साक्षी पर चाकू से चालीस वार करने वाला साहिल हाथ में कलावा पहने था, यथार्थ में भी केरला स्टोरी हर प्रांत में घटित हो रही है

दिल्ली की एक सड़क पर टीशर्ट जींस में एक 16 वर्ष की लड़की साक्षी दीवार से सटी खड़ी है और उस पर फ्रिज मकैनिक साहिल चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर रहा है उसने 36 सेकेंड में चालीस वार कर उसका भुर्ता बना दिया। वैसे एक बड़ा धारदार चाकू यदि हल्के हाथ से भी मारा जाए तो जिगर कलेजा कट जाता है लेकिन विडियो में दिख रहा है कि 20 साल का साहिल पूरी ताकत के साथ अपने शरीर का वजन चाकू पर डालकर साक्षी का एकदम कीमा बना देता है । आखिर क्या दिल दहला देने वाले इस मर्डर की असली वजह आइए जानते हैं  पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार साक्षी, साहिल को पहले से जानती थी और दोनों के बीच हल्की बातचीत थी । लेकिन जब साक्षी ने साहिल से बात करने से मना कर दिया तो फ्रिज मकैनिक साहिल ने साक्षी का चाकुओं से गोदकर भुर्ता बना दिया और फिर एक बहुत बड़े पत्थर से उसका सिर भी फोड़ दिया । 

दिल्ली की #साक्षी पर चाकू से चालीस वार करने के बाद भी #साहिल ने जब देखा कि दीक्षा अभी मरी नहीं है तब उसने बडे़ पत्थर से उसका सिर कुचल दिया। साहिल लव जिहाद के लिए हाथ में कलावा पहनता था, ये हिज्जे उसने कहां से सीखे ये जघन्य कांड तो कसाब से भी घृणित है। इसी से प्रतीत होता है कि हर लव जिहादी का आईडियल कसाब भी ही होता है। और मेरा अब्दुल ऐसा नहीं है कहने वाली हर हिन्दू लड़की की परिणति शूटकेस पैकिंग पैंतीस टुकड़े या चालीस चाकू के वार से मरना ही होती है। यथार्थ में तो केरला स्टोरी हर प्रांत में चल रही है। लेकिन पूरा सैक्युलर मीडिया से ये समाचार औझल है जबकि दिल्ली की #टूलकिट पहलवानों की मैडल स्टोरी छा रखी है।
लेकिन लड़की का नाम दीक्षा की जगह सलमा होता और लड़के का नाम फर्जी ही सही अर्पित शर्मा होता। सोच कर बताओ तब भी सैक्युलर मीडिया मुंह में ऐसा ही दही जमा कर बैठा रहता? या कोई स्कीन काली करता कोई हिन्दू आतंकवाद भौंकता बामपंथी मीडिया महारथी कोहराम मचाते। बंटी बबली उनके घर पंहुंच कर आंसू बहाते दिल्ली का नाटक बाज सिलाई मशीन और पचास हजार देता?
इसलिए सावधानी ही बचाव है ट्विटर पर  केरला स्टोरी हर जगह वास्तविक रूप से चल रही है।

– कत्ल के बाद साहिल बुलंदशहर में जाकर छुप गया जिसको बाद में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया लेकिन जब गिरफ्तारी हुई तो उसके हाथ में एक लाल कलावा बंधा हुआ देखा गया । इसीलिए ये लव जिहाद का मामला भी हो सकता है । 

– एक मित्र ने ये प्रश्न उठाया है कि क्या किसी ने ऐसा कोई समाचार देखा है जिसमें किसी मुसलमान ने किसी मुसलमान लड़की को इतनी बेदर्दी से काटा है इतनी बेरहमी से मारा है ? सिर्फ हिंदू लड़कियां ही अब्दुल और साहिल जैसे जिहादियों के निशाने पर क्यों हैं ? आखिर कौन सी मजहबी शिक्षा ये सिखाती है ? अगर लड़की हां करे तो भी सूटकेस में पैक होना तय है और अगर ना परे तो भी चाकुओं से काटा जाना तय है ! 

-आज तक न्यूज चैनल पर शम्स ताहिर खां नामके एक एंकर ने बेहद चालाकी से पूरे मामले को इस तरफ मोड़ दिया कि लड़की पर जब चाकुओं से वार हो रहा था तो आस पास मौजूद लोगों ने लड़की को नहीं बचाया । ये सब मूल मुद्दे से भटकाने के लिए एजेंडाधारी पत्रकारों के हथकंडे हैं । 

-मूल बात ये है कि जब तक गुरुकुल दोबारा नहीं शुरू होंगे और हिंदू समाज अपने गुरुओं का सम्मान नहीं करेगा अपने गुरुओं की शिक्षा पर नहीं चलेगा तब तक लव जिहाद जैसे कांड होते रहेंगे । 

