*श्री हरिहरौ*
*विजयतेतराम*
*सुप्रभातम*
*आज का पञ्चाङ्ग*
*_गुरुवार, १३ अप्रैल २०२३_*
*═══════⊰⧱⊱═══════*
सूर्योदय: 🌄 ०६:१३
सूर्यास्त: 🌅 ०६:४५
चन्द्रोदय: 🌝 २६:०७
चन्द्रास्त: 🌜११:१९
अयन 🌖 उत्तरायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🎋 बसंत
शक सम्वत:👉१९४५ (शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८० (पिंगल)
मास 👉 वैशाख
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 अष्टमी (२५:३४ से
नवमी)
नक्षत्र 👉 पूर्वाषाढ (१०:४३
से उत्तराषाढ)
योग👉शिव(१२:३४ से सिद्ध
प्रथम करण👉बालव(१४:४०तक
द्वितीय करण 👉 कौलव
(२५:३४ तक)
*:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:*
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मीन
चंद्र 🌟 मकर (१६:२२ से)
मंगल 🌟 मिथुन
(उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध🌟कुम्भ(उदित,पश्चिम,मार्गी)
गुरु🌟मीन(अस्त,पश्चिम,मार्गी)
शुक्र 🌟वृष (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
*:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-*
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
*:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-:-*
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५२ से १२:४३
अमृत काल 👉 ०६:१० से ०७:४१
विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१७
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४१ से १९:०४
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:४३ से १९:४९
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५५ से २४:३९
राहुकाल 👉 १३:५४ से १५:३०
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०५:५३ से ०७:२९
होमाहुति 👉 गुरु (१०:४३ से राहु)
दिशाशूल 👉 दक्षिण
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्र वास 👉 पूर्व (दक्षिण १६:२२ से)
शिववास 👉 गौरी के साथ (२५:३४ से सभा में)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (दही का सेवन कर यात्रा करें)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
कालाष्टमी, शीतला पूजा (बूढा बासोड़ा), भूमि-भवन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ०५:५१ से १०:४१ तक आदि।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज १०:४३ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ढा) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराषाढ नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (भे, भो, ज, जी) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
उदय-लग्न मुहूर्त
मीन – २८:३६ से ०६:००
मेष – ०६:०० से ०७:३४
वृषभ – ०७:३४ से ०९:२८
मिथुन – ०९:२८ से ११:४३
कर्क – ११:४३ से १४:०५
सिंह – १४:०५ से १६:२४
कन्या – १६:२४ से १८:४२
तुला – १८:४२ से २१:०३
वृश्चिक – २१:०३ से २३:२२
धनु – २३:२२ से २५:२६
मकर – २५:२६ से २७:०७
कुम्भ – २७:०७ से २८:३२
