आज का पंचाग आपका राशि फल, दूसरों से तुलना व उनके जैसे बनना भी दुखों का कारण, वर्ष में लोग कितनी बार उत्तराखंड में चारधामों के दर्शन ये तो श्रध्दालु ही निश्चित करेंगे सरकार नहीं, धार्मिक स्थलों पर विस्फोट की धमकी के चलते बढ़ाई इन स्थलों की सुरक्षा

*भद्रा ददृक्ष उर्विया वि भास्युत् ते शोचिर्भानवो द्यामपप्तन्।आविर्वक्ष: कृणुषे शुम्भमानोषो देवि रोचमाना महोभि:।।*

*हे उषे! तू दिव्य रश्मियों से शोभायमान होती है।तू उज्जवल रश्मियों से सुशोभित, अपने अंतर्स्थल को उदित कर अपने प्रकाश से सबका मंगल करती हो।*
*वहन्ति सीमरुणासो रुशन्तो गाव: सुभगामुर्विया प्रथानाम्।अपेजते शूरो अस्तेव शत्रून् बाधते तमो अजिरो न वोलहा।।*

*हे श्रेष्ठ गमन करने वाली धनवती उषे! तू हविदाता को अन्न,बल,रस और यश प्रदान करती है।तू हम यजमानों को भी अन्न,धन और पुत्र से युक्त करे।*
*भगवान सूर्य देव की कृपादृष्टि सदैव आप एवं आपके परिवार पर बनी रहे ।*

*🙏🍁 सुप्रभात 🍁🙏*

*🙏आज का विचार 🙏*

*किसी को मकान बनाने में आनन्द आता है तो बनाने दो अगर आपको अपने झोपड़े में प्रसन्नता है तो व्यर्थ में मकान बनाने की दौड़ में क्यों दौड़ रहे हो?*

 

*अगर आप अपने वर्तमान से संतुष्ट हो प्रसन्न हो तो दूसरे क्या कर रहे है उनसे तुलना करके खुद को परेशान न करें*

 

*क्योंकि कुछ पाने की आपकी यह दौड़ समय लेगी, शक्ति लेगी, जीवन लेगी और जो आप पा लोगे उससे आपको कभी तृप्ति सन्तुष्टि नही मिलेगी, क्योंकि आप जिसके लिए दौड़े हो वह आपकी चाह कभी भी नही थी।*

 

*आजकल हम दूसरों को देख कर दौड़ रहे हैं दुसरो से तुलना कर रहे हैं इसीलिए तो हम सब मे इतनी अतृप्ति है।*

 

*प्रभावित होके देखा देखी में दौड़ने के बाद कुछ न मिले तो तकलीफ होती है और कुछ मिल जाए तो हम पाते है कि पाई हुई वस्तु में कोई सार ही नहीं है,*

¶🌿〰➰🌺〰🌺➰〰🌿¶

        ¶~℅~^{🌺}^~℅~¶

             “🌿🌺🌿”🌺🌿”      

