आज का पंचाग आपका राशि फल, गोमती चक्र के अद्भुत प्रयोग, 300 वर्षों तक भारत के बड़े भूभाग राज करने वाले भी पिछड़े वर्ग में हैं!, कैंसर जागरूकता अभियान का हिस्सा बनें

‌‌   *༺𝕝𝕝 卐 𝕝𝕝༻​​**श्री हरिहरौ**विजयतेतराम*

*सुप्रभातम* *आज का पञ्चाङ्ग*

*_मंगलवार, ०६ फरवरी २०२४_*

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सूर्योदय: 🌄 ०७:१४, सूर्यास्त: 🌅 ०६:०८

चन्द्रोदय: 🌝 २८:५३, चन्द्रास्त: 🌜१३:५१

अयन 🌘 उत्तरायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🗻 शिशिर, शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०८० (पिंगल)

मास 👉 माघ, पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 एकादशी (१६:०७

 से द्वादशी)

नक्षत्र 👉 ज्येष्ठा (०७:३५ से

 मूल, ३०:२७ से पूर्वाषाढा)

योग 👉 व्याघात (०८:५० से

 हर्षण) 

प्रथम करण👉बालव(१६:०७तक

द्वितीय करण 👉 कौलव

 (२७:१० तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 मकर 

चंद्र 🌟 धनु (०७:३५ से)

मंगल🌟मकर (उदित, पूर्व, मार्गी)

बुध🌟मकर (अस्त, पूर्व, मार्गी)

गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र🌟धनु (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ 

(उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मीन 

केतु 🌟 कन्या  

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०९ से १२:५३

अमृत काल 👉 २४:२१ से २५:५३

विजय मुहूर्त 👉 १४:२० से १५:०३

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:५५ से १८:२१

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:५७ से १९:१६

निशिता मुहूर्त 👉 २४:०४ से २४:५७

राहुकाल 👉 १५:१४ से १६:३६

राहुवास 👉 पश्चिम

यमगण्ड 👉 ०९:४८ से ११:०९

दुर्मुहूर्त 👉 ०९:१५ से ०९:५९

होमाहुति 👉 राहु (०७:३५ से केतु) 

दिशाशूल 👉 उत्तर

नक्षत्र शूल 👉 पूर्व (०७:३५ तक)

अग्निवास 👉 पाताल (१६:०७ से पृथ्वी)

चन्द्रवास 👉 उत्तर (पूर्व ०७:३५ से) 

शिववास 👉 कैलाश पर (१६:०७ से नन्दी पर)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – रोग २ – उद्वेग

३ – चर ४ – लाभ

५ – अमृत ६ – काल

७ – शुभ ८ – रोग

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – काल २ – लाभ

३ – उद्वेग ४ – शुभ

५ – अमृत ६ – चर

७ – रोग ८ – काल

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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षटतिला एकादशी (सभी के लिये), विवाह मुहूर्त वृष मिथुन लग्न (दोपहर ०१:३३ से सायं ०४:२१), कन्या – वृश्चिक (रात्रि ०८:५५ से अतंरात्रि ०३:४७) तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज ०७:३५ तक जन्मे शिशुओ का नाम ज्येष्ठा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (यू) नामाक्षर से तथा इसके बाद ३०:२७ तक जन्मे शिशुओ का नाम मूल नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ये, यो, भ, भी) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार (भू) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मकर – २९:५० से ०७:३१