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक – ०५:५३ से ०६:००
रज पञ्चक – ०६:०० से ०७:३४
शुभ मुहूर्त – ०७:३४ से ०९:२८
चोर पञ्चक – ०९:२८ से १०:४३
शुभ मुहूर्त – १०:४३ से ११:४३
रोग पञ्चक – ११:४३ से १४:०५
शुभ मुहूर्त – १४:०५ से १६:२४
मृत्यु पञ्चक – १६:२४ से १८:४२
अग्नि पञ्चक – १८:४२ से २१:०३
शुभ मुहूर्त – २१:०३ से २३:२२
रज पञ्चक – २३:२२ से २५:२६
शुभ मुहूर्त – २५:२६ से २५:३४
चोर पञ्चक – २५:३४ से २७:०७
शुभ मुहूर्त – २७:०७ से २८:३२
रोग पञ्चक – २८:३२ से २९:५२
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप दैनिक कार्यो में व्यस्त रहेंगे दिनचार्य उटपटांग रहने से निराश भी होंगे मध्यान तक किसी भी कार्य को दिशा ना मिलती देख मेहनत व्यर्थ होती प्रतीत होगी लेकिन हताश ना हो आज देर से ही सही लाभ अवश्य होगा। आर्थिक मामले अन्य कार्यो की अपेक्षा ज्यादा उलझेंगे फिर भी संध्या तक धन की आमद संतोषजनक हो जाएगी। अधिकारियो से सतर्क रहना पड़ेगा गलती करने पर ज्यादा भार सौपेंगे। महिलाओ का मन आध्यात्म में डूबा रहेगा मनोकामना पूर्ति में विलंब से उदास रहेंगी। आकस्मिक कार्य आने से यात्रा अथवा अन्य आवश्यक कार्य निरस्त करने पड़ेंगे।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज आप दिनभर शारीरिक समस्या से जूझेंगे मौसमी बीमारियों का प्रकोप परिवार के सदस्यों को भी प्रभावित करेगा। अव्यवस्था रहने से प्रत्येक कार्य विलम्ब से चलेंगे पूर्ण होने में भी विलम्ब होगा। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा उम्मीद नही रहेगी आज पूर्ण होने वाले कार्य भी दौड़-धूप की कमी के कारण आगे के लिये निरस्त होंगे। धन संबंधित समस्या नही रहेगी फिर भी व्यर्थ के खर्च आने से मन दुखी होगा। महिलाये चाह कर भी घर को व्यवस्थित रूप से चलाने मे असफल रहेंगी। संध्या के समय परेशानी बढ़ेगी। घर अथवा बाहर किसी भी प्रकार के जोखिम से बचें।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आप अपनी व्यवहार कुशलता से बिगड़े कार्यो को भी बनाने की क्षमता रखेंगे। मित्र परिजन विषम परिस्थितियों से बाहर निकालने के लिये आपका सहयोग मांगेंगे अपना महत्त्व बढ़ता देख थोड़ी बहुत अहम की भावना भी आएगी जरूरत मंदों को व्यर्थ के चक्कर लगवाएंगे। कार्य क्षेत्र पर जिस काम को हाथ मे लेंगे उसमे निश्चित सफलता मिलेगी। प्रतियोगी परीक्षा में भी सफल होने की संभावना अधिक है। बेरोजगार लोग आज प्रयास करें अवश्य अनुकूल रोजगार से जुड़ सकते है। व्यवसाय में मंदी के बाद भी धन का प्रबंध आवश्यकता के समय कही ना कही से हो ही जायेगा। खान-पान संयमित रखें सेहत खराब हो सकती है।