     *•🌺कृष्णमय शु-प्रभात🌺•*  

    *🌿🔔जय भोले नाथ🔔🌿*

*शुप्रभात मित्रो आपका दिन शुभ एवम् खूबसूरत हो*

*🙏🏻ॐ सूर्यो देवाय नमः🙏🏻*
*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻🙏🏻*🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 16 अक्टूबर 2022*
🌤️ *दिन – रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2079 (गुजरात-2078)*
🌤️ *शक संवत -1944*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – शरद ॠतु*
🌤️ *मास – कार्तिक (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार अश्विन)*
🌤️ *पक्ष – कृष्ण*
🌤️ *तिथि – षष्ठी सुबह 07:03 तक तत्पश्चात सप्तमी*
🌤️ *नक्षत्र – आर्द्रा 17 अक्टूबर रात्रि 02:15 तक तत्पश्चात पुनर्वसु*
🌤️ *योग – परिघ शाम 03:09 तक तत्पश्चात शिव*
🌤️ *राहुकाल – शाम 04:46 से शाम 06:14 तक*
🌞 *सूर्योदय – 06:35*
🌦️ *सूर्यास्त – 18:12*
👉 *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण – रविवारी सप्तमी (सुबह 7:04 से 17 अक्टूबर सूर्योदय तक)*
🔥 *विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
💥 *रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
💥 *रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*
💥 *रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*
💥 *स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।*
🌞 ~ *वैदिक पंचांग* ~🌞
🌷 *पटाखों से जलने पर* 🌷
🎆 *पटाखों से जलने पर जले हुए स्थान पर कच्चे आलू के पतले पतले चिप्स काट कर रख दें या आलू का रस लगा दें । और कुछ ना लगाये । इससे १-२ घंटे में आराम हो जायेगा ।*
🙏🏻 *पूज्य बापूजी – Urli Kanchan 16th Oct 10*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *राहु मंत्र* 🌷
🙏🏻 *राहुदेवता का मंत्र है ..*
🌷 *ॐ राहवे नम: | ॐ राहवे नम: |*
🙏🏻 *अर्धकाय महावीर्यं, चंद्रादित्य विमर्दनं |*
*सिंहिका गर्भसंभूतं ,तं राहूं प्रणमाम्यहं ||*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *शास्त्रों के अनुसार* 🌷
🔵 *दीपावली के दिनों में न करें ये 7 काम*
🙏🏻 *दीपावली के दिनों में देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कई प्रकार के उपाय किए जाते है, पूजा की जाती है, लेकिन इन उपायों के साथ ही कुछ सावधानियां भी रखनी जरूरी हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि दीपावली के दिनों में हमें कौन-कौन काम नहीं करना चाहिए। यदि वर्जित किए गए काम दीपावली पर किए जाते हैं तो कई उपाय करने के बाद भी लक्ष्मी कृपा प्राप्त नहीं हो पाती है।*
🔵 *यहां जानिए दीपोत्सव में कौन-कौन से काम न करें…*
❌ *सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए*
*वैसे तो हर रोज सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए, लेकिन काफी लोग ऐसे हैं जो सुबह देर से ही उठते हैं। शास्त्रों के अनुसार दीपावली के दिनों में ब्रह्म मुहूर्त में ही उठ जाना चाहिए। जो लोग इन दिनों में सूर्योदय के बाद तक सोते रहते हैं, उन्हें महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त नहीं हो पाती है।*
❌ *माता-पिता और बुजुर्गों का अपमान न करें*
*दीपावली पर इस बात का विशेष ध्यान रखें कि किसी भी परिस्थिति में कोई अधार्मिक काम न हो। माता-पिता एवं बुजुर्गों का सम्मान करें। जो लोग माता-पिता का अनादर करते हैं, उनके यहां देवी-देवताओं की कृपा नहीं होती है और दरिद्रता बनी रहती है। किसी को धोखा ना दें। झूठ न बोलें। सभी से प्रेम पूर्वक व्यवहार करें।*
❌ *घर में गंदगी न रखें*
*दीपावली पर घर में गंदगी नहीं होना चाहिए। घर का कोना-कोना एकदम साफ एवं स्वच्छ होना चाहिए। किसी भी प्रकार की बदबू घर में या घर के आसपास नहीं होनी चाहिए। सफाई के साथ ही घर को महकाने के लिए सुगंधित पदार्थों का उपयोग किया जा सकता है।*
❌ *क्रोध न करें*
*दीपावली पर क्रोध नहीं करना चाहिए और जोर से चिल्लाना भी अशुभ रहता है। जो लोग इन दिनों क्रोध करते हैं या जोर से चिल्लाते हैं, उन्हें लक्ष्मी की कृपा प्राप्त नहीं हो पाती है। घर में शांत, सुखद एवं पवित्र वातावरण बनाए रखना चाहिए। लक्ष्मी ऐसे घरों में निवास करती हैं जहां शांति रहती है।*
❌ *शाम के समय न सोएं*
*कुछ विशेष परिस्थितियों को छोड़कर दिन में या शाम के समय सोना नहीं चाहिए। यदि कोई व्यक्ति बीमार है, वृद्ध है या कोई स्त्री गर्भवती है तो वह दिन में या शाम को सो सकती हैं, लेकिन स्वस्थ व्यक्ति को दिन में या शाम को सोना नहीं चाहिए। शास्त्रों के अनुसार जो लोग ऐसे समय में सोते हैं, वे निर्धन बने रहते हैं।*
❌ *वाद-विवाद न करें*
*इन दिनों में इस बात का भी ध्यान रखें कि घर में किसी भी प्रकार का कलह या झगड़ा नहीं होना चाहिए। घर-परिवार के सभी सदस्य प्रेम से रहें और खुशी का माहौल बनाकर रखें। जिन घरों में झगड़ा या कलह होता है, वहां देवी की कृपा नहीं होती है। घर के साथ ही बाहर भी इस बात का ध्यान रखें कि किसी से वाद-विवाद या झगड़ा ना करें।*
❌ *नशा न करें*
*शास्त्रों के अनुसार इन दिनों में किसी भी प्रकार का नशा करना वर्जित किया गया है। जो लोग दीपावली के दिन नशा करते हैं, वे हमेशा दरिद्र रहते हैं। नशे की स्थिति में घर की शांति भंग हो सकती है और सभी सदस्यों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है। इससे बचना चाहिए। अन्यथा वाद-विवाद हो सकते हैं और लक्ष्मी पूजा भी ठीक से नहीं हो पाती है।*

