आज का पंचाग आपका राशि फल, सांस्कृतिक जातीय हत्या अर्थात् कल्चरल जीनोसाइड, जाने संस्कृत और संस्कृति को कैसे ठिकाने लगाने के षड्यंत्र रचे गये

चिंतायाश्च चितायाश्च बिंदुमात्रं विशिष्यते
चिता दहति निर्जीवं चिन्ता दहति जीवनम् !!
अर्थ- चिंता और चिता में केवल एक बिंदु मात्र का फर्क होता है, चीता निर्जीव (जिसमे जीवन नहीं है) को जलाती है जबकि चिंता जीवन को जलाती है!

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻गुरुवार, १६ मार्च २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:३२
सूर्यास्त: 🌅 ०६:२४
चन्द्रोदय: 🌝 २७:१८
चन्द्रास्त: 🌜१२:२१
अयन 🌖 उत्तरायणे (दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🎋 बसंत
शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)
मास 👉 चैत्र
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 नवमी (१६:३९ से दशमी)
नक्षत्र 👉 पूर्वाषाढ (२८:४७ से उत्तराषाढ)
योग 👉 व्यतीपात (१०:०७ से वरीयान)
प्रथम करण 👉 गर (१६:३९ तक)
द्वितीय करण 👉 वणिज (२७:२६ तक)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मीन
चंद्र 🌟 धनु
मंगल 🌟 मिथुन (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 मीन (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 मेष (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०२ से १२:५०
अमृत काल 👉 २४:१८ से २५:४८
विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१४
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:२३ से १८:४७
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:२५ से १९:३७
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०१ से २४:४९
राहुकाल 👉 १३:५६ से १५:२६
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०६:२६ से ०७:५६
होमाहुति 👉 राहु
दिशाशूल 👉 दक्षिण
अग्निवास 👉 पाताल (१६:३९ पृथ्वी)
भद्रावास 👉 पाताल (२७:२६ से)
चन्द्रवास 👉 पूर्व
शिववास 👉 सभा में (१६:३९ से क्रीड़ा में)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
पूर्व-उत्तर (दही का सेवन कर यात्रा करें)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
बुध मीन में १०:४७ से, भगवान आदिनाथ जयन्ती (जैन) आदि।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज २८:४७ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (भू, धा, फा, ढा) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराषाढ नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (भे) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
उदय-लग्न मुहूर्त
कुम्भ – २९:०१ से ०६:२७
मीन – ०६:२७ से ०७:५०
मेष – ०७:५० से ०९:२४
वृषभ – ०९:२४ से ११:१९
मिथुन – ११:१९ से १३:३३
कर्क – १३:३३ से १५:५५
सिंह – १५:५५ से १८:१४
कन्या – १८:१४ से २०:३२
तुला – २०:३२ से २२:५३
वृश्चिक – २२:५३ से २५:१२
धनु – २५:१२ से २७:१६
मकर – २७:१६ से २८:५७
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक – ०६:२६ से ०६:२७
शुभ मुहूर्त – ०६:२७ से ०७:५०
शुभ मुहूर्त – ०७:५० से ०९:२४
चोर पञ्चक – ०९:२४ से ११:१९