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन भी आपके धन कोष अथवा अन्य सुख के साधनों में वृद्धि करेगा। कार्य व्यवसाय में पहले से चल रही योजना फलीभूत होने से धन की आमद होगी। भविष्य के लिये भी लाभ के सौदे हाथ लगेंगे। सहकर्मियों का साथ मिलने से निश्चित कार्य समय से पूर्ण कर सकेंगे। महिलाये को शारीरिक कमजोरी के कारण दैनिक कार्यो के अतिरिक्त घर की व्यवस्था सुधारने में परेशानी होगी। कंजूस प्रवृति के कारण घर के किसी सदस्य से मतभेद की संभावना है। आज आप अपनी गलती जानते हुए भी अपनी बात पर अडिग रहेंगे जिससे आस-पास का वातावरण कुछ समय के लिये खराब होगा। व्यवसायिक यात्रा से लाभ हो सकता है। छोटी-मोटी व्याधि को छोड़ सेहत सामान्य रहेगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपको अपनी बुद्धि चातुर्य पर गर्व रहेगा। अतिआत्मविश्वास से भरे रहेंगे प्रत्येक कार्य को मामूली समझ कर बाद के लिये टालेंगे परन्तु अंत समय मे पूर्ण करने में पसीने छूटेंगे। सरकारी कार्य को लेकर भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। काम-धंधा पहले से कुछ कम रहेगा जोड़ तोड़ कर ही धन की प्राप्ति हो सकेगी। आज कम समय और परिश्रम से अधिक लाभ कमाने की योजना मन मे रहेगी लेकिन अवसर ना मिलने के कारण लाभ नही उठा सकेंगे। महिलाये जितना कार्य करेंगी उससे ज्यादा सुनाएंगी। घर के सभी सदस्य स्वय को दूसरे से बेहतर प्रदर्शित करेंगे। छोटी-छोटी बातों पर नोकझोंक होगी। दिनचार्य संयमित ना रहने से सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन सावधानी से बिताने की सलाह है। दिन के आरंभ से ही मन मे अकारण क्रोध रहेगा। परिजनों से जिस बात का भय रहेगा मध्यान तक उसके पूर्ण होने पर वातावरण खराब होगा। भाई बंधुओ में भी किसी ना किसी कारण से अनबन रहेगी। कार्य क्षेत्र पर सामान्य दिनचार्य रहते हुए भी किसी से धन को लेकर उग्र वार्ता होने की संभावना है। आज आप वरिष्ठ व्यक्तियों के परामर्श को भी नजरअंदाज करेंगे जिसके परिणाम स्वरूप किसी ना किसी रूप में धन एवं सम्मान हानि देखनी पड़ेगी। लोगो को शक की दृष्टि से देखने आपको महत्त्व नही मिलेगा। औरो को बेचैनी में डालकर स्वयं अपने मे मस्त रहेंगे।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपको पूर्व में की किसी गलती अथवा आचरण का अफसोस होगा गलती मान लेने पर आपसी मतभेद शांत होंगे। घरेलू कार्य अथवा परिजनों की आवश्यकता पूर्ति समय से करेंगे। कार्य क्षेत्र से आज लाभ की संभावनाए कम ही रहेंगी धन की आमद अल्प रहने से खर्चो पर नियंत्रण करना पड़ेगा। घर का वातावरण मंगलमय रहेगा धार्मिक पूजापाठ में सम्मिलित होने के अवसर मिलेंगे। दैनिक जीवन की उलझनों के बाद भी विवेक जाग्रत रहने से मन शांत रहेगा। विरोधी किसी भी प्रकार से आपकी शांति को भंग नही कर पाएंगे। आरोग्य अच्छा रहेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन साधारण रहेगा आज आप अपनी व्यक्तिगत उलझनों के कारण अन्य लोगो को परेशान करेंगे लेकिन ध्यान रहें गुप्त बातो को आज परिजनों से भी ना बाटें। आप जिसे अपना हितैशी समझेंगे वही आपका भेद सार्वजनिक करके परेशानी बढ़ायेगा। कार्य व्यवसाय से भी निराशा ही मिलेगी फिर भी एक दो लाभ कमाने के अवसर अवश्य मिलेंगे इन्हें हाथ से ना जाने दें अन्यथा ज्यादा पाने के चक्कर मे इनसे भी हाथ धोना पड़ेगा। पारिवारिक वातावरण में स्वार्थ सिद्धि की भावना रहेगी इच्छा पूर्ति होने तक ही स्नेह सम्मान मिलेगा अन्यथा नही। स्वास्थ्य आज फिर से नरम होगा सचेत रहें।