आज का पंचाग आपका राशि फल, आज है जया एकादशी और उत्तराखंड का लोकपर्व फुलसंग्रांद, भोजन सम्बन्धी कुछ नियम, कश्मीर फाईल फिल्म को मिल रहा भारी समर्थन, पाकिस्तान में 124 किलोमीटर अंदर गिरा फ्लांइग आब्जैक्ट अनलोडेड ब्रह्मोस थी?

. ‼️ 🕉️ ‼️

                  🚩🌞 *सुप्रभातम्* 🌞🚩

            📜««« *आज का पञ्चांग* »»»📜

कलियुगाब्द……………………5123

विक्रम संवत्…………………..2078

शक संवत्……………………..1943

रवि………………………….उत्तरायण

मास…………………………..फाल्गुन

पक्ष……………………………..शुक्ल

तिथी………………………..एकादशी

दोप 12.03 पर्यंत पश्चात द्वादशी

सूर्योदय………..प्रातः 06.37.28 पर

सूर्यास्त………..संध्या 06.35.00 पर

सूर्य राशि……………………….कुम्भ

चन्द्र राशि……………………….कर्क

गुरु राशि……………………….कुम्भ

नक्षत्र……………………………पुष्य

रात्रि 10.01 पर्यंत पश्चात अश्लेषा

योग…………………………अतिगंड

दुसरे दिन प्रातः 04.10 पर्यंत पश्चात सुकर्मा

करण…………………………..विष्टि

दोप 12.03 पर्यंत पश्चात बव

ऋतु…………………………..शिशिर

*दिन……………………..सोमवार*

 

*🇮🇳 राष्ट्रीय सौर फाल्गुन, दिनांक २३*

*युगाब्द ( तपस्यमास ) !*

 

*🇬🇧 आंग्ल मतानुसार दिनांक*

*१४ मार्च सन् २०२२ ईस्वी !*

 

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*

दोप 12.12 से 12.59 तक ।

 

👁‍🗨 *राहुकाल :-*

प्रात: 08.09 से 09.38 तक ।

 

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*

*कुम्भ*  

05:08:08 06:43:41

*मीन*  

06:43:41 08:12:52

*मेष*  

08:12:52 09:53:37

*वृषभ*  

09:53:37 11:52:15

*मिथुन*  

11:52:15 14:05:56

*कर्क*  

14:05:56 16:22:07

*सिंह*  

16:22:07 18:33:56

*कन्या*  

18:33:56 20:44:35

*तुला*  

20:44:35 22:59:13

*वृश्चिक*  

22:59:13 25:15:23

*धनु*  

25:15:23 27:21:00

*मकर*  

27:21:00 29:08:08

 

🚦 *दिशाशूल :-*

पूर्व दिशा- यदि आवश्यक हो तो दर्पण देखकर यात्रा प्रारंभ करें । 

 

☸ शुभ अंक………………..5

🔯 शुभ रंग………………सफ़ेद

 

✡ *चौघडिया :-*

प्रात: 06.39 से 08.08 तक अमृत

प्रात: 09.37 से 11.06 तक शुभ

दोप. 02.04 से 03.33 तक चंचल

अप. 03.33 से 05.02 तक लाभ

सायं 05.02 से 06.31 तक अमृत

सायं 06.31 से 08.01 तक चंचल ।

 

📿 *आज का मंत्र :-*

।। ॐ नागचंद्रेश्वराय नमः ।।

 

📢 *संस्कृत सुभाषितानि :-*

मातापित्रो र्गुरौ मित्रे विनीते चोपकारिणि ।

दीनानाथ विशिष्टेषु दत्तं तत्सफलं भवेत् ॥ 

अर्थात :-

माता-पिता को, गुरु को, मित्र को, संस्कारी लोगों को, उपकार करनेवाले को और खासकर दीन-अनाथ को (या ईश्वर को) जो दिया जाता है, वह सफल होता है ।

 

🍃 *आरोग्यं :-*

*कान में दर्द के घरेलू उपाय -*

3. प्याज का रस भी कान के दर्द में बहुत ही फायदेमंद है। इसका रस निकालकर रूई की मदद से कान में कुछ बूंदे डालने से कान दर्द से राहत मिलती है।

 

4. खाने की चीज में विटामिन सी की मात्रा अधिक हो, उसका भरपूर सेवन करना चाहिए। कान दर्द में आराम मिलती है।

 

 

*NJ*

. ⚜ *आज का राशिफल* ⚜

 

