आज का पंचाग आपका राशि फल, परस्पर सम्बन्धों को जीवित रखने से अधिक कुछ भी श्रेष्ठ नहीं, प्रेम की परिभाषा और परिभाषा का प्रेम, चन्द्रयान-3 को रास्ते से हटाने के लिए ‘अंतरिक्ष’ में बहुत बड़ा खेला रचा गया था लेकिन मोदी ने चंद्रमा पर बना दिया ‘शिव शक्ति’ प्वाइंट

*त्याग स्नेह से श्रेष्ठ है*,
*चरित्र सुंदरता से श्रेष्ठ है*,
*मानवता सम्पत्ति से श्रेष्ठ है, परंतु*
*परस्पर सम्बन्धों को जीवित रखने से अधिक कुछ भी श्रेष्ठ नहीं*✍️हरीश मैखुरी

*विद्या विवादाय धनं मदाय,*
*शक्ति: परेषां परपीडनाय ।*
*खलस्य: साधो: विपरीतमेतद्,*
*ज्ञानाय दानाय च रक्षणाय ।।*

*दुर्जन लोगों के लिए; ‘विद्या’ विवाद के लिए, ‘धन’ घमण्ड करने के लिए और ‘शक्ति’ कमज़ोर लोगों को दुखी करने के लिए होती है । जबकि सज्जन लोगों के लिए; ‘विद्या’ ज्ञान के लिए, ‘धन’ दान के लिए और ‘शक्ति’ कमज़ोर लोगों की रक्षा के लिए होती है ।*

*🌹👏🏻 सुप्रभातम् 👏🏻🌹*

सम्मुख मिलने का सुअवसर 

सदैव नहीं मिलता,

इसलिए शब्दों से छू

लेता हूँ अपनों को।

प्रेम परीक्षा का विषय नही है ..

अपितु ..
प्रेम प्रतीक्षा का विषय है..

प्रेम … खुद के द्वारा निभाए गए प्रेम की समीक्षा का विषय है …..

कोई व्यक्ति हमसे प्यार करता है या नही ??

करता है तो कितना प्यार करता है ??

ये परखने के लिये हम यदि उतरे तो …, हो सकता है कि हम जीत भी जाय .., खुद को सही साबित करने में और दूसरे व्यक्ति को बेवफा साबित करने में, या दूसरे व्यक्ति को स्वार्थी साबित करने में ..

परन्तु प्यार हार जाएगा..

कोई हमे प्यार करता है या नही ??
या करता है तो कितना प्रेम करता है ??

ये प्रश्न ही गलत है..
ये प्रेम मार्ग का प्रश्न ही नही है..

प्रेम मार्ग का प्रश्न तो ये है कि हम कितना प्यार करते है ??
किसी की मुस्कुराहट के लिये , किसी की खुशी के लिये हम क्या कर सकते है ..?? या हम क्या कर रहे है ??
और वो भी कितना सहज तरीके से .. बिना प्रदर्शन के .. बिना अहसान जताए ..

प्रेम का लक्षण गोपनीयता है .. प्रदर्शन नही ..

दूसरी समीक्षा — प्रेम में भरोसा ..

एक दिन, एक अविवाहित बहन ने मुझसे कहा कि भईया, मैं अपनी मम्मी को बहुत प्यार करती हूं , फिर भी मेरी मम्मी मुझ पर भरोसा नही करती है .. मुझ पर बहुत शक करती हैं .. बात-बात पर टोकती हैं , रोकती हैं ..

मैं हँस दिया , और बोला कि

जिनको हम प्यार करते है , उनसे ये उम्मीद रखना कि वो लोग भी मुझ पर भरोसा करे ???

मेरे द्वारा बोली गई बातो को सत्य माने .. भरोसा करे 

ये क्या है ??

प्रेम भरोसे की भी भीख नही माँगता…

प्रेमी सिर्फ प्रेम करता है ..
प्रेम मुस्कुराहट के साथ प्रसन्नता से सेवा करता है ..

प्रेम .. खुद को सही सच्चा साबित करने की जिद नहीं करता ..

यदि कोई भी व्यक्ति हम पर भरोसा नही कर पा रहा है, अपने दिल की बात हमसे share नही कर पा रहा है,, अपना दिल हमारे सामने नही खोल पा रहा है,,तो…

कमी उसमे नही है
कमी हमारे अंदर है ..