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*

करेंगे जिससे कुछ ना कुछ गड़बड़ होगी। कार्य क्षेत्र पर आप बदलाव लाने का प्रयास करेंगे परन्तु इससे आपकी पुरानी प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है जो की निकट भविष्य में आर्थिक कमी का कारण बनेगी। आज किसी के बात ना मानने पर क्रोध आने से प्रेम सम्बन्धो में खटास आएगी इसलिए धैर्य रखने का प्रयास करें। आध्यात्म के प्रति निष्ठा कम ही रहेगी। भोगो में रुचि के कारण शांति नहीं मिल सकेगी। कुछ समय महत्त्वपूर्ण कागजी कार्यवाही में व्यतीत होगा किसी महत्त्वपूर्ण कागजात के गुम अथवा मिकने में विलंब होने से दुविधा में रहेंगे। पारिवारिक वातावरण आपके व्यवहार पर केंद्रित रहेगा। सेहत संबंधित शिकायत कम ही रहेगी।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आप अपना ध्यान अनर्गल विषयो को छोड़ आवश्यक कार्यो पर एकाग्र करने का प्रयास करें अन्यथा जहाँ लाभ होना है वहां हानि मिलेगी। मन में अन्य उच्चस्तरीय लोगो की बराबरी करने की चाहत रहेगी वासनाओ में भी भटकेगा इनमे अधिक रुचि रहने के कारण धन खर्च की परवाह नहीं करेंगे। धन लाभ स्वयं की लापरवाही के चलते आगे के लिए टलेगा। व्यवसाय में निवेश आज ना ही करे आगे परिस्थितियां बाधक बनने से फंस सकता है। स्वयं अथवा परिजन की स्वास्थ्य सम्बंधित समस्याओं की अनदेखी आगे भारी पड़ सकती है। परिवार की अनदेखी करेंगे लेकिन अन्य लोगो की समस्या सुलझाने के लिए तत्परता दिखाएंगे इस कारण घर मे खींच-तान रह सकती है। विवेकी व्यवहार अपनाए बेवजह की परेशानी से बचेंगे।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन मंगलदायक रहेगा। धर्म-कर्म में रूचि रहेगी धार्मिक यात्रा अथवा दान-पुण्य के अवसर मिलेंगे लेकिन मन से स्वार्थ की भावना नही निकलेगी। व्यावसायिक क्षेत्र पर विलम्ब के कारण शीघ्र धन देने वाला अनुबंध हाथ से निकल सकता है। आज आलस्य एवं कार्य के प्रति उत्साह की कमी भी रहेगी। घरेलु कार्य की भरमार रहेगी भाग दौड़ के बाद भी इनमे से कुछ अधूरे रह सकते है। सामाजिक क्षेत्र पर उन्नति करेंगे नए लाभ के सम्बन्ध बनाने की कोशिश सफल रहेगी। पारिवारिक वातावरण गरिमामय रहेगा लोग आपके परिवार के आचरण की मिसाल देंगे लेकिन मतलब से ही। संध्या बाद मौज-शौक पर खर्च करेंगे। वायु विकार के कारण जोड़ो अथवा सीने में दर्द
हो सकता है।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन पूर्व में बरती स्वास्थ्य संबंधित लापरवाही के चलते दिन भर के कारण शारीरिक रूप से शिथिलता रहेगी।
