आज का पंचाग आपका राशि फल, दो सौ वर्ष तक भारत को गुलाम रखने वाले ब्रिटेन पर अब भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का शाशन, इसरो के वैज्ञानिकों ने रचा नया इतिहास 36 उपग्रह 🛰️ एक साथ अंतरिक्ष में किए स्थापित

बीती आधी रात को इसरो के वैज्ञानिकों ने जो नया इतिहास रचा है, आज तक दुनिया 🌎 में कोई और देश रच नहीं सका है💪
इसरो ने अपने इस नए और सबसे ताकतवर रॉकेट 🚀 से एक ही बार में 36 उपग्रहों 🛰️को सफलता से अंतरिक्ष में स्थापित किया। ये सारे उपग्रह ब्रिटिश 🇬🇧 संचार कंपनी वनवेब के हैं। उपग्रह 4-4 के बैच में लॉन्च किए गये हैं। इस स्वदेशी रॉकेट की क्षमता 8000 kg वजन तक को अंतरिक्ष में स्थापित करने की है।
इन्हें आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया…
🇮🇳👍✌️👌❤💪🎯🥳🎉🎊*

🙏🏻श्री हनुमते नमो नमः🙏🏻* 

*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻🙏🏻*🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌤️ *दिनांक – 25 अक्टूबर 2022*

🌤️ *दिन – मंगलवार*

🌤️ *विक्रम संवत – 2079 (गुजरात-2078)*

🌤️ *शक संवत -1944*

🌤️ *अयन – दक्षिणायन*

🌤️ *ऋतु – हेमंत ॠतु* 

🌤️ *मास – कार्तिक (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार अश्विन)*

🌤️ *पक्ष – कृष्ण* 

🌤️ *तिथि – अमावस्या शाम 04:18 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*

🌤️ *नक्षत्र – चित्रा दोपहर 02:17 तक तत्पश्चात स्वाती*

🌤️ *योग – विषकंभ दोपहर 12:32 तक तत्पश्चात प्रीति*

🌤️ *राहुकाल – शाम 03:15 से 04:41 तक*

🌞 *सूर्योदय – 06:39*

🌦️ *सूर्यास्त – 18:05*

👉 *दिशाशूल – उत्तर दिशा में*

🚩 *व्रत पर्व विवरण – दर्श अमावस्या, बली- पूजा, खंडग्रास सूर्यग्रहण (पूर्व भारत के कुछ भाग छोड़कर पूरे भारत में दिखेगा जहां दिखेगा वहां नियम पालनीय, सूर्य ग्रहण के चलते उत्तराखण्ड के चारधामों सहित आज बंद रहेंगे मंदिरों के कपाट )*

🔥 *विशेष – ,अमावस्या और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*

    भारतीय मूल के #ऋषि_सोनक बने #ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री दो सौ वर्षों तक भारत को गुलाम रखने वाले इंग्लैंड पर अब भारतीय मूल का प्रधानमंत्री का शासक रहेगा। बता दें कि ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक यूनाइटेड किंगडम के नए प्रधानमंत्री चुने गए हैं। वह ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री होंगे। पेनी मोर्डंट के दौड़ से हटने के बाद यूनाइटेड किंगडम की कंजर्वेटिव पार्टी ने ऋषि सुनक को अपना नेता चुना🌞 ~ *वैदिक पंचांग* ~🌞

🌷 *अन्नकूट दिवस / गोवर्धन-पूजा* 🌷

➡️ *26 अक्टूबर 2022 बुधवार कोअन्नकूट दिवस है ।*

🙏🏻 *कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को अन्नकूट दिवस कह्ते हैं । धर्मसिन्धु आदि शास्त्रों के अनुसार गोवर्धन-पूजा के दिन गायों को सजाकर, उनकी पूजा करके उन्हें भोज्य पदार्थ आदि अर्पित करने का विधान है। इस दिन गौओ को सजाकर उनकी पूजा करके यह मंत्र करना चाहिये, गौ-पूजन का मंत्र –*

🌷 *लक्ष्मीर्या लोकपालानां धेनुरूपेण संस्थिता ।*

*घृतं वहति यज्ञार्थ मम पापं त्यपोहतु ॥*

🐄 *(धेनु रूप में स्थित जो लोकपालों की साक्षात लक्ष्मी है तथा जो यज्ञ के लिए घी देती है , वह गौ माता मेरे पापों का नाश करें । रात्रि को गरीबों को यथा सम्भव अन्न दान करना चाहिये ।*

