आज का पंचाग आपका राशि फल, भगवान केदारनाथ धाम के खुले कपाट, मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी भी पंहुचे केदारनाथ अब माणा देश का अंतिम नहीं अपितु पहला गांव बना, जल मार्गों को बढ़ावा : प्रधानमंत्री करेंगे वाटर मैट्रो का लोकार्पण, जाने भारत में अब तक के हिंदू विरोधी अधिनियम, नहीं रहे सुविख्यात इतिहास कार तारीख फ़तह

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻मंगलवार, २५ अप्रैल २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०५:५९

सूर्यास्त: 🌅 ०६:५२

चन्द्रोदय: 🌝 ०९:१४

चन्द्रास्त: 🌜२४:०८

अयन 🌖 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)

ऋतु: 🌡️ग्रीष्म 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 वैशाख 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 पञ्चमी (०९:३९ से षष्ठी)

नक्षत्र 👉 आर्द्रा (२८:२१ से पुनर्वसु)

योग 👉 अतिगण्ड (०७:४५ से सुकर्मा)

प्रथम करण 👉बालव (०९:३९ तक)

द्वितीय करण 👉 कौलव (२२:३० तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 मेष 

चंद्र 🌟 मिथुन 

मंगल 🌟 मिथुन (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 कुम्भ (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

गुरु 🌟 मेष (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र 🌟 वृष (उदित, पश्चिम)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४९ से १२:४१

अमृत काल 👉 १७:२५ से १९:१०

रवियोग 👉 ०५:४० से २८:२१

विजय मुहूर्त 👉 १४:२७ से १५:१९

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४९ से १९:११

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:५० से १९:५५

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५३ से २४:३६

राहुकाल 👉 १५:३३ से १७:११

राहुवास 👉 पश्चिम

यमगण्ड 👉 ०८:५८ से १०:३६

होमाहुति 👉 बुध (२८:२१ से शुक्र)

दिशाशूल 👉 उत्तर

अग्निवास 👉 आकाश 

चन्द्रवास 👉 पश्चिम

शिववास 👉 कैलाश पर (०९:३९ से नन्दी पर)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – रोग २ – उद्वेग

३ – चर ४ – लाभ

५ – अमृत ६ – काल

७ – शुभ ८ – रोग

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – काल २ – लाभ

३ – उद्वेग ४ – शुभ

५ – अमृत ६ – चर

७ – रोग ८ – काल

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पश्चिम-दक्षिण (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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१२३५ वॉ श्री शंकराचार्य जन्मोत्सव, श्री सूरदास जयंती, श्री रामानुजाचार्य जयन्ती आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २८:२१ तक जन्मे शिशुओ का नाम आर्द्रा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (कु, घ, ड़, छ) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूनर्वसु नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (के) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मेष – २९:१३ से ०६:४६