हमारे प्रेम में, हमारी सेवा में, हमारी प्रेम वाणी में ,, अभी स्वार्थ की दुर्गंध बहुत बाकी है ..

लोक प्रसंशा की चाहत,
अच्छी वाणी सुनने की चाहत ही .. सबसे बड़ा स्वार्थ , लोभ है ..

यदि हमारे घर वाले ही हमारे उपर भरोसा नहीं कर पा रहे है तो इसका साफ सीधा मतलब है कि हमारे जीवन जीने की कला में ही गड़बड़ है ..

और फिर मै , उस बहन को बोला कि .. यदि हमारी माता श्री हमें बार-बार किसी काम के लिए रोक रही है .. टोंक रही हैं … तो रोकने टोकने की इस क्रिया को , आप विपरीत क्रिया क्यों ले रहे हो ??

कृपया अपना कथा श्रवण और भजन बढ़ाइए तो आपको दिखाई देने लगेगा कि माता श्री के द्वारा, जो रोकने टोकने की क्रिया है …

वास्तव में यह उनकी प्रेम क्रिया है इसे रोकना टोकना नहीं कहते हैं बल्कि केयरिंग कहते हैं

कथा श्रवण करते करते यदि हम विशुद्ध प्रेम करना सीख जाय तो

भगवान ही नही ..
किसी इंसान से भी प्रेम करके तो देखो ,,वो पूरा दिल खोल के रख देगा .. यह मनोज साहनी का व्यक्तिगत अनुभव है अध्यात्म में आने के बाद ..

हर इंसान के मन की inner most चाहत —
Unconditional love
शर्त मुक्त प्रेम है

ये स्पर्श भी कही मिल जाय तो इंसान उस व्यक्ति के लिये .. खुशी खुशी बिकने को राजी हो जाता है..

जो प्रेम पर भरोसा करता है, उसे किसी का भरोसा मांगने की जरूरत नही पड़ती है..

क्योकि जो प्रेम को महसूस कर लेता है, उसकी मगनता को महसूस कर लेता है…

उसके अंदर ये इच्छा ही समाप्त हो जाती है कि लोग मुझ पर भरोसा करें ..
लोग मेरी सुने ..
लोग मुझे समझे ..

क्योंकि उस व्यक्ति को प्रेम करने का महा आनंद मिल जाता है ..

तीसरी समीक्षा —

जब हमारा अहंकारी मन अपने आप को सच्चा प्रेमी मान लेता है,,तो खुद को सही साबित करने की जिद्द में किस हद तक चला जाता है

जैसे उपहार (गिफ्ट) देना अपराध नहीं है,
दे सकते परन्तु खुद की कमाई से ,,,
और सबसे बड़ा गिफ्ट तो प्रेम मुस्कुराहट है

ऐसा कोई कह दे तो मन तुरन्त तर्क दे देगा कि गिफ्ट नही देंगे तो मेरा प्यार ,, लड़की छोड़ कर चली जायेगी। 

किसी को बांधने के प्रयासों को भले ही कोई भी नाम दे दो ,,, परन्तु ये प्यार नही है

अपने सरीर का प्रयोग,,
पहले नार्मल फ़ोटो वीडियो देगा, फिर कम कपड़े पहन कर ,, फिर बहुत छोटे कपड़े के साथ

किसी से भी प्रेम में, गोपनीयता बहुत आवश्यक है क्योंकि तीसरा कोई भी व्यक्ति सिर्फ समस्या ही खड़ा करेगा, विभेद और भ्रम ही बढ़ाएगा,

सहेली दोस्तो को बता दिया तो वो लोग इतना भृमित कर देते है कि इंसान प्रेम विरुद्ध सारे कार्य करने लगता है,, और प्रेम की मात्रा कम होने लगती है

यदि हमने अपने प्रेम को गोपनीय रखा होता, कोई निर्णय अपने दिल से करते तो भी बड़ी सीमा तक हम प्यार निभा पाते

प्रेमी होने का अहंकार सब कुछ करा लेता है

इस भृम में फंसा इंसान बहुत छोटी सी बात भूल जाता है कि

जिसे साबित करना पड़े
वो और कुछ भी हो सकता है, प्रेम नही

किसी को बाँध कर अपने पास रखने की, अपने हिसाब से चलाने की इक्छा ,,, और कुछ भी हो सकती है,, प्रेम नही