-आखिर क्या वजह है कि इतिहास में जब मुसलमानों के सिर पर ताज था तब भी हिंदू औरतें जौहर कर लेती थीं लेकिन आज हिंदू बेटियों के सिर पर सवार खुलेपन का भूत, आधुनिकता का भूत, कम्युनिस्ट शिक्षा का भूत और पश्चिमी विचारों का भूत इस कदर सवार हो चुका है कि हिंदू बेटी साक्षी एक फ्रिज मकैनिक साहिल के प्रेम जाल में फंसकर लव जिहाद और हत्या का शिकार हो रही हैं । 

नाम मोहम्मद हमीद, ट्विटर पर बना हुआ अर्पित शर्मा, पहले असली नाम से id बनाया होगा, उसी दौरान मिंत्रा से कंप्लेन की होगी। लड़कियों फांसने यूज़र नेम, नेम चेंज कर अर्पित शर्मा बन गया, पर पुराने ट्वीट del करना भूल गया..ट्विटर पर फ़ोटो वायरल देख भागा.. ट्रूकॉलर में भी असली नाम दिखा😊#हामिद कुरैशी की आई डी अर्पित शर्मा के नाम से बनी हुई है। हिन्दुओं को बेवकूफ बनाने और लव जिहाद में लड़कियों को फंसाने के अलावा ऐसी फेक आईडी का और क्या उदेश्य हो सकता है। द केरला स्टोरी हर प्रांत में वास्तविक रूप से घटित हो रही है। 

गुरुकुल शिक्षा की दोबारा शुरुआत ही भारत और हिंदुओं को बचा सकती हैं दूसरा कोई विकल्प नहीं है । सरकार को चाहिए कि वो गुरुकुल में पढे बच्चों को सरकारी और प्राइवेट नौकरी में आरक्षण दे ताकी लोग अपने बच्चों को गुरुकुल में पढाने के लिए उत्साहित हों और मिशिनरी ईसाइयों का व्यवसाय बंद हो।

एक पिता ने अपने पुत्र की बहुत अच्छी तरह से परवरिश की ! उसे अच्छी तरह से पढ़ाया, लिखाया, तथा उसकी सभी महत्वाकांक्षाओं की पूर्ती की !

कालान्तर में वह पुत्र एक सफल इंसान बना और एक मल्टी नैशनल कंपनी में सी.ई.ओ. बन गया !

उच्च पद ,अच्छा वेतन, सभी सुख सुविधांए उसे कंपनी की और से प्रदान की गई !

समय गुजरता गया उसका विवाह एक सुलक्षणा कन्या से हो गया,और उसके बच्चे भी हो गए । उसका अपना परिवार बन गया !

पिता अब बूढा हो चला था ! एक दिन पिता को पुत्र से मिलने की इच्छा हुई और वो पुत्र से मिलने उसके ऑफिस में गया…..!!!

वहां उसने देखा कि….. उसका पुत्र एक शानदार ऑफिस का अधिकारी बना हुआ है, उसके ऑफिस में सैंकड़ो कर्मचारी उसके अधीन कार्य कर रहे है… !

ये सब देख कर पिता का सीना गर्व से फूल गया !

वह बूढ़ा पिता बेटे के चेंबर में जाकर उसके कंधे पर हाथ रख कर खड़ा हो गया ! और प्यार से अपने पुत्र से पूछा…

“इस दुनिया का सबसे शक्तिशाली इंसान कौन है”? पुत्र ने पिता को बड़े प्यार से हंसते हुए कहा “मेरे अलावा कौन हो सकता है पिताजी “!

पिता को इस जवाब की आशा नहीं थी, उसे विश्वास था कि उसका बेटा गर्व से कहेगा पिताजी इस दुनिया के सब से शक्तिशाली इंसान आप हैैं, जिन्होंने मुझे इतना योग्य बनाया !

उनकी आँखे छलछला आई ! वो चेंबर के गेट को खोल कर बाहर निकलने लगे !

उन्होंने एक बार पीछे मुड़ कर पुनः बेटे से पूछा एक बार फिर बताओ इस दुनिया का सब से शक्तिशाली इंसान कौन है ???

पुत्र ने इस बार कहा “पिताजी आप हैैं, इस दुनिया के सब से शक्तिशाली इंसान “!

पिता सुनकर आश्चर्यचकित हो गए उन्होंने कहा “अभी तो तुम अपने आप को इस दुनिया का सब से शक्तिशाली इंसान बता रहे थे अब तुम मुझे बता रहे हो ” ???

पुत्र ने हंसते हुए उन्हें अपने सामने बिठाते हुए कहा “पिताजी उस समय आप का हाथ मेरे कंधे पर था, जिस पुत्र के कंधे पर या सिर पर पिता का हाथ हो वो पुत्र तो दुनिया का सबसे शक्तिशाली इंसान ही होगा ना,,,,,
बोलिए पिताजी” !

पिता की आँखे भर आई उन्होंने अपने पुत्र को कस कर के अपने गले लग लिया !

सच है जिस के कंधे पर या सिर पर पिता का हाथ होता है, वो इस दुनिया का सब से शक्तिशाली इंसान होता है !

सदैव बुजुर्गों का सम्मान करें!!!!
हमारी सफलता के पीछे वे ही हैं..

हमारी  उन्नति से जब सभी लोग जलते हैं तो केवल माँ बाप ही हैं जो खुश होते हैं। (साभार)