वृषभ – ०६:४६ से ०८:४१

मिथुन – ०८:४१ से १०:५६

कर्क – १०:५६ से १३:१८

सिंह – १३:१८ से १५:३७

कन्या – १५:३७ से १७:५४

तुला – १७:५४ से २०:१५

वृश्चिक – २०:१५ से २२:३५

धनु – २२:३५ से २४:३८

मकर – २४:३८ से २६:१९

कुम्भ – २६:१९ से २७:४५

मीन – २७:४५ से २९:०९

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पञ्चक रहित मुहूर्त

चोर पञ्चक – ०५:४० से ०६:४६

शुभ मुहूर्त – ०६:४६ से ०८:४१

रोग पञ्चक – ०८:४१ से ०९:३९

शुभ मुहूर्त – ०९:३९ से १०:५६

मृत्यु पञ्चक – १०:५६ से १३:१८

अग्नि पञ्चक – १३:१८ से १५:३७

शुभ मुहूर्त – १५:३७ से १७:५४

रज पञ्चक – १७:५४ से २०:१५

शुभ मुहूर्त – २०:१५ से २२:३५

चोर पञ्चक – २२:३५ से २४:३८

शुभ मुहूर्त – २४:३८ से २६:१९

रोग पञ्चक – २६:१९ से २७:४५

शुभ मुहूर्त – २७:४५ से २८:२१

मृत्यु पञ्चक – २८:२१ से २९:०९

रोग पञ्चक – २९:०९ से २९:३९

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आशा से कुछ कम लाभ देगा फिर भी आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से कर लेंगे। नौकरी पेशा एवं व्यवसायी वर्ग को आज अतिरिक्त कार्य करना पड़ेगा इसका लाभ भी जल्द ही मिल जाएगा। व्यापार में वृद्धि होगी लेकिन आर्थिक लाभ के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। आज आपसे या किसी निकटस्थ से कुछ नुकसान भी हो सकता है जिसका सीधा असर धन और व्यवसाय पर भी पड़ेगा। सामाजिक व्यवहार पहले से अधिक बनेंगे परन्तु इनमें से अधिकांश लाभ की जगह खर्च ही करवाएंगे। परिवार में सुख शांति रहेगी बीच मे किसी गलतफहमी के कारण मामूली नारजगी रह सकती है। संध्या का समय थकान वाला रहेगा फिर भी सुख से बिताएंगे।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन कार्य क्षेत्र एवं गृहस्थ में उठापटक वाली स्थिति रहेगी। व्यवसायी वर्ग भी एक साथ कई काम हाथ मे लेने पर उलझन की स्थिति से गुजरेंगे। मध्यान तक अधिक परिश्रम करना पड़ेगा परन्तु लाभ आशानुकूल नही रहने से निराशा होगी। अधिक कमाने की लालसा अनैतिक प्रवृतियों की ओर खींचेंगी जिसका आरंभ में लाभ मिलेगा परन्तु बाद में हानि दिखती नजर आएगी। नकारात्मक विचार मन पर हावी रहेंगे संध्या के बाद किसी बुजुर्ग के सहयोग से कामचलाऊ स्थिति बन सकेगी धन लाभ होने से कार्य चलते रहेंगे। किसी मांगलिक कार्यक्रम को लेकर अधिक खर्च करना पड़ेगा। महिलाओ का व्यवहार अटपटा रहेगा।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन धन लाभ आपके व्यवहार के ऊपर काफी हद तक निर्भर रहेगा स्वभाव में चंचलता ना आने दे लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहें आशा से अधिक लाभ हो सकता है। व्यवसायी वर्ग व्यवसाय में तेजी रहने से उत्साहित रहेंगे व्यस्तता भी अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक रहेगी। नए कार्यो का विचार बना कर रखें जल्द ही इस पर काम करना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर अधीनस्थों के कारण थोड़ी असुविधा बनेगी फिर भी स्थिति संभाल लेंगे। दाम्पत्य जीवन मे खुशिया बढ़ेंगी महिलाये मानसिक रूप से चंचल फिर भी आर्थिक एवं अन्य कारणों से सहयोगी रहेंगी। आकस्मिक यात्रा के योग बन सकते है संभव हो तो टालें वरना उचित लाभ से वंचित रह सकते है।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज आपकी समस्त दिनचर्या अस्त-व्यस्त रहेगी। जिस भी कार्य मे हाथ डालेंगे उसमे असफलता मिलेगी अथवा विलंब होगा। आज लोभ अथवा किसी दुर्व्यसन के कारण सामाजिक क्षेत्र पर मान भंग हो सकता है घर परिवार में भाई बंधुओ से मतांतर के कारण तीखी झड़प होगी। आज आपका पक्ष लेने वाला कोई नही मिलेगा ना ही व्यवसाय में ही किसी का उचित सहयोग मिल सकेगा। महिलाये घरेलू कार्यो से परेशानी अनुभव करेंगी इसके विपरीत मनोरंजन पर अधिक ध्यान देंगी जिससे कुछ हानि भी हो सकती है। बाहर घूमने अथवा किसी समारोह के निमंत्रण में जाने की योजना बनाएंगे परन्तु यहां भी वैर विरोध का सामना करना पड़ेगा। 