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आप अपने हास्य भरे व्यवहार से आस पास का वातावरण खुशनुमा बनाएंगे। व्यवहार में भी नरमी रहने से लोग आपके साथ समय बिताना पसंद करेंगे। कार्य क्षेत्र की चुनोतियाँ कुछ समय के लिये दुविधा में डालेंगी समय पर सहयोग मिलने पर इनसे भी पार पा ही लेंगे। धन संबंधित मामलों को लेकर आज ज्यादा तामझाम में नही पड़ेंगे दोपहर तक लाभ की संभावनाए ही दिखेंगी इसके संध्या के आसपास अकस्मात होने से दैनिक खर्च निकल जाएंगे। महिलाये अधिक चंचल रहेंगी खुद किसी को कुछ भी बोलेंगी लेकिन किसी की मामूली बात को दिल से लगा लेंगी। जुखाम-बुखार होने से परेशानी होगी।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपकी आशाओ के विपरीत रहने वाला है अतिमहत्त्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले किसी अनुभवी की सलाह अवश्य लें अथवा आगे के लिए निरस्त करें। जहाँ से लाभ की उम्मीद लगाए रहेंगे वहां हानि होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र के साथ घरेलू कार्य करते समय सावधानी बरतें टूट-फुट अथवा अन्य क्षति हो सकती है। आर्थिक योजनाए आज किसी ना किसी कारण से अधर में लटकी रहेंगी। खर्च निकालने के लिये ले देकर कार्य करना पड़ेगा। मित्र रिश्तेदारों से कोई अशुभ समाचार मन की बेचैनी बढ़ायेगा। परिजन को छोड़ अन्य लोगो से मदद की आशा ना रखें। स्वास्थ्य में उतारचढ़ाव लगा रहेगा।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। पूर्व में किये शुभकर्मों का फल आज किसी ना किसी रूप में अवश्य मिलेगा। सार्वजनिक क्षेत्र से मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। विरोधी चाहकर भी आपको क्षति नही पहुचा सकेंगे। समाज के उच्चप्रतिष्ठित लोगो के साथ मेलजोल बढेगा आपकी क्षवि भी उच्चवर्गीय जैसी बनेगी। लेकिन कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी ईर्ष्या का भाव रखेंगे जानबूझ कर बना बनाया कार्य बिगाड़ सकते है सतर्क रहें। धन की कामना समय से थोड़ा विलम्ब लेकिन पूर्ण होगी। गृहस्थ सुख उत्तम रहेगा। भजन पूजन में समय देंगे। सेहत का भी ख्याल रखें।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन सिद्धिदायक है लेकिन आज किसी भी कार्य को करने से पहले उसकी योजना बनाकर ही करें सफलता निश्चित मिलेगी इसके विपरीत जल्दबाजी में किया कार्य केवल हानि ही कराएगा। आध्यात्म में भी उन्नति के योग बन रहे है पूजा पाठ का सकारात्मक परिणाम मिलेगा। नौकरी वाले जातक अधिकारियों का प्रोत्साहन मिलने से उत्साहित रहेंगे। सरकारी कार्य मे आज आलस ना करें थोड़ी सी भागदौड़ से पूर्ण हो सकते है। सरकारी क्षेत्र से शुभ समाचार मिलेंगे। लोन अथवा अन्य धन संबंधित कागजी कार्य आज करना उत्तम रहेगा। परिवार में शांति रहेगी लेकिन महिलाओ का मन आज असंतुष्ट ही रहेगा। ठंडी चीजो का सेवन करने से बचे।