प्रेमी होने का अहंकार,
अच्छा व्यक्ति होने का अहंकार, खुद को सही साबित करने की जिद्द, प्रेमी साबित करने की जिद्द ,, बहुत खतरनाक है

जिसका निवारण बिना कथा श्रवण नही होता

हमने अपनी जरूरतों को प्यार का नाम दिया है

लोगो को बेवफा कह के प्यार को बदनाम किया है

कान्हा प्रिय हो, प्रेम प्रिय हो* 

अपने को कभी*

*”अकेला न समझें”*

*”जिसने ये संसार बनाया है,”*

*”वो हर समय आपके साथ हैं*

पद्म पुराण के अनुसार

जलज नव लक्षाणी, स्थावर लक्ष विम्शति, कृमयो रूद्र संख्यक:।
पक्षिणाम दश लक्षणं, त्रिन्शल लक्षानी पशव:, चतुर लक्षाणी मानव:।। (78:5 पद्मपुराण श्लोक)

श्लोक का अर्थ है कि, जलचर प्राणी 9 लाख, स्थावर अर्थात पेड़-पौधे 20 लाख, सरीसृप कृमि का मतलब है कीड़े-मकौड़े 11 लाख, पक्षी/नभचर 10 लाख, स्थलीय/थलचर 30 लाख और शेष 4 लाख मानवीय नस्ल के. इस तरह से योनियों की कुल संख्या 84 लाख बताई गई है।

84 लाख योनियों का गणनासूत्र

पानी के जीव-जंतु- 9 लाख

पेड़-पौधे- 20 लाख

कीड़े-मकौड़े- 11 लाख

पक्षी- 10 लाख

पशु- 30 लाख

देवता-दानव-मनुष्य आदि- 4 लाख

इस तरह से कुल योनियों की संख्या- 84 लाख

मनुष्य की योनि में कब मिलत है जन्म
पुराणों में कुल 84 लाख योनियों में मनुष्य की योनि को सर्वश्रेष्ठ बताया गया है. मान्यता है कि एक आत्मा का कर्मगति के अनुसार 30 लाख बार वृक्ष की योनि में जन्म होता है. इसके बाद 9 लाख बार जलचर प्राणियों के रूप में जन्म होता है, 10 लाख बार कृमि योनि में, 11 लाख बार पक्षी की योनि में, 20 लाख बार पशु की योनि में जन्म लेने के बाद अंत में कर्मानुसार गौ का शरीर प्राप्त करके आत्मा को मनुष्य की योनि प्राप्त होती है।

इसके बाद  4 लाख बार आत्मा मानव की योनि में ही जन्म लेती हैं. इसके बाद उसे पितृ या देव योनि प्राप्त होती है. यह सभी क्रम कर्मानुसार चलते हैं. जब आत्मा मनुष्य योनि में आकर नीच कर्म करने लगता है तो उसे पुन: नीचे की योनियों में जन्म मिलने लगता है, जिसे वेद-पुराणों में दुर्गति कहा गया है।

चन्द्रयान-3 को रास्ते से हटाने के लिए ‘अंतरिक्ष’ में बहुत बड़ा खेला रचा गया था….. 

मैं पहले ही इस पर एक पोस्ट कर चुका हूं, कि रूस की ऐसी क्या मजबूरी थी कि, उसने आनन-फानन में, हमारे मिशन के दौरान, अपने मिशन को लॉन्च करना पड़ा. 

अंदरूनी खबरों के मुताबिक, रूस ने 47 सालों के बाद अपना मून मिशन भेजने का ‘फैसला’ चीन के कहने पर जल्दबाजी में लिया था और चीन ने चुपचाप इसमें रसिया की मदद किया था और चीन ने पश्चिमी देशों NATO और रूस के आपसी लड़ाई का फायदा भारत के चंद्रयान 3 को “हराने” के लिए किया था. 

अगर आप लोगों को लगता है कि रूस के ‘लूना-25’ अंतरिक्ष यान का चंद्रमा पर दुर्घटनाग्रस्त होना राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की युद्ध संबंधी प्रतिबंधों से उबरने की महत्वाकांक्षाओं के लिए एक झटका है तो आप थोड़ा सा गलत हैं !! यह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए भी “शर्मिंदगी” की बात है ! जो चंद्रमा पर प्रस्तावित बेस बनाने के लिए पुतिन के ‘साझेदार’ हैं और दोनों देशों का ‘उद्देश्य’ अमेरिका और उसके अंतरिक्ष सहयोगियों को चुनौती देना है. चंद्रयान-3 को हराने के लिए चीन ने रूस से वो काम ‘जल्दबाजी’ में करवा दिया, जिसने रसिया को तो शर्मिंदा किया ही है, परंतु यहां चीनी साजिश का भी पर्दाफाश हुआ है.