🐐 *राशि फलादेश मेष :-*

*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*

किसी प्रभावशाली व्यक्ति से सहयोग प्राप्त होगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थदर्शन हो सकते हैं। विवेक का प्रयोग करें, लाभ होगा। मित्रों के साथ अच्‍छा समय बीतेगा। विरोध होगा। पारिवारिक सुख-शांति बनी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। झंझटों में न पड़ें। जल्दबाजी से हानि होगी। आलस्य हावी रहेगा।

 

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*

*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*

अनावश्यक जोखिम न लें। किसी भी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। फालतू खर्च होगा। पुराना रोग उभर सकता है। सेहत को प्रा‍थमिकता दें। लेन-देन में जल्दबाजी से हानि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। महत्वपूर्ण निर्णय लेने का समय नहीं है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा।

 

👫🏻 *राशि फलादेश मिथुन :-*

*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*

लेन-देन में जल्दबाजी न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्रोध रहेगा। भूमि व भवन संबंधी बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेगा। बड़ा काम करने का मन बनेगा। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी।

 

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*

*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*

बुरी सूचना मिल सकती है। मेहनत अधिक होगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। आय में कमी रहेगी। नकारात्मकता बढ़ेगी। विवाद से क्लेश होगा। जल्दबाजी में कोई महत्वपूर्ण निर्णय न लें। अनावश्यक परेशानी खड़ी हो सकती है। दूसरों की बातों में न आएं। धैर्य रखें, समय सुधरेगा।

 

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*

*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*

उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। कोई नया बड़ा काम करने की योजना बनेगी। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। भ्रम की स्थिति बन सकती है। बुद्धि का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा।

 

🙎🏻‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*

*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*

घर-परिवार की चिंता रहेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति का मार्गदर्शन व सहयोग प्राप्त होगा। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। घर-परिवार में प्रसन्नता रहेगी। बाहर जाने का मन बनेगा। भाइयों से मतभेद दूर होंगे। व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। संतान पक्ष से खुशियां प्राप्त होंगी।

 

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*

*(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)*

रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। मनपसंद भोजन की प्राप्ति संभव है। पारिवारिक सदस्यों तथा मित्रों के साथ आनंदायक समय व्यतीत होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

 

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*

*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*

सामाजिक कार्यों में मन लगेगा। दूसरों की सहायता कर पाएंगे। मान-सम्मान मिलेगा। रुके कार्यों में गति आएगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। मनोरंजक यात्रा हो सकती है। मित्रों के साथ अच्‍छा समय व्यतीत होगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। झंझटों में न पड़ें। ईर्ष्यालु सक्रिय रहेंगे।

 

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*

*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*

स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चोट व दुर्घटना से हानि संभव है। कार्य करते समय लापरवाही न करें। बनते कामों में बाधा हो सकती है। विवाद से बचें। काम में मन नहीं लगेगा। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। विवेक का प्रयोग करें। आय बनी रहेगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा।

 

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*

*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*

यात्रा मनोरंजक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यावसायिक साझेदार पूर्ण सहयोग करेंगे। कोई नया उपक्रम प्रारंभ करने का मन बनेगा। सेहत का ध्यान रखें। वरिष्ठजनों की सलाह काम आएगी। नए मित्र बनेंगे। आय बनी रहेगी। हर कार्य बेहतर होगा।

 

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*

*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*

घर-परिवार के साथ आराम तथा मनोरंजन के साथ समय व्यतीत होगा। मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। योजना फलीभूत होगी। कार्यस्थल पर परिवर्तन संभव है। विरोध होगा। काम करते समय लापरवाही न करें। चोट लग सकती है। थकान तथा कमजोरी महसूस होगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।

 

🐋 *राशि फलादेश मीन :-*

*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*

मनोरंजक यात्रा की योजना बनेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। आय में वृद्धि होगी। बिगड़े काम बनेंगे। प्रसन्नता रहेगी। मित्रों के साथ अच्‍छा समय व्यतीत होगा। व्यस्तता के चलते स्वास्‍थ्य बिगड़ सकता है, ध्यान रखें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रमाद न करें।

 

. *🚩 🎪 ‼️ 🕉️ नमः शिवाय ‼️ 🎪 🚩*

 

*☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ☯*

 

. *‼️ शुभम भवतु ‼️*

. *‼️ जयतु भारती ‼️*

 

. 🚩 🇮🇳 ‼️ *भारत माता की जय* ‼️ 🇮🇳 🚩*भोजन सम्बन्धी कुछ नियम,*

*🤔क्या आपको जानकारी है…??*👇🏻

1. पांच अंगो (दो हाथ, दो पैर, मुख) को अच्छी तरह से धो कर ही भोजन करे !

