2018 की यादगार शुरुआत करवाता रुद्र महोत्सव

डाॅ राकेश भट्ट

रंगमंच के किसी भी लेखक अथवा निर्देशक की एग्जिस्टेंस उसके स्किल्ड कलाकारों में निहित है, सम्भवतः यही अभिमत आप सबका भी होगा। कमोवेश मैं भी एक ऐसे दल का नेतृत्वकर्ता हूँ जिसके समूह के कलाकारों का कौशल्य किसी से छिपा नहीं! और इन्हीं कलाकारों के गुणों के कारण मैं भी प्रायः हिम्मत जुटा लेता हूँ। श्रीमती कांता घिल्डियाल डंगवाल की स्क्रिप्ट “दुर्पदा कि लाज” के प्रदर्शन को रुद्र महोत्सव, रूद्रप्रयाग में स्मृतिपूर्ण बनाने में ऐसे ही कुशल साथियों यथा- स्वाति बंगवाल,गणेश डिमरी,अभिषेक बहुगुणा,लखपत सिंह राणा,हरीश पुरी, पंकज नैथानी, मनीष खाली,सुभाष अंथवाल,पवन जोशी,मोहित नेगी,अंकित भट्ट,डॉ सुदेश जुगरान,प्रदीप चौधरी,उपासना सेमवाल,कविता भट्ट,दीपक कुमार,मदन राणा,दिगम्बर नेगी, विवेक मेहरा,नंदन राणा अक्षिता रावत समेत उन दर्जनों लोगों की महती भूमिका रही जो स्मृतियों में रहेंगी। रूद्र महोत्सव समिति का आभार।