प्रातःकाल के समय ध्यान योग का अभ्यास करना शारीरिक एवं मानसिक दृष्टि से अत्यन्त लाभदायक रह सकता है। दिन के आरंभ में प्रत्येक कार्य में पहले लापरवाही दिखाएंगे परन्तु एक बार किसी कार्य को हाथ मे लेने पर उसी में तल्लीन हो जाएंगे। आर्थिक रूप से दिन उलझनों वाला रहेगा धन की आमद जरूर होगी पर आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहेंगे संतुलन बनाना मुश्किल रहेगा। महिलाओं की भी आज जमा पूंजी घरेलू एवं सामाजिक व्यवहारों के ऊपर खर्च हो सकती है। स्वयं एवं परिजनों की सेहत का विशेष ख्याल रखें। बुजुर्गो से सामाजिक व्यवहारों के चलते मतभेद उभरेंगे। संतानो पर अनावश्यक दबाव ना डाले ठंडे तरल पदार्थों के सेवन एवं गहरे जल में जाने से बचें।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन नौकरी पेशाओ के लिए उत्तम रहेगा अधूरे कार्य पूर्ण होने से कार्य क्षेत्र पर प्रशंसा होगी नए अधिकार भी मिल सकते है। मध्यान के समय दौड़धूप करनी पड़ेगी लेकिन इसी से भविष्य की योजनाएं बलवती बनेंगी। परन्तु आज कारोबारी जातक किसी कार्य को लेकर दिन भर दुविधा की स्थिति में रह सकते है। पिता अथवा किसी निकटस्थ के सहयोग से दुविधा से मुक्ति मिलेगी धन लाभ कार्य मे विलम्ब के कारण आगे के लिए टलेगा आज भी आवश्यकता अनुसार हो ही जायेगा। पारिवारिक जन बेवजह जिद पर अड़ेंगे जिससे असुविधा महसूस करेंगे परन्तु निकट भविष्य में यही आनंद का कारण बनेगी। पड़ोसियों से मेलजोल बढेगा फिर भी घर के भेद ना दें बदनामी हो सकती है। महिलाओ के सहयोग से घर की सुख शांति बनी रहेगी।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन लाभ की संभावना बनते बनते अनिर्णय की स्थिति के कारण बिगड़ सकती है कोई भी कार्य घरेलू हो या व्यवसायिक हाथ मे लेंगे शीघ्र परिणाम ना मिलता देख बीच मे छोड़ देंगे। आज सफलता पाने के लिए अधिक दृढ़ निश्चय एवं मन को एकाग्रचित और धैर्य भी रखना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी अतिरिक्त प्रलोभन देकर आपके बनते कार्य को बिगाड़ने का प्रयास करेंगे फिर धन लाभ दैनिक खर्च लायक हो जाएगा। आज आपकी महात्त्वकांक्षाएँ भी अधिक रहेगी मध्यान तक पूरी ना होने पर मन मे संताप होगा प्रयास करते रहे संध्या तक किसी न किसी मे सफलता अवश्य मिलेगी। परिजन का व्यवहार अनुकूल रहेगा महत्त्वपूर्ण कार्यो में मार्गदर्शन भी मिलेगा परन्तु आप इसकी अनदेखी करेंगे घर के छोटे लोगो से आज विशेष स्नेह रहेगा। सेहत में विकार बनने पर भी इन्हें जल्दी से प्रकट नही करेंगे।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आपको कार्य क्षेत्र पर कई व्यवधानों का सामना करना पड़ सकता है। परन्तु आत्मविश्वास बनाये रखें सोची योजनाएं अवश्य पूरी होंगी। प्रातःकाल कोई कार्य अकस्मात आने से दैनिक कार्य थोड़े विलम्ब से शुरू होने के कारण पूर्ण होने में भी विलम्ब होगा आर्थिक मामले भी इस वजह से प्रभावित हो सकते है। विपरीत लिंगीय व्यक्ति के प्रति अधिक आकर्षण बेवजह परेशानी का कारण बनेगा। प्रेम प्रसंगों में किसी ग़लतफ़हमी के कारण अचानक दूरी आ सकती है। धन सम्बंधित व्यवहारों के कारण असहजता रहेगी। नौकरी पेशा जातक भी कार्य स्थल पर असुरक्षित अनुभव करेंगे। अधिकारी वर्ग अकारण भी क्रोध कर सकते है। आज पेट अथवा अन्य शरीर के अंग में लंबी बीमारी हो सकती है। धन अथवा किसी आवश्यक कार्य मे टाल मटोल