कुम्भ – ०७:३१ से ०८:५७

मीन – ०८:५७ से १०:२०

मेष – १०:२० से ११:५४

वृषभ – ११:५४ से १३:४९

मिथुन – १३:४९ से १६:०४

कर्क – १६:०४ से १८:२५

सिंह – १८:२५ से २०:४४

कन्या – २०:४४ से २३:०२

तुला – २३:०२ से २५:२३

वृश्चिक – २५:२३ से २७:४२

धनु – २७:४२ से २९:४६

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०७:०५ से ०७:३१

रज पञ्चक – ०७:३१ से ०७:३५

शुभ मुहूर्त – ०७:३५ से ०८:५७

चोर पञ्चक – ०८:५७ से १०:२०

रज पञ्चक – १०:२० से ११:५४

शुभ मुहूर्त – ११:५४ से १३:४९

चोर पञ्चक – १३:४९ से १६:०४

शुभ मुहूर्त – १६:०४ से १६:०७

रोग पञ्चक – १६:०७ से १८:२५

शुभ मुहूर्त – १८:२५ से २०:४४

मृत्यु पञ्चक – २०:४४ से २३:०२

अग्नि पञ्चक – २३:०२ से २५:२३

शुभ मुहूर्त – २५:२३ से २७:४२

रज पञ्चक – २७:४२ से २९:४६

रज पञ्चक – २९:४६ से ३०:२७

शुभ मुहूर्त – ३०:२७ से ३१:०४

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन आप परिजनों के लिए भाग्यशाली साबित होंगे। आज भाग्य का साथ मिलने से आपके द्वारा जल्दबाजी में लिए निर्णय भी लाभ दिलाने वाले ही रहेंगे। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति भी आज समय पर करेंगे लेकिन आज विपरीत लिंगीय आकर्षण अधिक रहेगा जल्द ही बातों में आ जाएंगे। संतोषजनक व्यवसाय रहने से धन की आमद होगी। दैनिक कार्य में व्यस्तता अधिक रहेगी। घूमने-फिरने की योजनाएं बनाएंगे परन्तु इसमें व्यवधान आ सकते है। मध्यान के बाद स्थिति परेशानी वाली बनेगी परन्तु कुछ समय के लिये ही। बनते कामो में अड़चने आने लगेगी। व्यवसाय में किये वादे अंतिम समय पर ना निभा पाने के कारण खरी-खोटी सुन्नी पड़ेगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन परिस्थितियां बाधा डालने वाली बन रही है आवश्यक कार्यो को टालना ही बेहतर रहेगा। आज किसी ना किसी रूप में धन हानि की संभावना है। उधारी जल्द चुकाने का प्रयास करें अन्यथा मानभंग हो सकता है। कार्य व्यवसाय को लेकर चिंतित रहेंगे। समय पर कार्य पूरा ना कर पाने के कारण शर्मिंदगी झेलनी पड़ सकती है। क्रोध भी आज सामान्य से अधिक रहने से घर-बाहर का वातावरण अशान्त बनेगा। कार्य क्षेत्र पर अधिक परिश्रम करने पर भी अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। सेहत में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। आज परिवार की आवश्यकता पूर्ती करने में असमर्थ रहेंगे। महिलाओ का मन किसी अरिष्ट की आशंका से व्याकुल रहेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आप जो भी कार्य करेंगे वह अपना हो या किसी अन्य का उसमे सफलता अवश्य मिलेगी। स्वभाव में व्यवहारिकता रहने से लोग आपसे समीपता बढ़ाना चाहेंगे। कार्य क्षेत्र अथवा अन्य जगह किसी की सहायता करनी पड़ेगी इसमे धन एव समय खर्च होंगे लेकिन आत्मशांति भी मिलेगी। दोपहर बाद का समय अधिक सुखदायक रहेगा। बड़े बुजुर्गों अथवा अधिकारी वर्ग की कृपा दृष्टि रहने से आज मनमाना व्यवहार करेंगे अपनी बात मनवाने के लिए भी आज का दिन उपयुक्त है। जिद्दी व्यवहार के कारण पारिवारिक विवाद का कारण भी बन सकते है। ससुराल-अथवा मायके पक्ष से स्वार्थ सिद्धि की पूर्ति कर लेंगे। असंयमित खान-पान के कारण उदर