 

2. गीले पैरों खाने से आयु में वृद्धि होती है !

 

3. प्रातः और सायं ही भोजन का विधान है ! पूर्व और उत्तर दिशा की ओर मुह करके ही खाना चाहिए ! 

 

4. मल मूत्र का वेग होने पर , कलह के माहौल में , अधिक शोर में , पीपल , वट वृक्ष के नीचे , भोजन नहीं करना चाहिए !

 

5. परोसे हुए भोजन की कभी निंदा नहीं करनी चाहिए !

 

6. खाने से पूर्व अन्न देवता , अन्नपूर्णा माता की स्तुति कर के , उनका धन्यवाद देते हुए , तथा सभी भूखो को भोजन प्राप्त हो ईश्वर से ऐसी प्रार्थना करके भोजन करना चाहिए !

 

7. भोजन बनने वाला स्नान करके ही शुद्ध मन से , मंत्र जप करते हुए ही रसोई में भोजन बनाये और सबसे पहले 3 रोटिया अलग निकाल कर (गाय , कुत्ता , और कौवे हेतु) फिर अग्नि देव का भोग लगा कर ही घर वालो को खिलाये ! 

 

8. इर्ष्या , भय , क्रोध , लोभ , रोग , दीन भाव , द्वेष भाव , के साथ किया हुआ भोजन कभी पचता नहीं है !

 

9. आधा खाया हुआ फल , मिठाईया आदि पुनः नहीं खानी चाहिए !

 

10. खाना छोड़ कर उठ जाने पर दुबारा भोजन नहीं करना चाहिए !

 

11. भोजन के समय मौन रहे !

 

12. भोजन को बहुत चबा चबा कर खाए !

 

13. रात्री में भरपेट न खाए !

 

14. सबसे पहले मीठा , फिर नमकीन , अंत में कडुवा खाना चाहिए !

 

15. सबसे पहले रस दार , बीच में गरिस्थ , अंत में द्राव्य पदार्थ ग्रहण करे !

 

16. थोडा खाने वाले को –आरोग्य , आयु , बल , सुख, सुन्दर संतान , और सौंदर्य प्राप्त होता है !

 

17. जिसने ढिढोरा पीट कर खिलाया हो वहा कभी न खाए !

 

18. कुत्ते का छुआ, बासी, मुह से फूक मरकर ठंडा किया, बाल गिरा हुवा भोजन, अनादर युक्त, अवहेलना पूर्ण परोसा गया भोजन नहीं करनाजय श्री राधे…

आमलकी एकादशी….

फाल्गुन शुक्ल एकादशी(14 मार्च 2022)

 

युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण से कहा : श्रीकृष्ण ! मुझे फाल्गुन मास के शुक्लपक्ष की एकादशी का नाम और माहात्म्य बताने की कृपा कीजिये ।

 

भगवान श्रीकृष्ण बोले: महाभाग धर्मनन्दन ! फाल्गुन मास के शुक्लपक्ष की एकादशी का नाम ‘आमलकी’ है । इसका पवित्र व्रत विष्णुलोक की प्राप्ति करानेवाला है । राजा मान्धाता ने भी महात्मा वशिष्ठजी से इसी प्रकार का प्रश्न पूछा था, जिसके जवाब में वशिष्ठजी ने कहा था …

 

‘महाभाग ! भगवान विष्णु के थूकने पर उनके मुख से चन्द्रमा के समान कान्तिमान एक बिन्दु प्रकट होकर पृथ्वी पर गिरा । उसी से आमलक (आँवले) का महान वृक्ष उत्पन्न हुआ, जो सभी वृक्षों का आदिभूत कहलाता है । इसी समय प्रजा की सृष्टि करने के लिए भगवान ने ब्रह्माजी को उत्पन्न किया और ब्रह्माजी ने देवता, दानव, गन्धर्व, यक्ष, राक्षस, नाग तथा निर्मल अंतःकरण वाले महर्षियों को जन्म दिया ।*

 

उनमें से देवता और ॠषि उस स्थान पर आये, जहाँ विष्णुप्रिय आमलक का वृक्ष था । महाभाग ! उसे देखकर देवताओं को बड़ा विस्मय हुआ क्योंकि उस वृक्ष के बारे में वे नहीं जानते थे । उन्हें इस प्रकार विस्मित देख आकाशवाणी हुई: ‘महर्षियो ! यह सर्वश्रेष्ठ आमलक का वृक्ष है, जो विष्णु को प्रिय है । इसके स्मरणमात्र से गोदान का फल मिलता है । स्पर्श करने से इससे दुगना और फल भक्षण करने से तिगुना पुण्य प्राप्त होता है ।