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपको यश दिलाएगा। शारीरिक एवं मानसिक रूप से भी तंदुरुस्त रहेंगे। कार्य व्यवसाय में कई महत्त्वपूर्ण फैसले निकट भविष्य में लाभदायक सिद्ध होंगे। आज एक साथ अधिक कार्य करना पसंद करेंगे इससे व्यवसाय वृद्धि के साथ ही धन लाभ भी उचित मात्रा में हो सकेगा। विरोधी भी मुह ताकते रह जाएंगे। आज प्रेम प्रसंगों में समय बर्बाद ना करे इसकी जगह कार्य क्षेत्र पर समय दें अन्यथा लाभ की स्थिति ज्यादा देर नही टिकेगी। घरेलू एवं व्यक्तिगत सुख के साधनों पर आज अधिक खर्च होगा महिलाये महंगे सौंदर्य प्रसाधन पर खर्च करेंगी। छोटी मोटी बातो को छोड़ परिवार में सुख शांति बनी रहेगी।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन भी कार्यो में सफलता दिलाने वाला रहेगा फिर भी अतिआवश्यक कार्यो को आज ही पूर्ण करने का प्रयास करें बाद में स्थिति प्रतिकूल बनने वाली है। दिन का आरंभ किसी शुभ समाचार की प्राप्ति से होगा। महिलाये आज पुरुषों की अपेक्षा अधिक शांत रहेंगी घरेलू वातावरण को क्लेश मुक्त रखने में महत्त्वपूर्ण योगदान देंगी। आज आपको पैतृक व्यवसाय से अधिक लाभ होगा लेकिन आर्थिक लाभ में विलंब होने से कुछ समय के लिए परेशानी रहेगी संध्या का समय अधिक व्यस्त रहेगा रिश्तेदारी के व्यवहार निभाने में समय देना पड़ेगा। घर के बड़े लोग आपसे प्रसन्न रहेंगे रात्रि के समय अचानक अशुभ समाचार मिलने से बेचैनी रहेगी।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन भी आपकी कीर्ति में वृद्धि करने वाला रहेगा। दिन के आरंभ में पुराने कार्य निपटाने में व्यस्त रहेंगे शीघ्र ही अन्य अनुबंध मिलने से आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। सामाजिक व्यवहारों से भी आज जम कर लाभ उठाएंगे। मध्यान के समय कार्य क्षेत्र पर सुस्ती रहेगी परन्तु संध्या से व्यस्तता बढ़ जाएगी। आज किसी अपरिचित को उधार ना दें निश्चित ही डूबेगा। सरकारी अथवा अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य ले देकरआज पूर्ण करने का प्रयास करें लाभदायक रहेगा इसके बाद परिस्तितियो में बदलाव आने से कार्य सफलता में संदेह रहेगा। पारिवारिक वातावरण में आनंद मंगल रहेगा आज मांगलिक कार्यकर्मो में भी व्यस्त रहेंगे इनपर खर्च भी करना पड़ेगा।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन अधिक थकान वाला रहेगा आप आज आवश्यक कार्यो को प्रातः काल मे ही पूर्ण करने का प्रयास करेंगे लेकिन कुछ कार्य फिर भी अधूरे रह सकते है। दैनिक कार्य आज अस्त-व्यस्त रहेंगे। व्यवसायी लोग थकान एवं उन्माद के कारण बेमन से कार्य करेंगे परन्तु आर्थिक रूप से दिन बेहतर रहेगा। पुराने आश्वासन आज फलीभूत होने से धन आगमन सुनिश्चित होगा। भविष्य की योजनाओं पर खर्च होगा। कार्य क्षेत्र पर सहयोगियों का बर्ताव कुछ समय के लिए क्रोध दिलाएगा। मांगलिक कार्यो पर खर्च अधिक होगा धर्म कर्म के लिए भी समय निकाल लेंगे। घर का वातावरण लगभग सामान्य ही रहेगा। विपरीत लिंगीय के कारण दुख होगा।