शुभ मुहूर्त – ११:१९ से १३:३३
रोग पञ्चक – १३:३३ से १५:५५
शुभ मुहूर्त – १५:५५ से १६:३९
मृत्यु पञ्चक – १६:३९ से १८:१४
अग्नि पञ्चक – १८:१४ से २०:३२
शुभ मुहूर्त – २०:३२ से २२:५३
रज पञ्चक – २२:५३ से २५:१२
शुभ मुहूर्त – २५:१२ से २७:१६
चोर पञ्चक – २७:१६ से २८:४७
शुभ मुहूर्त – २८:४७ से २८:५७
रोग पञ्चक – २८:५७ से ३०:२५
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आशाजनक लाभ दिलाएगा किसी पुराने कार्य के पूर्ण होने पर उत्साह से भरे रहेंगे। स्वभाव भी परोपकारी रहने से किसी के कार्य को मना नही करेंगे कार्य व्यवसाय से मध्यान बाद आकस्मिक धन लाभ होगा आज प्रयास करने पर डूबे धन की प्राप्ति भी हो सकती है। व्यवसायियों का ध्यान मध्यान तक कार्य पर केंद्रित रहेगा इसका लाभ शीघ्र देखने को मिलेगा इसके बाद मन मनोरंजन की ओर भटकेगा फिर भी लाभ के स्त्रोत्र यथावत बने रहेंगे। खर्च भी कम रहने से आर्थिक बचत कर पाएंगे। सरकारी कार्य में कोई नई उलझन पड़ेगी आज ना ही करें। घर में शांति बनी रहेगी। महिला मित्रो से गलत फहमी होगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन उतारचढ़ाव वाला रहेगा। जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे पहले सेहत बाधा डालेगी बाद में आर्थिक अथवा अन्य पारिवारिक उलझनों के चलते बीच मे ही छोड़ना पड़ेगा। स्वास्थ्य को लेकर आज विशेष सतर्क रहें असंयमित दिनचार्य के कारण कमजोरी एवं मासपेशी संबंधित तकलीफ हो सकती है। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन केवल संभावनाओ पर आधारित रहेगा। धन लाभ की आशाये जागेगी लेकिन अंत समय पर ढीली पड़ जाएगी खर्च आज संचित कोष से ही करना पड़ेगा। परिजन किसी वादे के अंत समय पर टालने से क्रोधित रहेंगे। संध्या बाद मानसिक रूप से विचिलत रहेंगे। मित्र रिश्तेदारों के व्यवहार आज अनअपेक्षित ही रहेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप अपनी महत्त्वकांक्षाओ की पूर्ति कर सकेंगे। दिन का पहला भाग आनंद से व्यतीत करेंगे सुख के लगभग सभी साधन उपलब्ध होंगे। कार्य क्षेत्र से धन के साथ सम्मान की भी प्राप्ति होगी। व्यापार में विस्तार करने की योजना गति पकड़ेगी निकट भविष्य में आय के नए मार्ग खुलेंगे। परिजनों की इच्छा पूर्ती होने से संबंधो में मधुरता बढ़ेगी। आज आपका मधुर व्यवहार सामाजिक क्षेत्र पर भी प्रसिद्धि दिलाएगा। धन लाभ के प्रबल योग है परंतु जल्दबाजी में गलत जगह निवेश भी हो सकता है। परिजन-मित्रो के साथ उत्तम भोजन वाहन सुख मिलेगा। संध्या का समय प्रेम-प्यार के लिए भी यादगार रहेगा। सुखोपभोग के खर्च लगे रहेंगे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन वृद्धिकारक रहेगा। आज प्रातः काल से ही मन मे धन प्राप्ति की तिकड़म लगी रहेगी धन कमाने का रास्ता गलत हो या सही इसका आपके ऊपर कोई फर्क नही पड़ेगा। मध्यान तक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा इसके बाद अचानक ही मेहनत फलीभूत होगी धन लाभ एक से अधिक साधनों से होगा। आप में स्वार्थ सिद्धि की भावना प्रबल रहेगी। कार्य क्षेत्र अथवा पारिवार में अपना काम बनाने के लिए दिखावे