करने पर घर का माहौल थोड़ा अशांत व असंतुष्ट बनेगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज दिन का पहला भाग अशान्त रहेगा। पुरानी घरेलु उलझनों के कारण आज भी मन विचलित रहेगा। जिससे दैनिक कार्यो में चाह कर भी उत्साह नहीं दिखा पाएंगे। मध्यान के आस पास परिवार में किसी महिला के कारण ग़लतफ़हमी से विवाद हो सकता है। सन्तानो का व्यवहार विपरीत रहेगा। परन्तु दोपहर के बाद का समय कार्य क्षेत्र से लाभ दिला सकता है इसके लिए नौकरी एवं व्यवसाय को पूरा समय देना आवश्यक है। कार्य क्षेत्र पर हास्य के अवसर मिलने से मन को राहत मिलेगी। धन लाभ अकस्मात होने से अधूरे कार्य पूर्ण कर सकेंगे लेकिन किसी की आवश्यकता पड़ने पर आर्थिक सहायता ना कर पाने का दुख भी होगा। आज मित्रो अथवा अन्य कारणों से यात्रा की योजना बनेगी लेकिन अभी दो दिन पर्यटन यथा संभव टालने का प्रयास करें दुर्घटना हो सकती है।
*~〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰~*
भगवान के द्वार किसे कितनी बार आना है ये सरकार कैसे निर्धारित कर सकती है! कुछ आस्थावान जब भी अवसर मिलता है देवद्वार आते हैं स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी वर्ष में दो बार भगवान केदारनाथ आने की उत्कंठा रखते हैं लेकिन धन्य हैं हमारे नीति निर्माताओं को अब दर्शन भी भगवान की इच्छा से नहीं सरकार की इच्छा से होगा!!
महाराज जी आप तो आध्यात्मिक पुरूष और संस्कृति मंत्री भी हैं कितने संस्कृत महाविद्यालयों की स्थिति सुधारी कितने नये संस्कृत महा विद्यालय खोलें इस पर ध्यान दें और हो सके तो उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन बढ़ाने के लिए कार्य करें, न कि लोगों को रोकने के लिए।
यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारनाथ बदरीनाथ का जीर्णोद्धार ना करते चारधाम राज मार्गों का निर्माण रेल लाइनों पर कार्य ना करें तो उत्तराखंड सरकार ने इन स्थानों की यात्रा व्यवस्थाओं के लिए कुछ विशेष किया ही क्या है जो यात्रा नियंत्रित करेंगे!
पूरे संसार से श्रध्दालु अपनी आस्था और जोखिम पर ही उत्तराखण्ड आते हैं वे सरकार से कुछ नहीं चाहते भगवान से दरशन मांगते हैं। ये तो देवभूमि है यहां आज भी बहुत से संत हजारों वर्ष से तपस्या कर रहे हैं उन्हें भी निकालोगे! कुछ श्रध्दालु छ माह बदरीनाथ ही रहते हैं और जब तक भगवान के दर्शन नहीं किए अन्न जल ग्रहण नहीं करते हैं। कूंजा एक्ट के कारण जो मंदिरों की जमीनों पर म्लेच्छों कब्जा हो गया है उसे वापस मंदिरों की भूमि बनाने के लिए प्रयास करो क्योंकि यह भूमि हमारे पूर्वजों ने मंदिरों की व्यवस्था चलाने के लिए तब दी थी जब खेती ही सबकुछ थी। उत्तराखंड में हर मंदिर का एक गुरूकुल चले इसके लिए सरकार कटिबद्ध हो और मंदिरों की रख रखाव साफ-सफाई भोजन व्यवस्था बारी बारी से गुरूकुल के बच्चों के द्वारा संपन्न हो यही प्राचीन व्यवस्था थी ताकि विद्यार्थियों की सभी कलाओं का विकास हो
✍️हरीश मैखुरी