थलिपक, परवाना, श्रावणी, अग्रहायनी, चैत्री और अवियुजी।
हवीर्यज्ञों को अग्नियाधन, अग्नि होत्र, दर्श पूर्णमास, अग्रायण, चातुर्मास्य, निरुदा पासु बंध और सौत्रमणि के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
सोम यज्ञ के प्रकार अग्निस्तोम, अत्यग्निस्टोम, उक्त्य, षोडसी, वाजपेय, अतीरात्र और आप्तोर्यमा हैं।
सोम यज्ञ में सोम का निष्कर्षण, उपयोगिता और खपत शामिल है, जो एक पौधे या अमृत का अर्क है।
 
सोम यज्ञ का सच्चा सार
सोम पौधे का सार यज्ञ में बलिदान किया जाता है और दिव्य प्राणियों – देवताओं, डेमी देवताओं और अन्य सभी स्वर्गीय संस्थाओं द्वारा इसका आनंद लिया जाता है।
 
वैदिक परंपरा में अनुष्ठान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह उन लोगों के लिए उपचार ऊर्जा का एक अतिरिक्त शक्तिशाली बढ़ावा प्रदान करता है जो इसमें भाग लेते हैं। यह बड़े पैमाने पर समाज और ब्रह्मांड को भी ठीक करता है। यज्ञ होने पर सारा वातावरण पौष्टिक, औषधीय और रोगमुक्त हो जाता है। यह गुणात्मक और मात्रात्मक दोनों तरह से मानस में सुधार करता है। यह विषाक्त पदार्थों और हानिकारक प्रदूषकों के परिवेश को साफ करता है। इस महान अग्नि यज्ञ को करने के हकदार व्यक्ति को वेद की विशेष मंदी से संबंधित श्रौत गृह्य-धर्म-कल्प जैसे सहायक सूत्रों के साथ कुल मिलाकर यजुर्वेद का ज्ञान होना चाहिए।
 
सोम – सभी देवताओं को प्रसन्न करने की अत्यधिक आध्यात्मिक विधि
सोम यज्ञ इतना शक्तिशाली है कि यह वैदिक देवताओं के सभी देवताओं को प्रसन्न करता है। डेमी देवों से लेकर सर्वोच्च सत्ता तक यह नमन करती है और देखती है कि आपका भविष्य बहुतायत, अच्छे स्वास्थ्य, महान शक्ति और विजय से भरा हुआ है। यह जीवन उत्थान का मार्ग भी प्रशस्त करता है। ऐसा कहा जाता है कि सोम एक अमृत है जिसे देवता अपनी दीर्घायु और जीवन शक्ति बढ़ाने के लिए तरसते हैं।
 
सोम यज्ञ का मूल सार यह है कि यह सुख, शांति, उत्साह और विश्राम पैदा करता है। प्राचीन लिपियों में, कई स्थानों पर, सोमा भगवान से सभी को शांति, संतुष्टि, आनंद और वैश्विक दृष्टि प्रदान करने का आह्वान करता है। यह सोमा को ऐसी दवाएँ बनाने के लिए भी कहता है जो चंगा करती हैं, प्यास बुझाने वाला पानी बनाने के लिए, इस दुनिया से अंधकार को मिटाने के लिए। सोम कभी-कभी ऐसा नशा करता है कि हम पूरी तरह से भगवान की भक्ति में लग जाते हैं।

*मन में आने वाले विचार की आयु मात्र एक पल की होती है।*

*परन्तु, उससे होने वाले प्रभाव को हम अनंत समय तक अनुभव करते हैं।*

*जब लोग राह में रोड़े डालें, तो उन रोड़ों से समाधि की दीवार नहीं सफलता का पुल बनायें। जिंदगी जो शेष है, वो ही विशेष है, भाग्य का निर्माता मनुष्य स्वयं है, जैसे मनुष्य के कर्म होंगे वैसा ही उसका भाग्य होगा, पता नहीं हमारी जिंदगी के कितने पल बचे हैं, लेकिन जितने भी पल हों हर पल तेरी शरण में बीतें गोपीनाथ*

अधिकांशतः हम पिंजरे में बंद पंछी की भांति रहते हैं, जिस की खिड़की टूट चूकी है, लेकिन हम अपनी संभावना के आकाश में उड़ान भरने के बजाय पिंजरे पर सोने की परत चढ़ाने में बहुत व्यस्त हैं, जीवन संघर्ष करते रहें है, चरैवैति चरैवैति ये प्रकृति के रूप हैं जो, हमें विस्तार विकास प्रगति और सुदृढ़ बनने की अनुमति देते हैं। एक बात जो प्रकृति सहन नहीं करती वह है आलस्य, यदि हम अपने जीवन की परिस्थितियों से संतुष्ट नहीं हैं तो परिस्थितियों को बदलने का प्रयास करते रहें!!
भ्रांतिकल्पितजगत्कलाश्रयं स्वाश्रयं च सदसद्विलक्षणम।

