राज्य, रेल और राजधानी के युग पुरुष सतपाल महाराज उत्तराखंड के लिए किसी वरदान से कम नहीं, अपने विधानसभा क्षेत्र में भी किये अभूतपूर्व विकास कार्य

✍️डाॅ हरीश मैखुरी

            राज्य रेल और राजधानी के युग पुरुष सतपाल महाराज उत्तराखंड के लिए किसी वरदान से कम नहीं अपने विधानसभा क्षेत्र में भी किये अभूतपूर्व विकास कार्य। श्री सतपाल महाराज एक बडी सोच और समग्र विकास का नाम है। उत्तराखण्ड राज्य निर्माण की बात हो, गैरसैण में विधानसभा भवन के निर्माण की बात हो या चाहे ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेलवे लाईन पहुंचाने का उनका भगीरथ प्रयास हो। उन्होने जो कहा उसे लक्ष्य तक पहुंचाया है। उत्तराखंड राज्य की घोषणा भले नो नवम्बर 2000 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार द्वारा हुई है लेकिन इससे पहले ही प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और प्रधानमंत्री इंद्रकुमार गुजराल से तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री सतपाल महाराज गणतंत्र दिवस लाल किले से उत्तराखंड पृथक राज्य की घोषणा करवा चुके थे। आश्चर्य होता है कि कुछ लोग सब कुछ जानते हुए भी अनजान बन कर उनकी विधानसभा क्षेत्रों लोगों को गुमराह करने से चूकते नहीं। हमें भली-भांति समझना चाहिए कि श्री महाराज जिस चौबट्टाखाल क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उस क्षेत्र को सतपुली और स्यूंसी झील की जो सौगात उन्होने दिया है उससे पूरी विधान सभा के साथ-साथ आस-पास के क्षेत्रों का भी कायाकल्प होना निश्चित है। जहां तक क्षेत्र में सड़कों की बात है तो उन्हें लोक निर्माण विभाग मिले अभी कम समय हुआ था। उसके उपरांत भी जितना हो सकता था उससे भी बढकर क्षेत्र को उन्होने सड़कों की सौगात दी है। निश्चित रूप से कुछ सड़कें समय अभाव के चलते रह गई हों, लेकिन भविष्य में उन पर भी कार्य होगा हमें ऐसा भरोसा रखना चाहिए। श्री महाराज ने अपने क्षेत्र को कई पर्यटक आवास ग्रह भी दिये हैं इनकी महत्ता आने वाले समय में हमें पता चलेगी। उन्होंने चौबट्टाखाल को अरबों रूपये की पम्पिंग पेयजल और सिंचाई योजनाओं की सौगात देने के अलावा अनेक बहु आयामी योजनाएं अपने क्षेत्र को दी हैं। विकास एक सतत प्रक्रिया है लेकिन हमारी सोच सकारात्मक होनी चाहिए और हमें यह भी देखना चाहिए कि हमारे क्षेत्र का विकास कौन सुनिश्चित और सुनियोजित ढ़ग से कर सकता है। सतपाल महाराज की अनोखी होमस्टे योजना आज उत्तराखंड में हजारों बेरोजगारों की आजीविका का साधन बनी हुई है इससे उत्तराखंड का पर्यटन व्यवसाय दुनियां भर में अपनी पहचान बना रहा है। महाराज ने जो यात्रा सर्किट बनाने का अभूतपूर्व कार्य किया वह भविष्य में उत्तराखण्ड में पर्यटन विकास असीम संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त करेगा। कुल मिलाकर उत्तराखंड राज्य उत्तराखंड में ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेललाइन रेल और गैरसैंण में राजधानी की शुरुआत के युग पुरुष सतपाल महाराज उत्तराखंड के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। अपने विधानसभा क्षेत्र में भी किये अभूतपूर्व विकास कार्य किए हैं। सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण बात यह है कि वे एक कर्तव्यनिष्ठ इमानदार और दूरगामी सोच के विराट व्यक्ति हैं। उत्तराखंड को उनकी आवश्यकता सदैव बनी रहेगी। उत्तराखंड के लोगों को ऐसे सदपुरूष का सम्मान अवश्य बनाये रखना चाहिए।