🙏🏻 *ऋषि प्रसाद, अक्तूबर 2010*

      🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *कैसे करें नूतन वर्ष का स्वागत – पुण्यमय दर्शन व बलि प्रतिपदा* 

➡ *बलि प्रतिपदा (वर्ष के प्रथम दिन)*

🌿 *पहले के जमाने में गाँवों में दीपावली के दिनों में वर्ष के प्रथम दिन नीम और अशोक वृक्ष के पत्तों के तोरण (बंदनवार) बाँधते थे, जिससे कि वहाँ से लोग गुजरें तो वर्ष भर प्रसन्न रहें, निरोग रहें । अशोक और नीम के पत्तों में रोगप्रतिकारक शक्ति होती है । उस तोरण के नीचे से गुजरकर जाने से वर्ष भर रोगप्रतिकारक शक्ति बनी रहती है । वर्ष के प्रथम दिन आप भी अपने घरों में तोरण बाँधो तो अच्छा है ।*

🌷 *नूतन वर्ष पर पुण्यमय दर्शन*

🙏🏻 *(पूज्य बापूजी के सत्संग-प्रवचन से)*

🎇 *दीपावली का दिन वर्ष का आखिरी दिन है और बाद का दिन वर्ष का प्रथम दिन है, विक्रम सम्वत् के आरम्भ का दिन है (गुजराती पंचांग अनुसार) । उस दिन जो प्रसन्न रहता है, वर्ष भर उसका प्रसन्नता से जाता है ।*

🙏🏻 *’महाभारत’ में भगवान व्यास जी कहते हैं-*

*यो यादृशेन भावेन तिष्ठत्यस्यां युधिष्ठिर।*

*हर्षदैन्यादिरूपेण तस्य वर्षं प्रयाति वै।।*

🙏🏻 *’हे युधिष्ठिर ! आज नूतन वर्ष के प्रथम दिन जो मनुष्य हर्ष में रहता है, उसका पूरा वर्ष हर्ष में जाता है और जो शोक में रहता है, उसका पूरा वर्ष शोक में व्यतीत होता है।’*

🎇 *नूतन वर्ष के दिन मंगलमय चीजों का दर्शन करना भी शुभ माना गया है, पुण्य-प्रदायक माना गया है। जैसेः*

➡ *उत्तम ब्राह्मण, तीर्थ, वैष्णव, देव-प्रतिमा, सूर्यदेव, सती स्त्री, संन्यासी, यति, ब्रह्मचारी, गौ, अग्नि, गुरु, गजराज, सिंह, श्वेत अश्व, शुक, कोकिल, खंजरीट (खंजन), हंस, मोर, नीलकंठ, शंख पक्षी, बछड़े सहित गाय, पीपल वृक्ष, पति-पुत्रवती नारी, तीर्थयात्री, दीपक, सुवर्ण, मणि, मोती, हीरा, माणिक्य, तुलसी, श्वेत पुष्प, फ़ल, श्वेत धान्य, घी, दही, शहद, भरा हुआ घड़ा, लावा, दर्पण, जल, श्वेत पुष्पों की माला, गोरोचन, कपूर, चाँदी, तालाब, फूलों से भरी हुई वाटिका, शुक्ल पक्ष का चन्द्रमा, चंदन, कस्तूरी, कुम- कुम, पताका, अक्षयवट (प्रयाग तथा गया स्थित वटवृक्ष) देववृक्ष (गूगल), देवालय, देवसंबंधी जलाशय, देवता के आश्रित भक्त, देववट, सुगंधित वायु शंख, दुंदुभि, सीपी, मूँगा, स्फटिक मणि, कुश की जड़, गंगाजी मिट्टी, कुश, ताँबा, पुराण की पुस्तक, शुद्ध और बीजमंत्रसहित भगवान विष्णु का यंत्र, चिकनी दूब, रत्न, तपस्वी, सिद्ध मंत्र, समुद्र, कृष्णसार (काला) मृग, यज्ञ, महान उत्सव, गोमूत्र, गोबर, गोदुग्ध, गोधूलि, गौशाला, गोखुर, पकी हुई फसल से भरा खेत, सुंदर (सदाचारी) पद्मिनी, सुंदर वेष, वस्त्र एवं दिव्य आभूषणों से विभूषित सौभाग्यवती स्त्री, क्षेमकरी, गंध, दूर्वा, चावल औऱ अक्षत (अखंड चावल), सिद्धान्न (पकाया हुआ अन्न) और उत्तम अन्न – इन सबके दर्शन से पुण्य लाभ होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्णजन्म खंड, अध्यायः 76 एवं 78)*