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आप प्रातः काल से ही अधूरे कामो को पूर्ण करने में जुट जाएंगे लेकिन फिर भी अपने किये कार्यो से पूरी तरह आश्वस्त नही होंगे अधिके बेहतर करने मनोवृति कार्यो में विलंब करेगी आज आप जैसा भी करेंगे वह अन्य लोगो की अपेक्षा पहले ही बेहतर रहेगा। भ्रम में पड़कर स्वयं का नुकसान कर लेंगे लेकिन फिर भी आज का दिन आर्थिक रूप से हर हाल में संतोषजनक रहेगा पूर्व नियोजित खर्च भी होंगे महिलाये दिखावे के कारण आवश्यकता से अधिक खर्च करेंगी जिससे घरेलू कलह का कारण बन सकती है। संध्या के समय मनोरंजन के अवसर मिलने से मानसिक थकान मिटेगी। आज कुछ ऐसी घटनाएं घटेंगी जिनकी निकट भविष्य में पुनरावृति होगी।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आपके लिए आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। आज आपके लगभग सभी कार्य अंत में जाकर आर्थिक अथवा किसी अन्य कारण से अटक सकते है। आर्थिक मामलों को सुलझाने में किसी की चापलूसी करनी पड़ेगी अन्यथा उलझने ज्यादा बढ़ सकती है। सेहत भी नरम-गरम रहेगी इसकी अनदेखी कर कार्यो में जुटे रहेंगे जिससे बाद में तकलीफ बढ़ने की संभावना है। सभी प्रकार के जमीन अथवा सरकारी कार्य आज निरस्त रखें व्यर्थ भागदौड़ के बाद भी हासिल कुछ नही होगा। व्यर्थ के खर्च अधिक परेशान करेंगे धन कोष में कमी का कारण बनेंगे। घर के सदस्य आपसी विचारो से असहमत रहेंगे। बुजुर्गो के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन आप अतिआत्मविश्वास की भावना से ग्रसित रहेंगे यह घरेलू कलह एवं व्यवसाय में हानि का कारण बन सकती है।आज आप स्वयं को हर कार्य मे श्रेष्ठ दिखाने का प्रयास करेंगे जिस कारण किसी से वर्चस्व को लेकर तकरार होने की संभावना है। मन इच्छित कार्य ना होने से क्रोध आएगा। व्यवसायी वर्ग को पूर्व में किये निवेश का लाभ दुगना होकर मिलेगा परन्तु नवीन कार्यो में धन उलझ सकता है। धार्मिक कार्यो में दिखावे अथवा स्वार्थवश सहभागिता देंगे। सामाजिक क्षेत्र पर सम्मान में कमी आ सकती है बोलचाल में संयम रखें। विद्यार्थ वर्ग आज मानसिक दुविधा में रहने से श्रेष्ठ प्रदर्शन से चूकेंगे। घर मे मन कम ही लगेगा।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन भी सावधानी से व्यतीत करें। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी आपको क्षति पहुचाने के लिए कुछ भी कर सकते है। घर मे भी किसी की चुगली का शिकार बनना पड़ेगा जिससे कुछ समय के लिए माहौल खराब होगा लेकिन शीघ्र ही स्थिति स्पष्ट होने से शांति स्थापित हो जाएगी। आध्यात्म में रुचि रहेगी साथ ही आडम्बर भी रहने से प्राप्ति न्यून रहेगी। आज अपने कार्य छोड़ अन्य की समस्या सुलझाने में स्वयं का नुकसान कर लेंगे जिसकी भरपाई बाद में असंभव ही रहेगी। परिवार अथवा रिश्तेदारी में विवाह अथवा अन्य मांगलिक आयोजन पर खर्च करने पड़ेंगे। महिलाये किसी ना किसी कारण से नाराज रहेंगी।