का गुस्सा करेंगे। वाणी में मिठास रहने से कार्य शीघ्र बन भी जाएंगे। विद्यार्थ एवं नौकरी पेशा जातक बेहतर प्रदर्शन करने पर सम्मान के पात्र बनेंगे। समाज के वरिष्ठ व्यक्तियों से भेंट आनंदित करेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप अपनी बुद्धि बल से ही सफलता पा सकते है। लेकिन आपकी मानसिकता बैठे बिठाये लाभ पाने की रहेगी इस वजह से मेहनत वाले कार्यो की अनदेखी करेंगे। अहम की भावना भी आज कुछ ज्यादा ही रहेगी किसी की बात को धैर्य से सुनने की जगह तुरंत प्रतिउत्तर देने से माहौल खराब होगा। नौकरी या व्यवसाय दोनो जगह श्रेष्ठ दिखाने की होड़ लगेगी इसका परिणाम शून्य ही रहेगा। सरकारी अथवा व्यवसाय संबंधित कागजी कार्यवाही के लिये भागदौड़ करनी पड़ सकती है। धन लाभ रुक रुक कर होने से कार्य क्षेत्र पर अधिक ध्यान देना होगा। परिवार में रिश्तेदारो का आगमन हो सकता है। शारीरिक रूप से चुस्त रहेंगे। परिश्रम का उचित फल मुश्किल से ही मिलेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन अशांति से भरा रहेगा। दिन के आरंभ में ही किसी परिजन अथवा आस-पड़ोसी से कलह होने की संभावना है यहां गलती आपकी ही रहेगी लेकिन ना मानने के कारण विवाद बढेगा। कार्य क्षेत्र पर घर का गुस्सा उतारे पर सहकर्मियों से भी मतभेद होगा बाद में इसका पश्चाताप भी करेंगे लेकिन अवसर निकलने के बाद ही। धन लाभ किसी की खुशामद के बाद ही सम्भव है। मध्यान के बाद का समय चुनौती से भरा रहेगा। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा बढ़ने से मन में उच्चाटन आएगा। कार्यो को छोड़ आराम करने का मन करेगा। घरेलु कार्यो में लापरवाही के कारण झगडे होने की संभावना है। सेहत में भी गिरावट अनुभव करेंगे। संताने जिद पर अड़ेंगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन लाभप्रद रहेगा लेकिन आज आपको भ्रम में डालने वाली परिस्थितियों से बुद्धि विवेक द्वारा स्वयं ही विजय पानी होगी। काम-धंधा आरम्भ में आशा से कम रहेगा अव्यवस्था भी रहेगी मध्यान बाद अचानक तेजी आने से संभलने का अवसर नही मिलेगा फिर भी संध्या तक आशानुकूल धन लाभ होने से प्रसन्न रहेंगे। नौकरी पेशा जातक अधिक कार्यभार के कारण थकान अनुभव करेंगे। निराशा में सरकारी विरोधी कार्य से बचे सरकार संबंधित कार्यो में भी आज प्रयास करने पर गति आएगी। स्वास्थ्य में उतार चढ़ाव आएगा लेकिन इसका दैनिक कार्यो पर असर नहीं पड़ेगा। घर में शांति रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपको मिला जुला फल देगा। काम काज को लेकर दिन के आरंभ से मन मे कोई गुप्त चिंता रहेगी जिसका निराकरण मध्यान बाद ही सम्भव होगा। व्यवसायी वर्ग आज प्रत्येक कार्य संकोच के साथ करेंगे निवेश करने में झिझकेंगे लेकिन आज निवेश करने का फल दुगुना होकर आने वाले समय मे अवश्य ही मिलेगा। शारीरिक रूप से आज चुस्त अनुभव करेंगे अपने कार्यो के साथ ही सामाजिक कार्यो के प्रति भी गंभीर रहेंगे। अधूरे कार्य पूर्ण करके ही आज दम लेंगे। मध्यान बाद धन लाभ होने से मन इच्छित कार्य पूर्ण करेंगे। खरीददारी करने का मन बनेगा। सहकर्मियों के भरोसे ना रहें। गृहस्थ में थोड़ी गरमा-गरमी रहने पर भी हालात सामान्य ही रहेंगे।