🌷 *कैसे करें नूतन वर्ष का स्वागत* 

🙏🏻 *नूतन वर्ष के दिन सुबह जगते ही बिस्तर पर बैठे-बैठे चिंतन करना कि ‘आनंदस्वरूप परमात्मा मेरा आत्मा है । प्रभु मेरे सुहृद हैं, सखा हैं, परम हितैषी हैं, ॐ ॐ आनंद ॐ… ॐ ॐ माधुर्य ॐ…। वर्ष शुरू हुआ और देखते-देखते आयुष्य का एक साल बीत जायेगा फिर दीपावली आयेगी । आयुष्य क्षीण हो रहा है । आयुष्य क्षीण हो जाय उसके पहले मेरा अज्ञान क्षीण हो जाय । हे ज्ञानदाता प्रभु ! मेरा दुःख नष्ट हो जाय, मेरी चिंताएँ चूर हो जायें । हे चैतन्यस्वरूप प्रभु ! संसार की आसक्ति से दुःख, चिंता और अज्ञान बढ़ता है और तेरी प्रीति से सुख, शांति और माधुर्य का निखार होता है । प्रभु ! तुम कैसे हो तुम्हीं जानो, हम जैसे-तैसे हैं तुम्हारे हैं देव ! ॐ ॐ ॐ…*

🙏🏻 *फिर बिस्तर पर तनिक शांत बैठे रहकर अपनी दोनों हथेलियों को देखना -*

🌷 *कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती ।*

*करमूले तु गोविंदः प्रभाते करदर्शनम् ।।*

🙏🏻 *अपने मुँह पर हाथ घुमा लेना । फिर दायाँ नथुना चलता हो तो दायाँ पैर और बायाँ चलता हो तो बायाँ पैर धरती पर पहले रखना ।*

🙏🏻 *इस दिन विचारना कि “जिन विचारों और कर्मों को करने से हम मनुष्यता की महानता से नीचे आते हैं उनमें कितना समय बरबाद हुआ ? अब नहीं करेंगे अथवा कम समय देंगे और जिनसे मनुष्य-जीवन का फायदा होता है – सत्संग है, भगवन्नाम सुमिरन है, सुख और दुःख में समता है, साक्षीभाव है… इनमें हम ज्यादा समय देंगे, आत्मज्योति में जियेंगे । रोज सुबह नींद में से उठकर ५ मिनट शिवनेत्र पर ॐकार या ज्योति अथवा भगवान की भावना करेंगे…।”*

 