**आपकी आस्था का नेतृत्व AI कर सकता है पर
मेरी आस्था का नेतृत्व वाल्मिकी रामायण और तुलसी मानस कर रहा है। 🙏 यह पहली बार देखने पर मै अचंभित हो गया था पर बाद मे अह्सास हुआ ना कान कुंडल, ना जनेऊ, ना धनुष-बाण,,बिल्कुल सिंपल सा ,मोहम्मद का निकालकर लाओ ऐसे एप से फोटो
उक्त AI द्वारा आयोजित पिक्चर और दुसरी आम गुगल से डाऊनलोड पिक्चर है दोनो मे अन्तर साफ है रंग का भी और वेष भुषा का भी।
🚩 यह बात एतिहासिक दृष्टि से लीखी जा रही है क्योकि AI का कहना है कि उन्होने यह चित्र का निर्माण शास्त्रो मे वर्णित ऐतिहासिक तथ्यो पर किया है 🚩🚩
रामं दूर्वादल श्यामं पद्माक्षं पीत वाससम।
भावार्थ: भगवान राम दूर्वा दल के जैसे श्यामल रंग के हैं।
नीलांबुज श्यामल कोमालंगम।
भावार्थ: प्रभु नीलकमल की श्यामल आभा लिए कोमल अंगों वाले हैं।
गोस्वामी जी बालकांड में कहते हैं;
काम कोटि छबि स्याम सरीरा। नील कंज बारिद गंभीरा॥
अरुन चरन पंकज नख जोती। कमल दलन्हि बैठे जनु मोती॥1॥
उनके नीलकमल और गंभीर (जल से भरे हुए) मेघ के समान श्याम शरीर में करोड़ों कामदेवों की शोभा है। लाल-लाल चरण कमलों के नखों की ज्योति ऐसी मालूम होती है जैसे लाल कमल के पत्तों पर मोती स्थिर हो गए हों ।
कृपया धर्म को विदेशी कुचक्र का अंग न बनाएं। सनातन संस्कृति के रक्षक बनें भक्षक नहीं।
भगवान राम श्यामल स्वरूप हैं। उनका उसी रूप में ध्यान होता है। अब प्रभु राम को गौरांग स्वीकारेंगे तो हमारी अगली पीढियां वाल्मीकि और गोस्वामी तुलसीदास जी को ही झूठा साबित करने लगेंगी।
कल को इसी गौर वर्ण एवं भूरी आंखों के दम पर भगवान राम को हिंदू धर्म विरोधियों के द्वारा विदेशी सिद्ध किया जाने लगेगा।
महाकवि तुलसी दास जी ने सोलह हजार चौपाई दोहे और सोरठे अवधी में लिखें हैं। कहीं कहीं वृजभाषा और मैथिली भी दिखती है।
उनमें पंक्ति और शब्द छोड़िए अक्षर भी संसोधित करने से उनका अर्थ का अनर्थ होगा।
प्राचीन धर्म ग्रन्थों में संशोधन का अधिकार किसी को नहीं हैं। रामभद्राचार्य जी को भी नहीं।
शास्त्र का अर्थ होता है ‘सार्वभौमिक सार्वकालिक अनुभूत विज्ञान’ और मंत्र का अर्थ होता है बीज, सूत्र या ‘कोड’ वो जैसे हैं वैसे ही उच्चारित करने होते हैं तभी फलीभूत होते हैं तभी अभिष्ट सिद्धि होती है।
#रामभद्राचार्य जी ज्ञानी हैं लेकिन बिनु सत्संग विवेक न होई सिद्धांत कौमुदी या निर्णय सिन्धु देखें। ✍️हरीश मैखुरी
जलियांवाला वाला नरसंहार को कारित करने वाले जनरल डायर को 21 वर्ष बाद इंग्लैंड में मार कर बदला लेने वाले सरदार उधम सिंह का योगदान आज के दिन अवश्य याद करना चाहिए। डायर को गोली मारने के बाद उधम सिंह ने लिखा “इससे बड़ा सम्मान और क्या हो सकता है। मेरी मातृभूमि की खातिर मुझे मृत्यु से भी अधिक दिया जाए
