करोड़ों का फर्जीवाड़ा करने वाली फाइनेंस कंपनी का पर्दाफाश

मंगलवार को एसटीएफ मेरठ यूनिट ने इव्ज चैराहा पर एक कॉम्प्लेक्स में चल रही फर्जी फाइनेंस कंपनी और कॉल सेंटर का पर्दाफाश कर दिया। मौके से एसटीएफ ने 25 युवक-युवतियों को पकड़ा है। ईव्ज चैराहा स्थित एक कॉम्प्लेक्स में चल रही फर्जी फाइनेंस कंपनी और कॉल सेंटर का एसटीएफ ने मंगलवार को छापा मारकर पर्दाफाश किया। मौके से एसटीएफ ने 25 युवक-युवतियों को पकड़ा है। पिछले तीन साल से चल रही यह कंपनी देश के तमाम राज्यों के लोगों से कई करोड़ रुपये ठग चुकी है। एक माह के भीतर शहर में दूसरी बड़ी फर्जी फाइनेंस कंपनी पकड़ी गई है।

एसटीएफ मेरठ यूनिट के सीओ ब्रजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने साइबर क्राइम सेल के साथ मंगलवार शाम ईव्ज चैराहा पर पेट्रोल पंप के सामने एक कॉम्प्लेक्स में छापा मारा। यहां सिग्नेचर प्लस नाम से चल रहे फर्जी फाइनेंस कंपनी और कॉल सेंटर से 13 युवक-12 युवतियों को पकड़ा गया। टीम ने दफ्तर में सभी कम्प्यूटर, लेपटॉप, भारी मात्रा में लोन के आवेदन पत्र, विजिटिंग कार्ड, हार्डडिस्क, मोबाइल आदि सामान सील कर दिया। एसटीएफ सभी को कोतवाली ले आई। यहां इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया।

एसटीएफ इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि फर्जी फाइनेंस कंपनी का संचालक सोनू गुर्जर है, जो बागपत रोड पर शिव शक्ति विहार का रहने वाला है। इसका पार्टनर इरफान निवासी मेदपुर है। दोनों मुख्य आरोपियों सहित 13 को गिरफ्तार किया है। 12 युवतियों को नोटिस तामील कराते हुए छोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह कंपनी लोन के लिए दूसरे राज्यों में विज्ञापन देती थी। आवेदन के बाद प्रोसेसिंग और अन्य मदों के नाम पर रुपये वसूलती थी। सबसे अंत में आवेदन पत्र में कोई कमी बताकर उसे निरस्त कर दिया जाता था।