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भगवान केदारनाथ धाम के खुले कपाट* मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी भी पंहुचे केदारनाथ। भारी ठंड और बर्फबारी के उपरांत भी आठ से दस हजार श्रध्दालु पंहुचे केदारनाथ।

नीती और माना की कहानी

नीती और माना उत्तराखंड में दो प्रसिद्ध घाटी ,दर्रे,पास और तिब्बती भाषा में ला कहा कहा जाता है इनको लोग अधिकतर इनको एक साथ पुकारते हैं या ये शब्द एक साथ न पुकारे जाएं तो अधूरापन लगता है लोगो को यहां तक कि मुझे देहरादून आदि महानगरों में कोई अगर किसी से परिचय कराता है तो यह कह कर करवाता है ये नीति माना के प्रधान रहे हैं अब किस को कहां तक समझाऊं इस लिए लेख में लिख दूं तो शायद बहुत लोगो तक पहुंच जाए,दरअसल नीती और माना जोशीमठ जी हां जोशीमठ जो आजकल एक कंपनी के कारण भू धसाव की स्थिति पर पहुंच चुका है😡से अलग अलग दिशाओं पर पड़ता है दाईं बाईं माना लगभग 40 किमी और दाईं तरफ नीति लगभग80किमी तो अगर माना से नीति की दूरी नापी जाय तो 120 किमी होता है हां दोनो जगह एक ही समाज के लोग बसते हैं पर लोगो की जुबान पर तो यूं चढ़ चुका है जैसे जय वीरू,राम श्याम,राम लक्ष्मण वैसे नीति माना,तो ऊपर की फोटो डालने का मकसद यह था कि अगर आप ने90 के दशक में दिल्ली से चमोली की तरफ यात्रा की हो तो मील के पत्थर में लिखा पड़ा होगा कि नीती पास इतना किमी ,,,,,,अचानक नीति पास की जगह माना पास हो गया चूंकि बद्रीविशाल के नजदीक होने के कारण और सोशियल मीडिया के कारण सरल पहुंच होने पर सब माना जाते फोटो डालते केप्सन लिखते भारत का आखिरी गांव में,,,मगर नीती एक तो दूर ऊपर से कम लोग का आना जाना को बिसार दिया गया जबकि दोनो ही भारत के आखिरी ग्राम हैं पर मीडिया की तवज्जो माना पर ही रही तो नीति में लोगो ने सोचा चलो माना आखिरी गांव है वो भी अपना ही है हम प्रथम लिखते हैं तो आज जब वो ये बोर्ड पड़ेंगे तो उनके विचार या मन में क्या चलेगा यह जानने को में उत्सुक हूं खैर ये नाम बदलने वाले थोड़ा दाएं बाएं देख सोच ले तो एक गांव यूं अपने को ठगा सा महसूस नहीं करेगा 🙏#Niti:The untouched heaven

लेखक तारिक फतह का लंबी बीमारी के बाद 

73 वर्ष मे निधन हो गया वे सदैव हिंदू सनातन धर्म संस्कृति के लिए 

लड़ते रहे पाकिस्तान से दुश्मनी लेली भारत के लिए 

अतिक को श्रद्धांजलि देने वाले और लेखक फतह को 

गाली देने वालों पहचानों लायक कौन है नालायक कौन है?

भारत की मशहूर मुस्लिम टीवी एंकर रुबिका लियाकत ने एक साक्षात्कार में कहा कि मुझे अपने मुस्लिम होने पर फक्र है , चूंकि मेरे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया !

साथ ही इस बात गर्व जताया कि सात पीढ़ी पहले मेरे पूर्वज सनातनी हिंदू थे और मुझे सनातन धर्म की संबद्धता पर उतना ही गर्व है !

पाकिस्तान छोड़ चुके , कनाडा में रह रहे जाने माने मुस्लिम विद्वान तारिक फतेह कहते हैं कि मैं पाकिस्तानी नहीं , इंडियन मुसलमान हूं , मेरे पूर्वज हिन्दू थे और इसी हिंदुस्तान में रहते थे !

शायर जावेद अख़्तर ने भी खुलकर कहा कि मुसलमानों का मुल्क पाकिस्तान नहीं हिंदुस्तान है चूंकि हमारे पुरखे मुगल या तुर्क नहीं , हिंदुस्तानी हिंदू थे !