वास्तविक जीवन · सरदार उधम सिंह” भारत के माथे पर लगा जलियांवाला कांड कलंक पूरी तरह तब मिटेगा जब भारत से अंग्रेज़ी की भी विदाई होगी। और ठीक उसी प्रकार हिंसक आततायी यवन कबीले आक्रान्ताओं का दुर्दांत इतिहास भी तब मिटेगा जब भारत से यवनी भाषा समाप्त होगी। नहीं तो इन दोनों की मानसिक गुलामी प्रकारांतर से स्थापित ही रहेगी क्योंकि शत्रुओं की भाषा बोलना भी शत्रुओं के पक्ष में ही रहता है। जलियांगवाला बाग हत्याकांड के 100 साल पूरे हो गए इस हत्याकांड के सबसे बड़े अपराधी थे ब्रिगेडियर जनरल रेजीनॉल्ड डायर और लेफ़्टिनेण्ट गवर्नर माइकल ओ डायर।आखिरकार 21 साल बाद उस युवक ने एक भरे सभागार में माइकल डायर को गोली मार कर जलियांवाला बाग का बदला ले लिया। वो युवक था उधम सिंह। जलियांवाला नरसंहार का 21 वर्ष बाद प्रतिशोध लेने वाले युवक उधम सिंह ने कहा था अंग्रेजों और अंग्रेजी से मुक्ति देश हित में आवश्यक और वहीं यह संदेश लिखा…
“What greater honour could. be bestowed on me than death for the sake of my Motherland
Real Life
·Udham Singh”
।।। शीघ्र और अति शीघ्र विवाह उपाय ।।।
।। कन्या और पुरूष दोनों के लिये ही है।।
पं वेद प्रकाश तिवारी ज्योतिष एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ
इस उपाय में समय और थोड़ी मेहनत अवश्य लगेगी,
परन्तु आपका कार्य अवश्य ही सिद्ध होगा।
पहले आप 25 पीस अभिमंत्रित गोमती चक्र ले ले।
प्रथम गुरुवार को घर के किसी शांत स्थल पर गोबर से लिप कर अष्टदल बनाये।उसपर एक बाजोट रख कर पिला रेशमी रुमाल बिछाय। उस पर एक पीतल की थाली रखे।थाली पर केशर व हल्दी मिलाकर तर्जनी अंगुली से “ ॐ जीवाय नमः , ॐ स्वर्णकायाय नमः,ॐ चतुर्भुजाय नमः” लिखे।
अब सभी गोमती चक्र थाली में रखकर उनपर हल्दी व केशर से तिलक करें।
फिर हल्दी की माला से 3 माला “ ॐ बृं बृहस्पत्यै नमः “ का जप करे।
जाप के बाद तीन गोमती चक्र पिले रुमाल के कोने में बांध कर अपने पास रखे यानी जब तक विवाह न हो जाय, और थाली में आपने जो नाम लिखे है उनको पानी से धो ले,और उस पानी को अपने स्नान के जल में मिला कर स्नान कर ले।
अब बचे 22 गोमती चक्र को शुद्ध स्थान पर रख दे।
एक गोमती चक्र को लेकर किसी निर्जन स्थान पर ले जाये और स्वयं पर से सात बार उसार कर दक्षिण दिशा की ओर फेक दे।
एक गोमती चक्र को उसार कर बहते जल में प्रवाहित कर दे।
यह कार्य आप उसी दिन कर जिस दिन आपने प्रयोग आरंभ किया है।
अब आपके पास 20 गोमती चक्र बचे है।
अब अगले दिन से आप नियमित रूप से 20 दिन लगातार एक गोमती चक्र को उपरोक्त विधि से ही उसार कर जल में प्रवाहित करें।
जिस दिन आपका यह प्रयोग पूर्ण हो जाय उस दिन आप किसी भी केले के वृक्ष पर जल में केशर, हल्दी, शहद और गुड़ को भोग के साथ 300 ग्राम बेसन के लड्डू अर्पित करें।
शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करे।
इस प्रयोग का फल आपको कुछ ही दिनों में स्पष्टतः परिणाम दिखाई देने लगेगा।
जब विवाह तय हो जाय तो विवाह की रस्म से पूर्व पास में रखे तीनो गोमती चक्र को अपने से अलग कर दे।
विवाह के पश्चात इन्हें भी बहते जल में प्रवाहित कर दे।
यह उपाय पूर्णतः सही है, पूरी विश्वास और श्रद्धा से जरूर करे और लाभ उठायें।
ईश्वर आपकी हर मनोकामना पूर्ण करें।