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज प्रातःकाल से ही मन पर चंचलता हावी रहेगी लेकिन आज बीते दिनों की अपेक्षा मानसिक रूप से हल्कापन अनुभव करेंगे। सेहत सामान्य रहेगी। आरम्भ में लापरवाही दिखाएंगे लेकिन जिम्मेदारी बढ़ने पर कार्यो को गंभीर होकर करेंगे जिससे सफलता की संभावनाएं बढ़ेंगी। अधिकांश कार्य समय से पहले पूर्ण कर लेंगे। व्यवसाय के लिए आज अनुकूल परिस्थितियां बनेगी जिससे लाभ की संभावनाएं बढ़ेंगी। नौकरी वाले लोग आज अधिकारी वर्ग से विशेष प्रयोजन सिद्ध कर पाएंगे। सरकारी कार्य भी थोड़े बौद्धिक श्रम से बना लेंगे। परिजनों के साथ संबंधों में निकटता आएगी। मित्र परिचितों से संबंधो में मधुरता आएगी। छोटी-छोटी बातों को अनदेखा करना ही बेहतर रहेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आपको पहले जैसी सुविधा नही मिलेगी प्रत्येक कार्य मे विघ्न बाधाए आएंगी पूर्व में बनाई योजनाए आज किसी कमी के कारण अधूरी रह सकती है। कार्य क्षेत्र पर छोटी सी चूंक से बड़ा नुकसान होने की संभावना है। आर्थिक हानि होने की सम्भवना है। स्वास्थ्य भी विपरीत रहने से कार्यो के प्रति उत्साहहीनता रहेगी। कार्य क्षेत्र पर आर्थिक कारणों से किसी से झड़प हो सकती है। परिचित आवश्यकता पड़ने पर टालमटोल करेंगे। व्यवहार को संतुलित बनाये रखें अन्यथा भविष्य में होंने वाले लाभ से भी वंचित रहना पड़ेगा। परिवार में आपके कारण विवाद हो सकता है। वाणी अथवा व्यवहार से किसी को ठेस ना पहुंचे इसका ध्यान रखें। आज किसी अन्य के काम हाथ मे ना लें।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन धन लाभ दिलाने वाला रहेगा। लेकिन आज आप किसी अन्य की बातों में आकर हाथ आये लाभ से वंचित भी रह सकते है। कार्य क्षेत्र पर किसी अनुभवी की सलाह से ही आर्थिक आयोजन करें सफलता की संभावनाए बढ़ेंगी। विदेशी वस्तुओ के व्यवसाय में आज निवेश से बचें। नौकरी वाले लोगो को कम मेहनत करनी पड़ेगी। आज आप योजनाबद्ध तरीके से कार्य करेंगे जिससे सफलता की संभावना भी शत प्रतिशत रहेगी। विरोधी आपके आगे विफल रहेंगे। बेरोजगारों को रोजगार मिलने की संभावना है परंतु मन चाहा रोजगार पाने के लिए थोड़ा और समय लगेगा। मित्र-परिजनों के साथ हास्य-परिहास के वातावरण मिलने से मानसिक शांति मिलेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिये कामना पूर्ति वाला रहेगा। स्वयंजन एवं सहकर्मियों से विवेकी व्यवहार रखें अन्यथा इच्छाओं पर पानी फेरते समय नही लगाएंगे। व्यवसायी वर्ग को आज आकस्मिक धन मिलने की सम्भवना है लेकिन पहले दिमागी कसरत भी करनी पड़ेगी इससे घबराए ना धन और सम्मान दोनो मिलेंगे। नौकरी पेशाओ को भी आज अतिरिक्त आय बनाने के अवसर मिलेंगे लेकिन ज्यादा प्रलोभन में ना पढ़ें अन्यथा हानि के साथ किसी से कहा सुनी भी हो सकती है। सहकर्मियो का पूरा ख्याल रखेंगे आज आपसे प्रसन्न रहेंगे जिससे कार्य समय पर पूर्ण कर लेंगे। घर की स्थिति सुख दायक रहेगी परिजनों का स्नेह मिलने से थकान भूल जाएंगे। आरोग्य भी बना रहेगा।
——————————————————