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*

📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*

      🌞 *~ वैदिक पंचांग ~ 🌞 

             आज का राशिफल

         🐐🐂💏💮🐅👩

        〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन विजय दिलाने वाला रहेगा। स्वभाव में थोड़ी तेजी रहने के कारण किसी के मार्गदर्शन को भी अहम से जोड़ेंगे आज आप किसी अन्य के आधीन होकर काम करना पसंद नही करेंगे। मनमौजी व्यवहार अन्य लोगो के लिए परेशानी खड़ी करेगा लेकिन आपके लिये शांति दायक रहेगा। जिस कार्य को करेंगे उसमे ही विलम्ब होगा फिर भी अपनी सूझ बूझ से लाभ बना ही लेंगे। व्यवसायी वर्ग जोखिम वाले कार्य शेयर सट्टे आदि से लाभ कमाएंगे। नौकरी वाले लोग भी कार्य कुशलता के बल पर सम्मान के अधिकारी बनेंगे। परिवार का वातावरण आपसी समझ की कमी के कारण कुछ समय के लिये गरम होगा। पित्त, कफ से परेशानी होगी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन भी भाग-दौड़ में बीतेगा। दिन के आरम्भ से ही किसी कार्य को करने के लिए व्यस्त हो जाएंगे। कार्य व्यवसाय में आज अधूरे कार्य पूर्ण करने की जल्दबाजी रहेगी फिर भी समय से पूर्ण नही हो पाएंगे। व्यवसायी वर्ग धन सम्बन्धीत व्यवहार के कारण चिंतित रहेंगे समय पर कार्य पूर्ण ना होने कारण खरी-खोटी सुन्नी पड़ेगी। मध्यान बाद का समय राहत वाला रहेगा। धन संबंधित समस्या किसी की सहायता से सुलझेंगी लेकिज आज आर्थिक कारणों से किसी से पुराना संबंध टूटने की संभावना है। परिवार के बीच आप ज्यादा शांत एवं सुरक्षित अनुभव करेंगे। पेट खराब होने पर अन्य व्याधियां बनेगी।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आप लापरवाहि ज्यादा करेंगे। छोटी-छोटी गलती भी आगे चलकर गंभीर रूप ले सकती है इसका विशेष ध्यान रखना होगा। किसी भी कार्य को दिमाग की जगह दिल से करने के कारण सफलता में संशय रहेगा। धन संबंधित उलझने दिन के आरंभ से ही खड़ी होंगी जो कि संध्या तक यथावत बनी रहेगी संध्या के आस-पास कही से थोड़ा बहुत धन मिलने से दैनिक खर्च निकल जाएंगे। आर्थिक मामलों को लेकर आज ज्यादा तामझाम में ना पढ़ें अन्यथा छोटे लाभ से भी वंचित रहना पडेगा। मित्र रिश्तेदारों के आगे भी धन संबंधित कार्यो को लेकर शर्मिंदा होना पड़ सकता है। उधार किसी से भी ना करे चुकाने में परेशानी आएगी। सेहत में छोटी मोटी व्याधी लगी रहेगी।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन आपका स्वभाव बात-बात पर गरम होगा। किसी से किया वादा पूर्ण ना करने पर अपमानित होना पड़ेगा। जल्दबाजी में कार्य करेंगे त्रुटि होने पर बाद में अफसोस होगा। आज धन संबंधित व्यवहार अधिक आवश्यकता पडने पर ही लिख कर ही करें भूल होने की संभावना हैं। धन लाभ को लेकर मध्यान तक चिंतित रहेंगे मध्यान बाद आवश्यकता अनुसार होने से राहत मिलेगी। घर का वातावरण भी आपके रूखे व्यवहार से अशान्त रहेगा। बड़े-बुजुर्गों की बात ना मानने पर कुछ ना कुछ हानि होगी। आज शांति बनाए रखने के लिये मौन रहना ही बेहतर रहेगा। सर-बदन दर्द रक्त चाप संबंधित परेशानी होगी।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन आप अपनी बात मनवाने के लिये सामने वाले पर नाजायज दबाव बनाएंगे जिससे आपसी संबंध खराब होने का भय रहेगा फिर भी देर अबेर अपना काम बना ही लेंगे। नौकरी पेशा जातक अधिकारियों के ऊपर आवश्यकता से अधिक विश्वासः करेंगे जिसका परिणाम आज निराश ही करेगा। व्यवसायी वर्ग धन को लेकर थोड़े चिंतित रहेंगे उधारी के कारण कार्य क्षेत्र पर गरमा गरमी हो सकती है। आध्यात्मिक कार्यो में भी समय निकाल सम्मिलित होंगे लेकिन आज मन अन्यत्र ही भटकेगा। बाहर घूमने की योजना अंत समय मे निरस्त करनी पड़ेगी। सुख सुविधा मिलने पर भी मानसिक रूप से अशान्त रहेंगे।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आपके लिये आज का दिन आशा से कम लाभदायक लेकिन फिर भी संतोषजनक रहेगा। संतोषी प्रवृति रहने के कारण व्यर्थ की उलझनों से बचे रहेंगे। आज आपको आर्थिक विषमताओं का सामना करना पड़ेगा कार्य क्षेत्र अथवा घर मे कोई ना कोई आपके व्यवहार से असंतोष जतायेगा लेकिन आप जानकर भी अनजान बनेंगे। धार्मिक पूजा पाठ में सम्मिलित होने के अवसर मिलेंगे परन्तु ध्यान एकाग्र नही रहने के कारण आध्यात्म लाभ नही मिल पायेगा। नौकरी वाले लोग आज कार्य भार कम रहने से शांति अनुभव करेंगे फिर भी अधिकारी वर्ग से आज कम ही बनेगी। बुजुर्गो का आशीर्वाद और मार्गदर्शन मिलेगा।