 

यह सब पापों को हरनेवाला वैष्णव वृक्ष है । इसके मूल में विष्णु, उसके ऊपर ब्रह्मा, स्कन्ध में परमेश्वर भगवान रुद्र, शाखाओं में मुनि, टहनियों में देवता, पत्तों में वसु, फूलों में मरुद्गण तथा फलों में समस्त प्रजापति वास करते हैं । आमलक सर्वदेवमय है । अत: विष्णुभक्त पुरुषों के लिए यह परम पूज्य है । इसलिए सदा प्रयत्नपूर्वक आमलक का सेवन करना चाहिए ।’

 

ॠषि बोले : आप कौन हैं ? देवता हैं या कोई और ? हमें ठीक ठीक बताइये ।

 

पुन : आकाशवाणी हुई : जो सम्पूर्ण भूतों के कर्त्ता और समस्त भुवनों के स्रष्टा हैं, जिन्हें विद्वान पुरुष भी कठिनता से देख पाते हैं, मैं वही सनातन विष्णु हूँ।

 

देवाधिदेव भगवान विष्णु का यह कथन सुनकर वे ॠषिगण भगवान की स्तुति करने लगे । इससे भगवान श्रीहरि संतुष्ट हुए और बोले : ‘महर्षियो ! तुम्हें कौन सा अभीष्ट वरदान दूँ ?

 

ॠषि बोले : भगवन् ! यदि आप संतुष्ट हैं तो हम लोगों के हित के लिए कोई ऐसा व्रत बतलाइये, जो स्वर्ग और मोक्षरुपी फल प्रदान करनेवाला हो ।

 

श्रीविष्णुजी बोले : महर्षियो ! फाल्गुन मास के शुक्लपक्ष में यदि पुष्य नक्षत्र से युक्त एकादशी हो तो वह महान पुण्य देनेवाली और बड़े बड़े पातकों का नाश करनेवाली होती है । इस दिन आँवले के वृक्ष के पास जाकर वहाँ रात्रि में जागरण करना चाहिए । इससे मनुष्य सब पापों से छुट जाता है और सहस्र गोदान का फल प्राप्त करता है । विप्रगण ! यह व्रत सभी व्रतों में उत्तम है, जिसे मैंने तुम लोगों को बताया है ।

 

ॠषि बोले : भगवन् ! इस व्रत की विधि बताइये । इसके देवता और मंत्र क्या हैं ? पूजन कैसे करें? उस समय स्नान और दान कैसे किया जाता है?

 

भगवान श्रीविष्णुजी ने कहा : द्विजवरो ! इस एकादशी को व्रती प्रात: काल दन्तधावन करके यह संकल्प करे कि ‘ हे पुण्डरीकाक्ष ! हे अच्युत ! मैं एकादशी को निराहार रहकर दुसरे दिन भोजन करुँगा । आप मुझे शरण में रखें ।’ ऐसा नियम लेने के बाद पतित, चोर, पाखण्डी, दुराचारी, गुरुपत्नीगामी तथा मर्यादा भंग करनेवाले मनुष्यों से वह वार्तालाप न करे । अपने मन को वश में रखते हुए नदी में, पोखरे में, कुएँ पर अथवा घर में ही स्नान करे । स्नान के पहले शरीर में मिट्टी लगाये ।

 

 मृत्तिका लगाने का मंत्र●

 

अश्वक्रान्ते रथक्रान्ते विष्णुक्रान्ते वसुन्धरे ।

मृत्तिके हर मे पापं जन्मकोटयां समर्जितम् ॥

 

वसुन्धरे ! तुम्हारे ऊपर अश्व और रथ चला करते हैं तथा वामन अवतार के समय भगवान विष्णु ने भी तुम्हें अपने पैरों से नापा था । मृत्तिके ! मैंने करोड़ों जन्मों में जो पाप किये हैं, मेरे उन सब पापों को हर लो ।’

 

स्नान का मंत्र●

 