शूल-कब्ज की शिकायत रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन आप भागदौड की जिंदगी को छोड़ चैन से समय व्यतीत करना पसंद करेंगे लेकिन आकस्मिक कार्य आने से आपकी यह कामना पूरी नही हो सकेगी। घर के सदस्य आपके व्यवहार में अचानक आई उदासीनता से परेशान होंगे। आप लाभ-हानि की परवाह किये बिना अपनी ही मस्ती में रहेंगे। किसी का हस्तक्षेप करने से विवाद पर भी उतर सकते है। प्रेम प्रसंगों में आपके गलत निर्णय के कारण हानि होगी। परिजन आज आपके ऊपर नजर लगाए हुए है किसी भी अनैतिक गतिविधि से दूरी बनाए रखें अन्यथा पारिवारिक सुख शांति बिगड़ सकती है। धन लाभ से खर्च ज्यादा रहेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज आप अपने बुद्धि एवं कार्य कौशल से परिवार एवं सार्वजनिक क्षेत्र पर प्रभाव बनाएंगे। लेकिन प्रत्येक क्रिया को संदेह की दृष्टि से देखने के कारण किसी से झगड़ा भी हो सकता है। आर्थिक स्थिति अचनाक धन लाभ होने से सुधरेगी आज आप इच्छा पूर्ति एवं सुखोपभोग पर खर्च करने में सोचेंगे नही। घरेलु कार्यो के कारण व्यवसायिक कार्य स्थगित करने पड़ सकते है इसका विपरीत असर भी अवश्य देखने को मिलेगा। किसी मांगलिक कार्यक्रम के लिये खरीददारी पर भी अधिक खर्च होगा। कार्य क्षेत्र से शुभ समाचार मिलने से मन की चिंता दूर होगी। संध्या का समय मौज-शौक पूर्ण करने में बितायेंगे। स्त्री वर्ग के कारण पीड़ा हो सकती है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन आपके मन के विपरीत घटनायें घटित होंगी जिससे मन कुछ समय के लिये विचलित होगा लेकिन आज आपकी विवेक शक्ति प्रखर रहने से हर प्रकार की परिस्थितियों का सामना करने का साहस रहेगा। आज आप कार्य क्षेत्र पर धन कमाने से ज्यादा महत्त्व व्यवहार बनाने को देंगे। मध्यान बाद का अधिकांश समय आनंद प्रमोद में बितायेंगे। शारीरिक रूप से चुस्त रहेंगे। किसी मनोकामना की पूर्ति होने की संभावना है। धन लाभ के लिए थोड़ा इन्तजार करना पड़ेगा परन्तु निराश नहीं होंगे। परिजन-मित्रो के साथ उत्तम भोजन वाहन सुख मिलेगा। संध्या का समय प्रेम-प्यार के लिए भी यादगार रहेगा। खर्च लगे रहेंगे।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आपके मन मे बड़ी-बड़ी योजनाए चलती रहेंगी लेकिन आज शारीरिक अस्वस्थता कार्यो में बाधा डालेगी। स्फूर्ति की कमी प्रातः काल से ही बनेगी दैनिक कार्यो को भी लाचारी में करना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर मध्यान बाद लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन मन एकाग्र ना होने से उचित लाभ नही मिल सकेगा। आपकी प्रशंशा करने वाले भी पीठ पीछे आलोचना करेंगे। परन्तु इससे उदास ना हों अपने कार्य में निष्ठा से लगे रहे जल्द ही समय आपके अनुकूल बनेगा। आज अहम् को लेकर किसी से टकराव भी हो सकता है वाणी अथवा व्यवहार से किसी को ठेस ना पहुंचे इसका ध्यान रखें। आध्यत्म से जुड़ें मानसिक शान्ति मिलेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन आप सुख-शांति से बिताएंगे। कार्य व्यवसाय में कम मेहनत के बाद भी अधिक लाभ होने से आर्थिक पक्ष पहले से बेहतर बनेगा। मनोरंजन अथवा अन्य घरेलू सुखों पर खर्च करने के लिये ज्यादा सोचना