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान न केवल वेद पुराण पढ़ते हैं , बखान करते हैं अपितु उस हिंदू खानदान को भी ढूंढ चुके हैं , जहां से उनके पुरखों ने मजबूरन इस्लाम धारण किया था !

मशहूर पाकिस्तानी टीवी एंकर आरजू काजमी टीवी बहसों में न केवल कट्टरता फैलाने वाले मौलानाओं की खिंचाई करती है बल्कि यह भी बताती हैं कि अब पाकिस्तानी भी जान गए हैं कि वे कनवरटेड मुस्लिम हैं । काजमी ने टीवी पर स्वीकार किया कि भारत में आरएसएस के मुखिया मोहन भागवत जब समान डीएनए की बात करते हैं तो पाकिस्तानी भी इसे स्वीकारते हैं । उन्होंने लाहौर विवि के इस्लामिक विद्वान डाक्टर जुल्फिकार कोराब का हवाला देते हुए बताया कि पाकिस्तानी मुसलमानों का डीएनए अरब देशों के डीएनए से एक प्वाइंट भी मेल नहीं खाता , हिंदुओं से 100 प्वाइंट खाता है । 

यह कहते हुए कम से कम आरजू काजमी और रुबिका लियाकत तो जरा भी नहीं हिचकती कि पिछले कुछ वर्षों के माहौल ने ही मुसलमानों को अपना वजूद ढूंढना सिखाया है । यह निश्चित रूप से मोदी के आगमन के बाद हुआ है । हमारे घनिष्ट मित्र पद्मश्री स्वर्गीय खालिद जाहिर कहा करते थे – सूरज निकलते हुए मस्जिदों से अनाउंस होना कि यह अजान का वक्त नहीं , बताता है कि इस्लाम धारण करने से पूर्व हम किसकी पूजा किया करते थे । उत्तराखंड के पहाड़ों में जितने लोग आकर बसे वे सभी औरंगजेब के अत्याचारों से बचकर राजस्थान , महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से आए थे । जाहिर है कि कितने बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया गया। 

अच्छी बात है कि केंद्र में नौ साल पहले सरकार बदलने के बाद देश का माहौल बदला । हम कौन हैं , यह जानने का भाव भारत और पाकिस्तान के मुसलमानों में बढ़ा । यह अच्छी बात है । मुसलमानों को ही नहीं सक्खों और ईसाइयों को भी जानना चाहिए कि उनका अतीत क्या है , वे कौन हैं ? उन्हें ही नहीं , खुद हिंदुओं को भी अपना इतिहास पढ़ना चाहिए । आज में जीना है , भविष्य की तैयारी करनी है । 

जानेंगे तो पाएंगे कि 1450 साल पहले मुस्लिम , 2023 साल पहले ईसाई और 350 साल पहले सिक्ख सब हिंदू ही थे । 2500 साल पहले बौद्ध और जैन पंथ बने । भारत में रहने वाला हर व्यक्ति पहले सनातनी हिंदू ही था , सनातन आर्य संस्कृति से आया था । जब हम सब एक हैं तो सनातन से जुड़ाव को स्वीकारिए और कहिए कि हम सभी भारतवासी एक हैं , समान पुरखों की संतान हैं । जिस दिन अपने अतीत को सबने स्वीकार लिया , तमाम झगड़ों का अंत हो जाएगा। (साभार) 

भारत में जल मार्गों को बढ़ावा दिया जा रहा है पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाटर मेट्रो का आरंभ करेंगे केरल से कोच्चि तक चलने वाली इस वाटर होगी मेट्रो यह वाटर मेट्रो सोलर लाइट से चलेगी यह प्रदूषण भी नहीं फैलाएगी पीएम मोदी ने वॉटर मेट्रो की कल तस्वीरें जारी की थीं। उन्होंने बताया कि कोच्चि वाटर मेट्रो शहर के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। इस परियोजना को केरल के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जा रहा है।  

#दुर्गियाना #मंदिर अमृतसर शहर में #स्वर्ण #मंदिर के पास ही है . अफसोस इस बात का है कि हिंदु लोग , संस्थाएं और संगठन इस मंदिर का प्रचार नही करते . नतिजा इस मंदिर की जानकारी ज्यादातर लोगों को नही है.  