त्वं मात: सर्वभूतानां जीवनं तत्तु रक्षकम्।

स्वेदजोद्भिज्जजातीनां रसानां पतये नम:॥

स्नातोSहं सर्वतीर्थेषु ह्रदप्रस्रवणेषु च्।

नदीषु देवखातेषु इदं स्नानं तु मे भवेत्॥

‘जल की अधिष्ठात्री देवी ! मातः ! तुम सम्पूर्ण भूतों के लिए जीवन हो । वही जीवन, जो स्वेदज और उद्भिज्ज जाति के जीवों का भी रक्षक है । तुम रसों की स्वामिनी हो । तुम्हें नमस्कार है । आज मैं सम्पूर्ण तीर्थों, कुण्डों के स्नान के लाभ का भागी बन गया। 

कल दो फिल्में रिलीज हुई एक प्रभास स्टारर #राधेश्याम और दूसरी #TheKashmirFiles
राधेश्याम को जहां 2500 के करीब स्क्रीन मिले, वही द कश्मीर फाइल को महज 600 से भी कम

अब आते है कलेक्शन पर,तो हर कोई यही सोचेगा कि प्रभास की फ़िल्म ने अधिक धनार्जन किया होगा और जितना बड़ा नाम प्रभास का है उसके समकक्ष द कश्मीर फाइल टिकी भी नहीं होगी। 

पर इसके विपरीत प्रभास की फ़िल्म जो बिग बजट के साथ बिग प्रमोशन से रिलीज हुई वह मात्र साढ़े चार करोड़ कमा पाई (हिंदी बेल्ट के कलेक्शन है) और द कश्मीर फ़ाइल ने जिसका ढंग से प्रमोशन नहीं हुआ और लगातार वर्ग विशेष आलोचकों और बॉलीवुड माफियों द्वारा धमकियों के बावजूद साढ़े तीन करोड़ कमा लिए

और अभी जब मैं ये लेख लिख रहा हूँ तब आज शनिवार के कलेक्शन को लेकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि आज ये फ़िल्म करीब करीब 6,7 करोड़ के बीच कलेक्शन कर लेगी

ये सब हम सब की बदौलत हुआ है,लोग कहते है न कि सोशल मीडिया पर फिल्में हिट प्लॉप नही होती (गंगूबाई काठियावाड़ी के बाद ये कहा गया कई जगह) उन्हें बता दूँ की कन्टेन तगड़ा हो और पब्लिक स्पोर्ट (जिसे माउथ पब्लिकसीटी कहते है) हो तो #उरी जैसी छोटे बजट की फ़िल्म भी 200 करोड़ पार कर सकती है तो ये फ़िल्म तो कश्मीरी पंडितों की वो सच्चाई सामने रख रही जिससे आम भारतीयों को दूर रखा गया है।

इस फिल्म को हर भारतीय अवश्य देखे, 1990 की उस सच्चाई को उस दर्द को बड़े पर्दे पर देख बुरी तरह से हिल जाएंगे #द_कश्मीर_फाइल्स को 500 करोड़ की फिल्म बनाइए, तभी तो इसके निर्माता अगली कुछ फिल्में इस तरह की बनाएंगे

१- गोधरा द बर्निंग ट्रेन

२- महाराष्ट्र और चितपावन ब्राह्मण

३- 1947 बंटवारा

४- मोपला एक जनसंहार

५- नोवाखली नरसंहार

६- डायरेक्ट एक्सन डे

७- 1947 नरसंहार और बंटवारा …..🙏( सभार शोशल मीडिया) 

पाकिस्तान सकते में है सारे सुरक्षा प्रबंध धरे रह गये और भारत की मिसाइल 124 KM अन्दर घुस गई, चीन का ऐंटी मिसाइल सिस्टम लगा है वहाँ, चायना का माल खरीदने वाले सदैव धोखे में रहते हैं। बिना विस्फोटक के गलती से गिरी भारतीय मिसाइल से पाकिस्तान में इतनी तबाही हुई
सोचो, लोडेड होती तो क्या होता। पाकिस्तान तो शर्म के मारे इसे मिसाईल भी नहीं बोल रहा उसके सेनापति इसे फ्लाईंग आब्जैक्ट बता रहे हैं। दुनियाभर के सिक्योरिटी सिस्टम को चकमा दे कर गिरी इस मिसाइल पर चर्चा गर्म है कि यह बिना विस्फोटक के अनलोडेड ब्रह्मोस थी। भारतीय मीडिया इसे गलती से गिरा बता रहे हैं जबकि पाकिस्तानी मीडिया इसे भारतीय मिसाइल मान रहा है और पाकिस्तान की नाकामी। बारहाल दोनों देशों में इस घटना पर राजनीति स्तर पर चुप्पी है।