नही पड़ेगा। परिजन आज आपकी पसंद का विशेष ख्याल रखेंगे। किसी से धन संबंधित व्यवहारों को लेकर कहाँ-सुनी होने की संभावना है। कार्य क्षेत्र पर अनदेखी के कारण लाभ होने में विलंब हो सकता है। संबंधो की लिहाज के कारण हानि भी उठानी पड़ सकती है। सेहत उत्तम बनी रहेगी। किसी ऐतिहासिक अथवा धार्मिक यात्रा का आयोजन करेंगे। धर्म-कर्म में आस्था रहेगी। परिजनों का साथ मिलेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन आप काम-काज से मन चुरायेंगे। घरेलू कार्य भी आज आपको आफत ही लगेंगे इसकी जगह मौज शौक यात्रा पर्यटन की तरफ ज्यादा आकर्षित होंगे जहां आवश्यकता नही वहां भी खर्च करेंगे। मान सम्मान मिलने से अहम की भावना भी रहेगी। व्यवसाय के अलावा भी आज विविध क्षेत्रों से लाभ मिल सकता है परन्तु सहकर्मियों का कम सहयोग मिलने से पूर्ण सफल नही हो पाएंगे। धार्मिक एवं सामाजिक क्षेत्र के लिये भी समय निकालेंगे। समाज के प्रतिष्ठित लोगो से जान पहचान बढ़ेगी। घरेलु आवश्यकताओ की पूर्ति पर अधिक खर्च करेंगे। मनोरंजन के लिए पर्यटन पर भी जाने के अवसर आएंगे। स्त्री सुख मिलेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन आपके लिए कष्ट साध्य रहेगा। आज आप जिस किसी से भी सीधी बात करेंगे उसका उल्टा ही जवाब मिलेगा। परिवार में आज किसी पुराने विवाद को लेकर आपस मे झड़प हो सकती है। बनी बनाई योजनाएं अधर में लटक सकती है। आर्थिक हानि होने की सम्भवना है। स्वास्थ्य भी विपरीत रहने से उत्साहहीनता रहेगी। कार्य क्षेत्र पर आर्थिक कारणों से किसी से लड़ाई हो सकती है। व्यवहार को संतुलित बनाये रखें अन्यथा भविष्य में होंने वाले लाभ से भी वंचित रहना पड़ेगा। परिवार में आपके कारण विवाद होने से अशांति बनी रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन लाभदायक रहेगा। प्रातः काल का समय आलस्य में खराब होगा परन्तु इसके बाद कही से प्रसन्नता दायक समाचार मिलेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज आप मध्यान तक कि गतिविधियों से दिन भर का लाभ कमा लेंगे। नौकरी वाले जातक आज आराम करना पसंद करेंगे। व्यवसाय में बेजिझक निवेश करेंगे शीघ्र ही इसका लाभ मिलेगा। आपकी अथवा किसी सहकर्मी की गलती से हानि होने की भी सम्भावना है परंतु इसका दैनिक क्रियाओं पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। घर के सदस्य आपसे कई उम्मीदे लगाए रहेंगे संभवतः उन्हें निराश नही करेंगे। स्त्रीवर्ग आपकी मनोदशा को भली भांति समझेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज आपको हर जगह अनुकूल वातावरण मिलेगा परन्तु आज एक साथ कई काम आने से दुविधा में पड़ जाएंगे जिससे विलंब होगा। मध्यान बाद आप सभी कार्यो को धैर्य से सोच समझ कर करेंगे इसलिए सफलता की संभावना भी अधिक रहेगी। कार्य क्षेत्र पर नौकरों की लापरवाही के कारण हानि हो सकती है। मध्यान का समय धन लाभ वाला रहेगा। नविन योजनाओं से भी आज लाभ होगा। महिलाये आज पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा खर्चीली रहेंगी लेकिन खर्च अनावश्यक नही होंगे। मनोरंज के लिये भी समय निकाल लेंगे। परिजनों के साथ पर्यटन भोजन पर जाएंगे घर का वातावरण कुछ समय के लिये उग्र बनेगा।