निष्कलं निरुपमानमृद्धिमद ब्रह्म तत्त्वमसि भावयात्मनि।।

जो इस भ्रांति कल्पित जगतरूप कला का आधार है, जो स्वयं ही आश्रय रूप में स्थित है, जो सत और असत दोनों से भिन्न है तथा जो निरवयव,उपमा रहित और परम ऐश्वर्य संपन्न है,वह परब्रह्म ही तुम हो,ऐसा चित्त में चिंतन करो (यह चिंतन) ही दृढ़ होकर आत्मानुभूति का परम साधन सिद्ध होता है।  *🌺🪷जय जय गोपीनाथ गोपेश्वर महादेव✍️हरीश मैखुरी 
(चित्र – दशोली ग्राम स्वराज्य मंडल गोपेश्वर चमोली जहाँ हमें स्नातक करने के अभावग्रस्त दिनों में आश्रय मिला पद्मविभूषण श्री चंडीप्रसाद भट्ट जी का आशीर्वाद मिला, चक्रधर तिवाड़ी जी, नवीन जुयाल जी , महेन्द्र कुंवर जी , हटवाल जी, कुंवर जी, पदान जी, मुरारी लाल जी, रविन्द्र मैठाणी जी, ओम भाई सबकी मधुर यादें एक साथ मनष्पटल पर उभर आयी)
   🙏🪷😊🤝🙏

*जामुन एक ऐसा वृक्ष जिसके अंग अंग में औषधि है।*🍇

🍇अगर जामुन की मोटी लकड़ी का टुकडा पानी की टंकी में रख दे तो टंकी में शैवाल, हरी काई नहीं जमेगी और पानी सड़ेगा भी नहीं। 

🍇जामुन की इस खुबी के कारण इसका इस्तेमाल नाव बनाने में बड़ा पैमाने पर होता है।

🍇पहले के जमाने में गांवो में जब कुंए की खुदाई होती तो उसके तलहटी में जामून की लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है जिसे जमोट कहते है। 

🍇दिल्ली की निजामुद्दीन बावड़ी का हाल ही में हुए जीर्णोद्धार से ज्ञात हुआ 700 सालों के बाद भी गाद या अन्य अवरोधों की वजह से यहाँ जल के स्तोत्र बंद नहीं हुए हैं। 

🍇भारतीय पुरातत्व विभाग के प्रमुख के.एन. श्रीवास्तव के अनुसार इस बावड़ी की अनोखी बात यह है कि आज भी यहाँ लकड़ी की वो तख्ती साबुत है जिसके ऊपर यह बावड़ी बनी थी। श्रीवास्तव जी के अनुसार उत्तर भारत के अधिकतर कुँओं व बावड़ियों की तली में जामुन की लकड़ी का इस्तेमाल आधार के रूप में किया जाता था।

🍇स्वास्थ्य की दृष्टि से विटामिन सी और आयरन से भरपूर जामुन शरीर में न केवल हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता। पेट दर्द, डायबिटीज, गठिया, पेचिस, पाचन संबंधी कई अन्य समस्याओं को ठीक करने में अत्यंत उपयोगी है।

🍇एक रिसर्च के मुताबिक, जामुन के पत्तियों में एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त शुगर को नियंत्रित करने करती है। ऐसे में जामुन की पत्तियों से तैयार चाय का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों को काफी लाभ मिलेगा।

🍇सबसे पहले आप एक कप पानी लें। अब इस पानी को तपेली में डालकर अच्छे से उबाल लें। इसके बाद इसमें जामुन की कुछ पत्तियों को धो कर डाल दें। अगर आपके पास जामुन की पत्तियों का पाउडर है, तो आप इस पाउडर को 1 चम्मच पानी में डालकर उबाल सकते हैं। जब पानी अच्छे से उबल जाए, तो इसे कप में छान लें। अब इसमें आप शहद या फिर नींबू के रस की कुछ बूंदे मिक्स करके पी सकते हैं। 

🍇जामुन की पत्तियों में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं. इसका सेवन मसूड़ों से निकलने वाले खून को रोकने में और संक्रमण को फैलने से रोकता है। जामुन की पत्तियों को सुखाकर टूथ पाउडर के रूप में प्रयोग कर सकते हैं. इसमें एस्ट्रिंजेंट गुण होते हैं जो मुंह के छालों को ठीक करने में मदद करते हैं। मुंह के छालों में जामुन की छाल के काढ़ा का इस्तेमाल करने से फायदा मिलता है। जामुन में मौजूद आयरन खून को शुद्ध करने में मदद करता है।

🍇जामुन की लकड़ी न केवल एक अच्छी दातुन है अपितु पानी चखने वाले (जलसूंघा) भी पानी सूंघने के लिए जामुन की लकड़ी का इस्तेमाल करते। 

*☘️एक कदम आयुर्वेद की ओर☘️*