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन आपके स्वभाव में आलस्य अधिक रहेगा। लापरवाहि में लाभ के अवसर हाथ से निकल सकते है सतर्क रहें। कार्य व्यवसाय में आज बीते कल की अपेक्षा तेजी रहेगी धन कमाने के मौके मिलते रहेंगे आवश्यकता अनुसार लाभ आसानी से हो जाएगा लेकिन लालच में ज्यादा कमाने की वृत्ति कुछ ना कुछ कमी ही करेगी। संतोषी वृति अपनाकर ही आज प्रत्येक कार्य निर्विघ्न सम्पन्न किया जा सकता है इसका विशेष ध्यान रखें। हर में मांगलिक कार्यक्रम होने से वातावरण शांत रहेगा। विपरीत लिंगीय आकर्षण भी कुछ अधिक रहेगा इसके कारण परिवार में गलतफहमी पनपने से खींच तान हो सकती है। सेहत बनी रहेगी।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन भी संघर्ष से भरा रहेगा। दिन के आरंभ में ही कोई दुखद घटना से मन बेचैन रहेगा। दिनचार्य आज अस्त-व्यस्त ही रहेगी। जिस कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे अनिर्णय की स्थिति रहने के कारण विलम्ब होगा हानि के डर से आज कोई जोखिम लेने से बचेंगे केवल यही निर्णय आज सही रहेगा अन्य में कुछ ना कुछ उलझन ही बनेगी। अकस्मात धन क्षय के योग बन रहे है नए कार्यो में धन ना लगाए पहले अधूरे कार्य पूर्ण करें अन्यथा निरस्त किये जा सकते है। पारिवारिक वातावरण में विवेक की कमी रहेगी छोटी-छोटी बात पर आपस में उलझेंगे। शारीरिक दृष्टिकोण से भी आज दिन प्रतिकूल रहेगा।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आप अपने अभिमानी स्वभाव के कारण घर मे बैठे बिठाये झगड़ा मोल लेंगे इसके विपरीत कार्य अथवा सामाजिक क्षेत्र पर ऐश्वर्य वृद्धि होगी। घर से ज्यादा बाहर का वातावरण भायेगा। कार्य व्यवसाय में सोची योजनाए धीमी गति से चलेंगी आज जहां से लाभ की उम्मीद रहेगी वहां की जगह अन्य साधनों से अक्समात होगा। विरोधी आपके खिलाफ षड्यंत्र रचेंगे लेकिन कामयाब नही हो पाएंगे फिर भी मीठा बोलने वालों से सतर्क रहें। अधिकारी वर्ग से नोकझोंक होगी जिससे कागजी कार्य अधूरे रह सकते है। स्वास्थ्य मध्यान बाद नरम रहेगा भागदौड़ के कारण थकान बनेगी।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन भी आपके अनुकूल बना रहेगा लेकिन आज स्वभाव में थोड़ी तल्खी रहने से आपसी व्यवहारिकता में कमी आएगी। लोग आपसे अपेक्षाये लेकर आएंगे परन्तु निराश होना पड़ेगा। दैनिक कार्य के अतिरिक्त कार्य आने से कुछ समय के लिए असहजता बनेगी। व्यक्तिगत व्यस्तता के कारण सामाजिक कार्यो में बेमन से भाग लेना पड़ेगा फिर भी सम्मान पाने के अधिकारी बनेंगे। काम-धंधे में सुधार आयेगा लेकिन रुके कार्य आज भी पूर्ण होने में संदेह रहेगा। नौकरी पेशाओ एवं महिलाओ का आस-पड़ोसियों से झगड़ा होने की संभावना है। परिवार में किसी से बीमार होने पर चिंता होगी धन खर्च के साथ अतिरिक्त भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। अपनी सेहत का भी ख्याल रखें।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज आप धार्मिक कार्यो के लिये अपने नियत कार्यक्रम को रद्द करेंगे जिससे बाद में अधिकांश कार्य अस्त-व्यस्त होंगे। धार्मिक भावनाएं आज बलवती रहेंगी लेकिन परोपकार के कार्य स्वार्थ पूर्ति के लिये ही करेंगे। दिन के आरम्भ में स्वास्थ्य संबंधित शिकायत रहेगी मध्यान तक धीरे धीरे सुधार आने लगेगा दवाओं पर खर्च करना पड़ेगा। व्यवसाय में आज आश्वासनों से ही काम चलाना पड़ेगा। नए अनुबंध हाथ लगेंगे लेकिन आज इनपर कार्य आरम्भ नही कर पाएंगे। गृहस्थ में आज शांति स्थापित होगी फिर भी बुजुर्गो को संतुष्ट रखना नामुमकिन होगा। आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहेगा।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन भी प्रतिकूल रहेगा। शारीरिक रूप से असमर्थ रहने के कारण आवश्यक कार्यो में विलंब होगा स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। मन मे नकारत्मक भाव आएंगे किसी की हित मे कही बाते भी उल्टी लगेंगी। कार्य व्यवसाय में आज किसी के सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी वो भी समय पर नही मिलेगा। धन की आमद अनिश्चित रहेगी खर्च निकालने के लिये भी जोड़-तोड़ करना पड़ेगा। उधार के व्यवहार से बचे अन्यथा बाद में परेशानी होगी। पारिवारिक वातावरण में विरोधाभास लगा रहेगा घर के सदस्य एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करेंगे। घर के बुजुर्ग वर्ग दुखी होंगे।