⌘⌘गोमती_चक्र 

🌹 गोमती चक्र अनेकों समस्याओं के निदान हेतु प्राकृतिक यंत्र के रूप में प्रयोग किया जाता है ! आज हम इसके बारे में विस्तार से जानेंगे कि गोमती चक्र का प्रयोग कहाँ कहाँ कर सकते हैं !

🌹 जीवन में हमें अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ता है ! कुछ परेशानियां स्वयं ही समाप्त हो जाती हैं जबकि कुछ समस्याओं के निदान के लिए विशेष प्रयास करने पड़ते हैं ! तंत्र शास्त्र के माध्यम से जीवन की कई समस्याओं का निदान किया जा सकता है ! गोमती चक्र एक ऐसा पत्थर है जिसका उपयोग तंत्र क्रियाओं में किया जाता है ! यह बहुत ही साधारण सा दिखने वाला पत्थर है, लेकिन यह बहुत ही प्रभावशाली होता है ! इसके कुछ प्रयोग इस प्रकार हैं —

🌹1- यदि बार-बार गर्भपात हो रहा हो तब दो गोमती चक्र लाल कपड़े में बांधकर कमर में बांध लं तब गर्भपात बंद हो जाता है !

🌹2- यदि कोई कचहरी जाते समय घर के बाहर गोमती चक्र रखकर उस पर दाहिना पांव रखकर जाता है तब उस दिन कोर्ट-कचहरी में उसे सफलता प्राप्त होती है !

🌹3- यदि शत्रु बढ़ गए हों तब जितने अक्षर का शत्रु का नाम है उतने गोमती चक्र लेेकर उस पर शत्रु का नाम लिखकर उन्हें जमीन में गाड़ दें तो शत्रु स्वतः परास्त हो जाएंगे !

🌹4- यदि पति-पत्नी में मतभेद हो तब तीन गोमती चक्र लेकर घर के दक्षिण में “हलूं बलजाद” कहकर फेंक दें, मतभेद समाप्त हो जाएगा !

🌹5- प्रमोशन नहीं हो रहा हो तब एक गोमती चक्र लेकर शिव मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ा दें और सच्चे ह्रदय से प्रार्थना करें ! निश्चय ही प्रमोशन के रास्ते खुल जाएंगे !

🌹6- व्यापार वृद्धि के लिए दो गोमती चक्र लेकर उसे बांधकर चौखट के ऊपर लटका दें और ग्राहक उसके नीचे से निकलेंगे तो निश्चय ही व्यापार में वृद्धि होती है !

🌹7- यदि गोमती चक्र को लाल सिंदूर के डिब्बी में घर में रखें तब घर में सुख-शांति बनी रहती है !

🌹8- गोमती चक्र को होली के दिन थोड़ा सिंदूर लगाकर शत्रु का नाम उच्चारण करते हुए जलती हुई होली में डाल दें ! आपके शत्रु भी मित्र बन जाएगा !

🌹9- यदि कोई व्यक्ति होली के दिन 7 गोमती चक्र को सवा मीटर कपड़े में बांधकर अपने पूरे परिवार के ऊपर से ऊतारकर किसी बहते हुए जल में डाल दें तब यह एक तरह से आपके परिवार की तांत्रिक रक्षा कवच का कार्य करेगा !

🌹10- चार गोमती चक्र यदि किसी रोगी के बिस्तर के साथ बांध दिया जाय तब कुछ ही दिनों में रोगी स्वस्थ होने लगता है ! रोगी के पूर्ण स्वस्थ होने पर इन्हें सुबह के वक्त पीपल के पेड़ के नीचे गाड़ देंना चाहिए !

🌹11- यदि 11 गोमती चक्र की पूजाकर धूप दीप दिखा कर पीले वस्त्र में लपेट कर अपनी तिजोरी में धनतेरस के दिन रखें तो वर्ष भर तिजोरी भरी रहेगी !

🌹12- तीन गोमती चक्र जेब में रखकर किसी मुकदमे या प्रतियोगिता के में जाते समय लेकर जाएं तब निश्चित ही सफलता मिलेगी !

🌹13- यदि किसी व्यक्ति या बच्चे को बार-बार नजर लगती है, तब किसी निर्जन स्थान पर जाकर 3 गोमती चक्रों को अपने बच्चे के ऊपर से 7 बार उतार कर अपने पीछे फेंक दें और बिना पीछे मुड़कर देंखे बच्चे को लेकर घर चले जाँय ! इस क्रिया को करने से बच्चे को दुबारा कभी नजर नहीं लगेगी !

🌹14- यदि आपको निरन्तर आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है, तब माह के प्रथम सोमवार को 11 अभिमंत्रित गोमती चक्रों का हल्दी से तिलक करें और शंकर जी का ध्यान कर पीले कपड़ें में बांधकर पूरे घर में घुमाकर किसी बहते हुये जल स्रोत में प्रवाहित कर दें, ऐसा करने से कुछ समय पश्चात ही लाभ मिलने लगता है !

🌹15- यदि कोई बच्चा शीघ्र ही डर जाता है, तब प्रथम मंगलवार को अभिमंत्रित गोमती चक्र पर हनुमान जी के दाॅये कन्धें के सिन्दूर से तिलक कर किसी लाल कपड़े में बांधकर बच्चे के गले में पहना दें, बच्चे का डरना समाप्त हो जायेगा !

🌹16- यदि आपके व्यवसाय में किसी की नजर लग जाती है, तब 11 अभिमंत्रित गोमती चक्र और तीन छोटे नारियल को पूजा करने के बाद पीले वस्त्र में बाॅधकर मुख्यद्वार पर लटका दें ! इसके बाद आपके व्यवसाय में कभी नजर नहीं लगेगी !