बहुत सारे लोग, कुछ दिन पहले तक यह सवाल उठा रहे थे कि आखिर रूस ने चंद्रयान-3 के तुरंत बाद ही, अपना मून मिशन क्यों लॉन्च किया ! क्या रसिया भारत के चंद्रयान-3 को हराना चाहता था !?  

दरअसल, बात यह है कि रूस ने ’47 साल’ बाद अपना मून मिशन भेजने का फैसला चीन के “कहने” पर लिया और इसमें चीन ने चुपचाप रूस की मदद तकनीकी रूप से भी और आर्थिक रूप से भी किया था. रूसी अंतरिक्ष यान दक्षिणी ध्रुव के पास उतरने वाला था! जो दोनों देशों की संयुक्त आधार पर इच्छित स्थान, जिसे चीन और रूस की, अंतरिक्ष एजेंसियों ने 2021 में घोषणा किया था कि, वह दोनों एक साथ मिलकर चन्द्रमा में एक ‘स्थाई बैस’ निर्माण करेंगे ! 

चीनी मीडिया ने इस महीने की शुरुआत में यह रिपोर्ट दिया था कि चाइना के प्रमुख अंतरिक्ष अन्वेषण परियोजना के ‘मुख्य’ डिजाइनर वू यानहुआ ने लॉन्च में भाग लेने, और दोनों देशों के अंतरिक्ष कार्यक्रमों के बीच सहयोग को गहरा करने पर चर्चा करने के लिए रसिया के सुदूर, पूर्व में वोस्तोचन कोस्मोड्रोम में, एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भी किया था !! 

अब जब उनका पूरा मिशन विफलता में समाप्त हो गया है तो, लुना-25 दुर्घटना के बाद चीनी मीडिया का इस पर रिपोर्टें देना भी बहुत कम हो गया हैं. परंतु शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने, इसी रविवार को एक संदेश जारी करते हुए ग्लोबल टाइम्स के पूर्व संपादक “हू ज़िजिन” ने लिखा कि, इस विफलता से रसिया की महत्वाकांक्षाओं को झटका तो लगा ही है. लेकिन इस मिशन के “विफल” हो जाने से पश्चिमी देशों को इसलिए रूस को कम नहीं आंकना चाहिए…… 

बात यहां तक खत्म हो जाती तो यह बड़ा मसला नहीं होता, लेकिन चाइना ने चन्द्रयान-3 को अपने कक्षा से ‘भटकाने’ के लिए, बहुत उपाय किये हैं, लेकिन चन्द्रयान-3 को ‘बचाने’ के लिए हमारे ISRO के वैज्ञानिक दिन-रात एक कर दिए थे और हमारे मिशन डिफेंस टेक्नोलॉजी को चाइनीज टेक्नोलॉजी भेद नहीं पाई…

और हां, आप लोगों को एक और ‘महत्वपूर्ण’ बात कह दूं कि हमें थोड़ी सहायता NASA से भी मिली है (अनजाने में), जिस जगह पर हमें लैंडर को लैंडिंग करनी थी, उस जगह की मैपिंग में…

*चंद्रमा पर उतरे चंद्रयान के लैंडिंग पाईंट के नामकरण* :-

1 :- चंद्रयान-2 के लैंडिंग पाइंट का नामकरण “तिरंगा पाइंट” है 🇮🇳

और

2 :- चंद्रयान-3 के लैंडिंग पाइंट का नामकरण “शिव शक्ति पाइंट” है। 🕉️

और

3 :- इसके साथ ही, 23 अगस्त को अब से हर साल “नेशनल स्पेस डे” 🌌🚀 के रूप में मनाया और याद किया जाएगा.