🚩🚩 *” ll जय श्री राम ll “* 🚩🚩

        🌞 *~ हिन्दू पंचांग *🌞

🙏🏻🌷🍀🌹🌻🌺🌸🍁🙏🏻

〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰

   〰〰〰🙏राधे राधे🙏〰〰〰

 पटाखे 💥 बैन करने के पीछे ये साले मच्छर भगाने वाले प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों का भी हाथ है…

पटाखे फूटने से उसके सल्फर के कारण मच्छर मर जाते है जिसके कारण उनके हजारो करोड़ के प्रोडक्ट की बिक्री पर असर होता है…

तो बस कुछ करोड़ खर्च किया और प्रोपोगंडा फैला दिया प्रदूषण का।

ग्रहण विशेष

सूर्य के साथ राहु का किसी भी प्रकार का संबंध सूर्य ग्रहण कहलाता है।
25 अक्टूबर 2022 दिन मंगलवार को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, भारत में सूतक प्रातः 04:25 मिनट से शुरू हो जाएगा। इस दौरान सभी मंदिरों के कपाट बन्द रहेगें। ( भारत में सूर्यग्रहण का अलग अलग राज्यों में अलग अलग समय ) में रहेंगे।
*यह सूर्य ग्रहण साय 04 बजकर 25 मिनट से शुरू होगा और साय 06 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।*
सूर्य ग्रहण तुला राशि में लगने जा रहा है और सूर्य की वजह से तुला राशि में चार ग्रहों की युति बनेगी। सूर्य के साथ तुला राशि में केतु, शुक्र और चंद्रमा भी विराजमान रहेंगे और चार ग्रह स्वाति नक्षत्र में भी स्थित होंगे।
इस बार सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लग रहा है,

जिस कारण से गोवर्धन पूजा दीपावली के बाद 26/10/2022 को मनाई जाएगी।
गर्भवती महिलाओ को सतर्क रहना चाहिए। सूर्यग्रहण के समय पानी वाला नारियल झोली में रख कर गुरु मंत्र का या आपके शुभचिंतक के दिये मन्त्र का अथवा किसी का गुरु ना हो तो ॐ नमः भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करें। या कोई भी धार्मिक ग्रन्थ को पढ़ सकते है। सूर्यग्रहण के पश्चात उस नारियल को जल प्रवाह करवा देवे ।
सूर्य ग्रहण के वक्‍त गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर बिल्‍कुल भी नहीं निकलना चाहिए, क्‍योंकि इस समय निकलने वाली हानिकारक किरणें गर्भ में पल रहे बच्‍चे को भारी क्षति पहुंचा सकती हैं।
सूर्य ग्रहण के समय महिलाओं को किसी भी प्रकार की नुकीली वस्‍तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यदि गर्भवती महिलाएं ऐसा करती हैं तो बच्‍चे अपंग या फिर किसी अंग से विकृत पैदा हो सकते हैं।
सूर्यग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को किसी प्रकार की कढ़ाई और सिलाई के काम नहीं करने चाहिए। ऐसा करना भी बच्‍चे और मां दोनों की सेहत के लिए क्षति हो सकती है। हो सके तो ग्रहण के वक्‍त गर्भवती महिलाओं को रामायण या फिर अन्‍य दुर्गा सप्तशती ग्रंथ का पाठ करना चाहिए।
ग्रहण के वक्‍त गर्भवती महिलाओं को सब्‍जी काटने या फिर अन्‍य किसी यंत्र का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए। यह भी अच्‍छा नहीं माना जाता है
🕉️ गर्भवती महिलाएं सूर्य ग्रहण के दौरान सोएं नहीं। उन्हें जागकर पूजा पाठ या मंत्र जाप करने का परामर्श दिया जाता है।
🕉️ ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण की हानिकारक किरणों से बचने के लिए घर की खिड़कियों को परदों से ढक दें।
सूर्य ग्रहण की वजह से वातावरण में नकारात्मक शक्तियां मौजूद रहती हैं, जिसकी वजह से खाने में अशुद्धियां बढ़ जाती हैं। लोगों को परामर्शघ द गफलत  है कि ग्रहण के समय खाने-पीने की चीजों से बचें। ऐसा करने से स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव बढ़ जाता है। ग्रहण में बालक, वृद्ध और रोगी को छोड़कर किसी को भी भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए।