🌹17- यदि आपके हाथों से खर्च अधिक हो रहा हो, तब माह के प्रथम शुक्रवार को 11 अभिमंत्रित गोमती चक्रों को पीले कपड़े पर रखकर मां लक्ष्मी का स्मरण कर विधिवत पूजन करें ! दूसरे दिन उनमें से 4 गोमती चक्र उठाकर घर के चारों कोनों में एक-2 दबा दें, और 3 गोमती चक्र को लाल चस्त्र में बांधकर धन रखने के स्थान पर रख दें तथा 3 चक्रों को पूजा स्थलमें रख्रें दे ! शेष बचें एक चक्र को किसी मन्दिर में अपनी समस्या निवेदन के साथ भगवान को अर्पित कर दें ! यह प्रयोग करने से कुछ समय बाद ही लाभ दिखने लगेगा !

🌹 रोग_मुक्ति_के_लिए_उपाय :

 परिवार में यदि कोई असाध्य रोगी है, तब चार गोमती चक्र लाकर उन्हें जल से स्वच्छ करने के बाद डंठल सहित दो पान के पत्ते लेकर एक जोड़ा लौंग को घी में डुबोकर पान के पत्तों पर रखें और पान के पत्तों को इस प्रकार लपेट लें कि सारी सामग्री अंदर बंद हो जाय ! चाहें तो काले धागे से बांध सकते हैं ! अब दाएं हाथ में चार गोमती चक्र तथा बांए हाथ में पान लेकर होलिका की 11 परिक्रमा करें ! प्रत्येक परिक्रमा के साथ रोगी के स्वस्थ होने के बारे में निवेदन करें ! परिक्रमा पूरी होने के बाद पान को होलिका में डाल दें ! होलिका को प्रणाम करें और गोमती चक्र को घर ले आएं ! यह चारों गोमती चक्र रोगी के पलंग के चारों पायों में बांध दें ! रोगी की जो चिकित्सा चल रही है, उसे चलने दें ! रोजाना सुबह उठते ही रोगी के स्वास्थ्य की कामना करें, इससे लाभ होगा !

🌹 ग्यारह गोमती चक्र लेकर लाल सिंदूर की डिब्बी में भरकर अपने घर में रखने से दाम्पत्य प्रेम बढ़ता है ! यदि पति -पत्नी में से किसी का मन भटक गया हो तब यह उपाय करने पर वह वापस अपने घर के प्रेम सम्बन्धों के दायरे में लौट आता है और आयसी प्रेम दिन दूना रात चौगुना बढ़ने लगता है !

🕉✍️  ज्योतिष आचार्य पांडुरंगराव शास्त्री* *ज्योतिष शास्त्र *

300 वर्ष तक भारत के बड़े भूभाग पर राज करने वाले होलकर की जाति से आने वाले धनगर और सिंधिया के कुनबे वाले आज पिछड़े हैं।

वहीं उन महाराजा विक्रमादित्य हेमराज तेली के वंशज आज पिछड़े हैं जिन्होंने अखंड भारत पर राज किया..!

वह मौर्य साम्राज्य आज पिछड़ा/दलित है, जिनके वंशजों ने पीढ़ियों तक बंगाल की खाड़ी से लेकर पर्शिया की सीमा तक अखंड भारतवर्ष पर राज किया।

महापद्मनंद और धनानंद का वंशज नाई समुदाय आज पिछड़ा है। जो भारत के सबसे शक्तिशाली राजे होते थे !

हिंदुओं के सबसे पवित्र ग्रंथ रामायण के रचियता और श्री राम की अर्धांगिनी माता सीता को अपने आश्रम में शरण देने वाले, श्री राम के पुत्रों लव कुश का पालन पोषण और उनको शिक्षित करने वाले महर्षि वाल्मीकि के वंशज आज अछूत कैसे हो गए या हो सकते हैं!