*जो कि भारतीय गणराज्य के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा घोषित किया गया है।* 🙏❤️

आप सभी को *शिव शक्ति पाईंट* और *तिरंगा पाईंट* *23 अगस्त राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस* की बहुत-बहुत मंगल शुभकामनाएँ हो🙏🙏
❤️❤️❤️❤️

‌‌   *𝕝𝕝 卐 𝕝𝕝*
*श्री हरिहरौ*
*विजयतेतराम*

*सुप्रभातम*
*आज का पञ्चाङ्ग*
*_रविवार, २७ अगस्त २०२३_*
*═══════⊰⧱⊱═══════*

सूर्योदय: 🌄 ०६:०८
सूर्यास्त: 🌅 ०६:४८
चन्द्रोदय: 🌝 १६:०४
चन्द्रास्त: 🌜०२:१०
अयन 🌖 दक्षिणायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🏔️ शरद
शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८०(पिंगल)
मास 👉श्रावण(द्वितीय, शुद्ध)
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 एकादशी (२१:३२
से द्वादशी)
नक्षत्र 👉 मूल (०७:१६ से
पूर्वाषाढ )
योग 👉 प्रीति (१३:२७ से
आयुष्मान)
प्रथम करण👉वणिज(१०:५५तक
द्वितीय करण👉विष्टि(२१:३२तक
*𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲*
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 सिंह
चंद्र 🌟 धनु
मंगल🌟ख्या(उदित,पश्चिम,मार्गी
बुध🌟सिंह (उदय, पश्चिम, वक्री)
गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र🌟कर्क (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
*𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲*
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५२ से १२:४४
अमृत काल 👉 ००:५१ से ०२:१९
त्रिपुष्कर योग 👉 ०५:१५ से ०५:५१
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०५:५१ से ०७:१६
रवियोग 👉 ०५:५१ से ०७:१६
विजय मुहूर्त 👉 १४:२७ से १५:१९
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४६ से १९:०८
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:४६ से १९:५२
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५६ से ००:४१
ब्रह्म मुहूर्त 👉 ०४:२२ से ०५:०६
प्रातः सन्ध्या 👉 ०४:४४ से ०५:५१
राहुकाल 👉 १७:०९ से १८:४६
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:१८ से १३:५५
होमाहुति 👉 शनि
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 आकाश
भद्रावास 👉 पाताल १०:५५ से २१:३२
चन्द्रवास 👉 पूर्व
शिववास 👉 क्रीड़ा में (२१:३२ से कैलाश पर)
*𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲*
☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
पूर्व-उत्तर (पान का सेवन कर यात्रा करें)
*𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲*
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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पवित्रा एकादशी व्रत (सभी के लिए), विवाहादि मुहूर्त सिंहलग्न (प्रात: ०६:०७ से ०७:१४) तक, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:४० से दोपहर १२:२७ तक आदि ।
*𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲*
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०७:१६ तक जन्मे शिशुओ का नाम मूल नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (भी) नामक्षर से तथा इसके बाद ०५:१५ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (भू, धा, फा, ढा) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराषाढ नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार (भे) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
*𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲*
उदय-लग्न मुहूर्त
सिंह – ०५:१० से ०७:२९
कन्या – ०७:२९ से ०९:४७
तुला – ०९:४७ से १२:०८
वृश्चिक – १२:०८ से १४:२७
धनु – १४:२७ से १६:३१
मकर – १६:३१ से १८:१२
कुम्भ – १८:१२ से १९:३८
मीन – १९:३८ से २१:०१
मेष – २१:०१ से २२:३५
वृषभ – २२:३५ से ००:३०
मिथुन – ००:३० से ०२:४५