 *श्री दुर्गियाना मंदिर* 👇🏼 .

अमृतसर में एक गोल्डन टेंपल नहीं अपितु 2 गोल्डन टेंपल हैं।एक हिन्दुओं का और दूसरा सिक्खों का।दोनों का आर्किटेक्चर सेम ही हैं।

हिंदू जब अमृतसर जाते हैं तो सिखों के गोल्डन टेंपल तो जाते हैं मगर अपने गोल्डन टेंपल नहीं, क्यूंकि उन्हें पता ही नहीं हैं अमृतसर में भी श्री दुर्गियाना तीर्थ के रूप में हिंदुओं का भी गोल्डन टेंपल हैं।

जिसमे मुख्य रूप से मां दुर्गा विराजमान हैं।

अगली बार जाएं तो पहले अपना गोल्डन टेंपल में मातारानी की दर्शन करें !!

जय माँ दुर्गियाना🙏

शुभ समाचार 

राम मंदिर को मिलेगा राष्ट्रीय मंदिर का दर्जा जानकर
जिनको खुशी हुई एक जयकारा प्रभु श्रीराम का जयकार करेंगे। (साभार) 


अपने धर्म के लिए बिना किसी से डरे ओर गर्व से हमेशा खड़े रहना ही धर्म है…💥✊

फिर भले ही आप अकेले ही क्यों न हो
इस सनातनी शेरनी को नमन 🚩🙏❣️

Picture Of The Yesterday👍

इतने के बाद भी हिन्दू नहीं समझ सके की उनके विरुद्ध कितने अधिनियम लाये गये*

अनुच्छेद 25, 28, 30 (1950)
एचआरसीई अधिनियम (1951)
एचसीबी एमपीएल (1956)
धर्मनिरपेक्षता (1975)
अल्पसंख्यक अधिनियम (1992)
पीओडब्ल्यू अधिनियम (1991)
वक्फ अधिनियम (1995)
राम सेतु हलफनामा (2007)
भगवा आतंकवाद (2009)

अनुच्छेद 25 द्वारा धर्मांतरण को वैध बनाया

उन्होंने अनुच्छेद 28 में हिंदुओं से धार्मिक शिक्षा छीन ली

लेकिन अनुच्छेद 30 में मुस्लिम और ईसाई को धार्मिक शिक्षा की अनुमति दी

उन्होंने एचआरसीई अधिनियम 1951 बनाकर हिंदुओं से सभी मंदिर और मंदिरों का पैसा छीन लिया जो सरकारी खजानें में जाता है

उन्होंने हिंदु बहुविवाह को समाप्त कर दिया तलाक कानून,

हिंदू कोड बिल के तहत दहेज कानून द्वारा परिवारों को नष्ट कर दिया

लेकिन मुस्लिम पर्सनल लॉ (शरीया कानुन) को हाथ नहीं लगाया। उन्हें बहुविवाह की अनुमति दी ताकि वे अपनी जनसंख्या में वृद्धि करते रहें
1954 में विशेष विवाह अधिनियम लाया गया ताकि मुस्लिम आसानी से हिंदू लड़कियों से शादी कर सके

उन्होंने आपातकाल लगाया और जबरदस्ती संविधान में *सेकुलरिज्म* शब्द जोड़ा और जबरन भारत को *धर्मनिरपेक्ष* बना दिया

लेकिन कांग्रेस यहीं नहीं रुकी।

1991 में वे अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम लाए और मुस्लिम को अल्पसंख्यक घोषित किया, हालांकि धर्मनिरपेक्ष देश में बहुसंख्यक अल्पसंख्यक नहीं हो सकते है

उन्होंने अल्पसंख्यक अधिनियम के तहत मुसलमानों को छात्रवृत्ति, सरकारी लाभ जैसे विशेष अधिकार दिए