महर्षि वेद व्यास की माता व मछुआरा समुदाय से आने वाली रानी सत्यवती के वंशज भी आज पिछड़े हैं। जिनके बच्चे हस्तिनापुर पर राज करने वाले कौरव और पांडव अखंड भारत के सबसे महान योद्धा और चक्रवर्ती सम्राट थे।

उस आदिवासी कन्या शकुंतला का समुदाय भी आज अनुसूचित जनजाति में काउंट होता है जिनके पुत्र “भरत” के नाम पर इस देश का नाम भारत पड़ा।

महर्षि वेद व्यास, महर्षि वाल्मीकि, आचार्य विदुर, सम्राट चंद्रगुप्त, सम्राट अशोक जैसे और भी अनेका अनेक उदाहरण हैं…. जिनके वंशज/स्वजातीय लोग आज स्वयं को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग का बताकर अपने साथ शोषण, दमन और अत्याचार हुआ बताते हैं।

अब प्रश्न ये उठता है कि…

क्या इतने लंबे समय तक राज करने वाले इन वर्गों के राजाओं ने अपनी ही जात, बिरादरी वालों पर स्वयं ही अत्याचार किया/होने दिया या उन को पढ़ने/बढ़ने नही दिया !! उन्हें हजारो वर्षों से अनपढ़, गंवार व शोषित बनाये रखा !!

भगवान कृष्ण के वंशज होने का दावा करने वाले, आज भी बड़ी बड़ी जमीन जायदाद वाले, हर तरह से संपन्न यदुवंशी अंततः पिछड़े कैसे हो गए !!

मध्य काल में बहराइच से नेपाल तक बड़े भूभाग पर राज करने वाले पासी आखिर दलित कैसे हो गए !!

मध्यकाल में प्रसिद्ध पाल वंशी राजाओं के वंशज कैसे पिछड़े हो गए !!

इतिहास में चंवर वंशी राजाओं का जिक्र है जो आज दलित कहे जाते हैं।

गौर, गुर्जर, मीणा, जाट, वर्मा, गोंड आदि वर्ग के राजा सब बड़े लम्बे समय तक शासक रहे हैं। देश के इतिहास में इनकी छाप है। लेकिन ऐसा क्या हुआ कि मुगल आक्रांताओं के शासन काल व उसके बाद अंग्रेजी शासन काल की गुलामी के बाद ये सारे वर्ग विभाजित होकर वंचित, शोषित और पीड़ित कहलाने लगे…. क्या किसी ने यह विचार किया कि कहीं विदेशी आक्रांताओं ने ही हिंदू सनातन समाज में फूट डालने के लिए ये अंकुरण तो नहीं किया?

परतंत्रता से निकलने के बाद भी विभाजन की दोधारी तलवार से समस्त हिंदु समाज को काटने की रणनीति के चलते ही 1947 के बाद इस विभाजन को और गहरा ही किया गया !!

अन्यथा यह कैसे संभव है कि तुम लंबे समय तक राज भी करो और विदेशी नेक्सस के फैलाए जाल में फंसकर विक्टिज़्म भी बन जाओ… और राजा बनने के बाद भी क्या आपके स्वजातीय राजा अपनी जात/बिरादरी के साथ ऐसा ही करते रहे कि वो अनपढ़/गंवार/मूर्ख/पिछड़ा/दबा/कुचला ही बना रहे !!

सैकड़ों वर्षो तक अखंड भारत पर राज करने के बाद भी आप अपनी जाति का उद्धार नहीं कर सके तो इसमें दोष ब्राह्मण और हिन्दू धर्मशास्त्र को क्यों देते हो !! 

*एक बार स्वयं की ओर झांक कर भी देखो..!!* 

*साभार..* 

*Awareness Bharat..*

कैंसर एक घातक बीमारी अवश्य है किंतु पर्याप्त जागरूकता एवं स्वस्थ दिनचर्या से इसकी रोकथाम संभव है।

आइए आज विश्व कैंसर दिवस पर इस गंभीर बीमारी के प्रति स्वयं भी जागरूक हो तथा यह समझें कि कैंसर बीमारी नहीं है, यह हमारे रसायनिक जहर के अत्याचार का प्रतिशोध है।

आओ अपराध मुक्त भारत मिशन से जुड़कर कैंसर एवं आठों इम्यून डिसीज मुक्त भारत बनाएं। ✍️मैथिली शरण गुप्त          

राष्ट्रीय अध्यक्ष अपराध मुक्त भारत मिशन

पूर्व पुलिस महानिदेशक (पुलिस सुधार)