कर्क – ०२:४५ से ०५:०६
𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲
पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:५१ से ०७:१६
मृत्यु पञ्चक – ०७:१६ से ०७:२९
अग्नि पञ्चक – ०७:२९ से ०९:४७
शुभ मुहूर्त – ०९:४७ से १२:०८
रज पञ्चक – १२:०८ से १४:२७
शुभ मुहूर्त – १४:२७ से १६:३१
चोर पञ्चक – १६:३१ से १८:१२
शुभ मुहूर्त – १८:१२ से १९:३८
रोग पञ्चक – १९:३८ से २१:०१
चोर पञ्चक – २१:०१ से २१:३२
शुभ मुहूर्त – २१:३२ से २२:३५
रोग पञ्चक – २२:३५ से ००:३०
शुभ मुहूर्त – ००:३० से ०२:४५
मृत्यु पञ्चक – ०२:४५ से ०५:०६
मृत्यु पञ्चक – ०५:०६ से ०५:१५
अग्नि पञ्चक – ०५:१५ से ०५:५१
*𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲𑀲*
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आप आराम से बिताएंगे कुछ दिनों से चल रही उलझने आज थोड़ी शांत होंगी। धार्मिक कार्यो में रुचि रहने से मानसिक शांति मिलेगी। व्यवसायी वर्ग काम को लेकर कुछ दुविधा में रहेंगे फिर भी आवश्यकता अनुसार धन की आमद हो ही जाएगी। आज आप घरेलू कार्यो में टालमटोल करेंगे जिससे परिजन नाराज हो सकते है। मनोरंजन के साथ ही आराम के क्षण भी मिलेंगे। दाम्पत्य जीवन मे सुधार आएगा। अकस्मात यात्रा के प्रसंग बन सकते है। आज सेहत का ध्यान रखें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन प्रतिकूल फलदायी रहेगा। दिन के आरंभ में किसी से बंधी आशा टूटने से मन दुखी होगा। आर्थिक कारणों से मध्यान तक का समय संघर्ष वाला रहेगा इसके बाद कही से आकस्मिक धन लाभ होने से थोड़ी राहत मिलेगी। आज यात्रा पर्यटन की योजना भी बनेगी परन्तु वाहन से चोट अथवा अन्य आकस्मिक दुर्घटना का भय है सावधान रहें। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से लाभ में कमी आएगी। परिजन किसी कार्य से आपके ऊपर आश्रित रहेंगे जिसमे उन्हें निराश ही होना पड़ेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपकी बनाई योजनाए आरम्भ में विफल होती प्रतीत होंगी लेकिन कुछ समय बाद स्वतः ही सभी काम बनते चले जायेंगे। आर्थिक कारणों से आज किसी की खुशामद भी करनी पड़ सकती है। व्यवसाय से धन लाभ संतोषजनक होगा लेकिन आवश्यक के समय ना होकर अकस्मात ही होगा। घर के बुजुर्ग आज आपकी किसी बुरी आदत से दुखी होंगे कुछ समय के लिए स्थिति को संभालना मुश्किल होगा। संध्या के समय घरेलू खर्च के साथ ही मौज शौक पर खर्च होगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन धन-धान्य वृद्धि कारक रहेगा। घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति पर खर्च होगा। सुख-सुविधा भी बढ़ेगी। कार्य व्यवसाय में मध्यान तक दिन भर का कोटा पूरा कर लेंगे इसके बाद भी लाभ होता रहेगा किन्तु कुछ कमी आएगी। घर अथवा व्यावसायिक स्थल को नया रूप देने के लिये तोड़-फोड़ करा सकते है। नये कार्यानुबन्ध हाथ मे लेना आज शुभ रहेगा। नौकरी पेशा जातक भी कार्य क्षेत्र बदलने का मन बनाएंगे। कही से रुका धन मिलने से प्रसन्नता होगी। घर मे मामूली बहस के बाद भी स्थिति सुखदायी रहेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपकी बौद्धिक क्षमता में विकास होगा भले बुरे को परख कर ही कोई भी कार्य करेंगे फिर भी स्वभाव अनुसार छोटी बातों पर अकड़ दिखाना नही जाएगा जिससे कुछ ना कुछ व्यवधान आ सकता है। व्यवसाय में आपके लिके निर्णय लाभदायक सिद्ध होंगे आर्थिक दृष्टिकोण से भी अन्य दिनों की अपेक्षा आज का दिन बेहतर रहेगा। विरोधी आपके आगे नही टिकेंगे लेकिन पीठ पीछे कुछ ना कुछ तिकड़म अवश्य लगाएंगे। हित शत्रुओ से सावधान रहें। पारिवारिक सदस्यों को समय देना पड़ेगा खर्च भी होगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन विपरीत परिस्थितियों वाला रहेगा दिन के आरंभ में ही परिवार अथवा आस-पड़ोसियों से कलह हो सकती है