🙏 राधे राधे 🙏

*सांस्कृतिक जातीय हत्या अर्थात् कल्चरल जीनोसाइड*
*(किसी भी जाति का पतन कैसे होता है?)*

कोई जाति रातों-रात समाप्त नहीं होती। पहले उसके बाह्य स्वरूप पर आक्रमण करके उसे जर्जर किया जाता है । ऐसा वातावरण बनाया जाता है कि वह जाति अपने ही गौरव चिह्नों और प्रतीक चिह्नों से घृणा करने लग जाती है और सेक्युलर बन जाती है फिर दूसरों के प्रतीक चिह्नों को अपनाने लगती है तब सर्वधर्मसमभाव वैश्विक संस्कृति और आधुनिकतावाद की आड़ में अपनी कमज़ोरी को छिपाती है और फिर एक दिन सांस्कृतिक रूप से समाप्त हो जाती है तब बाह्य आक्रमण का एक झोंका उस सूखे हुए वृक्ष को गिरा देता है।

अब यह कल्चरल जीनोसाइड भारत के संदर्भ में देखिए।

यहाँ एक समृद्ध संस्कृति थी । है ऐसा हमने जानबूझकर नहीं लिखा है। पुरुषों के प्रतीक चिह्न थे शिखा, यज्ञोपवीत, दंड, अंगवस्त्र, कंकण, चंदन, तिलक, शास्त्रों का सामान्य ज्ञान और स्त्रियों के प्रतीक चिह्न थे साड़ी, माँग, बिंदी, महावर, पायल, आँचल का दुपट्टा और होली-दीपावली-रक्षाबंधन-शिवरात्रि आदि अनेकानेक उत्सव और ढेर सारी समृद्ध परंपराएँ पर जब इसका कल्चरल जीनोसाइड प्रारंभ हुआ तो पहले पुरुषों पर मानसिक और वैचारिक आक्रमण हुआ। यह देश का सौभाग्य ही है कि इतने प्रचार और खर्च के बाद भी सर्वशिक्षा अभियान अभी तक संपूर्णता से सफल नहीं हुआ और हमारी संस्कृति सुरक्षित है थोड़ी-बहुत मात्रा में अभी-भी। सबसे अधिक कायर संघर्ष से डरने वाला तथाकथित शिक्षित वर्ग ही होता है पर जब यह पलटवार करता है तो सामने वाली व्यवस्था की नींव उखाड़ देता है।
तो जब हमारा कल्चरल जीनोसाइड प्रारंभ हुआ तो हमारे प्रतीक चिह्नों का उपहास किया गया , उनकी व्यर्थता सिद्ध की गयी और आज अधिकांश पुरुष वर्ग के सिर पर न तो शिखा है और न कंधे पर यज्ञोपवीत। न हाथों में दंड है न मणिबंध में कंकण और न माथे पर तिलक। अपनी वेशभूषा तक पहनने में लोगों को शर्म आती है और जो व्यक्ति गर्वपूर्वक अपनी सांस्कृतिक धरोहर को साथ लेकर चलते हैं उन्हें सर्कस के जोकर समझा जाता है। महिलाओं की माँग भी सिमटी है , बिंदी छोटी होते-होते गायब होने की कग़ार पर है। पायल अब केवल फैशन के काम आती है। साड़ी भी केवल विशिष्ट अवसरों पर पहनी जाती है और आँचल का दुपट्टा ? टी शर्ट पर दुपट्टे विचित्र नहीं लगेंगे क्या?

