प्रेतबाधा शामन और लक्ष्मी आगमन हेतु बामन द्वादशी के दिन करें ये उपाय……

हमारी सृष्टि के जीवन आधार श्रीहरि भगवान विष्णु ने आज वामन अवतार लिया था, आज के दिन श्रेष्ठ ब्राह्मणों का सम्मान करने का विधान है, वामन द्वादशी पर सभी मनोकामनाएं होगी पूर्ण, रोगों से भी मिलेगी मुक्ति। रविवार दिनांक 03.09.17 को भाद्रपद शुक्ल द्वादशी (वामन द्वादशी) पर श्रद्धालुओं के हरिद्वार और प्रयाग में गंगा स्नान ध्यान का विधान है । श्रीमद्भागवत पुराण के अनुसार आनन्दकंद भगवान विष्णु ने श्रवण नक्षत्र व्यापीनी द्वादशी तिथि के अभिजित मुहूर्त में वामनावतार लिया था। इस दिन वामनावतार के पूजन से तीनों लोकों के पूजन समान वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है। मनुष्य के सभी पापों का नाश होता है। इस दिन यज्ञोपवीत से भगवान वामन की प्रतिमा स्थापित किए जाने का विधान है। इस दिन के विशेष पूजन व उपाय से तथा व्यक्ति का संसार में चंद्रमा के समान यश फैलता है। आज रात्रि घरों के देवस्थान में अखंड दीप जलाने से प्रेतवाधा समाप्त होती है और लक्ष्मी जी प्रसन्न रहती हैं।