इसका प्रभाव भी दिन भर देखने को मिलेगा। कार्य व्यवसाय में उदासीनता दिखाने से होने वाले लाभ में कमी आएगी। लेकिन उधारी के व्यवहार भी आज कम होंगे। आज आपके स्वभाव में रूखापन रहने से स्नेहीजनों को तकलीफ होगी। परिवार अथवा अन्य से किये वादे पूरे नही कर सकेंगे जिसकारण सम्मान हानि हो सकती है। आय की अपेक्षा खर्च अधिक होगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आर्थिक दृष्टिकोण से लाभदायक रहेगा। घर के बुजुर्गों एवं कार्य व्यवसाय से अकस्मात लाभ होगा। लेकिन आज व्यर्थ के खर्च भी बढ़ेंगे। व्यापारी वर्ग को कुछ दिनों से अटके कार्य आज पूर्ण होने से तसल्ली मिलेगी। लेकिन परिवार में आज आर्थिक कारण अथवा किसी अन्य वजह से खींच-तान होने की संभावना है। धन की अपेक्षा संबंधों को अधिक महत्त्व दे अन्यथा वैर-विरोध का सामना करना पड़ेगा। मध्यान के बाद का समय पूरे दिन की अपेक्षा ज्यादा सुखदायी रहेगा। मौज-शौक पर खर्च होगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आप एक साथ कई क्षेत्रों से लाभ कमा सकते है परंतु आज आलसी प्रकृति भी रहने के कारण कुछ ना कुछ आशा के विपरीत अवश्य होगा। व्यवसायी वर्ग बेहिचक निवेश करें निकट भविष्य के लिए लाभदायी रहेगा। धन लाभ आवश्यकता के समय होने से ज्यादा झंझट में नही पड़ना पड़ेगा। आज आप अपनी व्यवहार कुशलता का परिचय हर क्षेत्र पर देंगे लेकिन परिवार में किसी से रूठना मनाना लगा रहेगा फिर भी माहौल नियंत्रण में ही रहेगा। विशेष कर आज व्यसनों से दूर रहें धन के साथ ही मान एवं शारीरिक हानि हो सकती है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आपकी मानसिकता बिना परिश्रम किया सुख भोगने वाली रहेगी यह कामना कुछ हद तक पूर्ण भी हो जाएगी परन्तु धन संबंधित योजनाओ को गति देने के लिए आज बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। मध्यान तक किये परिश्रम का फल संध्या तक मिल जाएगा। जोड़-तोड़ कर धन कोष में वृद्धि होगी लेकिन अकस्मात खर्च आने से बचत नही हो पाएगी। पारिवारिक आवश्यकताओं की पूर्ति मजबूरी में करेंगे। बाहर घूमने का आयोजन होगा मनोरंजन पर खर्च बढेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिए हानिकारक रहेगा। कार्य क्षेत्र पर किसी गलत निर्णय के कारण आर्थिक हानि की संभावना है जिसकी भरपाई में समय लगेगा। विरोधी कुछ समय शांत रहकर अगली चाल की योजना बनाएंगे सतर्क रहें। स्वभाव में आज व्यवहारिकता रखना अत्यंत आवश्यक है। सामजिक एवं धार्मिक कार्यो में अरुचि रहने पर भी बेमन से सम्मिलित होने पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर आज सहकर्मी अथवा नौकरो की गतिविधि पर भी नजर रखें। संध्या के समय थोड़ा मनचाहा वातावरण मिलने से मानसिक दुविधा कम होगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा लेकिन आज आर्थिक रूप से दिन निराशाजनक ही रहने वाला है। प्रातः काल से किसी कार्य को पूर्ण करने की जल्दी रहेगी। जल्दबाजी के कारण कार्य सफाई से नही कर पाएंगे। धन लाभ में भी विलम्ब होगा जिससे पूर्व में विचारे कार्य अधर में लटक सकते है। घरेलू वातावरण आपकी आलसी अथवा टालमटोल वाली वृति से अस्त-व्यस्त रहेगा फिर भी आज कोई भी आपके सामने शिकायत या आपकी आलोचना नही करेगा। प्रेम-प्रसंगों में अधिक भावुकता मन को दुखी करेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपको प्रत्येक क्षेत्र में विजय दिलाएगा। आज जिस भी काम मे निवेश करेंगे उसमे दुगना धन मिलने की संभावना रहेगी लेकिन धन की आमद में थोड़ा विलम्ब हो सकता है। व्यवसाय के अतिरिक्त भी आय होने की संभावना है। नौकरी पेशा जातक आज आराम के मूड में रहेंगे लेकिन घरेलू काम बढ़ने से असहजता होगी। पारिवारिक वातावरण में थोड़ा विरोधाभास रहेगा परन्तु महत्त्वपूर्ण विषयो में सभी एकजुट हो जाएंगे। सेहत में सुधार आएगा।