त्योहार और परंपराएँ या तो विलुप्त होते जा रहे हैं या अपने भ्रष्ट रूप में बचे हैं जैसे टूटी छलनी के अपशकुन से मनाया जाने वाला करवा चौथ ।

शास्त्र ज्ञान को तो बोझ ही समझा जाता है। भविष्य में कहीं ऐसा न हो कि संस्कृत श्लोक के उच्चारण पर ही केस कर दिया जाए। लोग अंग्रेज़ी के दो टूटे-फूटे वाक्य बोल देने को विद्वत्ता समझ बैठते हैं और धाराप्रवाह संस्कृत उन्हें समझ नहीं आती।‌

और सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि लोग , संस्कृतिप्रेमी और धर्मनिष्ठ लोग, शास्त्र रक्षक ब्राह्मण न केवल इस प्रक्रिया को देख रहे हैं बल्कि इसे समय का प्रभाव कहकर स्वीकार कर रहे हैं, बढ़ावा दे रहे हैं।

क्षमा कीजिए पर आप अपने जीनोसाइड की तैयारी कर रहे हैं जीनोसाइड अर्थात् जातीय नरसंहार। कल्चरल जीनोसाइड, आर्थिक जीनोसाइड, सामाजिक जीनोसाइड, प्रशासनिक जीनोसाइड इन सबमें कल्चरल जीनोसाइड वह है जो साफ़-साफ़ दिखता है और इसका अगला चरण होता है संपूर्ण जीनोसाइड।

अभी आप अपनी संस्कृति से घृणा कर रहे हैं, कल अपने समाज से घृणा करेंगे। आप अपने ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य,शूद्र ,जाट, राजपूत होने पर लज्जित हों , अपने वीर , शौर्यवान् , शास्त्रज्ञ और शस्त्रज्ञ पूर्वजों से घृणा करें इस सबका उपक्रम चल ही रहा है।

यह सब आपके जातीय संहार के चरण हैं।

मैं संघर्ष करूँगा, अकेला भी संघर्ष करूँगा, नितान्त एकाकी क्योंकि ईश्वर ने मुझे संघर्ष के लिए ही बनाया है और संभव हो तो आप भी आँखें खोल लें और अपने जातीय संहार के कारण न बनें।

आङ्गिरस:
(डॉ. राजेश कुमार मिश्र)

खरमास 15 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक

✍️ पं वेद प्रकाश तिवारी ज्योतिष एवं हस्त रेखा विशेषज्ञ

यह सूर्य से संबंधित है इसलिए इन दिनों में सूर्य उपासना के साथ दान, धर्म और उपासना का विशेष महत्व बतलाया गया है। 15 मार्च को सूर्यदेव मीन राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए 15 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक खरमास रहेगा

खरमास के दिनों में दान पुण्य यज्ञ अनुष्ठान पूजा पाठ का विशेष महत्व है इसलिए इन दिनों में किया गया दान का विशेष फल प्राप्त होता है।

इसलिए खरमास के दौरान जितना संभव हो सके गरीबों, असहायों और जरूरतमंदों को दान करें। खरमास में सूर्य आराधना का विशेष महत्व है। इसलिए इन दिनों सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होकर सूर्य को अर्घ्य दें और सूर्य आराधना करें । सूर्य आदित्य स्त्रोत और सूर्य मंत्रों का जाप करें। गर्मी का दौर शुरू हो चुका है इसलिए गाय को हरा चारा खिलाएं, गौसेवा करे और पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करें। इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है।

खरमास के दौरान शुभ कार्यों का निषेध बताया गया है। इसलिए इन दिनों में मांगलिक कार्य जैसे विवाह, सगाई, गृह निर्माण, गृह प्रवेश, नए कारोबार का प्रारंभ आदि कार्य नहीं करना चाहिए

। मान्यता है कि इन दिनों मे प्रारंभ किए गए काम का अच्छा फल प्राप्त नहीं होता है। इसलिए खरमास या मलमास के दिनों में किसी भी शुभ कार्य को करने से परहेज करें और ज्यादा से ज्यादा समय उपासना में बिताएं।