1992 में, उन्होंने हिंदुओं को कानूनी तरीके से अपने मंदिरों को वापस लेने से रोक दिया और पूजा स्थल अधिनियम द्वारा हिंदुओं से 40000 मंदिरों को छीन लिया

कांग्रेस यहीं नहीं रुकी 1995 में ,

उन्होंने वक्फ बोर्ड एक्ट द्वारा मुस्लिम को किसी भी जमीन पर दावा करने, किसी भी हिंदू की जमीन छीनने का अधिकार दिया और मुस्लिम को भारत का दूसरा सबसे बड़ा जमीन मालिक बना दिया।

और हिंदू विरोधी धर्मयुद्ध में चरम बिंदु 2009 था जब कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद शब्द गढ़कर हिंदू धर्म को आतंकवादी धर्म घोषित किया वहीं कांग्रेस ने अपने 136 साल के इतिहास में कभी भी इस्लामिक आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं किया

कांग्रेस धीरे-धीरे बहुत चालाकी से हिंदुओं से एक-एक करके हिंदू अधिकारों को छीनते गए और अब हिंदू पूरी तरह से नग्न हो गए हैं
और मजेदार बात यह है कि अधिकांश हिंन्दुओं को इस छल कपट का पता भी नहीं है और कुछ को इन बातों का ज्ञान है पर पदलोभ और मुफ्तखोरी के कारण शतुरर्मुर्ग की तरह अपना सर जमीन में गाडे़ हुए है |

उनके पास अपना मंदिर नहीं है, उनके पास उनकी धार्मिक शिक्षा व्यवस्था नहीं है, उनके बाप दादा की पुश्तैनी जमीन उनकी स्थायी नहीं है।

और वे सवाल भी नहीं पूछते हैं क्यों मस्जिद और चर्च मुक्त हैं लेकिन मंदिर सरकार के नियंत्रण में हैं

सरकार द्वारा वित्त पोषित मदरसा, कॉन्वेंट मिशनरी स्कूल क्यों हैं लेकिन सरकार द्वारा वित्त पोषित गुरुकुल नहीं?

वक्फ अधिनियम क्यों है लेकिन हिंदू भूमि अधिनियम नहीं?

मुस्लिम पर्सनल लाॕ बोर्ड क्यों है लेकिन हिंदू पर्सनल लाॕ बोर्ड नहीं?
एक देश में दो कानून क्यूँ?

अगर भारत धर्मनिरपेक्ष देश है तो बहुसंख्यक अल्पसंख्यक क्यों है? पंडित को कुछ नहीं और मौलवियों को वेतन व्यवस्था? 

स्कूलों में रामायण , महाभारत क्यों नहीं पढ़ाई जाती?

औरंगजेब ने हिंदू धर्म को नष्ट करने के लिए तलवार का प्रयोग किया, कांग्रेस ने हिंदू धर्म को नष्ट करने के लिए संविधान, अधिनियम, बिल का उपयोग किया

और जहां तलवार विफल रही वहां संविधान और कानून की आड़ में सनातन धर्मावलंबियों हिन्दओं को कमजोर करने का षड्यंत्र रचा गया। 

 यदि कोई इन प्रश्नों को पूछने का प्रयास करता है, तो उसे सांप्रदायिक, भगवा आतंकवादी घोषित कर दिया जाता है। 
यदि कोई राजनेता इन गलतियों को सुधारने का प्रयास करता है तो उसे लोकतंत्र को कमजोर करने वाला कहा जाता है

*याद रखें कि इसमें सिर्फ 80 साल लगे शक्तिशाली रोमन धर्म का गिरना ।*
*हिंदू को रोमन सभ्यता के पतन के बारे में अवश्य पढ़ना चाहिए। कोई बाहरी ताकत उन्हें पराजित नहीं कर सकती थी, वे अपने ही शासक कॉन्सटेंटाइन एन द्वारा ईसाई धर्म से आंतरिक रूप से हार गए थे।* (साभार शोशल मीडिया)