सूर्य ग्रहण के बाद करें ये दान

सूर्य ग्रहण के बाद लाल कपड़ा, तांबे के पात्र, मसूर दाल, गेंहू और लाल फल का दान करना बेहत उत्तम माना गया है। वैदिक सभ्यता के अनुसार ग्रहण के बाद इन चीजों का दान करने से कुंडली में मौजूद ग्रहों के सभी दोष दूर होते हैं और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही ध्यान रखें कि सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से ना देखें। ग्रहण के समय सूर्य से हानिकारक किरणें निकलती हैं, जो आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

सूर्य ग्रहण के समय मानसिक पूजा करनी चाहिए। मानसिक पूजा में ईश्वर को स्पर्श नहीं किया जाता, मन ही मन ईश्वर का ध्यान किया जाता है। इसके साथ ही आप ग्रहण के समय महामृत्युंजय मंत्र, आदित्य हृदय स्तोत्र, भगवान शिव के मंत्र आदि का जप कर सकते हैं। ऐसा करने से ग्रहण का अशुभ प्रभाव परिवार से दूर रहता है और ईश्वर की कृपा भी बनी रहती है।

सूर्य ग्रहण के बाद स्नान व ध्यान करने के बाद पीपल के पेड़ की पूजा करें और दूध और जल से पीपल की जड़ की सीचें। इसके बाद तेल का दीपक जलाएं और पांच तरह की मिठाई अर्पित करें। इसके साथ ही पीपल के पेड़ की सात परिक्रमा करें और मन ही मन ईश्वर का ध्यान या मंत्र जप करें और आशीर्वाद मांगे। ऐसा करने से परिवार से नकारात्मक शक्ति दूर रहती है और परिवार के सदस्यों की तरक्की होती है।

सूर्य ग्रहण के बाद एक काली गाय की सेवा करे। इसके बाद उसे 8 बूंदी के लड्डू और हरा चारा खिलाएं और परिवार समेत उसकी परिक्रमा करें। फिर काली गाय की पूंछ से अपने सिर पर आठ बार झाड़ लें। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और परिवार में खुशहाली बनी रहती है। साथ ही जीवन में से ग्रहण का अशुभ प्रभाव भी दूर हो जाता है।

सूर्य ग्रहण के बाद काले तिल,नमक, नींबू और पका हुआ केला बहते हुए जल में बहा दें।

🕉️. गेहूं, गुड़ व तांबे का दान दें।
🕉️. पति-पत्नी में झगड़ा होता हैं तो दोनों में से किसी एक को गुड़ से परहेज करना चाहिए।
🕉️. 21 नारियल अपने सिर पर से वार कर जल में प्रवाहित करें।
🕉️. मुफ्त की चीज़ न लें। अंधे व्यक्ति की सहायता करें।

🕉️. मां का आशीर्वाद सदैव लें और चावल-दूध का दान करें।
🕉️. जौ को दूध या गौ मूत्र से धोकर बहते पानी में बहाएं।
🕉️ हनुमान चालीसा का पाठ करें। मांस-मदिरा से दूर रहें और आचरण को शुद्ध रखें।
🕉️. यदि आपके पड़ोस या घर में कोई पीपल का पेड़ हो तो उसे पानी दें और उसकी सेवा करें।
🕉️. परिवार के सभी सदस्यों से सिक्के के रूप में पैसे इकट्ठा करें और किसी दिन पूरे पैसे मंदिर में दान कर दें।
🕉🔱🕉🔱🕉🔱🕉 🔱🕉
*ज्योतिष आचार्य पांडुरंगरावशास्त्री*
*ज्योतिष शास्त्र